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राष्ट्र प्रेरणा स्थल देश को समर्पित:अटलजी की जयंती पर पीएम ने दी सौगात, बोले- हमारी सरकार ने मुखर्जी के सपनों को किया साकार
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के मौके पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया। यह प्रेरणा स्थल वसंत कुंज इलाके में बनाया गया है। इस राष्ट्रीय स्मारक का निर्माण केंद्र ने आजाद भारत के महानायकों की विरासत को सम्मान देने के लिए कराया है। पीएम ने परिसर में स्थापित महापुरुषों की प्रतिमाओं का अवलोकन किया और उन्हें नमन किया। समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज लखनऊ को एक नया प्रेरणा स्थल प्राप्त हुआ है। यह हमारे लिए आत्मसम्मान, गौरव और सेवा का प्रतीक है। यह राष्ट्र प्रेरणा स्थल हमें संदेश देता है कि हमारा हर कदम हर प्रयास राष्ट्रनिर्माण के लिए समर्पित है। सबका प्रयास ही विकसित भारत का निर्माण करेगा। मैं लखनऊ, उत्तर प्रदेश और पूरे देश को राष्ट्र प्रेरणा स्थल की बधाई देता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्वतंत्र भारत के शुरुआती उद्योग मंत्रियों में से थे और उन्होंने देश को पहली औद्योगिक नीति दी। उन्होंने कहा कि भारत में औद्योगीकरण और आर्थिक आत्मनिर्भरता की नींव उसी दौर में रखी गई थी, जिसे आज नई ऊंचाई दी जा रही है। पीएम मोदी ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि देश में दो विधान दो संविधान नहीं चलेंगे। मुझे खुशी है कि भाजपा सरकार को जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने का सौभाग्य मिला और डॉ. मुखर्जी का सपना साकार हुआ। विकास की पहचान बल्कि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के चेहरे की मुस्कान पीएम ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने “दो विधान, दो निशान और दो प्रधान” की व्यवस्था को सिरे से खारिज किया था, जो आजादी के बाद भी जम्मू-कश्मीर में लागू थी और भारत की अखंडता के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई थी। पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनकी सरकार को अनुच्छेद 370 की दीवार गिराने का अवसर मिला और आज भारत का संविधान जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह लागू है। उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति का असली पैमाना विकास के आंकड़े नहीं, बल्कि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के चेहरे की मुस्कान है। उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद दर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि विकास में शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा - सबका संतुलन जरूरी है।रक्षामंत्री बोले- भारत की छवि बेहतर हुईकार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी की नीतियों की वजह से महंगाई दर कम हो रही है। इसी के साथ-साथ विकास दर आठ फीसदी हुई है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की आवाज मजबूत हुई है। अब भारत कुछ बोलता है तो पूरा विश्व ध्यान से सुनता है कि भारत कह क्या रहा है। पूरे विश्व में भारत की छवि बेहतर हुई है।राजनाथ सिंह ने कहा कि देश को गौरव दिलाने का काम पीएम मोदी कर रहे हैं। उन्होंने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी देखरेख में इतना भव्य प्रेरणा स्थल बनकर तैयार हुआ है। राज्य और केंद्र सरकारें लगातार देश की आम जनता की बेहतरी के काम कर रही हैं। इसी के साथ-साथ वह अतीत में हुए अपने राष्ट्र नायकों को सम्मान भी दे रही हैं।पीएम ने भाजपा- जनसंघ के गलियारे का किया अवलोकनप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच पर पहुंचते ही बड़ी संख्या में मौजूद लोगों का अभिवादन किया। इसके बाद वंदे मातरम गीत गाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद भारत माता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने भाजपा व जनसंघ के गलियारे का अवलोकन किया। इस गलियारे में जनसंघ और भाजपा की पूरी यात्रा को तस्वीरों के माध्यम से दिखाया गया है।मुखर्जी गैलरी का किया भ्रमणइसके बाद पीएम मोदी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी गैलरी का भ्रमण किया। इस गैलरी में डॉ. मुखर्जी के जीवन से जुड़े हुए विभिन्न चित्र और प्रतीक चिह्न रखे गए हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बन कर तैयार भव्य श्राष्ट्र प्रेरणा स्थलश् भारतीय राष्ट्रवाद की त्रयी कहे जाने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीन दयाल उपाध्याय और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों और अमूल्य योगदान को जन-जन तक पहुंचाने का अनुपम प्रयास है।राम सुतार ने किया शिखर पुरुषों की प्रतिमा का निर्माणज्ञात हो कि लखनऊ के वसंत कुंज में राष्ट्र प्रेरणा स्थल को कमल की आकृति में बनाया गया है। प्रेरणा स्थल में राष्ट्रवाद के शिखर पुरुषों डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं दीन दयाल उपाध्याय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 65 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमाओं का निर्माण किया गया है। जिनका निर्माण विश्व विख्यात मूर्तिकार राम सुतार और मंटू राम आर्ट क्रिएशंस ने किया है। प्रतिमाओं को फेसेड लाइटिंग और प्रोजेक्शन मैपिंग से सजाया गया है। साथ ही परिसर में राष्ट्र नायकों को समर्पित संग्रहालय का निर्माण भी किया गया है।

नेता प्रतिपक्ष की बुद्धि देशविरोधी:यूपी के डिप्टी सीएम ने राहुल पर किया वार, अखिलेश को भी रखा निशाने पर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला। उपमुख्यमंत्री ने जर्मनी में राहुल गांधी की तरफ से दिए गए बयान की निंदा की और कहा कि नेता प्रतिपक्ष की बुद्धि देशविरोधी नेताओं की जैसी हो चुकी है। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सत्ता वियोग में विचलित होने के कारण वे भारत की संवैधानिक संस्थाओं को विदेशी धरती से निशाना बनाते हैं। इस जन्म में उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी नसीब नहीं होगी, ऐसा मानकर उन्होंने हताशा और निराशा में जर्मनी की धरती पर जो बयान दिया, उसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।मौर्य ने कांग्रेस को दी चुनौतीउपमुख्यमंत्री ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि अगर विरोधी दलों में दम है तो वह बूथ, पंचायत-निकाय या राज्य विधानसभा चुनाव में आकर लड़े। उन्होंने कहा, मेहनत भाजपा का कार्यकर्ता करेगा और चुनाव कांग्रेस, सपा या तृणमूल कांग्रेस जीते, ऐसा नहीं हो सकता है। भाजपा का कार्यकर्ता मेहनत करेगा तो कमल का ही फूल खिलेगा।संतुलन खो चुके अखिलेशसमाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बिहार चुनाव में हार के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव संतुलन खो चुके हैं। वह 2027 में उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखते हैं, लेकिन इस चुनाव में सिर्फ एक कार में बैठने लायक विधायक चुने जाने की संभावना है, क्योंकि वह जनता से बहुत दूर हो चुके हैं और माफियाओं के नजदीक हो चुके हैं।विरोधी दल खो चुके हैं आपाचैधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर किसानों के मुद्दे को लेकर सपा विधायकों के प्रदर्शन पर उपमुख्यमंत्री ने कहा, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस समेत सभी भाजपा विरोधी दल अपना आपा खो चुके हैं। उन दलों को क्या करना चाहिए, यह भी उन्हें समझ नहीं आ रहा है। इसलिए वे प्रदर्शन करते रहे हैं, लेकिन जनता इसका जवाब चुनाव में कमल खिलाकर देती है।

यूपी विधानसभाः कोडीन सिरप पर गरमाई सदन की तासीर: योगी ने सपा पर किया तीखा वार, बबुआ की विदेश यात्रा पर भी कसा तंज
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा का शीतकालीन सत्र जारी है। सपा विधायकों ने सोमवार को सत्र शुरू होते ही कोडीन युक्त कफ सिरप के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। यही नहीं कोडीन पर चर्चा करने की मांग करते हुए सपा विधायक वेल में पहुंच गए। इस दौरान भी जबरदस्त हंगामा हुआ। विपक्ष के इस रवैए पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भड़क गए और सपा पर तीखा हमला बोला। सदन में बोलते हुए सीएम ने स्पष्ट किया कि कोडीन सिरप के कारण प्रदेश में एक भी मौत दर्ज नहीं हुई है और इस मामले में होने वाली मौतें तमिलनाडु में निर्मित सिरप के कारण अन्य राज्यों में हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एसटीएफ द्वारा पकड़े गए बड़े होलसेलरों को सपा सरकार के दौरान लाइसेंस दिए गए थे। सपा विधायक अतुल प्रधान द्वारा उठाए गए सवालों और उपमुख्यमंत्री के साथ आरोपी की फोटो दिखाने पर सीएम ने इसे चोर की दाढ़ी में तिनका करार दिया।बबुआ पर कसा तंज और विदेश यात्रा का जिक्रसदन में चर्चा के दौरान सीएम योगी ने दिल्ली और यूपी के नेताओं की तुलना करते हुए कहा कि देश में दो नमूने हैं, जिनमें से एक यहां बैठते हैं। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि यहां वाले बबुआ भी जल्द ही इंग्लैंड की सैर सपाटे पर चले जाएंगे। सीएम ने कहा कि जब भी देश में किसी गंभीर मुद्दे पर चर्चा होती है, तो कुछ लोग तुरंत विदेश भाग जाते हैं। सीएम के इस तीखे हमले के बाद सपा ने सदन से वॉक आउट कर दिया।यूपी में केवल स्टॉकिस्ट, निर्माण अन्य राज्यों मेंदवाइयों की गुणवत्ता पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोडीन सिरप का निर्माण उत्तर प्रदेश में नहीं होता, यहां केवल इसके स्टॉकिस्ट और होलसेलर मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि नकली दवाइयों के खिलाफ एफएसडीए लगातार छापेमारी कर रहा है. सीएम ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि इस उम्र में तो उन्हें सच बोलना चाहिए, लेकिन सपा के लोग उनसे अभी भी झूठ बुलवा रहे हैं।नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे का बयान यूपी विधानसभा में नमूना शब्द पर तीखी बहस हुई। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने सीएम योगी के बयान पर आपत्ति जताते हुए पूछा कि वह नेताओं के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि सीएम ने किसी का नाम नहीं लिया है। वहीं, सुरेश खन्ना ने बचाव करते हुए कहा कि विपक्ष मामले को गुमराह कर रहा है और सीएम ने बिना नाम लिए अपनी बात रखी है।सपा विधायक ने उठाए थे सवालइससे पहले सपा विधायक अतुल प्रधान ने सदन में कोडीन का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि इस मामले में बुलडोजर कहां सो गया है। प्रधान ने आरोपी की एक तस्वीर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ सदन में दिखाई, जिसके बाद सदन का माहौल काफी गरमा गया। सीएम योगी ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए विपक्षी गठबंधन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए।बुलडोजर एक्शन भी होगा, तब विपक्ष शोर न मचाएयूपी विधानसभा में बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस केस की गहराई में जाने पर सपा से जुड़े लोग सामने आ रहे हैं। उन्होंने खुलासा किया कि लोहिया वाहिनी के पदाधिकारी के अकाउंट से अवैध ट्रांजैक्शन हुआ है, जिसकी जांच एसटीएफ कर रही है। सीएम ने चेतावनी दी कि दोषियों पर बुलडोजर एक्शन भी होगा, तब विपक्ष शोर न मचाए। उन्होंने बताया कि इस सिरप की अवैध सप्लाई उन क्षेत्रों में की गई जहां नशा निषेध है। सरकार अब तक 79 केस दर्ज कर 78 गिरफ्तारियां कर चुकी है और 134 फर्मों पर छापेमारी हुई है।

यही कसूर मैं बार-बार करता रहा...:कोडीन कफ सिरप मामले योगी ने सपा पर किया तीखा प्रहार, माफिया से बंध होने का भी लगाया आरोप
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को आगाज हो गया है। सत्र के शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कोडीन कफ सिरप मामले पर समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। योगी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि माफिया के संबंध समाजवादी पार्टी से रहे हैं। सीएम योगी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमारी जांच अभी जारी है और अभी तक जितने लोग पकडे गए है उनके तार समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं। बहुत जल्द जांच की रिपोर्ट आ जाएगी और दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिन अभियुक्तों को एसटीएफ या यूपी पुलिस की ओर से पकड़ा गया है, उनके संबंध समाजवादी पार्टी से सामने आए हैं। समाजवादी पार्टी पहले से कुख्यात है और अब इस पूरे मामले में उसकी संलिप्तता सामने आएगी। इस पूरे मामले की जांच के लिए राज्यस्तरीय एसआईटी कार्य कर रही है। इसमें यूपी पुलिस और एफएसडीए से जुड़े अधिकारी मौजूद हैं। किन-किन लोगों को इसमें धन गया है, ये सारी बातें जांच में आएंगी।जांच के बाद हो जाएगा दूध का दूध और पानी का पानीमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस विषय में पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही अंतिम रूप से कुछ कहा जा सकता है, लेकिन इतना अवश्य कहा जा सकता है कि सपा प्रमुख द्वारा जो बातें कही जा रही हैं, उनकी स्थिति वही है, जैसा कि इस पंक्ति में कहा गया है “यही कसूर मैं बार-बार करता रहा, धूल चेहरे पर थी, आईना साफ करता रहा।” यानी, जिन माफियाओं के साथ उनकी तस्वीरें सामने आ रही हैं, स्वाभाविक रूप से अवैध लेन-देन में उनकी संलिप्तता कहीं न कहीं सामने आएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जांच होने दीजिए, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।सिरप की अवैध तस्करी पर कार्रवाई जारीमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोडीन एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत आने वाली एक औषधि है। इसका उपयोग कोडीन-युक्त कफ सिरप के निर्माण में किया जाता है, जो गंभीर खांसी के उपचार में प्रयुक्त होता है। इसका कोटा और आवंटन सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो द्वारा केवल अधिकृत औषधि निर्माण के लिए ही किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह कफ सिरप कई स्थानों पर नशीले पदार्थ के रूप में दुरुपयोग किया जा रहा था। अवैध तस्करी की शिकायतें मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कार्रवाई की गई। उत्तर प्रदेश पुलिस और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) के नेतृत्व में इसे एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत मानते हुए कार्रवाई प्रारंभ की गई।

उन्नाव में भीषण सड़क हादसा:आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार का टायर फटा, 4 लोगों की मौत
उन्नाव। उत्तर प्रदेश मंगलवार सुबह भीषण सड़क हादसा हो गया है। उन्नाव जिले के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सुबह करीब 5 बजे एक तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार का टायर फटने से 4 लोगों की मौत हो गई। सभी मृतक गाजियाबाद जनपद के निवासी बताए जा रहे हैं।बताया जा रहा है कि अनियंत्रित कार पहले एक अज्ञात वाहन से टकराई और फिर डिवाइडर से जा भिड़ी। मृतकों की पहचान अशोक अग्रवाल (57) पुत्र संतोष अग्रवाल, आकाश अग्रवाल (35) वर्ष पुत्र विनोद अग्रवाल, अभिनव अग्रवाल (20 ) वर्ष पुत्र सतीश अग्रवाल निवासीगण कस्बा व थाना मोदीनगर जनपद गाजियाबाद के रूप में हुई है। कोतवाली प्रभारी अखिलेश पांडेय ने बताया कि चैथे मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है। परिजनों से संपर्क का प्रयास किया जा रहा है।अशोक अग्रवाल पेशे से नमक के व्यापारी और सुहेल देव पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे। बताया जा रहा है कि आगरा से लखनऊ की तरफ जा रही कार मंगलवार की सुबह करीब 6 बजे बांगरमऊ क्षेत्र में एक्सप्रेसवे की हवाई पट्टी पर पहुंची थी कि घना कोहरा होने से किसी वाहन की टक्कर से करीब 500 मीटर दूर तक डिवाइडर से टकराई और कई बार पलटी खाकर चकनाचूर हो गई।

यूपी में घने कोहरे का कहर:मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर टकराए कई वाहन, आग लगने से 4 की मौत, दो दर्जन घायल
मथुरा। उत्तरप्रदेश के कई जिलों में घने कोहरे का कहर देखने को लिमा है। मंगलवार सुबह मथुरा जिले के यमुना एक्सप्रेस-वे पर घने कोहरे में आठ बसें और तीन छोटे वाहन आपस में टकरा गए। वाहनों में आग लगने से जहां चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं दो दर्जन घायल हुए हैं। यह दुर्घटना बलदेव थाना क्षेत्र के माइलस्टोन 127 के पास हुई.मथुरा के एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि सुबह करीब 4.30 बजे घने कोहरे (कम विजिबिलिटी) के कारण आगरा से नोएडा वाली लेन पर आठ बसें और कई छोटी गाड़ियां आपस में टकरा गईं। हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है, जबकि 25 लोग घायल हुए है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। टक्कर के बाद कुछ वाहनों में आग भी लग गई, जिसके जले हुए हिस्से मौके से मिले हैं।घायलों की स्थिति गंभीर नहींसभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। जितने भी घायल हैं, उनमें से कोई गंभीर स्थिति में नहीं है। जितने भी अन्य लोग थे, उनके गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है और प्रशासन की ओर से हर जरूरी मदद उपलब्ध कराई जा रही है। सीएम योगी ने हादसे पर जताया दुखहादसे का मुख्यमंत्री योगी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि जनपद मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। फायर ब्रिगेड ने आग पर पाया काबू हादसे के समय मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। डीएम, एसएसपी समेत सीओ और एसडीएम भी मौके पर पहुंच गए। सभी घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है। वहीं, मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए गए। बस में आग लगने के बाद मची अफरा-तफरीएक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, पहले एक दुर्घटना हुई, जिसके बाद तीन से छह बसों में आग लग गई। हादसे के समय बसें पूरी तरह भरी हुई थीं और सभी सीटों पर यात्री मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वह हादसे के वक्त सो रहा था। अचानक जोरदार आवाज के साथ आग फैल गई, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।

नेहरू ने कश्मीर को बनाया विवादित क्षेत्र:लौहपुरुष की पुण्यतिथि पर योगी का हमला, पीएम मोदी का जताया आभार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आधुनिक भारत के शिल्पकार, भारत रत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सीएम ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी की। सीएम योगी ने सरदार पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर रियासत कहां शामिल हो, इसे लेकर असमंजस की स्थिति थी, तब जवाहर लाल नेहरू ने कहा कि मैं पहल करूंगा। जम्मू-कश्मीर पं. नेहरू के हाथों में था, लेकिन उन्होंने जम्मू-कश्मीर को इतना विवादित करने का कार्य किया कि आजादी के बाद से वह लगातार भारत को डसता रहा। नेहरू के कारण उसी कश्मीर से देश को उग्रवाद, अलगाववाद प्राप्त हुआ था। देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी है, जिन्होंने लौहपुरुष और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को साकार करते हुए धारा-370 को समाप्त कर कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए एक देश में एक प्रधान, एक विधान और एक निशान के संकल्प को आगे बढ़ाया।लौहपुरुष को लेकर यह बोले योगीसीएम योगी ने कहा कि गृहमंत्री के रूप में भारत में सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार, तमाम विवादों के समाधान के लिए तंत्र विकसित करने और भारत की प्रशासनिक सेवा को वर्तमान स्वरूप देने का कार्य भी लौहपुरुष के कारण हो पाया। सरदार पटेल का यशस्वी नेतृत्व और लंबे समय तक प्राप्त होता, लेकिन देश का दुर्भाग्य रहा कि 15 दिसंबर 1950 को उनका नश्वर शरीर जवाब दे गया। उनकी स्मृतियां, देश के प्रति उनकी सेवाएं व योगदान हम सबके लिए चिरस्मरणीय अध्याय बन गया। हर भारतवासी बड़ी श्रद्धा, सम्मान के साथ भारत मां के महान सपूत लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने को तत्पर रहता है।उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का यशस्वी नेतृत्व और लंबे समय तक प्राप्त होता, लेकिन देश का दुर्भाग्य रहा कि 15 दिसंबर 1950 को उनका नश्वर शरीर जवाब दे गया। उनकी स्मृतियां, देश के प्रति सेवाएं व योगदान चिरस्मरणीय अध्याय बन गए। देश वर्तमान भारत के शिल्पी के रूप में सदैव लौहपुरुष का स्मरण करेगा।सरदार पटेल ने किया आंदोलन का नेतृत्वसीएम योगी ने कहा कि लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के करमसद में सामान्य किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने परिश्रम से उच्च शिक्षा अर्जित की। इसके पीछे उनका उद्देश्य आजीविका प्राप्त कर विदेशी हुकुमूत की नौकरी करना नहीं, बल्कि देश-दुनिया को समझकर अपनी प्रतिभा व ऊर्जा का लाभ भारत मां के चरणों में समर्पित करना था। सरदार पटेल ने आजादी के आंदोलन को नेतृत्व दिया। कई बार जेल की यातनाएं सहीं, लेकिन आजादी के आंदोलन से विचलित नहीं हुए। देश जब आजाद हो रहा था, उस समय उन्होंने पुरजोर तरीके से भारत के विभाजन का विरोध किया। उन्होंने 567 रियासतों को भारत गणराज्य का हिस्सा बनाया। देश वर्तमान भारत के शिल्पी के रूप में सदैव लौहपुरुष का स्मरण करेगा।देश छोड़कर भागना पड़ा था जूनागढ़ के नवाब कोमुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जूनागढ़ का नवाब व हैदराबाद का निजाम भारत गणराज्य में शामिल नहीं होना चाहते थे। जब देश आजाद हो रहा था, तब अंग्रेजों ने टू-नेशन थ्योरी को लागू किया और देसी रियासतों को स्वतंत्रता दी कि वे चाहें तो भारत गणराज्य में शामिल हों, पाकिस्तान में शामिल हों या स्वतंत्र अस्तित्व बनाए रखें। सभी हिंदू रियासतों ने भारत का हिस्सा बनने पर सहमति दी, लेकिन जूनागढ़ के नवाब और हैदराबाद के निजाम ने मना कर दिया। सरदार पटेल की सूझबूझ के परिणामस्वरूप उनके रक्तहीन क्रांति के माध्यम से दोनों रिसायतें भारत का हिस्सा बनीं। जूनागढ़ के नवाब और हैदराबाद के निजाम को देश छोड़कर भागना पड़ा।

नहीं रहे श्रीराम मंदिर आंदोलन के सूत्रधार रामविलास वेदांती:रीवा में ली अंतिम सांस, अयोध्या में होगा अंतिम संस्कार, शोक में डूबा संत समाज
अयोध्या। राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख सूत्रधार और पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती का निधन हो गया है। उन्होंने रीवा में अंतिम सांसें ली, जहां उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन की खबर मिलते ही अयोध्या और पूरे संत समाज में गहरा शोक छा गया है। साथ ही राजनीतिक जगत में भी उनके चले जाने से भारी दुख का माहौल है। दरअसल, रामविलास वेदांती पिछले दिनों रीवा के दौरे पर गए थे। इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान सोमवार दोपहर उनका निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर जल्द ही उनके उत्तराधिकारियों और सहयोगियों द्वारा अयोध्या ले जाया जाएगा। अयोध्या पहुंचने के बाद उनका अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार किया जाएगा। ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना है।रीवा जिले के गुढ़वा गांव में हुआ था जन्मरामविलास वेदांती का जन्म 7 अक्टूबर 1958 को मध्य प्रदेश के रीवा जिले के गुढ़वा गांव में हुआ था। वे 12वीं लोकसभा में यूपी के प्रतापगढ़ से भाजपा के सांसद चुने गए थे। इससे पहले 1996 में वे मछली शहर सीट से भी सांसद रहे। उनके राजनीतिक जीवन और धार्मिक नेतृत्व ने हमेशा समाज को मार्गदर्शन दिया।विवादित ढंाचा विध्वंस में वेदांती का था नाम6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा विध्वंस के मामले में जिन नेताओं पर मुकदमा चला, उनमें डॉ. वेदांती का नाम भी शामिल था, हालांकि सीबीआई की विशेष अदालत ने अंत में सभी आरोपियों को बरी कर दिया था। रामविलास वेदांती ने जन्मभूमि आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। सांसद रहते हुए उन्होंने संसद में भी राम मंदिर निर्माण की आवाज उठाई और सड़कों पर भी आंदोलन का नेतृत्व किया।धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए उठाई थी आवाजडॉ. वेदांती सिर्फ एक राजनेता नहीं थे, बल्कि एक ऐसे नेता थे जिन्होंने हमेशा धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए आवाज उठाई। उनका जीवन राम मंदिर आंदोलन और समाज सेवा के लिए समर्पित रहा। उन्होंने न केवल संसद में, बल्कि समाज के हर वर्ग तक अपनी आवाज पहुंचाई। उनके नेतृत्व में कई लोग प्रेरित हुए और राम जन्मभूमि आंदोलन में डॉ. वेदांती का नाम हमेशा याद रखा जाएगा। वेदांती का निधन निश्चित रूप से एक अपूरणीय क्षति है, लेकिन उनके कार्य और योगदान सदैव लोगों के बीच रहेंगे।

ग्रेटर नोएडा में घने कोहरे का कहर:घने धुंध की वजह से ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर भिड़े एक दर्जन वाहन, कई घायल, लगा लंबा जाम
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर घने कोहरे का कहर देखने को मिला है। घने धुंध की वजह से करीब एक दर्जन वाहन आपस में टकरा गए। जिससे कई लोग घायल हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचा। साथ ही क्षतिग्रस्त वाहनों को हाईवे से किनारे कराया। हादसे के बाद एक्सप्रेस-वे पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कई वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में महिला सहित कई लोगों के घायल होने की सूचना है, जिन्हें तत्काल एंबुलेंस की सहायता से नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे का वीडियो भी सामने आया है. जिसमें देखा जा सकता है कि कई कार और ट्रक एक दूसरे से भिड़े हुए हैं, जबकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी दुर्घटनाग्रस्त कार और ट्रक को हटवा रहे हैं।एक के बाद एक टकराए 12 वाहनपुलिस ने बताया कि घने कोहरे के चलते वाहनों के ड्राइवरों को देखने में परेशान हो रही थी. ऐसे में एक के बाद एक करीब दर्जन वाहन आपस में टकरा गए, जिससे कई लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है और उनका उपचार जारी है। घटना के बाद कुछ समय के लिए ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर यातायात प्रभावित रहा, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के चलते बाद में यातायात को सामान्य रूप से संचालित कर दिया गया।पुलिस ने यात्रियों से की अपीलपुलिसकर्मियों ने यात्रियों से संयम बरतने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील भी की। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दिनांक 13 दिसंबर 2025 को घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम थी, जिसके चलते ये सड़क दुर्घटनाएं हुईं। राहत की बात यह रही कि इन हादसों में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।

लोक गायिका को बड़ा झटका:इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज की नेहा सिंह राठौर की अग्रिम जमानत अर्जी, पीएम मोदी से जुड़ा है मामला
लखनऊ। अपने विवादित बयानों और गानों से सुर्खियों में रहने वाली नेहा सिंह राठौर को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। पीएम मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर उन पर चल रहे केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सिंगर की अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है। सिंगर ने कोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी डाली थी, लेकिन कोर्ट ने मामले को संवेदनशील बताते हुए याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट का कहना है कि नेहा राठौर की तरफ से जांच में किसी तरह का कोई सहयोग नहीं मिला है।अदालत की तरफ से कहा गया है कि अभियुक्त नेहा सिंह राठौर को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया है, लेकिन वे बार-बार अपना स्थान बदल रही हैं और जांच में सहयोग नहीं दे रही हैं। उन्हें जांच के लिए 26 नवंबर को भी विवेचक के सामने पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन बीमारी का बहाना बनाते हुए उपस्थित नहीं हुईं। लोक गायिका पर कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने का भी आरोप लगा है। जस्टिस बृजराज सिंह की एकल पीठ ने याचिका को रद्द करते हुए कहा कि उन्हें उचित समय पर रिहाई की अनुमति मिलेगी।चुनावी सभा से पीएम मोदी पर की थी अपमान जनक टिप्पणीपाकिस्तान की तरफ से पहलगाम में हुए हमले के बाद नेहा राठौर ने पीएम मोदी की बिहार जनसभा रैली पर निशाना साधा था और एक के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट किए थे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, कश्मीर में आतंकी हमला हुआ और उसके फौरन बाद पीएम मोदी ने हार में रैली कर दी, बिहार के मंच से ही पाकिस्तान को धमका दिया और जनता ने भी ताबड़तोड़ तालियां पीट दीं। नेहा सिंह राठौर ने कहा था कि बिहार में राष्ट्रवाद के नाम पर वोट बटोरने के लिए पीएम मोदी ने रैली की।सिंगर ने न सिर्फ एक्स पर पीएम मोदी को लेकर पोस्ट किए, बल्कि केंद्र सरकार द्वारा आतंकवादियों को न ढूंढ पाने पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने लिखा था, आतंकवादियों को ढूंढने और अपनी गलती मानने की बजाय भाजपा देश को युद्ध में झोंकना चाहती है। भाजपा देश के हजारों सैनिकों की जान जोखिम में डालना चाहती है।कोर्ट में पेश होने से बच रही गायिकाइसके बाद लखनऊ के हजरतगंज थाने में नेहा राठौर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और केस अभी तक चल रहा है। गायिका किसी न किसी बहाने से कोर्ट में पेश होने से बच रही हैं और जांच में भी सहयोग नहीं कर रही हैं। इससे पहले सीएम योगी के बुलडोजर एक्शन को लेकर भी वे विवादित गाने और पोस्ट कर चुकी हैं। तकरीबन एक हफ्ते पहले ही नेहा ने अपनी फरार होने की खबरों का खंडन करते हुए कहा था कि उन्हें किसी भी तरह की एफआईआर से डर नहीं लगता है और वे अपने घर में ही बैठी हैं।

बावरी विंध्वस के 33 साल:छावनी बनी श्री कृष्ण की जन्मभूमि, शाही ईदगाह मस्जिद के आसपास पुलिस का पहरा, CRPF-PAC के जवान भी तैनात
अयोध्या। आज अयोध्या और देशभर में 6 दिसंबर 1992 को गिराए गए विवादित बावरी ढांचा विध्वंश के 33 साल हो गए। यही वो दिन है जब अयोध्या में रामलला का भव्य और दिव्य मंदिर बनाने का रास्ता बनाया गया था। विवादित ढांचा विध्वंश की सालगिरह पर उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी मथुरा में शनिवार को सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद के आसपास कई रास्तों को सुरक्षा कारणों से बंद रखा गया है। पुलिस विभाग के आलाधिकारी लगातार क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे हैं। पुलिस बल के अलावा सीआरपीएफ और पीएसी जवानों की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है। मथुरा के एसपी राज कुमार ने बताया कि 6 दिसंबर को, जैसा कि हर साल पुलिस की तैनाती की जाती है, वैसा ही इस बार भी ठीक से किया गया है। हमारे पास पहले से ही सीआरपीएफ की चार और पीएसी की पांच कंपनियां हैं। इसके अलावा आरआरएफ की भी कंपनी मिली है। इन सभी को ठीक से तैनात कर दिया गया है।इलाके में ड्रोन प्रतिबंधित उन्होंने बताया कि यह एरिया ड्रोन प्रतिबंधित है, इसलिए सभी को सूचना दी गई है कि किसी भी तरह का ड्रोन इस इलाके में नहीं उड़ाया जाएगा। हमने एंटी-ड्रोन सिस्टम भी लगाया है। अगर किसी ने कानून का उल्लंघन किया तो कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। हालातों के विषय पर उन्होंने कहा, सभी लोगों से बातचीत की है। किसी भी जगह गैर परंपरागत कार्य नहीं करने दिया जाएगा। फिलहाल, सभी चीजें व्यवस्थित रूप से चल रही हैं।ईदगाह के सचिव ने कही यह बातवहीं, शाही ईदगाह के सचिव तनवीर अहमद ने मथुरा की स्थिति पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सब कुछ सामान्य है। दुकानें खुली हैं, ट्रैफिक चल रहा है और लोग हमेशा की तरह आ-जा रहे हैं। कहीं कोई दिक्कत नहीं है।

यूपी में कितना हुआ सर्वे आज ही करें जारी:एसआईआर को लेकर अखिलेश ने योगी सरकार को घेरा, बीएलओ की मौत पर जताई चिंता
लखनऊ । यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एसआईआर प्रक्रिया को लेकर योगी सरकार पर सीधा सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक कितने प्रतिशत एसआईआर पूरा हुआ है, इसकी स्पष्ट जानकारी सरकार को आज ही सार्वजनिक करनी चाहिए। उन्होंने बीएलओ पर बढ़ते दबाव को लेकर भी गंभीर चिंता जताई।अखिलेश यादव ने X पोस्ट के जरिए कहा कि बीएलओ पर श्जानलेवा दबावश् तुरंत हटाया जाए और समय के अनुसार अतिरिक्त अधिकृत कर्मचारियों की तैनाती की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष और उससे जुड़े लोग पिछले दरवाजे से इस प्रक्रिया में दखल दे रहे हैं। यादव ने मांग की कि ऐसी गतिविधियों को तुरंत रोका जाए और सुनिश्चित किया जाए कि आगे भी ऐसा न हो।वोटर लिस्ट से हटाए जा रहे पीडीए मतदाताओं के नामइसके साथ ही उन्होंने एक और बड़ा आरोप लगाया कि कई विधानसभा क्षेत्रों में पीडीए (पिछड़े-दलित-अल्पसंख्यक) समाज के लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा में इसकी गहन जांच-पड़ताल होनी चाहिए और किसी भी हालत में ऐसी कोशिशों को रोका जाना चाहिए।यूपी में 82 प्रतिशत मतदाताओं के गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन पूरा ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने प्रदेशभर के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को एसआईआर को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्वक पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में अब तक 12.69 करोड़ से अधिक (लगभग 82 प्रतिशत) मतदाताओं के गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन पूरा किया जा चुका है। इसके साथ ही 28,491 बूथों पर बीएलओ द्वारा शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन का कार्य सफलतापूर्वक सम्पन्न कर लिया गया है।अखिलेश ने मतदाताओं से की अपीलउन्होंने राज्य के सभी पात्र मतदाताओं से अपील की कि जो नागरिक अभी तक अपना गणना प्रपत्र बीएलओ को उपलब्ध नहीं करा सके हैं, वे अंतिम तिथि का इंतजार किए बिना शीघ्र गणना प्रपत्र भरकर जमा कर दें। रिणवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने एसआईआर की समयसीमा बढ़ाकर 11 दिसंबर 2025 कर दी है।

यूपी में दर्दनाक सड़क हादसा, 4 एमबीबीएस विद्यार्थियों की मौत:अमरोहा में खड़े ट्रक में घुसी बेकाबू कार, हुई चकनाचूर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अमरोहा में बुधवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। यहां के दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर रजबपुर के अतरासी में एक तेज रफ्तार कार खड़े डीसीएम (ट्रक) से टकरा गई। इस भीषण हादेस में 4 युवकों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि चारों मृतक वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी के एमबीबीएस के विद्यार्थी थे। चश्मदीदों के मुताबिक, कार और डीसीएम में टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे उसमें बैठे लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फोरेंसिक टीम और पुलिसकर्मी रात भर मौके पर रहे और उन्होंने हादसे की वजह का पता लगाने के लिए जांच की।हादसे की सूचना मिलने पर यूनिवर्सिटी के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। मृतकों की पहचान की जा रही है, और उनके परिवारों को जानकारी दी जा रही है। रजबपुर पुलिस स्टेशन की एक पुलिस टीम ने मौके का मुआयना किया और हादसे की सही वजह का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

200 साल बाद हुआ ऐसा:19 वर्षीय देवव्रत ने 2000 मंत्रों का शुद्ध उच्चारण कर रचा इतिहास, मोदी भी हुए मुरीद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक अद्भुत आध्यात्मिक उत्सव का आयोजन किया गया। आयोजन में 2,000 मंत्रों और वैदिक श्लोकों (दंडाक्रमा पारायण) का शुद्ध उच्चारण करने पर महाराष्ट्र के 19 वर्षीय वेदमूर्ति देवव्रत महेश रेखे को सम्मानित किया गया। बता दें यह पारायण शुक्ल यजुर्वेद (मध्यांदीनी शाखा) के लगभग 2,000 मंत्रों का एक अत्यंत जटिल और कठिन उच्चारण है, जिसे उन्होंने 50 दिनों तक बिना किसी रुकावट के लगातार पूरा किया। इसे वैदिक परंपरा में लगभग 200 वर्षों के बाद पहली बार शुद्ध शास्त्रीय शैली में किया गया माना जा रहा है। इस उपलब्धि के सम्मान में देवव्रत महेश रेखे को 5 लाख रुपए मूल्य की स्वर्ण कंगन और 1,11,116 रुपए से सम्मानित किया गया। यह सम्मान दक्षिणामनया श्री शृंगेरी शारदा पीठम के जगद्गुरु शंकराचार्यों के आशीर्वाद के साथ प्रदान किया गया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, 19 साल के वेदमूर्ति देवव्रत महेश रेखे ने जो किया है, उसे आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी! भारतीय संस्कृति से प्यार करने वाले हर इंसान को उन पर गर्व है कि उन्होंने शुक्ल यजुर्वेद की माध्यंदिनी शाखा के 2000 मंत्रों वाले दंडक्रम पारायण को बिना किसी रुकावट के 50 दिनों में पूरा किया। यह भी बोले पीएमइसमें कई वैदिक श्लोक और पवित्र शब्द शामिल हैं जिनका बिना किसी गलती के उच्चारण किया गया। वह हमारी गुरु परंपरा के सबसे अच्छे उदाहरण हैं। पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में आगे लिखा, काशी से सांसद होने के नाते, मुझे बहुत खुशी है कि यह अनोखा काम इस पवित्र शहर में हुआ। उनके परिवार, कई संतों, ऋषियों, विद्वानों और पूरे भारत के संगठनों को मेरा प्रणाम जिन्होंने उनका साथ दिया। सम्मान के दौरान निकाला भव्य जुलूससम्मान समारोह के दौरान एक भव्य जुलूस निकाला गया, जो रथ यात्रा क्रॉसिंग से महमूर्गंज तक गया। जुलूस में 500 से अधिक वेद छात्र, पारंपरिक संगीतकार और शंखध्वनि की गूंज ने पूरे नगर को एक विशाल वैदिक उत्सव में बदल दिया। राहगीरों और श्रद्धालुओं ने सड़कों पर खड़े होकर फूलों की बारिश की।

लखीमपुर खीरी में भीषण सड़क हादस में 5 की मौत:शादी समारोह से लौट रही कार अनियंत्रित होकर गिरी नहर में, एक गंभीर घाय
लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया है। यहां के ढखेरवा-गिरजापुरी हाईवे पर तेज रफ्तार अल्टो कार अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी। इस दिल दहला देने वाले हादसे में कार में सवार पांच लोगों की डूबने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कार चला रहा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। सभी शादी समारोह में शामिल होकर घर लौट रहे थे। घायल चालक को तुरंत निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रमिया बेहड़ में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार उसके सिर और छाती में गंभीर चोटें आई हैं। सभी मृतक और घायल व्यक्ति एक ही गांव के रहने वाले थे। हादसे के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है। एक ही गांव के पांच लोगों की एक साथ मौत से पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया है। अंधेरा और तेज रफ्तार के कारण चालक ने खोया नियंत्रणपुलिस के अनुसार अंधेरा और तेज रफ्तार के कारण चालक कार पर नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी सीधे नहर में समा गई। नहर में पानी का स्तर काफी अधिक होने से कार पूरी तरह डूब गई। शवों को भेजा गया पोस्टमार्टम के लिएसूचना मिलते ही पडुआ थाना पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से क्रेन की सहायता से कार को नहर से बाहर निकाला गया। कार के अंदर फंसे पांच शव बरामद किए गए। मृतकों की पहचान अभी पूरी तरह नहीं हो पाई है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार सभी युवा थे और शादी में डीजे पार्टी करने गए थे। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है।

राम मंदिर के शिखर पर फहराया धर्म ध्वज:श्रद्धा और भावनाओं से अभिभूत हुए साधु-संत, बताया सनातन गौरव का क्षण
अयोध्या। सनातन परंपरा और आस्था के प्रतीक धर्मध्वज का आज राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज की स्थापना अयोध्या के साधु-संतों के लिए भावपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण बन गया। 500 वर्षों की प्रतीक्षा, संघर्ष और तपस्या के उपरांत प्रभु श्रीराम के दिव्य मंदिर पर धर्मध्वजा का आरोहण केवल एक धार्मिक क्षण ही नहीं बल्कि सनातन आस्था की वैश्विक प्रतिष्ठा का साक्ष्य बन रहा है। अवधपुरी के संत समाज ने श्रद्धा और भावनाओं से अभिभूत होकर इसे सनातन गौरव का क्षण बताया। वे इसे उस संघर्षपूर्ण यात्रा का फल मानते हैं जिसमें संतों, भक्तों और समाज ने सैकड़ों वर्षों में अदम्य धैर्य और आस्था का परिचय दिया।साधु-संतों का कहना है कि आज वह क्षण साकार हुआ है जिसकी कल्पना उनके पूर्वजों ने सदियों पूर्व की थी। धर्म ध्वजा का आरोहण भारतवर्ष की आध्यात्मिक विरासत को और भी मजबूत करता है तथा संपूर्ण विश्व में सनातन आस्था की महिमा को प्रखरता से स्थापित करता है।डबल की इंजन की सरकार ने सनातन परंपराओं का किया उद्धारसंत समाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूमिका को इस उपलब्धि का महत्वपूर्ण आधार मानता है। उनका कहना है कि डबल इंजन सरकार ने सनातन परंपराओं के संरक्षण और मंदिर संस्कृति के पुनरुद्धार का जो कार्य किया है वह देश की आध्यात्मिक चेतना को सुदृढ़ कर रहा है। मठ मंदिरों का संवर्धन, धार्मिक स्थलों पर सुविधाओं के विस्तार और संतों के प्रति सम्मानजनक दृष्टिकोण को नई दिशा प्रदान की गई है।योगी को बताया धर्म परंपरा की रक्षा का प्रहरीराम वैदेही मंदिर के प्रतिष्ठित संत दिलीप दास ने कहा कि अयोध्या मिशन के अंतर्गत सनातन संस्कृति का जिस प्रकार पुनरुद्धार हुआ है वह प्रशंसनीय है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धर्म की रक्षा और स्थापना के उद्देश्य से सतत संलग्न बताते हुए कहा कि वह केवल एक मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि धर्म परंपरा की रक्षा के प्रहरी हैं।विवाह पंचमी के अवसर पर आयोजित इस प्रतिष्ठा समारोह में साधु संतों द्वारा प्रभु श्रीराम और माता जानकी के विवाह पर्व का पूजन अर्चन भी किया गया। संत समाज का विश्वास है कि यह क्षण भारत के उज्ज्वल भविष्य की आस्था को और अधिक मजबूत करेगा तथा सनातन समाज के आत्मगौरव का शंखनाद साबित होगा।

एसपी चीफ का बड़ा संकल्प:केदारेश्वर महादेव मंदिर निर्माण के बाद करेंगे प्रमुख शिवालयों के दर्शन
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने मंगलवार को इटावा में अपने पैतृक क्षेत्र में बन रहे भव्य ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ के कार्य प्रगति के बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने एक धार्मिक संकल्प भी लिया कि मंदिर निर्माण का कार्य पूर्ण होने पर वह प्रमुख शिवालयों के दर्शन करेंगे। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए इटावा में अपने पैतृक क्षेत्र में बन रहे भव्य ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ के शीघ्र पूर्ण होने की जानकारी दी।अखिलेश ने लिखा, पूर्णता ही पूर्णता की ओर ले जाती है। ईश्वरीय प्रेरणा से इटावा में निर्माणाधीन श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर के पूर्ण होने पर अन्य मंदिरों के दर्शन का संकल्प भी पूर्ण करेंगे। आस्था जीवन को सकारात्मकता और सद्भाव से भरने वाली ऊर्जा का ही नाम है। दर्शन के लिए ईश्वरीय इच्छा ही मार्ग बनाती है, वही बुलाती है। सच तो ये है कि हम सब तो ईश्वर के बनाए मार्ग पर बस चलकर जाते हैं। आस्थावान रहें, सकारात्मक रहें! इस पोस्ट के जरिए अखिलेश ने संकेत दिया कि केदारेश्वर महादेव मंदिर के उद्घाटन के बाद वे देश के प्रमुख ज्योतिर्लिंगों और शिवालयों के दर्शन करेंगे। सूत्रों के मुताबिक इसमें केदारनाथ, सोमनाथ, महाकालेश्वर और विश्वनाथ सहित बारह ज्योतिर्लिंगों की यात्रा शामिल हो सकती है।श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर यादव परिवार की आस्था का केंद्र इटावा के सैफई के निकट बन रहा श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर यादव परिवार की आस्था का बड़ा केंद्र है। मुलायम सिंह यादव के समय शुरू हुआ यह मंदिर अब अंतिम चरण में है। मंदिर परिसर में 108 फीट ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित की जा रही है, जो उत्तर भारत की सबसे ऊंची शिव प्रतिमाओं में से एक होगी। परिसर में विशाल शिवलिंग, नंदी मंडपम और ध्यान केंद्र भी बनाया जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में इसे अखिलेश की नई छवि का हिस्सा माना जा रहा है। पिछले कुछ महीनों से वे लगातार धार्मिक आयोजनों में हिस्सा ले रहे हैं।

महान विभूतियों के मन को मिल गई होगी शांति:राम मंदिर ध्वजारोहण सेरेमनी में बोले संघ प्रमुख, भव्य मंदिर हिन्दू समाज के धैर्य और श्रद्धा का विजय
अयोध्या। भव्य राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज लहराने लगा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज लहराया। एतिहासिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि आज का दिन उन सभी संतों, श्रद्धालुओं और कर्मयोगियों के लिए सार्थकता का क्षण है, जिन्होंने सदियों तक राम मंदिर निर्माण के संकल्प के लिए संघर्ष किया और अपने प्राण अर्पित किए। उन्होंने कहा कि जिन महान आत्माओं ने इस स्वप्न को साकार देखने की इच्छा रखी थी, आज उनकी आत्मा तृप्त हुई होगी। भागवत ने कहा कि अशोक सिंघल, संत परमहंस चंद्र दास और आदरणीय डालमिया जी जैसी विभूतियों को आज वास्तविक शांति मिली होगी। मंदिर की शास्त्रीय प्रक्रिया पूर्ण हो गई है और राम राज्य का वह ध्वज, जो कभी अयोध्या में फहराया करता था और दुनिया को अपने आलोक से समृद्धि देता था, आज हमारी आंखों के सामने पुनः आकाश में ऊंचा उठा है। संघ प्रमुख ने ध्वज पर बने कोविदार वृक्ष का भी किया उल्लेख संघ प्रमुख ने अपने संबोधन में राम राज्य के ध्वज पर बने रघुकुल के प्रतीक कोविदार वृक्ष का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह वृक्ष त्याग, छाया और लोककल्याण का प्रतीक हैकृजो स्वयं धूप में खड़ा रहकर दूसरों को फल और सुख देता है। यह रघुकुल की सत्ता और जीवन दर्शन का आधार रहा है। यदि रस्सा और सारथी न हों तो नहीं चलता रथसूर्य भगवान के उदाहरण से भागवत ने कहा कि संकल्प की सिद्धि सत्व से होती है। रथ चलाने के लिए सात घोड़े हैं, लगाम है, पर यदि रस्सा और सारथी न हों तो रथ नहीं चल सकता। पर सूर्य देव रोज पूर्व से पश्चिम जाते हैं क्योंकि यह सत्व की शक्ति है। हिंदू समाज ने साढ़े पांच सौ वर्षों तक अपने सत्व को सिद्ध किया और आज रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हैं। भागवत ने यह भी कहा कि जितना सपना उन संतों और कार्यकर्ताओं ने देखा था, उससे भी अधिक भव्य रूप में राम मंदिर आज साकार हुआ है। यह केवल एक निर्माण नहीं, बल्कि हिंदू समाज के धैर्य, सामर्थ्य और श्रद्धा की विजय है। छाया बांटने वाले भारत को खड़ा करने का काम शुरू मोहन भागवत ने कहा, छाया बांटने वाले भारत को खड़ा करने का काम शुरू हो गया है। हमें सभी विपरीत परिस्थितियों में भी काम करना है। संकल्प की पुनरावृत्ति का दिवस है। सबके लिए खुशी बांटने वाला, शांति बांटने वाला भारतवर्ष खड़ा करना है, यह विश्व की अपेक्षा है। हमारा कर्तव्य है, रामलला का नाम लेकर इस कार्य की गति बढ़ाएं। ध्वजारोहण समारोह के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनकर ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से वातावरण गुंजायमान कर दिया।

अयोध्याः दिव्य-भव्य राम मंदिर लहराया भगवा ध्वज:पीएम मोदी बोले- आज सिद्धियों को प्राप्त हुआ संदिया का संकल्प, मानसिक गुलामी से मुक्ति दिलाने किया ऐलान
अयोध्या। राम नगरी का नाम एक बार फिर इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया है। दिव्य और भव्य राम मंदिर में भगवा ध्वज लहरा गई है। यह शुभ कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुभ घडी में अपने हाथों से किया। उन्होंने मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा फहराई। इस दौरान उनके साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक संघ के सरसंचालक मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। ध्वजारोहण के बाद पीएम मोदी ने रामभक्तों को संबोधित किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामभक्तों को संबोधित करते हुए कहा, आज संपूर्ण भारत, संपूर्ण विश्व राममय है। हर रामभक्त के हृदय में अद्वितीय संतोष, असीम कृतज्ञता, अपार अलौकिक आनंद है। सदियों के घाव भर रहे हैं। सदियों की वेदना आज विराम पा रही है। सदियों का संकल्प आज सिद्धि को प्राप्त हो रहा है। आज उस यज्ञ की पूर्णावती है, जिसकी अग्नि 500 वर्ष तक प्रज्ज्वलित रही। जो यज्ञ एक पल भी आस्था से डिगा नहीं, एक पल भी विश्वास से टूटा नहीं।धर्म ध्वजा भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का ध्वज उन्होंने कहा, यह धर्म ध्वजा केवल एक ध्वजा नहीं, बल्कि भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का ध्वज है। इसका भगवा रंग, सूर्यवंश की ख्याति, वर्णित ओम शब्द और अंकित कोविदार वृक्ष, रामराज्य की कृति को दिखाता है। यह ध्वज, संकल्प, सफलता, संघर्ष से सृजन और सदियों से चले आ रहे सपनों का साकार रूप है। यह संतों की साधना और समाज की सहभागिता की सार्थक परिणति है। आने वाली सदियां और कई शताब्दियों तक प्रभु श्रीराम के आदर्शों और सिद्धांतों का उद्घोष करेगा।ध्वज सत्यमेव जयते का करेगा आह्वान पीएम मोदी ने कहा, यह ध्वज सत्यमेव जयते का आह्वान करेगा। यह धर्म ध्वज उद्घोष करेगा कि सत्य में ही धर्म स्थापित है। यह श्प्राण जाय पर वचन नहीं जाएश् के वचन की प्रेरणा बनेगा। यह संदेश देगा कि विश्व में कर्म और कर्तव्य की प्रधानता हो। यह प्रार्थना करेगा कि भेदभाव, पीड़ा, परेशानी से मुक्ति और समाज में शांति और सुख हो। हम ऐसा समाज बनाएं, जहां गरीबी न हो और कोई दुखी न हो।मर्यादा पुरुषोत्तम बनकर अयोध्या लौटे रामप्रधानमंत्री ने कहा, अयोध्या वह भूमि है, जहां आदर्श आचरण में बदलते हैं। यही वह नगरी है, जहां से श्रीराम ने अपना जीवन पथ शुरू किया। इसी अयोध्या ने संसार को बताया कि कैसे एक व्यक्ति समाज की शक्ति से उसके संस्कारों से पुरुषोत्तम बनता है। जब राम अयोध्या से गए तो युवराज राम थे, लेकिन जब लौटे तो मर्यादा पुरुषोत्तम बनकर आए। इसमें अगिनत लोगों की भूमिका रही। विकसित भारत बनाने के लिए सामूहिक स्तर की भूमिका है।धर्म ध्वज का वाल्मीकि जी ने किया वर्णनपीएम ने अपने संबोधन में कहा कि धर्म ध्वजा पर कोविदार वृक्ष बना है। जब भरत अपनी सेना के साथ चित्रकूट पहुंचे, तब लक्ष्मण ने दूर से ही अयोध्या की सेना को पहचान लिया। इसका वर्णन वाल्मीकि जी ने किया है। लक्ष्मण कहते हैं कि सामने जो ध्वज दिख रहा है, वह अयोध्या का धर्म ध्वज है, जिस पर कोविदार वृक्ष बना है। यह वृक्ष अपने को याद दिलाता है कि जब हम इसे भूलते हैं, तब अपनी पहचान खो देते हैं। आज से 190 साल पहले 1835 में मैकाले नाम के एक अंग्रेज ने भारत में मानसिक गुलामी की नींव रखी। आने वाले 10 वर्षों में उसके 200 साल होने वाले हैं। हमने संकल्प लिया है कि आने वाले 10 वर्षों में हम मानसिक गुलामी की मानसिकता से मुक्ति दिलाकर रहेगें। मानसिक गुलामी ने राम को भी काल्पनिक बता दियापीएम ने आगे कहा कि हमने नौसेना के ध्वज से गुलामी की मानसिकता को हटाया। ये गुलामी की मानसिकता ही है, जिसने राम को नकारा है। भारतवर्ष के कण-कण में भगवान राम हैं। लेकिन, मानसिक गुलामी ने राम को भी काल्पनिक बता दिया। आने वाले एक हजार वर्ष के लिए भारत की नींव तभी मजबूत होगी, जब आने वाले 10 साल में हम मैकाले की मानसिक गुलामी से छुटकारा पा लेंगे। 21वीं सदी की अयोध्या विकसित भारत का मेरुदंड बनकर उभर रही है। सांस्कृतिक चेतना के एक और पल की साक्षी बनी राम नगरीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज अयोध्या नगरी भारत की सांस्कृतिक चेतना के एक और पल की साक्षी बन रही है। आज संपूर्ण भारत, संपूर्ण विश्व राममय है। आज रामभक्तों के दिल में असीम आनंद है। सदियों के घाव भर रहे हैं। सदियों का संकल्प आज सिद्धि को प्राप्त हो रहा है। आज उस यज्ञ की पूर्णाहूति है, जिसकी अग्नि पांच सौ वर्ष तक प्रज्ज्वलित रही। धर्म ध्वज इतिहास के सुंदर जागरण का मंचआज भगवान श्रीराम के गर्भगृह की अनंत ऊर्जा प्रतिष्ठापित हुआ। यह धर्मध्वज इतिहास के सुंदर जागरण का रंग है। इसका भगवा रंग, इस पर लगी सूर्यवंश की थाती रामराज की कीर्ति को। यह ध्वज संकल्प है, यह संकल्प से सिद्धि की भाषा है, यह सदियों के संघर्ष की सिद्धि है, सदियों के सपने का साकार स्वरूप है, राम के आदर्शों का उद्घोष है। संतों की साधना और समाज की सहभागिता की गाथा है। यह धर्मध्वज प्रभु श्रीराम के आदर्शों का उद्घोष करेगा, सत्यमेव जयते का उद्घोष करेगा। यह ध्वज प्राण जाए पर वचन न जाई। की प्रेरणा है।पीएम ने कहा कि अयोध्या में आज शानदार रेलवे स्टेशन है। वंदे भारत और अमृत भारत जैसी ट्रेनें हैं। जब से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है, तब से 45 करोड़ श्रद्धालु यहां दर्शन को आ चुके हैं। इससे अयोध्या व आसपास के लोगों का आर्थिक विकास हुआ है। 21वीं सदीं का आने वाला समय काफी महत्वपूर्ण है। पिछले 11 साल में भारत विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था बन गया है। वह दिन दूर नहीं जब भारत जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था बन जाएगा।

एक साथ हथियार डालने को तैयार तीन राज्यों के नक्सली:तीन राज्यों के सीएम को खत लिख दिया आत्मसमर्पण का प्रस्ताव, 15 फरवरी तक मांगी मोहलत
रायपुर। सुरक्षाबलों के ताबड़तोड़ एक्शन से घबराए नक्सली अब मुख्य धारा में लौटते दिखाई दे रहे हैं। यही नहीं, नक्सलियों की महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की स्पेशल जोनल कमेटी (एमएमसी) ने एक साथ आत्मसमर्पण का प्रस्ताव दिया है। कमेटी के प्रवक्ता अनंत ने इसके लिए तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर 15 फरवरी तक की मोहलत मांगी है। एमएमसी ने अपनी तरफ से युद्ध विराम की घोषणा भी कर दी है। अनंत ने सरेंडर कर चुके पार्टी कैडर के बड़े नेताओं से भी उनकी बात तीनों राज्य सरकारों के सामने रखने का आग्रह किया है। कमेटी की तरफ से पीएलजीएल सप्ताह रद्द करने की घोषणा की गई है।एमएमसी के प्रवक्ता अनंत ने इस संबंध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को संबोधित करते हुए एक बयान जारी किया है। अनंत ने इसे निवेदन पत्र नाम दिया है। इसमें उसने हिंसा का रास्ता छोडने की बात कही है।सरेंडर कर चुके नेताओं की बातों का किया समर्थनअनंत ने सरेंडर कर चुके बड़े नक्सली नेताओं के बयानों का समर्थन करते हुए लिखा है कि केंद्रीय कमिटी और पोलित ब्यूरो के सदस्य सोनू दादा ने देश-दुनिया की बदलती परिस्थितियों का मूल्यांकन करते हुए हथियार त्यागकर सशस्त्र संघर्ष को अस्थाई रूप से विराम देने का जो निर्णय लिया है, उसका हम समर्थन करते हैं। सतीश दादा के बाद हाल ही में सरेंडर करने वाले चंद्रन्ना ने भी इसी निर्णय का समर्थन किया है।सामूहिक आत्मसमर्पण के लिए मांगी मोहलतअनंत ने लिखा है कि एमसीसी भी हथियार छोड़कर सरकार के पुनर्वास योजना स्वीकार करना चाहती है, लेकिन इसके लिए हम तीनों राज्य की सरकारों से अनुरोध करते हैं कि वह हमें 15 फरवरी तक का वक्त दें। इस दौरान हमने साथियों से संपर्क करके इस पर सामूहिक निर्णय लेना चाहते हैं।स्पष्ट किया कोई दूसरा इरादा नहींसरेंडर के लिए वक्त मांगने को लेकर भी अनंत ने स्पष्टीकरण दिया है, लिखा है कि वक्त मांगने के पीछे कोई दूसरा कारण नहीं है। चूंकि हमारे पास एक-दूसरे को फटाफट कम्युनिकेट करने सरल माध्यम नहीं हैं, इसलिए इतना वक्त लगेगा। अनंत ने यह भी लिखा है कि हम जानते हैं, यह वक्त थोड़ा ज्यादा है, लेकिन सरकार ने माओवाद समाप्ति की जो डेडलाइन (31 मार्च 2026) तय की है, उसके दायरे के भीतर ही है।सरकारों से अभियान रोकने की अपीलनक्सली नेता ने तीनों राज्य सरकारों से 15 फरवरी तक सुरक्षा बलों के अभियान रोकने का आग्रह किया है। पीएलजीए सप्ताह नहीं मनाने की घोषणा करते हुए अनंत ने राज्य सरकार से इस सप्ताह के दौरान भी कोई अभियान न चलाने की मांग की है। साथ ही मुखबिरों की गतिविधियों को भी रोकें, इनपुट या सूचना के आधार पर बलों को एंगेज ना करें।तुरंत युद्ध विराम की घोषणाअनंत ने इसी पत्र में अपने साथियों ने तुरंत गतिविधियों को रोकने की अपील की है। साथ ही कुछ जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों से भी मुलाकात करने का मौका देने का आग्रह राज्य सरकारों से किया है। इसके जरिये वे सामूहिक रुप से हथियार डालने की तारीख की जल्द घोषणा कर सकें। अनंत ने पहले सरेंडर कर चुके नक्सली नेता सोनू और सतीश से भी उनकी बात को तीनों राज्यों की सरकार के पास रखने का आग्रह किया है।

यूपी में फिर बनेगी भाजपा की सरकार, जगद्गुरु ने की भविष्यवाणी:राहुल-अखिलेश के राम मंदिर न जाने पर कही यह बात, सोनिया की नागरिकता पर भी बोले
चित्रकूट। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराएंगे। इस ध्वज में चमकते सूर्य और कोविदारा पेड़ की तस्वीर होगी। ॐश् लिखा होगा। भव्य कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है। राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण से पहले जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने भाजपा को लेकर बडी भविष्यवाणी की है। उन्होंने दावा किया है कि 2027 में फिर से उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी। इस दौरान जगद्गुरु ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के राम मंदिर न जाने पर भी तीखा हमला बोला। राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य कहा, जो लोग दर्शन के लिए नहीं गए, उनके लिए यह दुर्भाग्य की बात है। प्रधानमंत्री मोदी के लिए यह सौभाग्य की बात है, जो वहां गए। वहीं कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की भारतीय नागरिकता पर प्रतिक्रिया देते हुए रामभद्राचार्य ने कहा, वह भारतीय नहीं हैं। वे देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पत्नी हैं, इसलिए उनका सम्मान किया जाता है, लेकिन उनमें भारतीयता नहीं है। इसी दौरान, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के विदेश दौरों पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने अपनी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।जगद्गुरु ने पीएम मोदी के बयान का किया समर्थनजब पूछा गया कि क्या भाजपा 2027 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में फिर से सरकार बनाएगी, तो जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, हां, यह फिर से जीतेगी। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, बिहार के लोग जाति की राजनीति से ऊपर उठ चुके हैं। अब वे समझते हैं कि क्या करना है और किसे करना है। पीएम मोदी की तरफ से कांग्रेस को मुस्लिम लीग माओवादी कांग्रेस कहने पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने उनके बयान का समर्थन किया और कहा, उनका बयान मैंने भी सुना और उन्होंने जो कहा वह बिल्कुल सही है।धमेन्द्र के निधन पर जताया दुखइसी बीच जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने जाति के आधार पर आरक्षण खत्म करने की वकालत की। उन्होंने एससी-एसटी एक्ट पर कहा, इसे रद्द कर देना चाहिए। वेदों में अवर्ण या सवर्ण का जिक्र नहीं है। मैं कहूंगा कि जाति के आधार पर कोई आरक्षण नहीं होना चाहिए। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की और भगवान से उनकी आत्मा को शांति देने की प्रार्थना की।

राम मंदिर ध्वजारोहण सेरेमनी:20 फीट विशालकाय धर्म ध्वज की तस्वीर आई सामने, दीप्तिमान सूर्य भगवान राम के तेज और वीरता का है प्रतीक
अयोध्या। अयोध्या के राम मंदिर में मंगलवार को ध्वजारोहण कार्यक्रम को भव्य और दिव्य बनाने के लिए विशेष तैयारी है। इस बीच राम मंदिर पर लगने वाली धर्म ध्वजा की पहली तस्वीर सामने आई है। तस्वीर में केसरिया रंग की तस्वीर को कई लोगों द्वारा संभाला जा रहा है। ध्वजा की खासियत की बात करें तो समकोण त्रिभुजाकार धर्म ध्वजा की ऊंचाई 10 फुट और लंबाई 20 फुट है। ध्वज पर उकेरा गया दीप्तिमान सूर्य भगवान राम के तेज और वीरता का प्रतीक माना जाता है। इस पर ॐ का चिन्ह और कोविदार वृक्ष की आकृति भी अंकित है।यह पवित्र ध्वजा गरिमा, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश देती है और रामराज्य के आदर्शों का प्रतीक मानी जाती है। यह धर्म ध्वजा पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर शैली में निर्मित मंदिर के शिखर पर फहराई जाएगी, जबकि इसके चारों ओर बना लगभग 800 मीटर लंबा परकोटा दक्षिण भारतीय वास्तुकला में डिजाइन किया गया है, जो मंदिर की वास्तुशिल्प विविधता को दर्शाता है।मंदिर की बाहरी दीवारों के पत्थर में उकेरे गए श्रीराम के जीवन से जुड़े प्रसंगयह पवित्र झंडा प्रतिष्ठा, एकता और कल्चरल कंटिन्यूटी को दिखाता है और इसे रामराज्य के आदर्शों का प्रतीक माना जाता है। मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर की बाहरी दीवारों पर वाल्मीकि रामायण पर आधारित भगवान श्री राम के जीवन से जुड़े 87 बारीकी से पत्थर पर उकेरे गए प्रसंग हैं। घेरे की दीवारों पर भारतीय संस्कृति से जुड़े 79 कांस्य-ढाल वाले प्रसंग रखे गए हैं।अहमदाबाद के पैराशूट स्पेशलिस्ट ने ध्वज को किया डिजाइनअहमदाबाद के एक पैराशूट स्पेशलिस्ट ने इसे डिजाइन किया है। इस झंडे का वजन दो से तीन किलोग्राम के बीच है और इसे मंदिर की 161 फीट ऊंची चोटी और 42 फीट ऊंचे झंडे के खंभे के ऊपर के हालात को झेलने के लिए बनाया गया है। झंडे पर चमकता हुआ सूरज भगवान राम की काबिलियत और बहादुरी का प्रतीक माना जाता है। झंडे में श्ओमश् का निशान और कोविदारा पेड़ की आउटलाइन भी है।धर्म ध्वज पर अंकित है कोविदार वृक्षधर्म ध्वज के बारे में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि यह ध्वज पर कोविदार वृक्ष अंकित है। इस भगवा पताका पर सूर्य और ऊँ अंकित है। 10 फीट ऊंचा और 20 फीट लंबा तिकोना समकोण त्रिभुज का ध्वज में अग्नि की ज्वाला और उगते हुए सूर्य का रंग है। चंपत राय ने बताया कि यह त्याग और समर्पण का प्रतीक है।

राम नगरी के लिए ऐतिहासिक पल: पीएम मोदी शुभ घड़ी में दिव्य मंदिर के शिखर पर करेंगे ध्वजारोहण, ध्वज पर चमकते सूर्य की होगी तस्वीर, लिखा ॐ होगा भी
अयोध्या। अयोध्या का नाम आज आज एक बार फिर इतिहास के पन्नों में दर्ज होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराएंगे। श्रीराम और मां सीता की विवाह पंचमी के अभिजीत मुहूर्त में ध्वजारोहण होगा। इस ध्वज में चमकते सूर्य और कोविदारा पेड़ की तस्वीर होगी। ॐ लिखा होगा। ध्वजारोहण कार्यक्रम 11.50 बजे होगा। श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि यह धर्म ध्वज त्याग और समर्पण का प्रतीक है।चंपत राय ने बताया कि राम जन्मभूमि मंदिर के ऊपर झंडा फहराया जाएगा। उन्होंने बताया कि भव्य कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और स्वामी गोविंद देव गिरी मौजूद रहेंगे।समर्पण का प्रतीक है ध्वजधर्म ध्वज के बारे में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि यह ध्वज कोविदार वृक्ष अंकित है। इस भगवा पताका पर सूर्य और ऊँश् अंकित है। 10 फीट ऊंचा और 20 फीट लंबा तिकोना समकोण त्रिभुज का ध्वज में अग्नि की ज्वाला और उगते हुए सूर्य का रंग है। चंपत राय ने बताया कि यह त्याग और समर्पण का प्रतीक है।उत्साहित हैं ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष इस मौके पर श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने कहा, हम बहुत उत्साहित हैं कि मंदिर के पूरा होने का दिन आखिरकार आ गया है, एक ऐसा पल जिसका सदियों से इंतजार था। इतने सालों में, हमारी कोशिशें लगातार इस मील के पत्थर की ओर बढ़ रही हैं।भक्त बोला- ऐतिहासिक पल के बनने आए हैं गवाहवहीं राम जन्मभूमि मंदिर में झंडा फहराने की सेरेमनी से पहले एक भक्त ने कहा, जो मंदिर कभी अधूरा था, वह अब बन गया है और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखिरी रस्में पूरी करेंगे। हम इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनने आए हैं। पहले, आम लोगों के लिए उस जगह पर जाना भी मुश्किल था, लेकिन अब हमें इस बड़े कार्यक्रम का हिस्सा बनने का मौका मिला है।

राम मंदिर भव्य ध्वजारोहण समारोह:आज शाम से भक्तों के लिए बंद हो जाएंगे प्रभू के दर्शन, पीएम मोदी शिखर पर फहराएंगे भगवा ध्वज
अयोध्या । अयोध्या में दिव्य राम मंदिर में कल मंगलवार को भव्य ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है। प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी मंदिर के शिखर पर भव्य ध्वजा फहराएंगे। कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत, उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, और सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। ध्वजारोहण समारोह की तैयारियों के चलते सोमवार शाम से राम मंदिर में राम लला के दर्शन भक्तों के लिए बंद रहेंगे।ध्वजारोहण समारोह को देखते हुए सड़कों को लाइट और बैनर से सजाया जा रहा है। शहर के खास पॉइंट्स पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। मंदिर परिसर के आसपास का स्पिरिचुअल माहौल जश्न की गहरी भावना दिखाता है। बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले फूल-माला बेचने वाले नरेश कुमार ने कहा कि मंदिर बनने से उनकी रोजी-रोटी पूरी तरह बदल गई।बदल गई अयोध्या, बोले फूल विक्रेताउन्होंने कहा कि जब से राम मंदिर बना है, 99 प्रतिशत बदलाव आया है। हमारी बिक्री बहुत बढ़ गई है। हर दिन हम 2-3 क्विंटल माला बेचते हैं। मैं अब हर महीने लगभग 50,000-60,000 रुपए कमाता हूं। मंदिर के बनने से मिली स्थिरता की वजह से उनका परिवार अयोध्या में बस गया है। अगर पीएम मोदी ने यह मुमकिन नहीं किया होता, तो हम आज यहां नहीं होते। अयोध्या में 35 साल से काम कर रहे एक और फूल बेचने वाले संजय ने भी यही बात कही। उन्होंने कहा कि अयोध्या पूरी तरह बदल गई है। यहां का विकास बेमिसाल है। उन्होंने तीर्थयात्रियों के लगातार आने-जाने को लोकल व्यापारियों के लिए एक आशीर्वाद बताया।आध्यात्मिक गुरुओं ने कार्यक्रम के महत्व पूर दिया जोरआध्यात्मिक गुरुओं ने भी इस कार्यक्रम के महत्व पर जोर दिया है। तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगत गुरु परमहंस आचार्य जी महाराज ने कहा कि इस समारोह का सभ्यता के लिए बहुत महत्व है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी युगपुरुष हैं। उन्होंने न सिर्फ अयोध्या की खूबसूरती बढ़ाई है, बल्कि उसे त्रेता युग जैसा रूप दिया है। आज जो लोग आते हैं, वे बदलाव को साफ महसूस कर सकते हैं। वेदों और पुराणों में जिस तरह अयोध्या धाम का वर्णन किया गया है, वह फिर से हकीकत बन रहा है।जैसे-जैसे अयोध्या 25 नवंबर का इंतजार कर रहा है, मंदिरों का शहर सचमुच और सांकेतिक रूप से रोशन है, जो ऐतिहासिक राम मंदिर के आस-पास के सांस्कृतिक पुनरुत्थान और आर्थिक तरक्की को दिखाता है।

बरेली हिंसा पर एक्शन जारी:मौलाना के करीबी के अवैध कब्जे पर गरजा योगी बाबा का बुलडोजर, एक दर्जन दुकानें हुई जमींदोज
बरेली। बीते 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद बरेली में हुए हिंसा को लेकर यूपी सरकार का एक्शन जारी है। इसी क्रम में शनिवार को मौलाना तौकीर रजा के करीबी मोहम्मद आरिफ की दुकानों पर बुलडोजर चलाया। पुलिस बल की मौजूदगी में बरेली डेवलपमेंट अथॉरिटी की टीम ने आरिफ की दो दर्जन से अधिक दुकानों वाली दो मंजिला मार्केट और एक शोरूम की बिल्डिंग के अवैध हिस्से को ध्वस्त किया। बरेली प्रशासन ने मोहम्मद आरिफ की दुकानों को अक्टूबर में सील किया था। बारादरी इलाके के जगतपुर में पीलीभीत बाईपास रोड पर गैर-कानूनी रूप से दुकानें बनी हुई थीं। शुक्रवार को प्रशासन ने इन सील दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई की। अथॉरिटी की टीम दल-बल के साथ मौके पर पहुंची थी। हालांकि, दुकानों को तोड़ने से पहले प्रशासन ने दुकानदारों को सामान निकालने के लिए कुछ घंटे का समय दिया।अवैध कब्जों पर एक्शन जारीबरेली डेवलपमेंट अथॉरिटी के जॉइंट सेक्रेटरी ने बताया, गैर-कानूनी कब्जों और बिल्डिंगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसमें आरिफ की प्रॉपर्टी शामिल है, जिसमें 16 दुकानें (8 ग्राउंड फ्लोर पर और 8 ऊपर) हैं। अथॉरिटी स्थिति पर सख्ती से नजर रख रही है और नियमों के मुताबिक ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।नफीस के अवैध कब्जों पर चल चुका है बुलडोजरइससे पहले, प्रशासन ने तौकीर रजा के एक अन्य करीबी नफीस खान के अवैध रूप से किए गए निर्माण को ध्वस्त किया था। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि हिंसा और उपद्रव में शामिल लोगों की अवैध संपत्तियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

एसआईआर:जहां से सपा जीती, वहां काट दिए जाएंगे 50000 नाम, ऐसा ही होगा पश्चिम बंगाल में भी, ईसी-भाजपा पर बरसे अखिलेश
लखनऊ। देशभर के 12 राज्यों में चल रहे दूसरे चरण के एसआईआर को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। विपक्षी दल भाजपा और चुनाव आयोग को अपने निशाने पर ले रखा है। यही नहीं एक के बाद एक गंभीर आरोप भी लगा रहे हैं। सपा चीफ अखिलेश यादव ने भी एसआईआर को लेकर भाजपा और ईसी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि यूपी के आगामी चुनावों को प्रभावित करने के लिए भाजपा और इलेक्शन कमीशन समाजवादी पार्टी का वोट कटवाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी को जानकारी मिली है कि 2024 में जिन विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी जीती थी, वहां करीब 50,000 वोट हटाने की तैयारी हो रही है। अखिलेश यादव ने अपने बयान में कहा, भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर तैयारी कर रहे हैं कि जिन सीटों पर समाजवादी पार्टी 2024 में जीती, वहां के 50,000 वोट काट दिए जाएं, हम लोग सतर्क हैं। यही योजना वो पश्चिम बंगाल में भी लागू करने जा रहे हैं।विपक्षी वोटरों का लिस्ट से नाम हटाने की कोशिश नई बात नहींसमाजवादी पार्टी प्रमुख ने आरोप लगाया कि विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत विपक्ष के वोटरों का लिस्ट से नाम हटाने की कोशिश नई बात नहीं है, लेकिन अब इसे संगठित तरीके से अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लगातार बूथ स्तर पर समीक्षा कर रही है और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि हर वोटर का नाम मतदाता सूची में सही तरीके से दर्ज रहे।अखिलेश ने चुनाव आयोग गाइडलाइन जारी करने की मांगअखिलेश यादव ने इस दौरान मांग की कि चुनाव आयोग सभी राजनीतिक दलों को एक गाडइलानइ जारी कर दे ताकि पता चले क्या करना है। अखिलेश यादव ने यूपी में एसआईआर का समय बढ़ाए जाने की भी मांग की और कहा कि यूपी में चुनाव अभी दूर है। उन्होंने कहा, हर विधानसभा में 50 हजार वोट काटने की साजिश को हम समाजवादी लोग पूरा नहीं होने देंगे।

देश के कोने-कोने में बसते हैं भगवान:राम मंदिर में ध्वजारोहरण कार्यक्रम को लेकर बोले पार्श्व गायक - ऐतिहासिक क्षण के तैयार बच्चा-बच्चा
नई दिल्ली। पार्श्व गायक कैलाश खेर अपनी मधुर आवाज से बॉलीवुड में बीते तकरीबन 22 सालों से राज कर रहे हैं। उनकी आवाज के बिना बॉलीवुड और लोक संगीत अधूरा लगता है। अब उन्होंने राम मंदिर ध्वजारोहण और अपने पिता की स्मृति में आयोजित मेहर रंगत 2025 के बारे में खुलकर बात की है। उन्होंने राम मंदिर को लेकर कहा कि भारत के कोने-कोने में भगवान राम बसते हैं और देश का बच्चा-बच्चा इस ऐतिहासिक क्षण के लिए तैयार है।25 नवंबर को विवाह पंचमी के दिन राम मंदिर पर केसरी ध्वजारोहण होगा। ध्वज पर कोविदार वृक्ष और ऊं की छवि होगी और ये पल देश के हर राम भक्त के लिए आस्था का दिन है। ध्वजारोहण पर बात करते हुए कैलाश खेर ने कहा, इस पावन अवसर पर समस्त भारतवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। 500 सालों से जिस स्वप्न का भारत को इंतजार था, वह अब साकार हो रहा है। यह एक ऐसा क्षण है जब देश के हर कोने में भगवान राम की उपस्थिति का एहसास हो रहा है। हर बच्चा और हर नागरिक इस ऐतिहासिक क्षण के प्रति जागरूक है, जो भारत के लिए एक स्वर्णिम युग का प्रतीक है। पूरा भारत राममय हो गया है।ष्मेहर रंग का आयोजन भावनात्मक उत्सवपिता की स्मृति में आयोजित मेहर रंगत 2025 पर बात करते हुए कैलाश खेर ने कहा कि आयोजन की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मेरे पिता की स्मृति में आयोजित मेहर रंगत का सातवां संस्करण मेरे लिए एक भावनात्मक उत्सव है जहां हम पूरे भारत के लोक संगीतकारों को एक मंच पर लाते हैं।21 नवंबर की रात हुआ था मेहर रंग का आयोजनबता दें कि मेहर रंगत 2025 का आयोजन 21 नवंबर की रात को हो चुका है, जहां दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता भी पहुंची थी। उन्होंने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए संगीतकारों को शॉल देकर सम्मानित भी किया था। देर रात अनुपम खेर ने भगवान शिव के गानों से कार्यक्रम में जान डाल दी थी।

टीएमसी विधायक की घोषणा से भड़के जगद्गुरु परमहंस:बोले- मुगल आक्रांताओं के नाम से एक भी ईंट रखी गई तो छोड़ेंगे नहीं, एक करोड़ के ईनाम का भी किया ऐलान
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में 25 नवंबर को भव्य मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण होगा। यह शुभ काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद अपने हाथों से करेंगे। इससे पहले टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर की बाबरी मस्जिद बनाने की धोषणा कर दी है, जिसको लेकर की घोषणा पर साधु-संत आक्रोशित हो गए हैं। इतना ही नहीं अयोध्या के संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने हुमायूं कबीर पर इनाम की भी घोषणा की है। जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा, टीएमसी विधायक को मौत का सजा देने वाले को एक करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मुगल आक्रांताओं के नाम से अगर कहीं भी कोई ईंट रखी गई तो उस व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाएगा।आचार्य ने घातक परिणाम भुगतने की चेतावनीआचार्य ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद विवाद समाप्त माना जा चुका है, तो उसके विपरीत किसी भी कदम की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबर के नाम पर किसी भी स्थान पर ईंट रखने का प्रयास अनावश्यक विवाद उत्पन्न कर सकता है और ऐसे कदमों से दूर रहना ही उचित होगा। उन्होंने इसके घातक परिणाम भुगतने की भी धमकी दी।टीएमसी विधायक के बयान को बताया राष्ट्रद्रोह उन्होंने टीएमसी के विधायक के बयान को राष्ट्रद्रोह बताया और आरोप लगाए कि जब 25 नवंबर को ध्वजारोहण की स्थापना राम मंदिर के शिखर पर होने जा रही है, इसी बीच में षड्यंत्रपूर्वक ममता बनर्जी ने विधायक से बयान दिलवाया है। आचार्य ने कहा, ष्अगर पश्चिम बंगाल में भी ईंट रखी गई तो इसका परिणाम ममता बनर्जी भुगतने के लिए तैयार रहें।ष्दुनिया की कोई भी भारत नहीं बना सकती दूसरी बाबरी मस्जिदजगद्गुरु परमहंस आचार्य ने सरकार से मांग की कि टीएमसी विधायक के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए और उन्हें जेल के अंदर भेजा जाए। राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य और पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने कहा, दुनिया की कोई भी ताकत अब भारत में कहीं भी दूसरी बाबरी मस्जिद नहीं बना सकती। सांप्रदायिक सद्भाव, राष्ट्रीय एकता और शांति के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने नारा दिया है, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास। उसी सोच के आधार पर हमने समाज के हर वर्ग को एक साथ रखने का सामूहिक संकल्प लिया है।

भारत में आईएसआई के षड्यंत्र का भंडाफोड़:तबाही मचाने के लिए बड़े स्तर पर थी केमिकल अटैक की थी प्लानिंग
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की पुलिस ने फरीदाबाद मॉड्यूल और राइसिन आतंकी षड्यंत्र का भंडाफोड़ किया। दक्षिण भारत में आईएसआई राइसिन केमिकल अटैक प्लान कर रहा था। इससे पाकिस्तान भी बेनकाब हुआ है। फरीदाबाद मॉड्यूल और राइसिन टेरर प्लॉट का पर्दाफाश होने से एक बात तो साफ हो गई है कि पाकिस्तान भारत के अंदर किस तरह से गहराई तक घुसपैठ करने की कोशिशों में जुटा हुआ है।बता दें, दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास ब्लास्ट करने वाले फरीदाबाद मॉड्यूल ने करीब 3,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट जमा कर लिया था। इससे साफ जाहिर है कि भारत में तबाही मचाने के लिए कितने बड़े स्तर पर हमलों की प्लानिंग की जा रही थी। वहीं, दूसरी ओर दक्षिण भारत में भी एक खतरनाक आतंकी साजिश रची जा रही थी। गुजरात एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) ने हैदराबाद के रहने वाले 35 साल के अहमद मोहियुद्दीन सैयद को राइसिन आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया।जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा है फरीदाबाद मॉड्यूल पुलिस ने खुलासा किया है कि फरीदाबाद मॉड्यूल जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा है। वहीं राइसिन की साजिश इस्लामिक स्टेट खोरासान प्रोविंस (आईएसकेपी) की बनाई योजना का हिस्सा है। ये दोनों आतंकी समूह आईएसआई के इशारे पर काम करते हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारियों ने कहा कि अगर दोनों मामलों की गहराई से जांच की जाए, तो यह साफ है कि आईएसआई सिर्फ उत्तर भारत में ही नहीं, बल्कि दक्षिण में भी तबाही मचाने की योजना बना रहा है।पाकिस्तान का गेम प्लान फाल्ट लाइन का फायदा उठानाअधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान का गेम प्लान फॉल्ट लाइन का फायदा उठाना है। पाकिस्तान उत्तर भारत में विक्टिम कार्ड और दक्षिण में भाषा कार्ड खेलकर भारत में विभाजन की स्थिति पैदा करने की साजिश रच रहा है। आईएसकेपी ने साउथ को नॉर्थ से अलग करने के इरादे से एक राइसिन टेरर अटैक करने का प्लान बनाया था। अधिकारियों ने बताया कि दोनों प्लान बड़े थे। अगर उनकी साजिश कामयाब हो जाती, तो इसका नतीजा हमारी सोच से भी परे हो सकता था। फरीदाबाद केस में, पूरे नॉर्थ इंडिया में ब्लास्ट करने का प्लान था।

राम मंदिर ध्वजारोहण कार्यक्रम:समारोह को भव्य बनाने तैयारियों जोरों पर, टिकी रहेंगी दुनिया भर के भक्तों की निगाहें, मौजूद रहेंगे मोदी-भागवत
अयोध्या। आगामी 25 नवंबर को पूरे देश में विवाह पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। खास बात यह है कि उसी दिन राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण किया जाएगा। इस भव्य आयोजन पर दुनिया भर के भक्तों की निगाहें टिकीं रहेंगी। 25 नवंबर को लगभग चार घंटे चलने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत जैसे कई दिग्गज शामिल होंगे। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। सफाई से लेकर सुरक्षा तक के खास बंदोबस्त किए गए हैं। अयोध्या में तैयारियों के बीच राम जन्मभूमि परिसर के निकास मार्ग पर सुग्रीव पथ नाम का साइनबोर्ड लगाया गया है। लोक निर्माण विभाग ने ध्वजारोहण समारोह से पहले यह बोर्ड लगाया। इसी बीच, अयोध्या नगर निगम ने ध्वजारोहण कार्यक्रम से पहले खास सफाई अभियान चलाया। मेयर गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा, हमने शहर के अलग-अलग कॉलेजों के स्टूडेंट्स को इकट्ठा किया है और आज हम एक सफाई रैली निकाल रहे हैं।मेयर ने लोगों से स्वच्छता बनाए रखने की अपीलउन्होंने कहा कि 25 नवंबर को भव्य कार्यक्रम है। अयोध्या में अभी स्वच्छता और उत्सव का वातावरण है। लोग स्वच्छता के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। मेयर ने लोगों से अपील की कि वे अपने घर, अपने आसपास और अपने पर्यावरण को अच्छा रखें। उन्होंने कहा कि हम लगातार सफाई कैंपेन चला रहे हैं।भारत-नेपाल बार्डर पर सुरक्षा के पुख्ता के इंतजामनगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से अयोध्या नगर निगम की तरफ से स्वच्छता सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को स्वच्छता रैली निकाली गई। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी के 25 नवंबर को अयोध्या के दौरे से पहले भारत-नेपाल बॉर्डर तक सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई है।सभी फुटपाथों पर बनाए गए चेकपॉइंट्स महाराजगंज के एसपी सोमेंद्र मीणा ने कहा, आने वाले सभी बड़े इवेंट्स को देखते हुए, पूरे बॉर्डर एरिया में अलर्ट जारी कर दिया गया है और सभी बॉर्डर गांवों में लोकल कमेटियों की मीटिंग्स ऑर्गनाइज की गई हैं। एहतियात के तौर पर, सभी फुटपाथों पर चेकपॉइंट्स बनाए गए हैं और एसएसबी के साथ, लोकल पुलिस लगातार बॉर्डर पर कड़ी निगरानी रख रही है।अधिकारियों को भी बार्डर इलाकों में एक्टिव रहने के निर्देशउन्होंने बताया कि होटल, सराय और सड़क किनारे खाने की जगहों की चेकिंग की जा रही है। सभी जगहों पर चेकपॉइंट्स लगाए गए हैं। सुरक्षा के तौर पर फुटपाथ बनाए गए हैं और अधिकारियों को भी बॉर्डर इलाकों में लगातार एक्टिव रहने का निर्देश दिया गया है।

देश देख रहा आपका अनर्गल प्रलाप:राहुल पर ऐसे भडके यूपी के पूर्व डीजीपी, जमीन पर रहकर काम करने दी सलाह भी
नोएडा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 272 रिटायर्ड जजों और ब्यूरोक्रेट्स की चिट्ठी पर उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा है कि बहुत आक्रोश में वरिष्ठ नागरिकों ने यह पत्र लिखा है। पत्र इसलिए लिखा गया क्योंकि हमारी संवैधानिक संस्थाओं चुनाव आयोग, फौज, न्यायालय समेत तमाम व्यवस्थाओं पर प्रश्नचिन्ह लगाने का कोई औचित्य नहीं है। यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा है कि प्रश्नचिन्ह लगाने के बाद जब उन्हें शपथ पत्र देने का अवसर दिया जाता है तो वहां पर कोई जवाब नहीं आता। इससे यह आभास होता है कि आप सिर्फ आरोप लगाते हैं। अगर आपके आरोपों में सच्चाई होती, आपके हाइड्रोजन बम या एटम बम में सामर्थ्य होता तो आप शपथ पत्र जरूर प्रस्तुत करते।बेहतर होगा की जमीन पर किया जाए कामउन्होंने कहा कि देश आपका अनर्गल प्रलाप देख रहा है और यह नई-नई ऊंचाइयां प्राप्त कर रहा है। बेहतर होगा कि जमीन पर काम किया जाए। लोगों के दुःख में शामिल हुआ जाए। चरमपंथी लोगों की निंदा की जाए। जाति पर बात नहीं की जानी चाहिए कि कहां कितने सवर्ण हैं और कितने अनुसूचित जाति के हैं। सब एक हैं और भारत में सबका विशेष स्थान है। सबका ख्याल रखने के लिए बाबा साहेब अंबेडकर ने अच्छी व्यवस्था की है।जातीयता पर नहीं डालना चाहिए फूटविक्रम सिंह ने कहा कि जातीयता का फूट नहीं डालना चाहिए। सबकुछ कहने के बाद भी जनता ने आपको बुरी तरह नकार दिया है। आपकी बातों में सफेद झूठ दिखाई पड़ रहा है। जाति के आधार पर हमारी फौज और न्यायालय को, चुनाव आयोग के अधिकारियों को धमकाने का कोई औचित्य नहीं है। आपके पद को यह शोभा नहीं देता।देश के खिलाफ बोलना नहीं देता शोभाइसके पहले जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी. वैद ने कहा कि हम चाहते हैं कि विपक्ष एक मजबूत भूमिका निभाए, लेकिन विपक्ष के नेता को संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बनाना और देश के खिलाफ बोलना शोभा नहीं देता। पहले राहुल गांधी भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाते थे। सुरक्षा बल आपके भी हैं, सिर्फ सरकार के नहीं। उनकी आलोचना करना मतलब देश की आलोचना करना है।

पुलिस से जुड़े मामलों में लापरवाही नहीं करेंगे बर्दाश्त:जनता दर्शन में योगी की दो टूक, जमीन कब्जाने की शिकायतों पर सख्त कदम उठाने दिए निर्देश
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी है कि पुलिस से जुड़े मामलों में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। पीड़ितों की मदद में विलंब और लापरवाही कतई नहीं होनी चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि जनता की समस्याओं के समाधान में किसी तरह की लापरवाही हुई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी तय है। किसी पीड़ित की समस्या के समाधान में अगर कहीं भी कोई दिक्कत आ रही है, तो उसका पता लगाकर निराकरण कराया जाए और किसी स्तर पर जानबूझकर कर प्रकरण को लंबित रखा गया है तो संबंधित की जवाबदेही तय की जाए।योगी ने 300 लोगों से मुलाकात कर सुनी समस्याएंसीएम योगी ने यह निर्देश मंगलवार को गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनने के दौरान दिए। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 300 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। सीएम योगी ने सभी को आश्वस्त किया कि किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। हर समस्या का वह प्रभावी निस्तारण कराएंगे।योगी ने यह भी निर्देशइसे लेकर उन्होंने प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को मौके पर ही दो टूक समझाया कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। कुछ प्रकरणों पर उन्होंने अफसरों को निर्देशित किया कि यह भी पता लगाएं कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है, तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ। हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए।जनता दर्शन में लोगों ने लगाई आर्थिक मदद की गुहारउन्होंने जमीन कब्जाने की शिकायतों पर विधि सम्मत कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया। हर बार की तरह इस बार भी जनता दर्शन में कुछ लोग इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। इस पर सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि जल्द से जल्द अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध करा दें। इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त मदद की जाएगी।


