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मप्र विधानसभा मानसून सत्र : कांग्रेस का सरकार के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन, भैंस के सामने बजाई बीन, सीएम मोहन ने कसा तंज
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा मानसून सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन रहा है। लेकिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू दिया। यही नहीं विपक्ष ने सदन के बाहर भी सरकार के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन किया।कांग्रेस विधायकों ने भैंस के आगे बीन बजाई। खास बात यह रही की कांग्रेस के ही विधायकों को प्रतिकात्मक भैंस बनाया गया था। विपक्ष ने यह अनोखा प्रदर्शन किसानों को खाद न मिलने को लेकर किया। वहीं कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने तंज कसा। उन्होंने सदन में कहा कि आज नागपंचमी पर भैंस लेकर आए है। कभी गिरगिट लेकर आते है। आप चुने हुए प्रतिनिधि है। मर्यादा बनाकर रखना चाहिए।
वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने ‘भैंस के आगे बीन बजाने’ जैसा प्रतीकात्मक विरोध कर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि यह सरकार अब बिल्कुल भैंस की तरह हो चुकी है न सुनती है, न समझती है, न प्रतिक्रिया देती है। विपक्ष चाहे कितनी भी बार जनहित के सवाल उठाए, सरकार टस से मस नहीं होती। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार को न युवाओं के रोजगार की चिंता है, न किसानों की हालत की फिक्र।
जनहित के सवालों का जवाब देने से बच रही सरकार
उन्होंने कहा कि महंगाई चरम पर है, युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही, ओबीसी को 27 फीसदीः आरक्षण अब तक नहीं मिला और लाड़ली बहनों से किया गया 3000 प्रतिमाह का वादा भी अधूरा है। फिर भी सरकार पूरी तरह निष्क्रिय और चुप्पी साधे बैठी है। उमंग सिंघार ने कहा कि अगर सरकार जनहित के सवालों का जवाब देने से बच रही है, तो यह लोकतंत्र का अपमान है। कांग्रेस विधायक दल सड़क से सदन तक सरकार की इस चुप्पी के खिलाफ संघर्ष करता रहेगा।
लाडली बहना योजना की गूंज
एमपी विधानसभा में लाडली बहना योजना के मुद्दे की गूंज सुनाई दी। लाडली बहना योजना के कलैंडर वितरण में विधायक अनुभा मुंजारे ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने बालाघाट में कैलेंडर वितरण को लेकर सवाल पूछा। इस पर मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा कि 361832 में से 164000 कैलेंडर का वितरण नहीं किया। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है।पूर्व मंत्री बाला बच्चन ने मुख्यमंत्री से जवाब मांगने की बात कही हैं। उन्होंने कहा कि 16 जवाब मुख्यमंत्री के विभाग के लगे हैं। अधूरी जानकारी दी जाती है।
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