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पराली प्रबंधन का आदर्श माॅडल बना पंजाब का मोगा:शिवराज ने गांव का दौरा कर किसानों से की बात और समझा पराली मैनेजमेंट की बारीकियों को
मोगा। पंजाब के मोगा जिले के अंतर्गत आने वाला रणसिंह कलां गांव पराली प्रबंधन में एक आदर्श मॉडल बना है। गांव के किसानों ने पिछले 6 साल से पराली नहीं जलाई है। गुरुवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद गांव में जाकर जायजा लिया। उन्होंने किसानों से बातचीत की, ताकि वे सीधी बुवाई, कम खाद का इस्तेमाल और पराली मैनेजमेंट के उनके तरीकों को समझ सकें।केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रणसिंह कलां गांव पहुंचने पर किसानों से मुलाकात की। उन्होंने गांव के गुरुद्वारे में जाकर मत्था टेका और बाद में पंचायत सदस्यों और निवासियों के साथ बैठकर पारंपरिक पंजाबी खाना खाया। शिवराज सिंह चौहान ने रणसिंह कलां गांव में पौधारोपण भी किया। इस अवसर पर उनके साथ पंजाब भाजपा के अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी मौजूद थे।कृषि मंत्री ने की किसानों की तारीफगांवों के किसानों की तारीफ करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, यहां के लोगों का प्यार और स्नेह सच में कमाल का है। मक्के की रोटी और सरसों का साग खाकर मुझे बहुत खुशी हुई। मैं लोगों का सेवक हूं और मैं उन्हें आदर के साथ नमन करता हूं। इसके बाद कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के साथ शिवराज सिंह चैहान खेतों में पहुंचे और फसल के साथ-साथ पराली प्रबंधन की बारीकियों को समझा। इस दौरान, एक किसान गोपाल ने कृषि मंत्री को बताया कि जहां वे डीएपी पहले डेढ़ बोरी डालते थे, अब एक बोरी डाला जाता है और यूरिया भी पहले 3 बोरी डलता था, वो घटकर 2 बोरी हो गया।शिवराज ने किसानों से किया संवादशिवराज सिंह चौहान ने किसानों से संवाद करते हुए घोषणा की कि रणसिंह कलां गांव को मशीनीकरण का केंद्र बनाने की भी जरूरत है, इसके लिए हम पूरी योजना बनाएंगे। उन्होंने कहा, मैं सेवक के नाते पंजाब आया हूं। यह ऐसी पवित्र धरती है, जहां गुरुओं का आशीर्वाद बरसता है। यहां बार-बार आने का मन करता है।

असम:कोकराझार-सलाकाटी स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर शक्तिशाली विस्फोट, अप-डाउन ट्रेनों के थमे पहिए, IED से किया गया ब्लास्ट
गुवाहाटी। असम में कोकराझार और सलाकाटी स्टेशनों के बीच गुरुवार को रेलवे ट्रैक पर एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ है। घटना गुरुवार तड़के हुई है। इस हादसे के बाद ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं। हालांकि कुछ देर बाद रेल सेवाओं को बहाल कर दिया गया। शुरुआती जानकारी के अनुसार, कोकराझार रेलवे स्टेशन से लगभग पांच किलोमीटर पूर्व की दिशा में एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में विस्फोट हुआ, जिससे ट्रैक को भारी नुकसान पहुंचा। विस्फोट इतना तेज था कि अप और डाउन दोनों लाइनों पर ट्रेनों की आवाजाही रोकनी पड़ी।रेलवे अधिकारियों ने तत्काल रेल सेवाओं को रोक दिया था। कई ट्रेनें आसपास के स्टेशनों पर रोक दी गई थीं। इसके चलते सैकड़ों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। विस्फोट की खबर फैलते ही यात्रियों में दहशत फैल गई, जबकि आपातकालीन घोषणाओं में यात्रियों को शांत रहने और आगे के निर्देशों की प्रतीक्षा करने की सलाह दी गई।घटनास्थल पर पहुंची बम निरोधक टीमेंविस्फोट की सूचना मिलते ही तत्काल रेलवे विभाग, सुरक्षा एजेंसियों और बम निरोधक इकाइयों की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं। घटनास्थल की घेराबंदी कर विशेषज्ञ ने ट्रैक पर हुए गड्ढे की जांच की और वहां से फोरेंसिक साक्ष्य जुटाए। बिना देर किए पटरियों की मरम्मत का काम शुरू हुआ। वरिष्ठ पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने मरम्मत कार्य का जायजा लेने के लिए इलाके में पहुंच गए हैं। हालांकि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन विस्फोट के कारण व्यस्त मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।आसपास के जिलों में बढ़ाई गई सुरक्षा कोकराझार और आसपास के जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और प्रमुख रेलवे मार्गों पर गश्त भी बढ़ा दी गई है। सुरक्षा एजेंसी अपराधियों और विस्फोट के पीछे का इरादा पता लगाने में जुटी हुई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, रेलवे पटरी पर एक विस्फोट हुआ, जिससे रेल सेवा बाधित हुई। विस्फोट के कारण कम से कम एक मीटर पटरी क्षतिग्रस्त हो गई। पटरी की मरम्मत कर दी गई है और मार्ग पर रेल सेवा फिर से शुरू हो गई है। हमने इस घटना के पीछे के विवरण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है।

सरहिंद जंक्शन की घटना:अमृतसर-सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस में भड़की आग, धू-धू कर जली एसी के तीन डिब्बे, महिला झुलसी
अंबाला। पंजाब के सरहिंद जंक्शन (एसआईआर) पर शनिवार सुबह ट्रेन संख्या 12204 (अमृतसर-सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस) में आग लगने की घटना सामने आई। आग एसी के तीन डिब्बे में लगी थी और एक महिला के झुलने की भी खबर है। घटना सुबह 7ः30 बजे हुई। राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।अंबाला डीआरएम ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल (एक्स) पर इसकी जानकारी साझा की। रेलवे कर्मचारियों और स्थानीय अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।रेलवे और दमकल विभाग ने आग पर पाया काबू प्राप्त जानकारी के मुताबिक, घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। प्रभावित डिब्बे में मौजूद यात्रियों को सुरक्षित रूप से अन्य डिब्बों में स्थानांतरित कर दिया गया। रेलवे और दमकल विभाग की टीम ने मिलकर आग पर जल्द काबू पा लिया। प्रारंभिक जांच में आग के कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।आग बुझने के बाद गंतव्य स्थान के लिए रवाना हुई ट्रेन अंबाला डीआरएम के अनुसार, आग बुझने के बाद ट्रेन को जल्द ही अपने गंतव्य सहरसा के लिए रवाना कर दिया गया। यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने सभी जरूरी कदम उठाए। मरम्मत और सुरक्षा जांच के बाद ट्रेन को आगे की यात्रा के लिए तैयार किया गया। रेलवे ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है और किसी भी असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है।रेलवे की त्वरित कार्रवाई से गंभीर हादसा टलायह घटना भले ही छोटी थी, लेकिन रेलवे की त्वरित कार्रवाई ने इसे गंभीर होने से बचा लिया। स्थानीय प्रशासन और रेलवे कर्मचारियों की सतर्कता ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की। रेलवे ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस घटना के बाद सरहिंद स्टेशन पर सामान्य स्थिति बहाल हो चुकी है और ट्रेन संचालन सुचारू रूप से चल रहा है। यात्रियों ने रेलवे की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है।

क्रिकेटर अभिषेक शर्मा के घर में बजी शहनाई:लुधियाना के लविश ओबराय के साथ बहन कोमल ने लिए 7 फेरे, साक्षी बने रिश्तेदार-करीबी मित्र
अमृतसर । भारतीय क्रिकेटर अभिषेक शर्मा के घर शुक्रवार को खुशी का माहौल है। अमृतसर में उनकी बहन कोमल शर्मा की शादी बेहद धूमधाम से हुई। शादी को लेकर परिवार और रिश्तेदारों में उत्साह और रौनक का माहौल देखने को मिला। लुधियाना से लविश ओबराय बारात लेकर अमृतसर पहुंचे, जहां उनका पूरे रीति-रिवाजों और ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया। शादी समारोह में परिवार, रिश्तेदार और करीबी मित्र बड़ी संख्या में शामिल हुए।बेटी की शादी पर खुशी जाहिर करते हुए अभिषेक शर्मा के पिता राजकुमार शर्मा ने पत्रकारों से कहा, यह मेरे लिए बहुत भावुक और खुशी का पल है। मैं अपनी बेटी का कन्यादान कर रहा हूं, यह मेरे जीवन का सबसे खास पल है। हमारे पूरे परिवार के लिए यह दिन बेहद खास है। शादी के मौके पर अमृतसर का माहौल भी जश्न से सराबोर दिखाई दिया। दुल्हन के परिवार की तरफ से मेहमानों के स्वागत में विशेष इंतजाम किए गए।मीडिया से यह बोले लविशइस मौके पर दूल्हे लविश ओबराय ने पत्रकारों से कहा, मुझे खुशी है कि मेरी शादी कोमल शर्मा से हो रही है। अभिषेक शर्मा ने बहन की शादी से पहले एशिया कप में भारत को जीत दिलाई। हमारे लिए यह एक शानदार तोहफा है। अभिषेक शर्मा के चाचा अमित व्यास ने कहा, ये खुशी का दिन है। हमारी बेटी की शादी लुधियाना के लविश ओबराय से हो रही है। सारा परिवार बहुत खुश है। नामी हस्तियां समारोह में इस जोड़े को आशीर्वाद देने के लिए पहुंची हैं।

UAE से भारत लाया गया BKI आतंकी परमिंदर सिंह:केन्द्रीय एजेंसियों को बड़ी कामयाबी, कई गंभीर मामलों में था वांक्षित
अमृतसर। पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली। बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादी परमिंदर सिंह पिंडी को यूएई से भारत लाया गया। पंजाब पुलिस के डीजीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि एक अहम ऑपरेशन में पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग और समर्थन से अबू धाबी (यूएई) से बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादी परमिंदर सिंह पिंडी को भारत वापस लाया। पिंडी विदेश में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह रिंडा और हैप्पी पासिया का करीबी सहयोगी है और वह बटाला-गुरदासपुर क्षेत्र में पेट्रोल बम हमले, हिंसक हमले और जबरन वसूली जैसे कई गंभीर अपराधों में शामिल है।उन्होंने कहा कि बटाला पुलिस द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम 24 सितंबर को यूएई गई, विदेश मंत्रालय और यूएई के अधिकारियों से समन्वय किया, सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा किया और आरोपी को सफलतापूर्वक वापस लाकर न्याय दिलाने में सफल हुई।डीजीपी ने आगे कहा कि यह सफल प्रत्यर्पण पंजाब पुलिस की आतंकवाद और संगठित अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति, साथ ही उसकी उन्नत जांच क्षमता और वैश्विक पहुंच को दर्शाता है। न्याय सुनिश्चित करने और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के इस संयुक्त प्रयास में उनके अमूल्य सहयोग के लिए हम केंद्रीय एजेंसियों, विदेश मंत्रालय (एमईए) और संयुक्त अरब अमीरात सरकार के आभारी हैं।देश छोड़कर भाग गया था यूएईपरमिंदर सिंह पंजाब पुलिस द्वारा जबरन वसूली, गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन जुटाने, हत्या के प्रयास और आपराधिक धमकी के मामलों में वांछित था। वह देश छोड़कर यूएई फरार हो गया था। इस मामले में पंजाब पुलिस के अनुरोध पर सीबीआई ने 13 जून को इंटरपोल के माध्यम से रेड नोटिस जारी करवाया था। यूएई के अधिकारियों ने परमिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया और उसे भारत प्रत्यर्पित करने का निर्णय लिया गया।कुछ सालों में 130 से अधिक अपराधियों को लाया गया भारतदेश में इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में सीबीआई, इंटरपोल चैनलों के माध्यम से सहायता के लिए भारतपोल के माध्यम से देश में सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय करती है। पिछले कुछ वर्षों में इंटरपोल चैनलों के माध्यम से समन्वय करके 130 से अधिक वांछित अपराधियों को भारत वापस लाया गया है।

आज आखिरी बार आसमान में दिखाई देगा फाइटर जेट मिग-21:चंडीगढ़ में होगा भावुक विदाई समारोह, रक्षा मंत्री होंगे शामिल
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के लिए यादगार और भावुक पल होगा, जब मिग-21 फाइटर जेट आसमान में अपनी आखिरी उड़ान भरेगा। साल 1963 से अपनी सेवाएं दे रहा मिग-21 शुक्रवार को रिटायर होगा। इस खास अवसर पर चंडीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 26 सितंबर को, मैं चंडीगढ़ में रहूंगा। मैं भारतीय वायुसेना के मिग-21 के डीकमीशनिंग समारोह में शामिल होऊंगा। इसके लिए उत्सुक हूं।रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखा, हम तुम्हें याद रखेंगे, मिग-21। भारतीय वायुसेना के महान प्रतीक और इस निडर योद्धा ने अपनी वीरता की छाप पीढ़ियों तक बनाए रखी है। इसकी अंतिम उड़ान एक ऐतिहासिक युग के अंत का प्रतीक है। भारतीय वायुसेना गर्व के साथ इसकी विरासत का जश्न मनाती है। साथ ही, वायुसेना इनोवेशन और स्ट्रैंथ के एक नए अध्याय की शुरुआत कर रही है। आइए, मिग-21 की सेवानिवृत्ति को भव्य विदाई के साथ सम्मानित करें।1963 में वायुसेना में शामिल हुआ था मिग-21लगभग 6 दशक पहले, साल 1963 में मिग-21 को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। पहला मिग-21 स्क्वाड्रन 1963 में चंडीगढ़ में स्थापित किया गया था। भारतीय वायुसेना में शामिल होने के बाद इस लड़ाकू विमान ने कई मोर्चों पर भारत की जीत में भूमिका निभाई।1965 के युद्ध में निभाई थ अहम भूमिका संख्या में सीमित होने के कारण भी मिग-21 विमानों ने 1965 के युद्ध में भूमिका निभाई। 1971 के युद्ध में इन फाइटर जेट्स का योगदान और भी महत्वपूर्ण रहा। इससे भारतीय वायुसेना को पश्चिमी क्षेत्र के महत्वपूर्ण बिंदुओं और क्षेत्रों पर हवाई श्रेष्ठता मिली। मिग-21 को कारगिल युद्ध में भी तैनात किया गया था। यह अक्सर कमांडरों की पहली पसंद होता था। इसकी आसमान में गर्जना राष्ट्र के आत्मविश्वास के साथ गूंजती थी। इसे कई फिल्मों में भी दर्शाया गया है। इस विमान से जुड़ी अनगिनत कहानियां और किस्से हैं, जिन्हें मिग-21 हमेशा के लिए पीछे छोड़ रहा है।

राज्यसभा चुनाव:J&K की 4 और पंजाब की एक सीट पर 24 अक्टूबर को होगा मतदान, इसी दिन आएंगे नजीते, ईसी ने तारीखों का किया ऐलान
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर और पंजाब की खाली पड़ी क राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। आयोग ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की 4 राज्यसभा सीटों और पंजाब की एक सीट पर उपचुनाव के लिए 24 अक्टूबर को मतदान होगा। चुनाव आयोग ने कहा कि मतगणना भी उसी दिन होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तिथि 13 अक्टूबर होगी, जबकि नामांकन 16 अक्टूबर तक वापस लिए जा सकेंगे। बता दें कि जम्मू-कश्मीर की चारों सीटें फरवरी 2021 से ही खाली पड़ी हैं।आयोग ने जानकारी दी कि राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव में वोटिंग 24 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक जारी रहेगी। उसी दिन 5 बजे वोटों की गिनती शुरू होगी। जम्मू-कश्मीर में पिछले करीब 4 साल से राज्यसभा की सीटें खाली हैं। गुलाम नबी आजाद, शमशेर सिंह मन्हास, नजीर अहमद लावे और फयाज अहमद मीर, इन चार राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल फरवरी 2021 में समाप्त हुआ था।जम्मू-कश्मीर में अक्टूबर 2024 तक लगा था राष्ट्रपति शासन इन सीटों के लिए चुनाव पहले नहीं हो सके थे, क्योंकि जम्मू-कश्मीर अक्टूबर 2024 तक राष्ट्रपति शासन के अधीन था। अब जबकि केंद्र शासित प्रदेश में एक निर्वाचित विधानसभा है, चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा की है। जम्मू-कश्मीर में पिछला राज्यसभा चुनाव फरवरी 2015 में हुआ था, जब यह एक पूर्ण राज्य था। अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया। अब पहली बार केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा के लिए चुनाव होंगे। पंजाब की सीट जुलाई में हुई थी खाली2015 के राज्यसभा चुनाव में भाजपा-पीडीपी गठबंधन ने 3 सीटें और नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने एक सीट जीती थी। हालांकि, सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर से खाली राज्यसभा सीटों का मुद्दा लगातार उठाती रही है। पंजाब की राज्यसभा की सीट जुलाई में सांसद संजीव अरोड़ा के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। अरोड़ा अब पंजाब सरकार में मंत्री हैं। वे उपचुनाव में पिछले दिनों लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीते थे।

संकट की घड़ी में आपदा पीड़ितों के साथ खड़ी सरकार: पंजाब -हिमाचल के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने दी सांत्वना
नई दिल्ली। पंजाब और हिमाचल प्रदेश इन दिनों कुदरत की मार से कराह रहे हैं। पंजाब जहां विनाशकारी बाढ से जूझ रहा है, तो वहीं हिमाचल प्रदेश बादल फटने और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं से कराह रहा है। तबाही का मंजर देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज दोनों राज्यों के राज्यों पर हैं। पीएम मोदी ने रवाना होने से पहले प्रभावित राज्यों को सांत्वना देते हुए कहा की बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति की समीक्षा करने के लिए हिमाचल प्रदेश और पंजाब के लिए रवाना हो रहा हूं। सरकार इस कठिन घड़ी में प्रभावित लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।पीएम मानसून के कारण आई भीषण बाढ़ और भूस्खलन के बाद दोनों उत्तरी राज्यों में व्यापक तबाही मचाने के बाद चल रहे आपदा प्रतिक्रिया और पुनर्वास उपायों की समीक्षा करेंगे। पीएम दोपहर लगभग करीब दो बजे, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा पहुंचेंगे, जहां वे अधिकारियों से मिलेंगे और मौजूदा स्थिति पर एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। वे पीड़ित परिवारों और राहत कार्यों में लगे एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपदा मित्र टीमों के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे।प्रधानमंत्री से मिलने वालों में 11 महीने की नीतिका भी शामिल है, जिसने कांगड़ा में आई विनाशकारी बाढ़ में अपने परिवार को खो दिया। 30 जून और 1 जुलाई की मध्यरात्रि को मंडी जिले के गोहर उप-मंडल के तलवाड़ा गांव में बादल फटने से आई अचानक बाढ़ में वह चमत्कारिक रूप से बच गई थी। राज्य सरकार ने उस बच्ची के पालन-पोषण, शिक्षा और भविष्य की पढ़ाई के लिए पूर्ण सहायता का वादा किया है।हिमाचल दौरे के बाद, प्रधानमंत्री दोपहर लगभग 3 बजे पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। उनका शाम 4ः15 बजे गुरदासपुर पहुंचने का कार्यक्रम है, जहां वे वरिष्ठ अधिकारियों से मिलेंगे और एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस दौरान, पीएम मोदी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपदा मित्र टीमों के सदस्यों के साथ बाढ़ पीड़ितों से बातचीत करेंगे।

प्राकृतिक आपदा:पंजाब की तबाही का मंजर देखने 9 सितंबर को जाएंगे पीएम मोदी, हिमाचल का भी कर सकते हैं दौरा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को पंजाब और हिमाचल प्रदेश का दौरा कर सकते हैं। भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के कारण दोनों राज्य इस बार मानसून में बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। पीएम मोदी इन राज्यों में जमीनी हालात का जायजा लेने पहुंच सकते हैं। बता दें कि पीएम मोदी से पहले से केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान बाढ़ पीड़ित पंजाब का दौरा कर चुके हैं। भाजपा पंजाब ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को पंजाब के गुरदासपुर आ रहे हैं। वे बाढ़ प्रभावित भाई-बहनों और किसानों से सीधे मिलकर अपना दुख साझा करेंगे और पीड़ितों की मदद के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे। प्रधानमंत्री का यह दौरा साबित करता है कि केंद्र की भाजपा सरकार हमेशा पंजाब के लोगों के साथ खड़ी है और इस कठिन समय में पूरा सहयोग करेगी। इसी तरह भाजपा की हिमाचल प्रदेश इकाई ने एक पोस्ट में लिखा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपदा पीड़ितों के साथ कंधे से कंधा मिलाने जल्द ही हिमाचल प्रदेश आ सकते हैं। इससे पहले, 4 सितंबर को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब का दौरा किया। पंजाब सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एकबता दें कि पंजाब सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है। नदियां उफान पर हैं, जिससे हर जगह सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है। स्थिति यह है कि पंजाब के सभी 23 जिले बाढ़ प्रभावित घोषित किए जा चुके हैं। सैकड़ों गांव जलमग्न हैं। कम से कम 43 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लाखों हेक्टेयर जमीन पर लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं।हिमाचल में भी मची भारी तबाहीहिमाचल प्रदेश में भी इस बार भारी तबाही मची है। 20 जून को मानसून की शुरूआत के बाद से प्रदेश में जगह-जगह अचानक बाढ़, बादल फटने और बड़े भूस्खलन की सैकड़ों घटनाएं हुई हैं। इससे घर-मकानों के नष्ट होने के अलावा बड़ी संख्या में जनहानि भी हुई है। हिमाचल प्रदेश में मंडी, शिमला, कुल्लू और चंबा जिलों के प्रमुख मार्गों समेत तमाम सड़कें अवरुद्ध हैं।

पंजाब भीषण बाढ:राहत पैकेट्स पर राहुुल की तस्वीर लगाकर फंस गई का कांग्रेस, भाजपा ने वीडियो शेयर कर बोला हमला
नई दिल्ली। पंजाब इन दिनों भीषण बाढ़ की चपेट में है। 20 से अधिक जिले ऐसे हैं जहां लोग खाने के लिए मोहताज हो गए हैं। ऐसे में समाजसेवी और राजनीतिक दल उनकी मदद करने आगे आ गए हैं। कांग्रेस ने भी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है, लेकिन कांग्रेस यहां पर भी सियासी चक्र में फंस गई है। इसकी बड़ी वजह यह हे कि पंजाब के पीड़ितों के लिए गए राहत पैकेट्स पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की तस्वीर लगाई गई है। जिसको लेकर भाजपा ने कांग्रेस को घेर लिया है। इतना ही नहीं भाजपा ने कांग्रेस पर पंजाब में बाढ़ राहत प्रयासों को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें कांग्रेस की तरफ से भेजी गई बाढ़ राहत सामग्री दिखाई गई। इसमें राहुल गांधी की पुरानी तस्वीर वाले स्टिकर के साथ-साथ राहत सामग्री से लदे ट्रकों पर कांग्रेस नेताओं और पार्टी के बड़े पोस्टर लगे थे। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस वास्तविक राहत कार्यों की बजाय राजनीति को प्राथमिकता दे रही है, और 2013 में उत्तराखंड में आई बाढ़ के दौरान भी ऐसा ही एक मामला सामने आया।कांग्रेस के लिए राजनीति पहले है, राहत आखिर में प्रदीप भंडारी ने इस मुद्दे को उठाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, अगर कांग्रेस का उद्देश्य पंजाब में बाढ़ राहत पहुंचाना है, तो वह पार्टी के चुनाव चिन्ह के साथ राहुल गांधी के स्टिकर क्यों चिपका रही है? उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, यह स्पष्ट है कि कांग्रेस की प्राथमिकता बाढ़ राहत नहीं, बल्कि बाढ़ राहत का राजनीतिकरण है। उत्तराखंड में 2013 में भी कांग्रेस ने गांधी-वाड्रा परिवार के लिए बाढ़ राहत देने में देरी की थी। कांग्रेस पार्टी के लिए राजनीति पहले है, राहत आखिर में।

विनाशकारी बाढ़ की चपेट में पंजाब:पीड़ितों के लिए उम्मीद की किरण बनी आर्मी, हर मुश्किल जगह में पहुंच कर रही लोगों की मदद
चंडीगढ़। पंजाब इन दिनों विनाशकारी बाढ़ की चपेट में है। जहां- जहां नजर जा रही है, वहां सिर्फ पानी ही दिखाई दे रहा है। इस भीषण बाढ़ से जहां अब तक 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हजारों लोग बाढ़ में घिरे हुए हैं। जिनकों बचाने की जद्दोजहद जारी है। संकट की इस घडी में पीड़ितों के लिए इंडियन आर्मी उम्मीद की किरण बन गई है। सेना ने वीडियो के जरिए पंजाब की जनता को संकट में हौसला बनाए रखने का संदेश दिया है। जख्मी लोगों को सुरक्षित निकालना हो, जरूरी सामान पहुंचाना हो या मुश्किल हालात में सैनिकों की तैनाती, हर मोर्चे पर सेना डटी हुई है। इतना ही नहीं सेना की टुकड़ी हेलिकॉप्टर की मदद से हर मुश्किल जगह पर पहुंचकर लोगों की मदद कर रही है। भारतीय सेना की वज्र कोर ने शनिवार को 4 स्थानों की वीडियो शेयर कीं, जिसमें जवान युद्धस्तर पर रेस्क्यू में जुटे थे। सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, बाढ़ का कहर, धुंधली दृष्टि, डूबे खेत और प्रचंड हवाएं हमें रोक नहीं सकतीं। घायलों को निकालना, सामान पहुंचाना, सैनिक तैनात करना और उम्मीद संग उड़ान, हमारे पंख मिशन के लिए हैं, सीमाओं के लिए नहीं।पंजाब के सैकड़ों गांव जूझ रहे बाढ़ से बता दें कि पंजाब के सैकड़ों गांव बाढ़ से जूझ रहे हैं। नदियां उफान पर हैं, जिससे हर जगह सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है। स्थिति यह है कि पंजाब के सभी 23 जिले बाढ़ प्रभावित घोषित किए जा चुके हैं। किसानों की फसल पूरी तरह जलमग्न है। अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, शनिवार को अमृतसर में कांग्रेस के नेताओं ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भेजी। चार ट्रक राहत सामग्री से भरे हुए गांवों की ओर रवाना किए गए। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पंजाब के प्रभारी भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इन ट्रकों को हरी झंडी दिखाई।पीड़ितों की मदद के लिए कांग्रेस ने भी बढ़ाया हाथपंजाब कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 1000 बैग चारा और 300 किटें उपलब्ध कराई हैं, जिनमें सभी आवश्यक वस्तुएं (आटा, दालें, साबुन, चावल और अन्य) शामिल हैं और अन्य राहत कार्य भी जारी रहेंगे। श्री खडूर साहिब विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए भूपेश बघेल, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने साथियों के साथ एक गांव में पहुंचे और लोगों का हालचाल जाना। इस दौरान कांग्रेस नेतृत्व ने बांध को मजबूत करने के लिए नकद राशि भी दी।

पंजाब में जल प्लावन:विनाशकारी बाढ़ में डूबे 1902 गांव, अब तक 43 की मौत, 1.71 लाख हेक्टेयर में फैली फसलें बर्बाद
चंडीगढ़। पंजाब इन दिनों विनाशकारी बाढ़ के आगोश में है। इस प्राकृतिक आपदा का कहर राज्य के 23 जिलों में देखने को मिल रहा है। इन जिलों के 1902 गांव पूरी तरह से जलमग्न है। इतना ही यह बाढ़ में जहां अब तक 43 लोगों की बलि ले चुकी है। वहीं 20,972 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जबकि 1.71 लाख हेक्टेयर में फैली फसलें बर्बाद हो गई हैं। पंजाब के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने कहा कि अभूतपूर्व बाढ़ के कारण 23 जिलों के कुल 1,902 गांव प्रभावित हुए हैं, जिससे 3.84 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से अब तक 20,972 लोगों को निकाला गया है। 24 घंटे में छह और लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही 14 जिलों में मृतकों की संख्या बढ़कर अब 43 हो गई है। वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि बाढ़ प्रभावित प्रत्येक गांव में एक गजटेड अधिकारी को तैनात किया गया है। उनका कहना है कि इससे प्रभावित लोगों की समस्याएं आसानी से प्रशासन तक पहुंच सकेंगी, जिससे समस्या का समाधान तुरंत हो सके।. राज्य सरकार ने बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए विशेष गिरदावरी का आदेश दिया है।भाखड़ा डैम का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र एक फीट नीचेहिमाचल के ऊपरी क्षेत्रों में हो रही जोरदार बारिश व बादल फटने की घटनाओं के चलते भाखड़ा डैम के जल स्तर में तेजी से होती वृद्धि को देखते हुए बीबीएमबी मैनेजमेंट से चारों फ्लड गेट 9-9 फीट तक खोल दिए। मिली जानकारी के अनुसार एक लाख से भी अधिक पानी की आमद के साथ भाखड़ा डैम का जलस्तर 1679 फीट पर पहुंच गया था। इस दौरान ट्रबाइनों व फ्लड गेटों के माध्यम से कुल 85 हजार क्यूसेक पानी की निकासी कर सतलुज दरिया के किनारे बसे निचले ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत मचा दी हालांकि डीसी रूपनगर वर्जित वालिया और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने सुबह ही लोगों से अपने अपने घर छोड़ सुरक्षित स्थानों की ओर चले जाने को कह दिया था।भाखड़ा डैम से छोड़े गए 85 हजार क्यूसेक पानी में से नंगल डैम से निकलने वाली नंगल हाइडल व श्री आनंदपुर साहिब हाइडल नहर में 9-9 हजार जबकि सतलुज दरिया में 67 हजार क्यूसेक पानी जा रहा है जिससे हर्षा बेला, पत्ती दुचली, पत्ती टेक सिंह,सैंसोंवाल, बेला ध्यानी, बेला ध्यानी लोअर, बेला राम गढ़, शिव सिंह बेला, प्लासी, सिंघपुरा, जोहल, तर्फ मजारी, भलाण, कलित्रा, दड़ोली लोअर व दबखेड़ा में खतरा बढ़ गया है। लुधियाना में कमजोर पड़ा बांधपानी ने लुधियाना में भी असर दिखाना शुरू कर दिया। पहले शनिगांव डूबने के बाद अब सतलुज दरिया के किनारे बसे ससराली कॉलोनी इलाके में बांध कमजोर हो गया है। बांध कमजोर होने का पता चलते ही कैबीनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां और डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी सरकार को दी और सेना को बुलाना पड़ा। शुक्रवार की सुबह से पानी आने से पूरे गांव और आसपास के एरिया को खाली करवा दिया गया है। बांध कमजोर होने की सूचना मिलते ही सेना ने ससराली काॅलोनी इलाके में मोर्चा संभाल लिया है। उनके साथ एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। जो बांध को पक्का करने का काम जारी कर दिया है। इसके साथ साथ प्रशासन किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहता। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की तैयारी कर ली है और लोगों को किसी ऊंचे स्थान पर जाने को कह दिया है ताकि कोई अनहोनी न हो। इसी तरह धुस्सी बांध का भी डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने दौरा किया। फिलहाल लुधियाना में अभी किसी बड़े इलाके में पानी नहीं आया है लेकिन दरिया के आस-पास के गांवों में रहने वाले लोगों को प्रशासन ने अलर्ट किया हुआ है।पठानकोट में दरके पहाड़, रास्ते हुए बंदपठानकोट में पहाड़ों का दरकना लगातार जारी है। शाहपुरकंडी डैम साइड जुगियाल-धारकलां रोड पर बारिश की वजह से एक केरू पहाड़ का मलबा गिरने से यातायात ठप हो गया है। वहीं, चक्की खड्ड के पास भी एक पहाड़ दरक खड्ड में गिरा है। चक्की खड्ड में कटाव की वजह से पहाड़ गिरने लगे है। दूसरा डैम साइड रोड पर पहाड़ का भारी मलबा गिरने से रोड बंद होने से लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

Good News:भारत में इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की संख्या में अभूतपूर्व इजाफा, ट्राई की रिपोर्ट में हुआ खुलासा, 95.81 करोड़ के पास है वायर
नई दिल्ली। ब्रॉडबैंड ग्रोथ के कारण भारत में इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की संख्या 30 जून, 2025 तक 1 अरब को पार कर 1,002.85 मिलियन हो गई, जो मार्च की तुलना में 3.48 प्रतिशत अधिक है। यह जानकारी सरकार की ओर से गुरुवार को दी गई। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन 100 करोड़ से अधिक ग्राहकों में से 4.47 करोड़ के पास वायर्ड इंटरनेट कनेक्शन थे, जबकि 95.81 करोड़ के पास वायरलेस कनेक्शन थे।ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर्स की संख्या 3.77 प्रतिशत बढ़कर 979.71 मिलियन हो गई, जबकि नैरोबैंड यूजर्स की संख्या घटकर 23.14 मिलियन रह गई। जून तिमाही में कुल टेलीफोन ग्राहकों की संख्या 1,218.36 मिलियन तक पहुंच गई, जो पिछली तिमाही की तुलना में 1.46 प्रतिशत अधिक है। आधिकारिक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि इससे कुल दूरसंचार घनत्व बढ़कर 86.09 प्रतिशत हो गया, जो पिछली तिमाही में 85.04 प्रतिशत था।ग्रामीण इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 42.33 करोड़जनसांख्यिकी के संदर्भ में, शहरी इंटरनेट ग्राहकों की संख्या लगभग 57.94 करोड़ है, जबकि ग्रामीण इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 42.33 करोड़ है। आंकड़ों के अनुसार, वायरलेस सेवाओं के लिए मासिक औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (एआरपीयू) 186.62 रुपए है, जबकि प्रति वायरलेस ग्राहक औसत उपयोग मिनट (एमओयू) हर महीने 16.76 घंटे है।96,646 करोड़ रुपए तक पहुंचा ग्राॅस रेवेन्यूदूरसंचार क्षेत्र का सकल राजस्व 96,646 करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जो पिछली तिमाही से 1.63 प्रतिशत कम है, लेकिन सालाना आधार पर 12.34 प्रतिशत अधिक है। समायोजित सकल राजस्व 81,325 करोड़ रुपए रहा, जो पिछली तिमाही से 2.65 प्रतिशत अधिक है। एक्सेस सेवाओं का समायोजित सकल राजस्व में 83.62 प्रतिशत का योगदान रहा है।लाइसेंस चार्ज में भी बढ़ोतरीप्रेस रिलीज में आगे कहा गया है कि लाइसेंस चार्ज 2.63 प्रतिशत बढ़कर 6,506 करोड़ रुपए हो गया और पास-थ्रू शुल्क 19.45 प्रतिशत घटकर 10,457 करोड़ रुपए हो गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) ने लगभग 912 निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों को अपलिंकिंग या डाउनलिंकिंग या दोनों के लिए अनुमति दी है। भारत में डाउनलिंकिंग के लिए उपलब्ध 902 सैटेलाइट टीवी चैनलों में से, 30 जून, 2025 तक 333 सैटेलाइट पे टीवी चैनल हैं।

प्रकृति के साथ खिलवाड़ पर सख्त हुआ SC:कुदरत की मार से कराह रहे राज्यों को थमाया नोटिस, दो हफ्ते में मांगा जवाब
नई दिल्ली। पहाड़ो से लेकर मैदानी इलाकों तक इन दिनों कुदरत का कहर देखने को मिल रहा है। भारी बारिश, बाढ़, भूस्खलन, बादल फटने की घटनाओं से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत कई राज्यों में भीषण तबाही हुई है। इन प्राकृतिक आपदाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जाहिर की है। इतना ही नहीं, शीर्ष अदालत ने गुरुवार को मामले पर सुनवाई करते हुए अवैध पेड़ कटाई करने वाले राज्यों को नोटिस भी थमाया है। कोर्ट ने पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर की सराकरों को नोटिस जारी कर दो हफ्तों के भीतर जवाब मांगा है। मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि बड़े पैमाने पर अवैध पेड़ कटाई की गई है और यही हालिया आपदा का एक बड़ा कारण हो सकता है। अदालत ने मीडिया रिपोर्टों पर संज्ञान लेते हुए कहा कि हमने हिमाचल प्रदेश के दृश्य देखे, जहां बड़ी संख्या में लकड़ी के गट्ठर बाढ़ में बहते हुए नजर आए। यह अनियंत्रित पेड़ कटाई का संकेत है। वहीं, पंजाब में खेत और गांव तबाह हो गए हैं। विकास जरूरी है, लेकिन वह संतुलित होना चाहिए।एसजी ने भी मामले की गंभीरता को किया रेखांकितसुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी मामले की गंभीरता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हमने प्रकृति के साथ इतनी छेड़छाड़ की है कि अब प्रकृति हमें उसका जवाब दे रही है। उन्होंने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि इस मुद्दे पर वे पर्यावरण मंत्रालय के सचिव से बात करेंगे और संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों से भी संवाद स्थापित करेंगे।राज्यों को देना होगा ठोस जवाबसुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि प्रभावित राज्यों को इस पर ठोस जवाब देना होगा कि बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए और आगे ऐसी आपदाओं से बचाव के लिए उनकी क्या योजना है। बता दें कि कई राज्यों में हुई बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरीके से प्रभावित है। पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के कई शहरों में जलजमाव है। पंजाब में हालात सबसे खराब हैं, जहां पर कई गांवों में पानी भर गया है।

पंजाब में जलप्रलय:तबाही का आंकलन करने पहुंचे शिवराज, बोले’ केन्द्र सरकार राज्य के साथ, नहीं आने दूंगा कोई संकट
अमृतसर। मूसलाधार बारिश से पंजाब में जलप्रलय जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इस भीषण स्थिति में न तो लोगों के पास सिर छिपाने के छत बची है और नही खाने-पीने का सामना। तबाही का आलम यही नहीं खत्म होता। भीषण बाढ से सैकडो हैक्टेयर जमीन पर खडी फसल भी पूरी तरह से तबाह हो गई है। तबाही का मंजर देखने केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चैहान गुरुवार को पंजाब के दौरे पर पहुंचे। अमृतसर पर एयरपोर्ट पर पहले से मौजूद पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का आकलन करते हुए एक रिपोर्ट शिवराज को एयरपोर्ट पर ही थमा दी। इसके बाद, अमृतसर एविएशन क्लब में भाजपा की लीडरशिप की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चैहान के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील कुमार जाखड़ और भाजपा महासचिव तरुण चुघ मौजूद थे। शिवराज सिंह चैहान ने कहा कि पूरे देश को पंजाब पर गर्व है। जब भी देश पर कोई संकट आया है, पंजाब ने उसे सबसे पहले अपने सीने पर उठाया है। इस चुनौतीपूर्ण समय में केंद्र सरकार पूरी तरह से पंजाब के साथ खड़ी है।संकट की घड़ी में पंजा के साथ खड़ी केन्द्र सरकारकेंद्रीय मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए भेजा है। वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे, वहां की स्थिति का गहराई से अध्ययन करेंगे और इसके आधार पर प्रधानमंत्री को रिपोर्ट सौंपेंगे। उन्होंने फिर दोहराते हुए कहा कि यह संकट की घड़ी में केंद्र सरकार पंजाब के साथ खड़ी है और पंजाब की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है।विधायक ने नुकसान की भरपाई के लिए मांगे 2000 करोड़ इस बीच, पूर्व कैबिनेट मंत्री और अजनाला से वर्तमान विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चैहान से मुलाकात की। उन्होंने शिवराज सिंह चैहान को अजनाला में बाढ़ के तुरंत नुकसान की भरपाई के लिए 2000 करोड़ का मांग पत्र दिया। इसके साथ ही, कुलदीप सिंह धालीवाल ने शिवराज सिंह चैहान को पंजाब सरकार के बकाया 60 हजार करोड़ केंद्र सरकार से तुरंत रिलीज कराने का मांग पत्र भी दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ष्आज पंजाब को पुनर्निर्माण के लिए धन की सख्त जरूरत है।

भीषण बाढ़ की चपेट में पंजाब:पीड़ितों के आंसून पोछने कल जाएंगे शिवराज, नुकसान का भी करेंगे आंकलन
नई दिल्ली। पंजाब में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। भीषण बाढ़ से जहां अब तक कई आशियाने उजड चुके हैं, तो वहीं कई लोगों की जान चुकी है। इसके अलावा सैकडो हैक्ैटर में खडी फसल पूरी तरह से तबाह हो गई है। पंजाब में बाढ़ से हुए बडे पैमाने के नुकसान का आकलन करने के लिए केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवाराज सिंह चौहान कल यानि गुरुवार को राज्य का दौरा करेंगे। इससे पहले उन्होंने बुधवार को पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से बाढ़ की स्थिति को लेकर चर्चा की।केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मैंने पंजाब में भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ की स्थिति पर पंजाब के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से चर्चा की और विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मैं गुरुवार सुबह पंजाब पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपने भाई-बहनों से मिलूंगा। संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पूरी मजबूती के साथ पंजाब के भाई-बहनों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान करेगी।बाढ़ ने 12 जिलों में तबाही मचाई लगातार भारी बारिश और भाखड़ा समेत प्रमुख बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण नदियां उफान पर हैं, जिससे पंजाब भीषण बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ ने कम से कम 12 जिलों में तबाही मचाई है, जिसमें करीब 30 लोग मारे गए हैं और लाखों निवासी प्रभावित हुए हैं। पटियाला, जालंधर, कपूरथला, नवांशहर, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, बरनाला और संगरूर जैसे जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान के अनुसार, 1,300 से ज्यादा गांव जलमग्न हैं और लगभग तीन लाख एकड़ कृषि भूमि, खासकर धान की फसल कटाई के मौसम से कुछ हफ्ते पहले ही बर्बाद हो गई है।मौसम विभाग ने किया अलर्टभारतीय मौसम विभाग ने कई क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और चेतावनी दी है कि आगे भारी बारिश से स्थिति और बिगड़ सकती है। बचाव और राहत अभियान जारी है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय अधिकारी फंसे हुए लोगों को निकालने और राहत सामग्री पहुंचाने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं। हालांकि, बढ़ता जलस्तर अभी भी चुनौतियां पेश कर रहा है।

पंजाब आप की अंदरूनी कलह सड़क पर आई: विधायक हरमीत ने अपनी ही सरकार पर लगाए गंभीर आरोप, पत्नी से जुड़ा है मामला
पटियाला। पंजाब की सत्ता में आसीन आम आदमी पार्टी की अंदरूनी कलह अब सडक पर भी आने लगी है। खरड़ विधानसभा सीट से विधायक अनमोल गगन मान के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद अब सनौर से विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा ने अपनी ही सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक ने दावा किया कि पंजाब पुलिस ने उनकी पूर्व पत्नी से जुड़े पुराने आईपीसी 376 के मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज किया है। फेसबुक लाइव के दौरान उन्होंने यह बात कही।विधायक पठानमाजरा ने इसे एक राजनीतिक साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली से आई आम आदमी पार्टी की टीम पंजाब पर शासन करना चाहती है और इसके लिए उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। फेसबुक लाइव के दौरान पठानमाजरा ने कहा कि मैं सरकार के खिलाफ बोल रहा हूं, इसीलिए मेरी सुरक्षा वापस ले ली गई है। पुलिस अब मुझे गिरफ्तार करने के लिए मेरे घर पहुंच चुकी है।आरोपों से पार्टी के अंदरूनी मतभेद उजागरविधायक के इन आरोपों ने न केवल पंजाब की राजनीति में हलचल मचा दी है, बल्कि पार्टी के अंदरूनी मतभेद भी उजागर कर दिए हैं। पठानमाजरा ने इशारों-इशारों में साफ किया कि उनकी नाराजगी पार्टी नेतृत्व से है और यह मामला उनके राजनीतिक करियर को खत्म करने की साजिश का हिस्सा है।पुलिस ने भी तक नहीं जारी किया कोई आधिकारिक बयानवहीं, प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक पुलिस अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही है और दर्ज केस के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जाएगी। हालांकि, पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। इससे पहले, उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की समस्याओं को उठाते हुए नदी की सफाई के मुद्दे पर वरिष्ठ नौकरशाहों की आलोचना की थी।पठानमाजरा ने यह भी लगाया था आरोपपठानमाजरा ने कहा था कि दिल्ली के नेताओं को लगता है कि वे मुझे विजिलेंस जांच और मुकदमों की धमकी देकर डरा सकते हैं। मैं मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि सभी विधायक आपके साथ हैं। अगर आप आज मेरी बात नहीं मानेंगे, तो बहुत देर हो जाएगी। मैं पार्टी का सिपाही रहा हूं। वे तानाशाह हैं। वे विधायकों पर कार्रवाई कर रहे हैं। मेरे साथ ऐसा करके वे सभी विधायकों को एक संदेश देना चाहते हैं।

आतंकी साजिश के खिलाफ पंजाब पुलिस का बड़ा एक्शन:पाक समर्थिक आतंकी मॉड्यूल का किया पर्दाफाश, बटाला में मिला हथियारों का जखीरा
चंडीगढ़। पाकिस्तान में बैठे दहशतगर्द भारत के खिलाफ साजिश रचने से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि भारत के जांबाज जवान इनकी हर साजिश का मुस्तैदी से जवाब दे रहे हैं। इसी कड़ी में पंजाब पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बटाला जिले में पाकिस्तान समर्थित एक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई को बडी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। पंजाब पुलिस ने बटाला जिले के बलपुरा गांव में एक छापेमारी के दौरान आईएसआई से जुड़ी पाकिस्तान समर्थित आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया। इसके साथ ही असलहा भी बरामद किया गया, जिसमें 4 हैंड ग्रेनेड, 2 किलो त्क्ग् (विस्फोटक सामग्री) से बना आईईडी और कम्युनिकेशन उपकरण बरामद किए हैं। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि यह खेप यूके में बैठे बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकी निशान सिंह उर्फ निशान जोडिया के निर्देश पर रखी गई थी। आरोपियों को प्राप्त है आईएसआई का संरक्षण बताया जा रहा है कि वह पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा के कहने पर काम कर रहा था, जिसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का संरक्षण प्राप्त है। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरा फरार है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। डीजीपी ने कहा कि जांच जारी है और इस पूरे सीमा पार आतंकी षड्यंत्र का पर्दाफाश किया जाएगा।एक आरोपी गिरफ्तार, दूसरा फरारपंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने एक्स पोस्ट में बताया, बटाला पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए, बटाला के बलपुरा गांव से 4 हथगोले (एसपीएल एचजीआर-84), 1 आरडीएक्स-आधारित आईईडी (2 किलो), और संचार उपकरण बरामद करके एक आतंकी मॉड्यूल को नाकाम कर दिया। डीजीपी ने आगे बताया कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरा फरार है, और उसे पकड़ने के प्रयास जारी हैं। पंजाब पुलिस आतंकी मॉड्यूल को बेअसर करने और पंजाब में शांति एवं सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।एक अन्य बड़ी सफलता की भी डीजीपी ने दी जानकारीइससे पहले, डीजीपी ने एक अन्य बड़ी सफलता की जानकारी देते हुए बताया कि बरनाला पुलिस ने देविंदर बंबीहा गैंग के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सतनाम सिंह उर्फ सत्ती, गुरप्रीत उर्फ गुरी, सर्म सिंह उर्फ रिंकू और दीपक सिंह के रूप में हुई है। ये सभी एक बड़ी लूट की साजिश रच रहे थे। पुलिस के अनुसार, एक ऑपरेशन के दौरान जब पुलिस पार्टी ने आरोपियों को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। लेकिन पुलिसकर्मियों ने साहस दिखाते हुए न केवल हमलावरों को काबू किया बल्कि उन्हें वाहन समेत गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं।

पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता:लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो गुर्गों अपराधियों को दबोचा, सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने की थे तैयारी में
चंडीगढ़। पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने बड़ी सफलता मिली। पटियाला-अंबाला हाईवे पर ऑपरेशन, चलाकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो मोस्ट वांटेड कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 9 एमएम की ग्लॉक पिस्टल और छह जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों आरोपी एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे। सइसे पहले ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) पंजाब ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। मुखबिर की सटीक सूचना के आधार पर शंभू गांव के पास पटियाला-अंबाला हाईवे से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के दो मोस्ट वांटेड गुर्गों को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हत्या करने के बाद वे नेपाल भाग गए थे और पंजाब में एक सनसनीखेज अपराध करने के लिए विदेशी आकाओं के निर्देश पर वापस लौटे थे। लंबा आपराधिक इतिहास हैं आरोपियों काडीजीपी ने पोस्ट में आगे बताया कि दोनों आरोपियों का लंबा आपराधिक इतिहास है और उनके खिलाफ पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और गुजरात में विभिन्न आपराधिक कानूनों सहित 15 से अधिक जघन्य अपराध के मामले दर्ज हैं। वे हाल ही में फाजिल्का में भारत रतन उर्फ विक्की की हत्या में भी वांछित थे। इसके पास से 1 ग्लॉक 9 एमएम पिस्तौल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। इस संबंध में एसएएस नगर स्थित स्टेट क्राइम पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। डीजीपी ने आगे कहा कि पंजाब पुलिस संगठित अपराध नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।जालंधर पुलिस ने नशा और हथियार तस्करी के पांच आरोपियों को किया था अरेस्टइससे पहले, जालंधर पुलिस ने नशा और हथियार तस्करी के बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तस्करों के पास से कुल 1.5 किलोग्राम हेरोइन और सात अवैध हथियार बरामद किए गए हैं। यह कार्रवाई तस्करी में लिप्त गैंग के खिलाफ एक बड़ा झटका मानी जा रही है, जिससे क्षेत्र में मादक पदार्थों का वितरण और अवैध हथियारों का प्रसार दोनों पर रोक लगाने में मदद मिली है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बुधवार इस कार्रवाई की जानकारी दी थी।

पंजाबः भ्रष्टाचारियों पर मान सरकार का बड़ा एक्शन: नप गए दो दर्जन जेलों के अधिकारी-कर्मचारी, मिल चुकी थी कई शिकायतें
चंडीगढ़। पंजाब की भगवंत मान सरकार भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर सख्त हो गई है। यही नहीं जेलों में हुए भ्रष्टाचार पर बड़ा एक्शन लेते हुए राज्य के 25 जेलों के अधिकारी-कर्मचारियों पर गाज गिरा दी है। सस्पेंड हुए अधिकारियों में 3 डिप्टी सुपरिटेंडेंट, 2 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट और बाकी अन्य जेल के कर्मचारी है। मान सरकार ने यह बडा एक्शन जेलों के अंदर फैले ड्रग्स नेटवर्क को खत्म करने के लिए लिया है। इन सभी अधिकारी-कर्मचारियों पर जेल में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने और ड्रग्स समेत तमाम नेटवर्क में शामिल होने का आरोप। इनके खिलाफ कई बार शिकायतें भी मिल चुकी थी।सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इस कार्रवाई का मकसद जेलों की कार्यप्रणाली में सुधार लाना और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है, ताकि अधिकारी अपने पद की गरिमा समझें और लापरवाही से बचें। उम्मीद की जा रही है कि इससे जेल अधिकारी अपने काम को और ज्यादा निष्ठा के साथ करेंगे। उन्होंने कहा, यह किसी से छिपा नहीं है कि पंजाब सरकार शुरू से ही नशे के खिलाफ सख्त रही है। नशे पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश सरकार कई अहम कदम उठा चुकी है।ड्रग्स नेटवर्क को खत्म करने में मदद मिलेगीवहीं, जानकारों का कहना है कि सरकार के इस एक्शन से भ्रष्टाचार और ड्रग्स नेटवर्क को खत्म करने में मदद मिलेगी। क्योंकि इन अधिकारियों से जेल में भ्रष्टाचार और नशे के नेटवर्क से जुड़े गैंग के लोगों को मदद मिलती थी। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक जेलों में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। सरकार ने 25 जेलों के अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद अब जेलों के कामकाज में सुधार आएगा. क्योंकि इन अधिकारियों से जेल में भ्रष्टाचार और नशे के नेटवर्क से जुड़े गैंग के लोगों को मदद मिलती थी।गौरतलब है कि हाल ही में, 26 जून को पंजाब सरकार ने डेटा इंटेलिजेंस और तकनीकी सहायता इकाई स्थापित करने के लिए अनन्या बिड़ला फाउंडेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तब कहा था कि यह कदम राज्य भर में नशे पर अंकुश लगाने के लिए उठाया गया है।


