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बांग्लादेश इलेक्शन: निष्पक्ष चुनाव पर अमेरिकी सांसदों की अंतरिम सरकार को चेतावनी, यूनुस को लिखा खत
वाशिंगटन। अमेरिका के कुछ प्रभावशाली सांसदों ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को चेतावनी दी है कि अगर फरवरी में होने वाले चुनावों से पहले राजनीतिक दलों की भागीदारी पर रोक लगाई गई, तो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना संभव नहीं होगा। इन सांसदों ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि सरकार को सभी राजनीतिक दलों से संवाद कर लोकतांत्रिक संस्थाओं में लोगों का भरोसा दोबारा कायम करना चाहिए। यह पत्र अमेरिकी सांसद ग्रेगरी डब्ल्यू. मीक्स, बिल हुइजेंगा और सिडनी कैमलैगर-डोव ने लिखा, जबकि जूली जॉनसन और थॉमस आर. सुओजी ने भी इस पर हस्ताक्षर किए।मंगलवार को यूनुस को लिखे पत्र में सांसदों ने लिखा, हम बांग्लादेश में राष्ट्रीय संकट के समय अगले साल फरवरी में होने वाले चुनावों से पहले एक अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए आपके आगे आने की इच्छा का स्वागत करते हैं। ये बहुत जरूरी है कि अंतरिम सरकार सभी राजनीतिक दलों के साथ मिलकर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए माहौल बनाए, जिससे लोग शांतिपूर्ण तरीके से मतदान के जरिए अपनी राय रख सकें। साथ ही ऐसे सुधार हों जो राज्य संस्थानों की निष्पक्षता और ईमानदारी में विश्वास बहाल करें।उन्होंने चिंता जताई कि अगर सरकार राजनीतिक दलों की गतिविधियां निलंबित करती है या फिर विवादित अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण को दोबारा शुरू करती है, तो चुनाव प्रक्रिया पर लोगों का भरोसा और कमजोर हो सकता है।अमेरिकी सांसदों ने यह भी याद दिलाया कि अमेरिकी विदेश विभाग और अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने बांग्लादेश के 2018 और 2024 के आम चुनावों को पूरी तरह स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं माना था। उनका कहना है कि आने वाले चुनाव की विश्वसनीयता इस बात पर निर्भर करेगी कि अंतरिम सरकार पहले की उन नीतियों से कितना अलग रास्ता अपनाती है, जिनकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हुई थी।

इसरो का ऐतिहासिक मिशन लाॅन्च:बाहुबली एलवीएम3-एम6 ने ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 सैटेलाइट को एलईओ में किया स्थापित
श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इसरो ने सतीश धवन स्पेस सेंटर (एसडीएससी एसएचएआर), श्रीहरिकोटा से अपने सबसे शक्तिशाली रॉकेट एलवीएम3 से अमेरिकी कंपनी एएसटी स्पेसमोबाइल की ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 संचार सैटेलाइट को सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया है। यह इस रॉकेट की छठी ऑपरेशनल उड़ान (एलवीएम3-एम6) है। ये मिशन न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड और एएसटी स्पेसमोबाइल के बीच हुए समझौते के तहत किया जा रहा है। यह एलवीएम3 रॉकेट के इतिहास में अब तक का सबसे भारी पेलोड (6,100 किलोग्राम) है। लॉन्च सुबह 8ः54 बजे आईएसटी सेकंड लॉन्च पैड से हुआ। 43.5 मीटर ऊंचे और 640 टन वजन वाले इस रॉकेट ने लगभग 15 मिनट की उड़ान के बाद सैटेलाइट को 520 किलोमीटर की ऊंचाई पर 53 डिग्री इंक्लिनेशन वाली सर्कुलर ऑर्बिट में छोड़ा।एलवीएम3 सीरीज की छठी सफल उड़ान यह इसरो की 100 प्रतिशत सफलता वाली एलवीएम3 सीरीज की छठी उड़ान है, जो पहले चंद्रयान-2, चंद्रयान-3 और वनवैब के 72 सैटेलाइट्स लॉन्च कर चुकी है। यह मिशन न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के माध्यम से एक समर्पित कमर्शियल डील का हिस्सा है। एएसटी स्पेसमोबाइल दुनिया का पहला स्पेस-बेस्ड सेल्युलर ब्रॉडबैंड नेटवर्क बना रही है, जो सामान्य स्मार्टफोन पर सीधे 4जीध्5जी वॉइस, वीडियो कॉल, मैसेजिंग, स्ट्रीमिंग और इंटरनेट डेटा प्रदान करेगा।सितंबर 2024 में ब्लू बर्ड 1-5 लॉन्च कर चुकी है कंपनीयह सैटेलाइट ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 सीरीज का पहला है, जिसमें 223 वर्ग मीटर का बड़ा फेज्ड एरे है, जो एलईओ में अब तक का सबसे बड़ा कमर्शियल कम्युनिकेशन एरे है। कंपनी पहले सितंबर 2024 में ब्लू बर्ड 1-5 लॉन्च कर चुकी है, जो अमेरिका और चुनिंदा देशों में कवरेज दे रहे हैं। ब्लॉक-2 सैटेलाइट्स 10 गुना ज्यादा बैंडविड्थ देंगे और दुनिया भर में कनेक्टिविटी गैप (लगभग 6 अरब मोबाइल यूजर्स) की दिशा में काम कर रहे हैं। इससे पहाड़ों, महासागरों और रेगिस्तानों में भी यह गैप खत्म किया जा सकेगा।इसरो चीफ ने लाॅन्च से पहले तिरुमाला मंदिर में की पूजाइसरो चेयरमैन वी. नारायणन ने लॉन्च से पहले तिरुमाला मंदिर में पूजा-अर्चना की। यह मिशन भारत की कमर्शियल स्पेस लॉन्च क्षमता को वैश्विक स्तर पर मजबूत करता है। एएसटी स्पेसमोबाइल ने 50 से ज्यादा मोबाइल ऑपरेटर्स के साथ पार्टनरशिप की है।

बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर फूटा कनाडाई सांसद का गुस्सा :कहा- दक्षिण एशियाई देश में नफरत और कट्टरपंथ की ताकतें हैं बेकाबू
ओटावा। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रही हिंसा को लेकर कनाडा के कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद शुभ मजूमदार ने कड़ी आलोचना की है। हाल ही में बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की बेरहमी से मॉब लिंचिंग को लेकर उन्होंने कहा कि यह घटना दिखाती है कि दक्षिण एशियाई देश में नफरत और कट्टरपंथ की ताकतें बेकाबू हैं। सांसद शुभ मजूमदार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, बांग्लादेश में एक और काला अध्याय सामने आ रहा है, जो पीढ़ियों से चले आ रहे दर्द को सामने ला रहा है। कथित ईशनिंदा के आरोप में दीपू चंद्र दास की बेरहमी से हत्या, एक युवा हिंदू फैक्ट्री वर्कर जिसे भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला, उसके शव का भी अपमान किया और पेड़ से लटकाकर आग लगा दी। ये सब हमें याद दिलाता है कि नफरत और कट्टरपंथ की ताकतों को काबू नहीं किया गया है।बांग्लादेश में अल्पसंख्यक लक्षित हिंसा का कर रहे सामनाउन्होंने कहा, मैमनसिंह में यह भयानक काम पचास साल से भी पहले हुई अराजकता और जुल्म की याद दिलाता है। कनाडाई सांसद ने कहा कि बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यक, बंगाली हिंदू, ईसाई, बौद्ध और दूसरे अभी भी लक्षित हिंसा का सामना कर रहे हैं, जो पिछले नरसंहारों की बहुत याद दिलाती है। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश में अगस्त 2024 की राजनीतिक उथल-पुथल के बाद से हजारों घटनाओं की रिपोर्ट का जिक्र किया। इन रिपोर्ट में घरों, व्यापार, मंदिरों और पूजा की जगहों पर हमलेय हत्याएं, यौन हमले, अपहरण और जबरदस्ती बेघर होने की घटनाओं के बारे में बताया गया है।

टी20 की नंबर-1 गेंदबाद बनीं दीप्ति:ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल से छीना ताज, वनडे आईसीसी रैंकिंग में स्मृति एक पायदान फिसली
नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा टी20 फॉर्मेट की नई नंबर वन गेंदबाज बन गई हैं। दीप्ति शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल सदरलैंड को पछाड़ते हुए नंबर वन का ताज हासिल किया है। शीर्ष दस में दीप्ति एकमात्र भारतीय गेंदबाज हैं। दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल सदरलैंड, तीसरे स्थान पर पाकिस्तान की सादिया इकबाल हैं। दोनों को 1-1 स्थान का नुकसान हुआ है। चैथे स्थान पर इंग्लैंड की सोफी एक्लेस्टन और पांचवें स्थान पर लॉरेन बेल हैं। छठे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका की एन मल्बा, सातवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की जॉर्जिया वॉरहेम, आठवें पर इंग्लैंड की चॉर्ली डेन, नौवें स्थान पर वेस्टइंडीज की एफी फ्लेचर और दसवें स्थान पर पाकिस्तान की नशरा संधु हैं। वनडे रैंकिंग में लौरा वोल्वार्ड्ट पहुंची नंबर वन परमहिलाओं की नई वनडे रैंकिंग में दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट एक बार फिर से स्मृति मंधाना को पछाड़ते हुए नंबर वन स्थान पर काबिज हो गई हैं। उन्हें एक स्थान का फायदा हुआ है। मंधाना दूसरे स्थान पर हैं, उन्हें एक स्थान का नुकसान हुआ है। तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की एश्ले गार्डनर, चैथे स्थान पर नट सेवियर ब्रंट, पांचवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की बेथ मूनी, छठे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की एलीसा हिली, सातवें स्थान पर न्यूजीलैंड की सोफी डिवाइन, आठवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की एल्सी पेरी, नौवें स्थान पर हेली मैथ्यूज और दसवें स्थान पर भारत की जेमिमा रोड्रिग्ज हैं। महिलाओं की वनडे रैंकिंग में सिर्फ मंधाना और वोल्वॉर्ड्ट की रैंकिंग में ही बदलाव दिखा है। नौंवें स्थान पर हैं भारत की जेमिमामहिलाओं की टी20 बल्लेबाजों की रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया की बेथ मूनी पहले, वेस्टइंडीज की हेली मैथ्यूज दूसरे, भारत की स्मृति मंधाना तीसरे, ऑस्ट्रेलिया की ताहिला मैकग्राथ चैथे, दक्षिण अफ्रीका की लौरा वोल्वार्ड्ट पांचवें, श्रीलंका की चमारी अट्टपट्टू छठे, दक्षिण अफ्रीका की तंजिम ब्रिट्स सातवें, न्यूजीलैंड की सुजी बेट्स आठवें और भारत की जेमिमा रोड्रिग्स नौवें स्थान पर हैं। रोड्रिग्स को पांच स्थान का फायदा हुआ है। शेफाली वर्मा दसवें स्थान पर हैं। उन्हें एक स्थान का नुकसान हुआ है।

अंडर-19 एशिया कप फाइनल: भारतीय खिलाड़ियों के व्यवहार से आग बबूला हुए नकवी, मुद्दे को आईसीसी के सामने उठाने दी धमकी
नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने कहा है कि अंडर-19 एशिया कप फाइनल के दौरान भारतीय खिलाड़ियों का पाकिस्तानी खिलाड़ियों के प्रति गलत व्यवहार रहा था और वह इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के सामने उठाएंगे। मोहसिन नकवी ने कहा कि अंडर-19 एशिया कप फाइनल के दौरान भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तानी खिलाड़ियों को उकसाते रहे। पाकिस्तान इस घटना की जानकारी आधिकारिक तौर पर आईसीसी को देगा। राजनीति और खेल को हमेशा एक दूसरे से अलग रखना चाहिए।खेल भावना के साथ खेला जाना चाहिए क्रिकेटः सरफराजअंडर-19 एशिया कप में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मेंटर रहे सरफराज अहमद ने कहा, खेल के दौरान भारत का बर्ताव सही नहीं था, और क्रिकेट की भावना के खिलाफ था। इसके बावजूद, हमने अपनी जीत का जश्न खेल की भावना के साथ मनाया। क्रिकेट हमेशा खेल भावना के साथ खेला जाना चाहिए। भारतीय खिलाड़ियों के खेल भावना से जुड़ा मुद्दा सबसे पहले सरफराज अहमद ने ही उठाया था।नकवी से ट्रॉफी लेने से भी इनकार कर दिया था भारतीय टीम नेपहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद एशिया कप के दौरान भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच पहली बार मैदान पर दूरी दिखी थी। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा से टॉस के दौरान हाथ नहीं मिलाया था। इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने भी मैच के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया था। एशिया कप जीत के बाद भारतीय टीम ने मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से भी इनकार कर दिया था।अंडर-19 एशिया कप में भी जारी रहा सिलसिलाअंडर-19 एशिया कप में भी भारतीय टीम का स्टैंड यही रहा। भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। अंडर-19 एशिया 2025 दुबई में हाल ही में संपन्न हुई है। लीग स्टेज में भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया था, लेकिन 21 दिसंबर को हुए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। पाकिस्तान ने भारत को 348 रन का लक्ष्य दिया था। भारतीय टीम 156 पर सिमट गई और 191 रन से खिताबी मुकाबला हार गई।

अनोखे विवाह का साक्षी बनी आध्यात्मिक पर्यटन नगरी: इटली-फ्रांस के विदेशी जोड़े ने हिन्दू रीति-रिवाज से लिए सात फेरे, गूंजा वैदिक मंत्रोच्चार भी
ओरछा। मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक पर्यटन नगरी ओरछा एक अनोखे विवाह का साक्षी बनी, जहां इटली और फ्रांस के एक विदेशी जोड़े ने हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह संपन्न किया। ओरछा स्थित प्राचीन बेतवेश्वर महादेव मंदिर में 21 दिसंबर को फ्रांस की रहने वाली ओद्रा और इटली निवासी चीरो ने वैदिक मंत्रोच्चार और अग्नि को साक्षी मानते हुए सात फेरे लिए।इस विवाह को पंडित आशीष शुक्ला और अमित लिटोरिया ने विधिविधान से संपन्न कराया। दोनों ने बताया कि भारतीय हिंदू संस्कृति और सनातन परंपराओं से जुड़कर उन्हें मानसिक शांति और सुख की अनुभूति हुई है। वर्तमान में ओद्रा और चीरो यूरोपीय देश स्पेन में निवास करते हैं, जहां से ओरछा की दूरी लगभग सात हजार किलोमीटर से अधिक है। इसके बावजूद वे भारतीय संस्कृति से इतने प्रभावित हुए कि विवाह के लिए भारत आना चुना।ओद्रा कई वर्षों से योग और भारतीय अध्यात्म का अध्ययन कर रही हैं, जबकि चीरो भी योग और भारतीय दर्शन के प्रशंसक हैं। इसी आध्यात्मिक जुड़ाव के चलते दोनों ने हिंदू रीति-रिवाजों से विवाह करने का निर्णय लिया। मंदिर परिसर में विवाह के दौरान मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने विदेशी जोड़े की भारतीय संस्कृति के प्रति आस्था और सम्मान की सराहना की। यह विवाह न केवल ओरछा बल्कि पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और भारतीय हिंदू संस्कृति के प्रति विदेशियों की बढ़ती रुचि और विश्वास को दर्शाता है।

भारत-न्यूजीलैंड के बीच एफटीए :लक्सन और मोदी के बीच हुई बात के बाद हुआ ऐतिहासिक समझौते का ऐलान
नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौता हो गया है। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन और भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी के बीच फोन पर हुई बात के बाद दोनों देशों के बीच यह अहम समझौता हुआ। दोनों देशों के बीच रिकॉर्ड कम समय में हुआ यह ऐतिहासिक समझौता परस्पर लाभकारी साबित होने वाला है। दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते की बातचीत मई में से शुरू हुई थी, जिसको अंतिम रूप दे दिया गया है।न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने कहा कि एफटीए के तहत भारत को होने वाले न्यूजीलैंड के करीब 95 प्रतिशत निर्यात पर टैरिफ घटाए या पूरी तरह समाप्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अगले दो दशकों में भारत को न्यूजीलैंड का निर्यात 1.1 अरब डॉलर से बढ़कर 1.3 अरब डॉलर प्रति वर्ष तक पहुंच सकता है।लक्सन ने पीएम मोदी से की बातलक्सन ने कहा कि एफटीए के समापन के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत की। उन्होंने कहा, यह समझौता दोनों देशों की मजबूत मित्रता पर आधारित है और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक भारत के 1.4 अरब उपभोक्ताओं तक न्यूजीलैंड के कारोबार को पहुंच देगा।बता दें कि दोनों देशों के बीच बातचीत 2010 में शुरू हुई थी, फिर नौ दौर के बाद 2015 में रुक गई थी और इस साल फिर से शुरू की गई थी।इस वर्ष 5 से 9 मई को वार्ता का पहला दौर आयोजित किया गया था। वित्त वर्ष 2025 में द्विपक्षीय व्यापार लगभग 1.3 अरब डॉलर था (भारत का निर्यात 711.1 मिलियन डॉलर और आयात 587.1 मिलियन डॉलर था)। न्यूजीलैंड का औसत आयात शुल्क केवल 2.3 प्रतिशत है, जबकि भारत का 17.8 प्रतिशत है, और न्यूजीलैंड की 58.3 प्रतिशत टैरिफ लाइनें पहले से ही शुल्क-मुक्त हैं।भारत का निर्यात ईंधन, वस्त्र और फार्मास्यूटिकल्स पर केंद्रित भारत का निर्यात न्यूजीलैंड को मुख्य रूप से ईंधन, वस्त्र और फार्मास्यूटिकल्स पर केंद्रित है। विमानन टरबाइन ईंधन 110.8 मिलियन डॉलर के साथ सबसे आगे रहा, इसके बाद कपड़े व घरेलू वस्त्र (95.8 मिलियन डॉलर) और दवाएं (57.5 मिलियन डॉलर) रहीं। मशीनरी, पेट्रोलियम उत्पाद, ऑटोमोबाइल व पुर्जे, इलेक्ट्रॉनिक्स, लोहा-इस्पात, झींगा, बासमती चावल और सोने के आभूषण भी प्रमुख निर्यात रहे।इसके विपरीत, न्यूजीलैंड का भारत को निर्यात कच्चे माल और कृषि इनपुट पर आधारित है लकड़ी व लकड़ी उत्पाद, लकड़ी का गूदा, स्टील व एल्युमिनियम स्क्रैप, कोकिंग कोयला, टर्बोजेट विमान, ऊन, दूध एल्ब्यूमिन, सेब और कीवी फल प्रमुख हैं।इनमें है भारत की ताकतसेवाओं का व्यापार भी रिश्ते का अहम स्तंभ है। वित्त वर्ष 2024 में भारत की सेवाओं का निर्यात न्यूजीलैंड को 214.1 मिलियन डॉलर रहा, जबकि न्यूजीलैंड की सेवाओं का निर्यात भारत को 456.5 मिलियन डॉलर था। भारत की ताकत आईटी, टेलीकॉम सपोर्ट, स्वास्थ्य और वित्तीय सेवाओं में है, जबकि न्यूजीलैंड के लिए शिक्षा, पर्यटन, फिनटेक और विशेष विमानन प्रशिक्षण प्रमुख क्षेत्र हैं। उन्होंने आगे कहा कि न्यूजीलैंड के सेवा निर्यात में शिक्षा का दबदबा है - जो भारतीय छात्रों द्वारा संचालित है। इसके बाद पर्यटन, फिनटेक समाधान और विशेष विमानन प्रशिक्षण का स्थान आता है।

ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने नए कानन लाने किया ऐलान:गैस निर्यातकों को रहना होगा अलर्ट
कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने सोमवार को नए कानून लाने वाली योजना की घोषणा की है। इसके तहत गैस निर्यातकों को अपनी सप्लाई का एक हिस्सा घरेलू बाजार के लिए रिजर्व करना होगा। जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा मंत्री क्रिस बोवेन ने कैनबरा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ये कानून 2026 में फेडरल पार्लियामेंट में पेश किए जाएंगे। इस कानून से ऑस्ट्रेलिया को लिक्विफाइड नेचुरल गैस (एलएनजी) की सप्लाई की गारंटी मिलेगी और कीमतों पर दबाव बना रहेगा।अंतर्राष्ट्रीय पार्टियों से मशविरा कर बनाया जाएगा कानूनन्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार क्रिस बोवेन ने कहा कि यह कानून गैस उद्योग, अंतर्राष्ट्रीय पार्टियों और समुदाय के साथ सलाह-मशविरा करके बनाया जाएगा और इसके तहत एक्सपोर्टर्स को ऑस्ट्रेलिया में निकाली गई एलएनजी का 15 से 25 फीसदी घरेलू मार्केट के लिए रिजर्व करना होगा।बोवेन ने कहा, ज्यादातर ऑस्ट्रेलियाई सोचते हैं कि जमीन के नीचे जो कुछ भी है, उस पर पहला अधिकार ऑस्ट्रेलियाई लोगों का होना चाहिए।ऑस्ट्रेलिया दुनिया के सबसे बड़े एलएनजी निर्यातकों में से एक ऑस्ट्रेलिया दुनिया के सबसे बड़े एलएनजी निर्यातकों में से एक है। फिर भी ऑस्ट्रेलियन कॉम्पिटिशन एंड कंज्यूमर कमीशन की सोमवार को पब्लिश हुई एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि देश के दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी राज्यों को 2026 में सप्लाई में कमी का सामना करना पड़ेगा। बोवेन ने कहा कि उन्होंने साउथ कोरिया, जापान और सिंगापुर जैसे एशियाई देशों में अपने काउंटरपार्ट्स को इस पॉलिसी के बारे में बताया है, जो ऑस्ट्रेलियाई गैस के सबसे बड़े खरीदारों में से हैं।

बांग्लादेश में हिंसा : छात्रों ने लगाई मदद की गुहार, पत्रकारों ने की मीडिया की आजादी और सुरक्षा की अपील
ढाका। बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा के बीच छात्र और पत्रकार अपनी सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। अवामी लीग पार्टी की स्टूडेंट विंग, बांग्लादेश स्टूडेंट्स लीग (बीएसएल) ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे बांग्लादेश में 12 फरवरी, 2026 को होने वाले अगले आम चुनाव को आजाद, निष्पक्ष और सबको साथ लेकर चलना सुनिश्चित कराने में एक रचनात्मक भूमिका अदा करें। इसके साथ ही एडिटर्स और पत्रकारों ने प्रेस की स्वतंत्रता की गुहार लगाई है। मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की आलोचना करते हुए, छात्र संगठन ने आरोप लगाया कि गैरकानूनी और गैर-संवैधानिक फासीवादी यूनुस सरकार द्वारा थोपे गए भीड़तंत्र के तहत, बांग्लादेश तेजी से अव्यवस्था और अराजकता की ओर बढ़ रहा है। इसके साथ ही चरमपंथ बढ़ रहा है और कानून-व्यवस्था खत्म हो रही है।बीएसएल ने लगाया यह आरोपबीएसएल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “हाल के दिनों में, बांग्लादेश में भीड़ की हिंसा, आगजनी, मिलकर किए गए हमले, जबरन गायब करना और बेरहमी से हत्याएं बहुत बढ़ गई हैं। ये कोई अलग-थलग या अचानक हुई घटनाएं नहीं हैं। ये जुलाई-अगस्त 2024 के दौरान दंगों और तबाही के एक सोचे-समझे अभियान का सीधा नतीजा हैं, जिसने प्रधानमंत्री शेख हसीना और बांग्लादेश अवामी लीग के नेतृत्व वाली संवैधानिक रूप से चुनी हुई, लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को गिरा दिया।”बांग्लादेश में अब कानून का शासन नहींछात्र संगठन ने कहा कि हसीना की अगुवाई वाली अवामी लीग सरकार के गिरने के बाद, संवैधानिक शासन की जगह व्यवस्थित तरीके से भीड़तंत्र आ गया जिसमें सुनियोजित हिंसा, डर और सजा से छूट शामिल है। बीएसएल ने कहा, “मीडिया संस्थानों, सांस्कृतिक संगठनों, अल्पसंख्यक समुदायों, राजनीतिक दलों और ऐतिहासिक राष्ट्रीय निशानों पर सहयोग से किए गए हमले दिखाते हैं कि बांग्लादेश में अब कानून का शासन नहीं है। देश को जानबूझकर प्रबंधित अराजकता, सरकार की नाकामी और डर से चलने वाले तानाशाही राज की ओर धकेला जा रहा है।”पत्रकारों और स्वतंत्र आवाजों को बनाया जारहा निशानाबीते दिन बांग्लादेश के बड़े अखबारों, प्रोथोम एलो और द डेली स्टार के ऑफिस पर आगजनी के हमलों की निंदा करते हुए, बीएसएल ने कहा, “यह प्रेस की आजादी पर सीधा फासीवादी हमला है। खासकर द डेली स्टार बिल्डिंग को जलाने की कोशिश बहुत गंभीर थीय जबकि स्टाफ के सदस्य अंदर फंसे हुए थे, यह हत्या की कोशिश जैसा काम है। न्यू एज के एडिटर नूरुल कबीर को परेशान करना इस बात की और पुष्टि करता है कि पत्रकारों और स्वतंत्र आवाजों को सिस्टमैटिक तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।

ईशनिंदा के नहीं मिले कोई सबूत,:बांग्लादेश में हिंदू युवक की नृशंस हत्या मामले में खुलासा, पेड़ से लटकाकर आग लगा दिया था दीपू के शव को
ढाका। बांग्लादेश में इकबाल मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद से हिंसा और आगजनी की तस्वीरें सामने आई हैं। इस बीच बांग्लादेश में नृशंस हत्या का एक मामला भी सामने आया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस सिलसिले में बांग्लादेशी अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इस बात का कोई सीधा सबूत नहीं है कि बांग्लादेश के मैमनसिंह में जिस हिंदू युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी, उसने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली कोई अपमानजनक बात कही थी।मुस्लिम सहकर्मी ने दीपू का लगाया था आरोपबता दें, दीपू चंद्र दास को उनकी फैक्ट्री में एक मुस्लिम सहकर्मी ने ईशनिंदा का आरोप लगाकर मॉब लिंचिंग में बेरहमी से मार डाला था। 18 दिसंबर की रात को भीड़ ने दास को मार डाला और फिर इस्लाम का अपमान करने के आरोप में उसके शव को पेड़ से लटकाकर आग लगा दी।अखबार का खुलासा, नहीं मिला कोई सबूतमैमनसिंह में आरएबी-14 के कंपनी कमांडर, एमडी समसुज्जमां ने बांग्लादेशी अखबार 'द डेली स्टार' को बताया कि ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे पता चले कि मृतक ने फेसबुक पर ऐसा कुछ लिखा हो जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची हो।उन्होंने यह भी बताया कि न तो स्थानीय लोग और न ही गारमेंट फैक्ट्री के श्रमिक ऐसी किसी गतिविधि की ओर इशारा कर पाए। कंपनी कमांडर समसुज्जमां ने द डेली स्टार को बताया, "अब हर कोई कह रहा है कि उन्होंने खुद दीपू को ऐसा कुछ कहते नहीं सुना। ऐसा कोई नहीं मिला जिसने दावा किया हो कि उन्होंने खुद धर्म को ठेस पहुंचाते हुए कुछ सुना या देखा हो। जब हालात बिगड़े, तो फैक्ट्री को बचाने के लिए उन्हें जबरदस्ती फैक्ट्री से बाहर निकाल दिया गया।"अधिकारी ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना के सिलसिले में शुरू में दो लोगों को हिरासत में लिया गया था, और बाद में पूछताछ के आधार पर पांच और लोगों को हिरासत में लिया गया। इसके अलावा, मैमनसिंह के एएसपी मोहम्मद अब्दुल्ला अल मामून ने कहा कि पुलिस तीन और लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है।इस बीच, कोएलिशन आॅफ हिंदूज आॅफ नॉर्थ अमेरिका (कोएचएनए) ने दास की बेरहमी से हत्या के बाद बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा पर अंतर्राष्ट्रीय मीडिया और समुदाय की चुप्पी पर गहरी चिंता जताई। इस संगठन ने इस बेरहम घटना की निंदा की, और चेतावनी दी कि बांग्लादेश बर्बरता की हालत में जा रहा है, जिसका खामियाजा हिंदुओं को भुगतना पड़ रहा है।

सुलग रहा बांग्लादेश:दंगाइयों ने अब बीएनपी नेता के घर को फूंका, जिंदा जल गई 7 साल की मासूम, तीन गंभीर रूप से झुलसे
ढाका। कट्टरपंथी नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद से बंग्लादेश हिंसा की आग में सुलग रहा है। इन सब के बीच पड़ोसी देश से दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। दंगाइयों ने ने शनिवार तड़के बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के एक नेता के घर को आग के हवाले कर दिया है। जिसमें 7 साल की बच्ची की झुलसने से मौत हो गई, जबकि परिवार के 3 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। यह घटना लक्ष्मीपुर सदर उपजिला के भबानीगंज यूनियन के पश्चिम चार मानसा गांव में हुई। स्थानीय मीडिया ने ये जानकारी दी है। पुलिस के अनुसार ये घटना तड़के करीब 1 बजे की है, जब उपद्रवियों ने घर के दोनों दरवाजों को बाहर से बंद कर दिया और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। घर में सो रही 7 साल की बच्ची आयेशा अख्तर की मौके पर ही मौत हो गई। उसकी दो बड़ी बहनें, सलमा अख्तर (16 वर्ष) और सामिया अख्तर (14 वर्ष), 50-60 फीसदी जल गईं और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बेलाल हुसैन को भी स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि बेटियों को एडवांस मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए ढाका रेफर किया गया है।बाहर निकलने में यह रहे कामयाबबेलाल की मां हाजेरा बेगम ने बताया कि उन्होंने खिड़की से उपद्रवियों को देखा, जो घर को घेरकर आग लगा रहे थे। अंग्रेजी अखबार डेली स्टार ने हाजेरा बेगम के हवाले से बताया, मैं रात को खाने के बाद सो गई थी। रात करीब 1ः00 बजे, मैं उठी और खिड़की से देखा कि मेरे बेटे के टिन-शेड वाले घर में आग लगी हुई है। मैं चिल्लाते हुए बाहर भागी, लेकिन घर के दोनों दरवाजे बाहर से बंद थे। मैं अंदर नहीं जा पाई। आखिरकार, मेरा बेटा दरवाजा तोड़कर बाहर निकलने में कामयाब हो गया। उसकी पत्नी, नजमा भी अपने चार महीने के बच्चे, अबीर हुसैन और छह साल के बेटे, हबीब के साथ बाहर निकलने में कामयाब हो गई।पुलिस ने की घटना की पुष्टिउन्होंने आगे कहा, मेरी पोतियां, सलमा, सामिया और आयशा, एक कमरे में सो रही थीं। उनमें से दो को गंभीर रूप से जलने के बाद बचाया गया, लेकिन सबसे छोटी, आयशा, अंदर ही जलकर मर गई। बेलाल भी बुरी तरह जल गया था। घटना की पुष्टि करते हुए, लक्ष्मीपुर सदर मॉडल थाना के ऑफिसर-इन-चार्ज (ओसी) मोहम्मद वाहिद परवेज ने बताया कि आगजनी की घटना में बिलाल की सात साल की बेटी आयशा अख्तर की जलकर मौत हो गई। यह घटना बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत हिंसा में खतरनाक बढ़ोतरी और बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति के बीच हुई है।

किशन-रिंकू की एंट्री, गिल को दिखाया बाहर का रास्ता:टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान, सूर्या के हाथों में होगी कमान
मुंबई। बीसीसीआई ने टी20 वर्ल्ड कप 2026 की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में बीसीसीआई की चयन समिति ने शनिवार को टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम का ऐलान कर दिया है। अजीत अगरकर की अगुआई वाली सीनियर चयन समिति ने इस टूर्नामेंट के लिए शनिवार को 15 सदस्यीय टीम घोषित कर दी है। गत चैंपियन भारत सूर्यकुमार यादव की अगुआई में अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप में खिताब का बचाव करने उतरेगा। जबकि खराब फॉर्म से जूझ रहे शुभमन गिल को टीम में जगह नहीं दी गई है। उनकी जगह टीम का उप-कप्तान अक्षर पटेल को बनाया गया है। मुंबई स्थित भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के हेडक्वार्टर में चयनकर्ताओं की मीटिंग हुई, जिसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने टीम का ऐलान किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान सूर्यकुमार यादव भी मौजूद रहे।दो साल बाद टीम लौटे ईशान किशनटीम में ईशान किशन और रिंकू सिंह भी शामिल हैं। ईशान 2 साल बाद भारतीय टीम में लौटे हैं। ईशान किशन ने हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में 101 रन की पारी खेली थी। पूरे टूर्नामेंट के दौरान उनका बल्ला जमकर चला था। जिसका उन्हें ईनाम मिल गया है। हालांकि, ईशान के शामिल होने से जितेश शर्मा टीम में जगह नहीं बना पाए हैं और उन्हें बाहर होना पड़ा है। संजू होंगे विकेटकीपरटीम का एलान करते वक्त अजीत अगरकर ने बताया कि संजू सैमसन विकेटकीपर होंगे। गिल के बाहर होने से अब ये तय हो गया है कि अभिषेक शर्मा के साथ पारी का आगाज करने उतरेंगे। सैमसन और अभिषेक की सलामी जोड़ी काफी सफल रही है और ऐसा ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांचवें टी20 में भी देखने मिला था। खिताब बचाने उतरेगा भारतभारत ने 2024 में रोहित शर्मा की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की थी। भारत इस टूर्नामेंट में खिताब बचाने के इरादे से उतरेगा। यह इस टूर्नामेंट का 10वां संस्करण होगा। अब तक कोई भी टीम इस टूर्नामेंट में अपने खिताब का बचाव नहीं कर सकी है, ऐसे में टीम इंडिया के पास घरेलू जमीन पर यह तिलिस्म तोड़ने का सुनहरा अवसर होगा। टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीमः सूर्यकुमार यादव (कप्तान), अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन (विकेटकीपर), तिलक वर्मा, हार्दिक पांड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल (उपकप्तान), रिंकू सिंह, जसप्रीत बुमराह, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती, वाशिंगटन सुंदर, ईशान किशन

तोशाखाना मामला:इमरान खान और बुशरा बीबी को 17 साल की सजा, 1.64 करोड़ का लगा जुर्माना
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को बड़ा झटका लगा है। संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) की विशेष अदालत ने शनिवार को तोशाखाना-2 मामले में दोनों को 17-17 साल की कैद की सजा सुनाई। अदालत ने दोनों पर 1.64 करोड़ पाकिस्तानी रुपए का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना न भरने की स्थिति में उन्हें अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। पाकिस्तानी मीडिया द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक विशेष न्यायाधीश (सेंट्रल) शाहरुख अर्जुमंद ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया, जहां इमरान खान पहले से ही बंद हैं।इमरान पर यह है आरोपयह मामला मई 2021 का है, जब इमरान खान को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने एक आधिकारिक दौरे के दौरान बुल्गारी ब्रांड का महंगा आभूषण सेट उपहार में दिया था। आरोप है कि बाद में सरकारी खजाने से इस कीमती तोहफे को बेहद कम कीमत पर खरीद लिया गया, जो नियमों का उल्लंघन है।आरोपों को खारिज किया था इमरान नेकेस की सुनवाई के दौरान इमरान खान ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 342 के तहत विशेष अदालत में अपना बयान दर्ज कराते हुए अभियोजन पक्ष के आरोप को खारिज कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरा मामला दुर्भावनापूर्ण, मनगढ़ंत और राजनीतिक रूप से प्रेरित है।उन्होंने तर्क दिया कि वे पाकिस्तान दंड संहिता के तहत लोक सेवक की श्रेणी में नहीं आते, क्योंकि प्रधानमंत्री होने के बावजूद उन्हें उस उपहार के विशिष्ट विवरणों की जानकारी नहीं थी, जो उनकी पत्नी को दिया गया था। पीटीआई के संस्थापक ने कहा कि तोशाखाना नीति 2018 के अनुसार उचित प्रक्रिया का पालन किया गया। दान की सूचना प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रोटोकॉल अनुभाग को विधिवत दी गई, उसका मूल्यांकन किया गया और भुगतान राष्ट्रीय खजाने में जमा होने के बाद उसे कानूनी रूप से अपने पास रख लिया गया। उन्होंने कहा कि हमने तोशखाना नीति का भावनापूर्वक पालन किया है।

वह जोरदार करेगा वापसी:खुद के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं दिखे सूर्या, सीरीज जीतने पर कही यह बात
अहमदाबाद। टीम इंडिया ने अहमदाबाद नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए पांचवें मैच को 30 रन से जीतकर टी20 सीरीज 3-1 से अपने नाम की। बतौर कप्तान सीरीज जीतकर सूर्यकुमार यादव बेहद खुश हैं, लेकिन खुद के निजी प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं। सीरीज जीतने के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में सूर्या ने कहा, हम जिस तरह की क्रिकेट खेलना चाहते थे, वैसा ही किया। नतीजा हमारे सामने है। यह पूरी कोशिश पहले नहीं हो रही थी। खुशी है कि हम इसे दोहरा पाए। हम बुमराह से पावरप्ले में एक ओवर, ड्रिंक्स के बाद बीच में एक ओवर और फिर आखिर में गेंदबाजी करवाना चाहते थे। हमें चुनौती मिली, लेकिन आप कैसे वापसी करते हैं, यह अहम है।एक लीडर के तौर पर मैं इस बात से खुशवहीं उन्होंने अपने प्रदर्शन को लेकर कहा, यह एक अच्छी चुनौतीपूर्ण सीरीज थी। हमने वही किया जो हम कर सकते थे। बस एक ही बात है कि हमें बल्लेबाज सूर्यकुमार नहीं मिला, मुझे लगता है कि वह कहीं गायब है। लेकिन वह जोरदार वापसी करेगा। एक लीडर के तौर पर, मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि सीरीज का नतीजा कैसा रहा।हार पर यह बोले अफ्रीकी कप्तानदूसरी ओर, सीरीज गंवाने के बाद साउथ अफ्रीकी कप्तान एडेन मार्करम ने कहा, 230 रन (232 रन) बनाने के लिए लगभग परफेक्ट चेज की जरूरत थी। हमारे टॉप तीन बल्लेबाजों ने शुरुआत अच्छी की, लेकिन मिडिल ऑर्डर उसे आगे नहीं बढ़ा पाया। लेकिन ये सबक वर्ल्ड कप के लिए बहुत काम आ सकते हैं। इस सीरीज में हमारा अनुभव अच्छा रहा, अब हमें पता है कि हमें क्या करना है।तिलक-हार्दिक ने खेली शानदार पारीभारत ने तिलक वर्मा (73) और हार्दिक पंड्या (63) की शानदार पारियों के दम पर 5 विकेट खोकर 231 रन बनाए। इसके जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम निर्धारित ओवरों में 8 विकेट गंवाकर 201 रन ही बना सकी। क्विंटन डी कॉक ने 65 रन बनाए, लेकिन मेहमान टीम को जीत नहीं दिला सके। भारत की तरफ से वरुण चक्रवर्ती ने 4 विकेट हासिल किए।

वे कार्यालय को जला सकते हैं, लेकिन हमारे संकल्प को नहीं:अखबार का दफ्तर जलाने पर बोला बांग्लादेशी अखबार डेली स्टार, कहा- हम झुकेंगे नहीं
नई दिल्ली। कट्टरपंथी नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बंग्लादेश हिंसा की आग में जल रहा है। दंगाइयों ने ढाका में मीडिया प्रतिष्ठानों के दफ्तरों को भी फूंक दिया है। अंग्रेजी दैनिक अखबार द डेली स्टार और दैनिक प्रोथोम आलो की बिल्डिंग को जला दिया है। आगजनी के दौरान द डेली स्टार की बिल्डिंग के छत पर दर्जनों पत्रकार तीन घंटे तक फंसे रहे।इस पूरे घटनाक्रम पर अब डेली स्टार की प्रतिक्रिया आई है। डेली स्टार ने इसे स्वतंत्र पत्रकारिता पर सीधा हमला करार देते हुए कहा कि यह सिर्फ दो अखबारों पर नहीं बल्कि अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र पर हमला है. अखबार ने साफ किया- हम डरेंगे नहीं. हम झुकेंगे नहीं हम सच बोलते रहेंगे। अखबार ने आगे कहा, वे हमारे कार्यालय को जला सकते हैं, लेकिन हमारे संकल्प को नहीं। दंगाईयों ने ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल पर लगाई आग डेली स्टार ने आगे कहा कि कि बांग्लादेश में स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए यह सबसे काले दिनों में से एक था, जब देश के दो सबसे बड़े अखबार द डेली स्टार और प्रोथोम आलो पर हमला किया गया। डेली स्टार के मुताबिक हमलावरों ने ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल पर आग लगा दी, जहां जुलाई आंदोलन की तस्वीरें लगी थीं। ग्राउंड फ्लोर पर रखे फर्नीचर और अखबारों के बंडल जलाए गए, जिससे आग दूसरी मंजिल तक फैल गई। भीड़ के एक अन्य समूह ने फर्नीचर को सड़क पर घसीटकर वहीं आग लगा दी।34 साल के इतिहास में पहली बार प्रकाशित नहीं हुआ अखबारडेली स्टार के एचआर हेड मह्मूदुल हसन खान ने बताया कि आग फैलने के दौरान 28 कर्मचारी छत पर चले गए और लोहे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। आखिरकार सुबह करीब 5 बजे सेना और फायर फाइटर्स ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि इमारत में बिजली, पानी और गैस की आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। इस हमले के चलते 34 साल के इतिहास में पहली बार डेली स्टार का प्रिंट एडिशन प्रकाशित नहीं हो सका।प्रोथोम आलो के दफ्तर को भी बनाया निशानाइसी दौरान करवान बाजार स्थित प्रोथोम आलो के मुख्यालय पर भी हमला हुआ। शरिफ उस्मान हादी की मौत की खबर फैलने के बाद रात करीब 11.15 बजे 30-35 लोगों का समूह शाहबाग से प्रोथोम आलो के दफ्तर की ओर बढ़ा। पुलिस ने शुरुआती कोशिश नाकाम कर दी, लेकिन भीड़ वहीं डटी रही।

अमेरिका की सीरिया में एयरस्ट्राइक, ट्रंप ने हमले का लिया बदला:ISIS के लड़ाकों और ठिकानों को बनाया निशाना, अभियान को नाम दिया ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक
वाशिंगटन। अमेरिका ने पिछले सप्ताह अमेरिकी कर्मियों पर हुए जानलेवा हमले का बदला लेना शुरू कर दिया है। अमेरिका ने सेंट्रल सीरिया में इस्लामिक स्टेट के कई ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने बताया कि इन हमलों में आईएसआईएस के लड़ाकों, उनके ढांचे और हथियार ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस अभियान का नाम ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि आगे और कार्रवाई हो सकती है।हेगसेथ ने कहा कि यह किसी युद्ध की शुरुआत नहीं है, बल्कि बदला लेने की घोषणा है। उनके अनुसार, अमेरिका ने अपने दुश्मनों को खोजकर मारा है और आगे भी ऐसा करता रहेगा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया - “आज पहले, अमेरिकी सेना ने सीरिया में ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक शुरू किया ताकि 13 दिसंबर को पल्मायरा, सीरिया में अमेरिकी सेना पर हुए हमले के सीधे जवाब में आईएसआईएस लड़ाकों, इंफ्रास्ट्रक्चर और हथियारों के ठिकानों को खत्म किया जा सके।आज हमने ढूंढकर मार डाला दुश्मनों कोउन्होंने आगे कहा, “जैसा कि हमने उस बर्बर हमले के तुरंत बाद कहा था, अगर आप दुनिया में कहीं भी अमेरिकियों को निशाना बनाते हैं, तो आप अपनी छोटी, बेचैन जिंदगी यह जानते हुए बिताएंगे कि संयुक्त राज्य अमेरिका आपको ढूंढेगा और बेरहमी से मार डालेगा। आज, हमने अपने दुश्मनों को ढूंढकर मार डाला। उनमें से बहुतों को हमने मार दिया है और हम ऐसा करना जारी रखेंगे।”हमले के बाद ट्रंप ने गंभीर परिणाम भुगतने की दी थी चेतावनीये हवाई हमले पिछले सप्ताह पल्मायरा के पास हुए उस हमले के बाद किए गए, जिसमें दो अमेरिकी सैनिकों और एक अमेरिकी नागरिक दुभाषिये की मौत हो गई थी, जबकि तीन अन्य सैनिक घायल हुए थे। हमलावर ने अमेरिकी और सीरियाई बलों के काफिले पर हमला किया था, जिसे बाद में मार गिराया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घटना के बाद बहुत गंभीर जवाबी कार्रवाई का वादा किया था। व्हाइट हाउस की उप प्रेस सचिव अन्ना केली ने कहा कि ये हवाई हमले उसी वादे को पूरा करने की कार्रवाई हैं।

झूठी ईशनिंदा की खौफनाक सजा:बांग्लादेश में हिन्दू युवक की हत्या पर बिफरी तसलीमा, पुलिस पर भी उठाए सवाल
ढाका। इन दिनों बांग्लादेश हिंसा की आग में सुलग रहा है। कट्टर पंथी नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद उपद्रवियों ने आगजनी शुरू कर दी है। खास बात यह है कि देश में जहां हादी की मौत के बाद से हंगामा मचा हुआ है। वहीं, दूसरी तरफ बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। युवक का नाम दीपू चंद्र दास बताया जा रहा है। दीपू पर ईशनिंदा का आरोप था। निर्वासित बांग्लादेशी लेखिका और मानवाधिकार कार्यकर्ता तसलीमा नसरीन ने शनिवार को दावा किया कि बांग्लादेश में भीड़ द्वारा मार दिए गए हिंदू युवक दीपू चंद्र दास पर ईशनिंदा का झूठा आरोप लगाया गया था। यह आरोप मैमनसिंह जिले की एक फैक्ट्री में काम करने वाले उसके एक मुस्लिम सहकर्मी ने लगाया था। तसलीमा नसरीन के अनुसार, यह भयावह घटना तब हुई जब दीपू पुलिस की सुरक्षा में था।गरीब मजदूर था दीपूउन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर दीपू का एक वीडियो साझा करते हुए बताया, दीपू चंद्र दास मैमनसिंह के भालुका में एक फैक्ट्री में काम करता था। वह एक गरीब मजदूर था। एक दिन किसी छोटी बात पर उसके मुस्लिम सहकर्मी ने उसे सबक सिखाने की ठान ली। इसलिए भीड़ के बीच उसने घोषणा की कि दीपू ने पैगंबर के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है। बस इतना ही काफी था।पुलिस की सुरक्षा में था दीपूनसरीन ने लिखा कि इसके बाद उग्र भीड़ ने दीपू पर हमला कर दिया और उसे बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। बाद में पुलिस ने उसे भीड़ से बचाकर हिरासत में ले लिया, यानी वह पुलिस की सुरक्षा में था। उनका कहना है कि दीपू ने पुलिस को पूरी घटना बताई और साफ कहा कि उसने पैगंबर के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की थी। उसने यह भी बताया कि यह सब उसके सहकर्मी की साजिश थी।तसलीमा ने यह भी लगाया आरोपतसलीमा नसरीन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उस सहकर्मी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा, पुलिस में से कई लोग जिहाद के प्रति सहानुभूति रखते हैं। क्या कट्टर सोच के कारण पुलिस ने दीपू को फिर से उग्र लोगों के हवाले कर दिया, या फिर कट्टरपंथियों ने थाने से उसे जबरन निकाल लिया? इसके बाद दीपू के साथ मारपीट की गई, उसे लटकाया गया और जला दिया गया।दोषियों को कौन दिलाएगा सजाउन्होंने यह भी कहा कि दीपू अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला था। उसकी कमाई से उसके दिव्यांग पिता, मां, पत्नी और बच्चे का पालन-पोषण होता था। अब उसके परिवार का क्या होगा, यह बड़ा सवाल है। दोषियों को सजा कौन दिलाएगा और परिवार की मदद कौन करेगा? नसरीन ने दुख जताया कि दीपू के परिवार के पास इतना पैसा भी नहीं है कि वे भारत भागकर अपनी जान बचा सकें। गरीबों का कोई सहारा नहीं होता, उनके पास न देश बचता है और न ही सुरक्षा, यहां तक कि कोई धर्म भी नहीं बचता है।

टी20 सीरीज पर भारत का कब्जा:मेहमान टीम पर कहर बनकर टूटे हार्दिक, इस मामले में युवराज को भी छोड़ा पीछे
नई दिल्ली। टीम इंडिया ने टी20 सीरीज के आखिरी मुकाबले में मेहमान टीम साउथ अफ्रीका को 30 रनों से शिकस्त देकर सीरीज पर कब्जा कर लिया है। शुक्रवार की देर रात अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 232 रनों का टारगेट दिया था. चेज में साउथ अफ्रीकी टीम 8 विकेट पर 201 रन ही बना सकी। टीम इंडिया की जीत के हीरो तिलक वर्मा और हार्दिक पांड्या रहे। पांड्या ने बल्ले और गेंद दोनों से ही शानदार प्रदर्शन किया। हार्दिक पांड्या अहमदाबाद में बल्लेबाजी करने के लिए उतरने के साथ ही दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों पर टूट पड़े। हार्दिक सिर्फ बाउंड्री में ही बातें कर रहे थे। हार्दिक ने सिर्फ 16 गेंदों में अर्धशतक लगा दिया। भारत की तरफ से टी20 में यह दूसरा सबसे तेज अर्धशतक है। पांड्या ने 25 गेंदों पर 5 छक्कों और 5 चैकों की मदद से 63 रन की विस्फोटक पारी खेली। उनकी इस पारी की बदौलत भारतीय टीम 20 ओवर में 5 विकेट पर 231 के विशाल स्कोर तक पहुंच सकी। हार्दिक ने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया और 1 विकेट झटके। कोहली-शिवम भी 2-2 बार हासिल कर चुके हैं उपलब्धिअंतरराष्ट्रीय टी20 में यह चैथा मौका था जब हार्दिक पांड्या ने अर्धशतक लगाने के साथ ही 1 या उससे अधिक विकेट लिए। इस मामले में उन्होंने युवराज सिंह को पीछे छोड़ा। युवराज ने टी20 में तीन बार फिफ्टी लगाने के साथ ही 1 या उससे अधिक विकेट लिए थे। विराट कोहली और शिवम दुबे भी 2-2 बार यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। हार्दिक पांड्या को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मैच का श्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। हार्दिक ने सीरीज का दूसरा अर्धशतक लगाया। सीरीज के पहले मैच में भी हार्दिक ने 28 गेंद पर नाबाद 59 रन बनाने के साथ ही 1 विकेट लिए थे। तिलक वर्मा ने खेली 73 रनों की पारीपांचवें टी20 की बात करें तो टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने तिलक वर्मा के 73, हार्दिक पांड्या के 63, सैमसन के 37, और अभिषेक शर्मा के 34 रन की बदौलत 8 विकेट पर 231 रन बनाए थे। दक्षिण अफ्रीका 20 ओवर में 8 विकेट पर 201 रन बना सकी और मैच 30 रन से हार गई। क्विंटन डि कॉक ने सर्वाधिक 65 रन बनाए थे। भारत के लिए वरुण चक्रवर्ती ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए।

बलूच महिलाओं पर कहर ढा रही मुनीर की सेना:गायब होने के मामलों में एचआरसीबी ने जताई चिंता, कही यह बात
क्वेटा। बलूचिस्तान से लगातार लोगों के गायब होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना पर लोगों को जबरन घर से उठाकर ले जाने और गैर-कानूनी तरीके से हत्या के आरोप लग रहे हैं। बीते दिन ये भी जानकारी सामने आई कि बलूचिस्तान में महिलाओं को भी गायब किया जा रहा है। मानवाधिकार परिषद बलूचिस्तान (एचआरसीबी) ने पूरे बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना द्वारा बलूच महिलाओं को जबरन गायब करने की बढ़ती घटनाओं पर गहरी चिंता जताई है।मानवाधिकार संगठन ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना द्वारा महिलाओं को अगवा करना प्रांत में दमन का एक आम तरीका बनता जा रहा है। एचआरसीबी के अनुसार, 2025 में बलूच महिलाओं को जबरन गायब करने के नौ मामले दर्ज किए गए। मानवाधिकार परिषद की ओर से कहा गया, “ये मामले सामूहिक सजा और कानूनी सुरक्षा के सिस्टमैटिक नुकसान के एक परेशान करने वाले पैटर्न को दिखाते हैं। अलग-अलग बैकग्राउंड की महिलाओं को घरों पर रेड और देर रात के ऑपरेशन के जरिए अगवा किया गया है। इनमें छात्राएं, स्वास्थ्यकर्मी, घर में काम करने वाली महिलाएं और मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल हैं। कई पीड़ितों को बार-बार गायब किया गया और टॉर्चर किया गया, जबकि कम से कम एक मामले में कस्टडी में मौत हुई।”सुरक्षा एजेंसियों की संलिप्तता ने नियमों का उल्लंघनमानवाधिकार संगठन ने कहा कि काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी), फ्रंटियर कॉर्प्स (एफसी), और मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) सहित पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों की संलिप्तता ने इन उल्लंघनों के कार्यप्रणाली को दिखाया। पहले बलूच आदमियों को जबरन गायब करने और गैर-कानूनी तरीके से हिरासत में मौत की घटनाएं सामने आ रही थीं, जो पिछले दो दशकों से जारी है, और अब महिलाओं के साथ भी वही किया जा रहा है। इसमें आगे कहा गया है कि हजारों बलूच पुरुषों, जिनमें बच्चे और वयस्कों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं, को तथाकथित “किल एंड डंप” नीति के तहत जबरदस्ती गायब कर दिया गया है या न्यायेतर हत्याओं का शिकार बनाया गया है।एचआरसीबी ने कहा, “दशकों से, बलूचिस्तान में जबरदस्ती गायब करने के मामलों में ज्यादातर पुरुषों को टारगेट किया जाता था, जिससे महिलाओं को अपने परिवारों और समुदायों में सामाजिक, आर्थिक और मनोवैज्ञानिक नतीजे भुगतने पड़ते थे। हालांकि, 2025 में, महिलाएं खुद तेजी से सीधे टारगेट बन रही हैं, जो सरकारी दमन के पैटर्न में एक बड़ा बदलाव दिखाता है।”मकसद महिलाओं की आपत्ति को दबानाआगे कहा गया, “जैसे-जैसे महिलाओं ने परिवार चलाने वालों और शांतिपूर्ण विरोध और अधिकारों पर आधारित वकालत में साफ तौर पर हिस्सा लेने वाली सार्वजनिक भूमिकाएं निभाईं, उनके नाम की वजह से उन्हें बदले की कार्रवाई का सामना करना पड़ा। इस तरह जबरदस्ती गायब करना महिलाओं को सजा और डराने के एक जानबूझकर तरीके के तौर पर बढ़ा दिया गया है, जिसका मकसद असहमति को दबाना, दूसरी महिलाओं को चुप कराना और पहले से ही बड़े पैमाने पर गायब होने से तबाह इलाके में सामूहिक दुख को और बढ़ाना है।”महिलाओं के विरोध को कमजोर करने की कोशिशएचआरसीबी ने कहा कि महिलाओं को निशाना बनाना न तो अचानक हुआ है और न ही अलग-थलग है, बल्कि यह बलूचिस्तान में कार्यकर्ताओं को चुप कराकर और उनके परिवारों और समुदायों पर दबाव डालकर महिलाओं के विरोध को कमजोर करने की सोची-समझी कोशिश दिखाता है। मानवाधिकार संस्था ने कहा, “खुलेआम छापे मारे जाते हैं, परिवारों को चुप रहने के लिए मजबूर किया जाता है, और असरदार कानूनी उपाय ज्यादातर पहुंच से बाहर रहते हैं। जवाबदेही की लगातार कमी ने इन तरीकों को रूटीन सिक्योरिटी ऑपरेशन का हिस्सा बना दिया है, जिससे महिलाओं को जबरदस्ती गायब करना एक आम गलत काम से बदलकर सरकार के कंट्रोल का एक आम तरीका बन गया है।”

कट्टरपंथी नेता की मौत पर आधी रात सुलगा बांग्लादेश:दंगाइयों ने मीडिया संस्थानों को किया आग के हवाले, तीन घंटे तक फंसे रहे दर्जनों पत्रकार
ढाका। बांग्लादेश में कट्टरपंथी नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद दंगाइयों ने आधी रात जमकर बवाल काटा है। जो भी सामने दिखा उसको आग के हवाले कर दिया। दंगाई के निशाने पर खासकर मीडिया प्रतिष्ठानों के दफ्तर रहे। दंगाइयों ने बांग्लादेश के अंग्रेजी दैनिक अखबार द डेली स्टार समेत कई मीडिया संस्थानों आग लगा दी। आगजनी के दौरान द डेली स्टार की बिल्डिंग के छत पर दर्जनों पत्रकार तीन घंटे तक फंसे रहे। बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट बीएसएस की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने हादी की मौत की पुष्टि की। इंकलाब मंच के आधिकारिक फेसबुक पेज ने भी गुरुवार रात इस खबर की घोषणा की। मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने हादी पर उस वक्त गोलियां चलाईं, जब वह ढाका के बिजोयनगर के बॉक्स कल्वरट इलाके में रिक्शा से जा रहा था।हादी की मौत की खबर से गुस्साई भीड़गंभीर हालत में शरीफ उस्मान हादी को ढाका के एवरकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से सोमवार को उसे बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था। हादी की मौत की खबर आने के कुछ घंटों बाद शुक्रवार सुबह गुस्साई भीड़ ने ढाका के कारवां बाजार में बांग्लादेशी अखबार द डेली स्टार की बिल्डिंग में आग लगा दी। आग पर काबू पाने के लिए छह फायर ब्रिगेड यूनिट भेजी गईं।इलाके की सुरक्षा के लिए सेना को किया गया तैनातइस दौरान पत्रकारों सहित कई कर्मचारी बिल्डिंग के अंदर फंस गए थे। उन्हें सुरक्षित निकाला गया। इलाके को सुरक्षित करने के लिए बांग्लादेश सेना के जवानों को तैनात किया गया, जबकि भीड़ सड़क के दूसरी ओर खड़ी रही। द डेली स्टार का ऑफिस अब पूरी तरह से जल चुका है। एक पत्रकार के मुताबिक बाहर से एक फोन कॉल आया जिसने स्टाफ को चेतावनी दी कि भीड़ द डेली स्टार के परिसर की ओर बढ़ रही है।9वीं मंजिल पर फंसे 28 पत्रकार, नीचे सुलगती आगन्यूजरूम में मौजूद स्टाफ ने शुरू में नीचे जाने की कोशिश की, लेकिन तब तक एक भीड़ बिल्डिंग की निचली मंजिलों पर पहुंच चुकी थी, उन्होंने यहां तोड़फोड़ शुरू कर दी और बाद में उसके कुछ हिस्सों में आग लगा दी। द डेली स्टार में हिंसा की पूरी रिपोर्ट बांग्लादेश की वेबसाइट बीडीन्यूज24 में छपी है। रिपोर्ट के अनुसार जब प्रदर्शनकारियों ने ऑफिस के निचले हिस्से में आग लगा दी तो वहां से धुएं का गुबार निकल पड़ा। इस वजह से पत्रकार बाहर नहीं निकल पाए।उपद्रवियों ने दैनिक प्रोथोम आलों की बिल्डिंग में भी लगाई आगइसी तरह की एक और घटना में लोगों का एक समूह राजधानी में शाहबाग से कारवां बाजार की ओर मार्च करते हुए गया, जहां उन्होंने बांग्लादेशी दैनिक प्रोथोम आलो की बिल्डिंग को घेर लिया और विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर तैनात पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन स्थिति को काबू में करने में नाकाम रही।लाठियां और राड लेकर पहुंचे थे प्रदर्शनकारीयह हमला गुरुवार देर रात शुरू हुआ, जब प्रदर्शनकारी लाठियां और रॉड लेकर आए। उन्होंने ऑफिस में तोड़फोड़ की और उसकी ज्यादातर खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। बांग्लादेशी दैनिक, ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, आधी रात के आसपास, प्रदर्शनकारियों का एक समूह ऑफिस में घुस गया और सड़क पर फर्नीचर और जरूरी दस्तावेज फेंककर आग लगा दी। प्रोथोम आलो के एक पत्रकार के अनुसार, इलाके में तनाव बढ़ने के कारण कई रिपोर्टर और कर्मचारी अभी ऑफिस के अंदर फंसे हुए हैं।एनसीपी की छात्र शाखा ने भी किया विरोध प्रदर्शनइस बीच, नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) की छात्र शाखा, जातीय छात्र शक्ति ने ढाका में विरोध प्रदर्शन किया। अंतरिम सरकार के गृह सलाहकार जहांगीर आलम चैधरी का पुतला जलाया और हादी के हमलावरों को गिरफ्तार करने में नाकाम रहने और श्सार्वजनिक सुरक्षा की बिगड़ती स्थितिश् को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की।ढाका ट्रिब्यून ने जातीय छात्र शक्ति के अध्यक्ष जाहिद अहसान के हवाले से कहा, ष्हम जहांगीर से गिरफ्तारी के लिए कोई मांग नहीं कर रहे हैं क्योंकि वह इस पद के लिए अयोग्य हैं। आप एक गैर-जिम्मेदार गृह सलाहकार से मांग नहीं कर सकते।ष् बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के दौरान हिंसा में खतरनाक बढ़ोतरी और कानून-व्यवस्था की स्थिति में गिरावट देखी गई है।

पाकिस्तान के हमले का तालिबान ने दिया मुंहतोड़ जवाब:अफगानी सेना के जवाबी एक्शन से दहशत में आए कुनार बार्डर के लोग
काबुल। अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सेना गुरुवार को फिर एक दूसरे से भिड़ गईं। स्थानीय मीडिया ने कुनार में रहने लोगों के हवाले से ये जानकारी दी है। दोनों ही ओर से भारी गोलीबारी की खबर है। अफगानिस्तान की जानी मानी न्यूज एजेंसी खामा प्रेस के अनुसार बुधवार को पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान की सीमा में कुछ रॉकेट दागे थे, जिसके बाद तालिबानी सेना ने जवाबी कार्रवाई की। इलाके के लोग इस हमले से दहशत में हैं।इस मामले को लेकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है। पिछले दो महीनों में काबुल की ओर से लगाए गए बॉर्डर प्रतिबंधों के कारण पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। दोनों देशों के बीच सीमा पार व्यापार और आवाजाही काफी हद तक बंद है, जिससे पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हजारों व्यापारियों पर असर पड़ा है।दोनों देशों के बीच व्यापार बंद होने से पाकिस्तान भारी नुकसान पाकिस्तान के प्रमुख दैनिक डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाक-अफगान ज्वांइट चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएजेसीसीआई) के जियाउल हक सरहदी और सरहद चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष मंजूर इलाही ने एक संयुक्त बयान में खुलासा किया है कि अफगानिस्तान के साथ व्यापार बंद होने के कारण पाकिस्तान को 4.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है।5 दिसंबर को पाक-अफगान सीमा पर हुई थी गोलीबारीइससे पहले 5 दिसंबर को, पाकिस्तानी और अफगान सेनाओं के बीच सीमा पर भारी गोलीबारी हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमले की शुरुआत करने का आरोप लगाया था। अफगान कार्यवाहक सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसकी जानकारी दी थी। बताया था कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक जिले में हमले किए, जिसका जवाब अफगान सेनाओं ने दिया।

मैं अपने सामने देख रहा मिनी इंडिया:ओमान में भारतीयों से बोले पीएम मोदी, गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए जताया आभार
मस्कट। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विदेश दौरे के अंतिम पड़ाव पर ओमान में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। मंत्री पर्व कार्यक्रम कन्वेंशन सेंटर में ‘आयोजित किया गया। मैत्री पर्व प्रोग्राम का आयोजन किया गया। पीएम मोदी को सुनने के लिए ओमान में अलग-अलग भारतीय स्कूलों के 700 से ज्यादा छात्र शामिल हुए। यह साल ओमान में भारतीय स्कूलों के लिए खास महत्व रखता है। दरअसल, ओमान में भारतीय स्कूल अपनी स्थापना के 50 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।प्रधानमंत्री ने गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए उनका धन्यवाद किया। उन्होंने भारत माता की जय, वंदे मातरम, और मोदी, मोदी के नारों के बीच अपना भाषण शुरू किया। पीएम मोदी ने बताया कि दीपावली को यूनेस्को ने अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की लिस्ट में शामिल किया है। श्मैत्री पर्वश् भारत और ओमान की दोस्ती, साझा इतिहास और अच्छे भविष्य का जश्न मनाता है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को साथ रहने और सहयोग का जीता-जागता उदाहरण बताया।भारत में बहुत अलग-अलग तरह के लोगउन्होंने कहा, मैं अपने सामने मिनी इंडिया देख रहा हूं। आज, हम यहां एक परिवार की तरह इकट्ठा हुए हैं। आज, हम अपने देश, अपनी टीम इंडिया का जश्न मना रहे हैं। भारत में बहुत अलग-अलग तरह के लोग हैं, और हमारी संस्कृति इसकी ताकत में गहराई से जुड़ी हुई है। हर दिन एक नया रंग, हर मौसम एक नया जश्न, हर परंपरा एक नई सोच लेकर आती है और इसीलिए हम भारतीय चाहे कहीं भी जाएं या रहें, हम हमेशा अलग-अलग तरह की चीजों का सम्मान करते हैं।प्रवासी भारतीय मिलकर रहने और सहयोग करने का जीता-जागता उदाहरण प्रधानमंत्री ने कहा, हम अपने नए माहौल की संस्कृति और रीति-रिवाजों को आसानी से अपना लेते हैं। यहां ओमान में, मैं यह अपने सामने होते हुए देख रहा हूं। प्रवासी भारतीय मिलकर रहने और सहयोग करने का जीता-जागता उदाहरण हैं। हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को हाल ही में सम्मान मिला क्योंकि यूनेस्को ने दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत में शामिल किया। अब, दीपावली का दीया सिर्फ हमारे घर को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को रोशन करेगा। यह दुनियाभर में भारतीयों के लिए गर्व की बात है। दीपावली की यह वैश्विक पहचान हमारी उस रोशनी की पहचान है, जो उम्मीद, मेल-जोल और इंसानियत का संदेश फैलाती है।आज हम सब मना रहे भारत-ओमान मैत्री पर्वमैत्री पर्व को लेकर पीएम मोदी ने कहा, आज, हम सब भारत-ओमान मैत्री पर्व मना रहे हैं। मैत्री का मतलब है, एम- समुद्री विरासत, ए- आकांक्षाएं, आई- इनोवेशन, टी- ट्रस्ट और टेक्नोलॉजी, आर- रिस्पेस्ट, आई- इंक्लूसिव ग्रोथ, जिसका मतलब है कि यह मैत्री पर्व हमारे दोनों देशों के बीच दोस्ती, हमारे साझा इतिहास और एक समृद्ध भविष्य का जश्न मनाता है।भारत-ओमार के बीच रहे गहरे और जीवन रिश्तेउन्होंने कहा, भारत और ओमान के बीच हमेशा गहरे और जीवंत रिश्ते रहे हैं। हिंद महासागर की मानसूनी हवाओं ने दोनों देशों के बीच व्यापार को दिशा दी है। हमारे पूर्वज लोथल, मांडवी और ताम्रलिप्ति जैसे बंदरगाहों से लकड़ी की नावें लेकर मस्कट, सुर और सलालाह पहुंचते थे। मुझे खुशी है कि मांडवी से मस्कट तक के इन ऐतिहासिक रिश्तों को हमारी एम्बेसी ने एक किताब में इकट्ठा किया है। मैं चाहूंगा कि आप सभी यह किताब हर व्यक्ति, हर युवा को दें, किताब पढ़ें और अपने ओमानी दोस्तों को भी गिफ्ट करें।भारतीयों की रक्षा के लिए सुल्तान हैथम बिन तारिक को दिया धन्यवादपीएम मोदी ने कहा कि ओमान में भारतीय स्कूलों की सफलता पूर्व दिवंगत सुल्तान काबूस बिन सईद के समर्थन के बिना मुमकिन नहीं होती। उन्होंने ओमान में रहने वाले भारतीयों की मदद करने और उनकी रक्षा करने के लिए सुल्तान हैथम बिन तारिक को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, भारत और ओमान के बीच रिश्ता, जो व्यापार से शुरू हुआ था, अब शिक्षा के जरिए मजबूत हो रहा है। मुझे बताया गया है कि यहां भारतीय स्कूलों में लगभग 46,000 छात्र पढ़ रहे हैं, जिनमें दूसरे समुदायों के हजारों स्टूडेंट भी शामिल हैं। इस साल ओमान में भारतीय शिक्षा प्रणाली के 50 साल पूरे हो रहे हैं। यह भारत-ओमान रिश्तों के लिए एक मील का पत्थर है।

21वीं सदी की जंग केवल हथियारों की नहीं:एयरफोर्स कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में बोले रक्षा मंत्री, आपरेशन सिंदूर को लेकर सराहा वायुसेना को
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित वायुसेना कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। यहां उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में वायुसेना की सटीकता और गति की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान की ओर से की गई गैर-जिम्मेदाराना प्रतिक्रिया को भी वायुसेना ने अत्यंत प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने उच्च-प्रभावी क्षमता का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय वायुसेना को तकनीकी रूप से उन्नत, संचालन में फुर्तीली, रणनीतिक रूप से आत्मविश्वासी और भविष्य उन्मुख शक्ति बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना निरंतर बदलते वैश्विक परिदृश्य में राष्ट्रीय हितों की रक्षा कर रही है।हमारी रक्षा क्षमता पर जनता को अटूट विश्वासजनता के सशस्त्र बलों पर विश्वास को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, आमतौर पर जब दुश्मन हमला करता है, तो लोग भयभीत होकर छिप जाते हैं। लेकिन जब पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का प्रयास किया, तब भारत की जनता शांत रही और अपने दैनिक कार्यों में संलग्न रही। यह हमारी वायु रक्षा क्षमता और परिचालन तैयारी में जनता के अटूट विश्वास का प्रमाण है।वायुसेना से कमांडर्स से किया आह्वान उन्होंने वायुसेना कमांडर्स को ऑपरेशन सिंदूर से सीख लेकर भविष्य की चुनौतियों के लिए सतर्क एवं तैयार रहने का आह्वान भी किया। रक्षा मंत्री ने बताया कि आधुनिक युद्ध में वायु शक्ति की निर्णायक भूमिका है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का युद्ध केवल हथियारों का नहीं है। यह विचारों, तकनीक और अनुकूलन क्षमता का युद्ध है। यह भी बोले रक्षा मंत्रीसाइबर युद्ध, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मानव रहित हवाई वाहन, उपग्रह आधारित निगरानी और अंतरिक्ष आधारित क्षमताएं युद्ध के भविष्य को पूरी तरह बदल रही हैं। सटीक निर्देशित हथियार, रीयल-टाइम खुफिया जानकारी और डेटा आधारित निर्णय प्रणाली अब विकल्प नहीं, बल्कि आधुनिक संघर्षों में सफलता की बुनियादी आवश्यकता बन चुके हैं। दो राष्ट्र तकनीक, रणनीतिक दृष्टि और अनुकूलन क्षमता की त्रिवेणी में महारत हासिल करेंगे, और वही वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर होंगे।सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएगा सुदर्शन चक्ररक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस भाषण में घोषित ‘सुदर्शन चक्र’ आने वाले समय में राष्ट्रीय परिसंपत्तियों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। स्वदेशी जेट इंजन का विकास एक राष्ट्रीय मिशन बन चुका है और सरकार इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।

एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान की कोच्चि में इमरजेंसी लैंडिंग:160 यात्रियों को लेकर जेद्दा से कोझिकोड के लिए भरी थी उड़ान, टला बड़ हादसा
कोच्चि। सऊदी अरब के जेद्दा से केरल के कोझिकोड आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस के उड़ान को आपातकालीन परिस्थितियों में केरल के कोच्चि उतारा गया। विमान में करीब 160 यात्री सवार थे। बताया जा रहा है कि तकनीकी खराबी आने की वजह से विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई है। जिससे एक बड़ा हवाई हादसा टल गया। फ्लाइट एआईई-398 सऊदी अरब के जेद्दा से चली थी और कोझिकोड जा रही थी। रास्ते में पायलट को विमान के लैंडिंग गियर में दिक्कत महसूस हुई। इसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए पायलट ने कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी डायवर्जन और इमरजेंसी लैंडिंग की इजाजत मांगी। संकटकालीन संदेश मिलने के बाद एयरपोर्ट अधिकारियों ने तुरंत पूरे इमरजेंसी प्रोटोकॉल एक्टिवेट कर दिए। जानकारी के अनुसार, विमान सुबह करीब 9.07 बजे सुरक्षित लैंड हुआ, जिसमें एहतियात के तौर पर रनवे पर फायर और रेस्क्यू टीमें, मेडिकल स्टाफ और सुरक्षाकर्मी तैनात थे।विमान के फट गए थे दो टायरलैंडिंग के बाद, विमान की जांच में पता चला कि उसके दो टायर फट गए थे, जिससे खराबी की गंभीरता की पुष्टि हुई और कोच्चि की ओर डायवर्ट करने के फ्लाइट क्रू के समय पर लिए गए फैसले को सही साबित किया। कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स लिमिटेड (सीआईएएल) के अधिकारियों ने इमरजेंसी रिस्पॉन्स और लैंडिंग के बाद की प्रक्रियाओं को तालमेल किया, यह सुनिश्चित करते हुए कि यात्रियों को सुरक्षित रूप से टर्मिनल तक पहुंचाया जाए। एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि सभी इमरजेंसी सिस्टम चालू थे और योजना के अनुसार काम कर रहे थे। सभी यात्रियों को एयरपोर्ट लाउंज में ठहराया गया है और उनकी आगे की यात्रा के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।एयर इंडिया एक्सप्रेस ने यात्रियों को दिलाया भरोसाएयर इंडिया एक्सप्रेस के अधिकारियों ने कहा कि जल्द से जल्द कोझिकोड के लिए वैकल्पिक फ्लाइट चलाने या उचित ग्राउंड ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था करने की कोशिशें जारी हैं। फ्लाइट में देरी या कैंसल होने की स्थिति में एयरलाइन ने आश्वासन दिया है कि यात्रियों को सड़क मार्ग से कोझिकोड पहुंचाया जाएगा, जो कोच्चि से लगभग सात घंटे की ड्राइव पर है। एयरलाइन के प्रतिनिधि यात्रियों के लिए रिफ्रेशमेंट और सहायता का इंतजाम कर रहे हैं जब तक कि उन्हें आगे की जानकारी नहीं मिल जाती।

पीएम मोदी ओमान दौरे पर:आज सुल्तान से करेंगे अहम मुलाकत, द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तार से करेंगे मंथन
मस्कट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक से अहम मुलाकात करेंगे। बैठक में भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय संबंधों के पूरे दायरे पर विस्तार से चर्चा होगी। दोनों नेता व्यापार, निवेश, ऊर्जा सहयोग, रक्षा और सुरक्षा, तकनीक, कृषि और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर बातचीत करेंगे। साथ ही साझा रुचि वाले क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान एक बिजनेस फोरम का आयोजन भी किया जाएगा, जहां वे भारत और ओमान के व्यापारिक नेताओं को संबोधित करेंगे। इस मंच का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को ज्यादा मजबूत करना है ताकि आर्थिक सहयोग को नई दिशा मिल सके।पीएम मोदी कल पहुंचे थे ओमानइससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों के दौरे के तीसरे और अंतिम चरण में ओमान की राजधानी मस्कट पहुंचे। मस्कट एयरपोर्ट पर ओमान के रक्षा मामलों के उपप्रधानमंत्री सैय्यद शिहाब बिन तारिक अल सईद ने गर्मजोशी से प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।भारतीयों ने किया जोरदार स्वागतहोटल पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत मिला। सैकड़ों की संख्या में मौजूद भारतीयों ने हाथों में तिरंगा लेकर मोदी मोदी, भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए। प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद लोगों से बातचीत की और स्वागत समारोह के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी आनंद लिया।खाड़ी क्षेत्र में ओमान भारत का एक अहम साझेदार बता दें कि भारत और ओमान के बीच इस समय एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी है, जिसमें ऊर्जा सुरक्षा, समुद्री सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे क्षेत्रों में मजबूत सहयोग शामिल है। खाड़ी क्षेत्र में ओमान भारत का एक अहम साझेदार है। पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को ज्यादा मजबूत करने और आने वाले वर्षों में सहयोग को नई गति देने की उम्मीद जगाती है। पीएम मोदी ओमान पहुंचने से पहले इथियोपिया की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पूरी कर चुके हैं।

पहलगाम आतंकी हमले में पाक का सीधा कनेक्शन:एनआईए ने दाखिल की 1,597 की पन्नों की चार्जशीट, लिस्ट में इनके भी नाम
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पहलगाम हमले के मामले में 1,597 पन्नों की एक विस्तृत चार्जशीट दायर की है। यह चार्जशीट हमले के आठ महीने बाद दायर की गई। एनआईए अधिकारियों का कहना है कि चार्जशीट में ऐसे अहम सबूत हैं जो पाकिस्तान के शामिल होने की बात कह रहे है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकवादियों, हैंडलर्स और मास्टरमाइंड्स के नाम बताने के अलावा सभी ऑपरेशनल डिटेल्स भी लिस्ट किए हैं, लेकिन इस दस्तावेज का सबसे अहम पहलू पाकिस्तान से सीधा लिंक है, जिसे एजेंसी ने लिस्ट किया है। यह चार्जशीट भारत के लिए इंटरनेशनल कम्युनिटी में पाकिस्तान को फिर से बेनकाब करने के लिए एक अहम दस्तावेज का काम करेगी।घरेलू समस्याओं से ध्यान भटकाना चाहती थी पाक सरकारएक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान ने हमले में अपनी भूमिका से बार-बार इनकार किया है और कहा है कि भारत के आरोप बेबुनियाद हैं। जब भारत ने पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया, तो पाकिस्तान ने भी हंगामा किया। जब पाकिस्तान ने आतंकी हमले की योजना बनाई, तो उसका इरादा साफ था। न सिर्फ वहां की सरकार घरेलू समस्याओं से ध्यान भटकाना चाहती थी, बल्कि वह जम्मू-कश्मीर में फलते-फूलते टूरिज्म इंडस्ट्री को भी नुकसान पहुंचाना चाहती थी। सरकार इस इंडस्ट्री को कुछ समय के लिए पटरी से उतारने में कामयाब रही, लेकिन आज यह फिर से पटरी पर आ गई है।पाकिस्तान का मकसद जम्मू-कश्मीर और भारत को बांटना थाइंटेलिजेंस ब्यूरो के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान ने शुरू में यह कहकर हमले से पल्ला झाड़ने की कोशिश की कि इसे जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोगों ने अंजाम दिया था। अधिकारी ने कहा कि इसका मकसद कश्मीरियों के खिलाफ लोगों में गुस्सा भड़काना और जम्मू-कश्मीर और बाकी भारत को बांटना था। यह भी पाकिस्तान के लिए बहुत कम समय के लिए काम आया।एनआईए अधिकारियों का कहना है कि चार्जशीट में ऐसे अहम सबूत हैं जो पाकिस्तान को दोषी साबित करते हैं। ऑपरेशन महादेव वाली जगह से दो एंड्रॉयड मोबाइल बरामद किए गए। इसी मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने डाचीगाम में तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया था। एनआईए को अहम सबूत मिले जिससे यह साबित हुआ कि आतंकवादी पाकिस्तानी मूल के थे।इसके अलावा, यह पाया गया कि फोन पाकिस्तान में खरीदे गए थे और उनके फोरेंसिक एनालिसिस से आतंकवादियों का संबंध उस देश से जुड़ा। मुठभेड़ के बाद, एजेंसियों ने एम4 असॉल्ट राइफलें बरामद कीं, जिनका इस्तेमाल हाल के दिनों में पाकिस्तानी आतंकवादी बड़े पैमाने पर कर रहे हैं।

इथियोपिया के दौरे पर मोदी:डिनर पार्टी में गूंजा वंदे मातरम, वीडियो वायरल, पीएम ने बताया भावुक करने वाला पल
अदीस अबाबा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय इथियोपियाई दौरे का दूसरा दिन है। इथियोपिया में पीएम मोदी का भव्य तरीके से स्वागत किया गया। इस दौरान उन्हें इथियोपिया के सर्वोच्च सम्मान से भी नवाजा गया। मंगलवार को आयोजित इस डिनर पार्टी में पीएम मोदी का स्वागत वंदे मातरम गीत गाकर किया गया। डिनर के दौरान, इथियोपियाई संगीतकारों ने वंदे मातरम गाया। वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री इस गीत का भरपूर आनंद ले रहे हैं। देखते ही देखते वह अपने दोनों हाथ उठाकर ताली बजाते हैं और कलाकारों की सराहना करते हैं। बता दें, भारत में वंदे मातरम के राष्ट्रीय गीत के बनने के 150 साल पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा है। ऐसे में इस गीत का पीएम मोदी के स्वागत में गाया जाना और भी खास हो गया।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उस पल का एक वीडियो शेयर करते हुए, पीएम मोदी ने लिखा, कल प्रधानमंत्री अबी अहमद अली द्वारा होस्ट किए गए बैंक्वेट डिनर में, इथियोपियाई संगीतकारों ने वंदे मातरम का एक शानदार गाना गाया। यह बहुत ही भावुक करने वाला पल था, वह भी ऐसे समय में जब हम वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।अबी अहमद के आमंत्रण में इथियोपिया पहुंचे मोदीप्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को इथियोपिया पहुंचे। यह दौरा प्रधानमंत्री अबी अहमद के आमंत्रण पर हुआ, जो भारत-इथियोपिया रिश्तों की बढ़ती रणनीतिक और कूटनीतिक अहमियत को दिखाता है। प्रधानमंत्री मोदी के पहुंचने के तुरंत बाद दोनों नेताओं को एयरपोर्ट पर ही छोटी सी अनौपचारिक बातचीत करते देखा गया।मोदी ने इथियोपिया सरकार का जताया आभारपीएम मोदी ने इसके लिए इथियोपिया की सरकार और वहां की जनता का आभार भी जताया है। इसके साथ ही उन्होंने अदीस अबाबा में अपने इथियोपियाई समकक्ष अबी अहमद अली द्वारा आयोजित एक डिनर पार्टी का एक दिल को छू लेने वाला पल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया।

एमसीएक्स पर चमकी चांदी:ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के चलते बनाया नया रिकार्ड, जानें कहां पर पहुंचे सिल्वर के दाम
मुंबई। पिछले कुछ समय से उतार-चढ़ाव के बाद भी कीमती धातुओं (गोल्ड और सिल्वर) की कीमतें लगातार आसमान छू रही हैं। इस बीच मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकेतों और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के चलते बुधवार को चांदी की कीमतों ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। बुधवार के कारोबारी सत्र में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सिल्वर की कीमतें 4 प्रतिशत से ज्यादा की उछाल के साथ 2,06,111 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गईं, जो कि अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है। हालांकि खबर लिखे जाने तक (दोपहर 12.30 बजे) मार्च डिलीवरी वाला सिल्वर 7,417 रुपए (3.75 प्रतिशत) की तेजी के साथ 2,05,172 रुपए प्रति किलोग्राम पर था।सोने की कीमतों में देखने को मिला उतार-चढ़ाववहीं अगर सोने की बात करें, तो कारोबारी सत्र में कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। खबर लिखे जाने तक एमसीएक्स पर फरवरी डिलीवरी वाला गोल्ड 65 रुपए यानी 0.05 प्रतिशत गिरकर 1,34,344 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करते हुए दिखाई दिया। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर सोने की कीमत 1,35,500 रुपए से ऊपर टिकती है, तो इसमें और तेजी आ सकती है और इसके दाम 1,36,000 से 1,38,000 रुपए तक जा सकते हैं। चांदी की कीमतों में जोरदार तेजीअंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिली। स्पॉट सिल्वर 2.8 प्रतिशत बढ़कर 65.63 डॉलर प्रति औंस हो गई, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। सोने की कीमत भी थोड़ी बढ़कर 4,321.56 डॉलर प्रति औंस हो गई, जिसकी वजह अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना था। अमेरिका के कमजोर रोजगार आंकड़ों के बाद सिल्वर की कीमतों में तेज उछाल आया, जिससे फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें मजबूत हुईं।

एडिलेड टेस्ट: आईपीएल 2026 के सबसे महंगे खिलाड़ी शून्य पर आउट, कैमरन ग्रीन पर केकेआर ने लगाया है दांव
एडिलेड। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज का तीसरा टेस्ट बुधवार से एडिलेड में शुरू हो गया है। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया है। आईपीएल 2026 की नीलामी में सबसे ऊंची कीमत पर बिके ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन नीलामी के एक दिन बाद बुरी तरह फ्लॉप हो गए।कैमरन ग्रीन पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए थे। ग्रीन सिर्फ दो गेंद खेल सके और बिना खाता खोले आउट हो गए। उनकी यह असफलता आईपीएल 2026 की नीलामी में सबसे महंगा खिलाड़ी बनने के ठीक एक दिन के बाद आई है। आईपीएल 2026 के लिए मंगलवार को अबू धाबी में मिनी नीलामी का आयोजन किया गया था। केकेआर ने कैमरन ग्रीन को 25.20 करोड़ में खरीदा। ग्रीन केकेआर के अब तक के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए। साथ ही ग्रीन आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी भी बन गए। कैमरन ग्रीन दाएं हाथ के तेज गेंदबाज होने के साथ ही दाएं हाथ के एक सक्षम बल्लेबाज हैं। वह मैच की परिस्थिति के मुताबिक बल्लेबाजी करने में सक्षम में हैं। केकेआर को इस साल आंद्रे रसेल की सेवा नहीं मिल पाएगी। रसेल ने आईपीएल से संन्यास ले लिया है। रसेल के विकल्प के रूप में ही केकेआर ने ग्रीन को 25.20 करोड़ की बड़ी राशि देकर खरीदा है। पूर्व में कैमरन ग्रीन एमआई और आरसीबी के लिए खेलते हुए बतौर ऑलराउंडर अपनी क्षमता दिखा चुके हैं। 2023 में वह मुंबई इंडियंस , जबकि 2024 में आरसीबी के लिए खेले थे। एमआई के लिए 16 मैचों में एक शतक और दो अर्धशतक की मदद से उन्होंने 452 रन बनाए। वहीं आरसीबी के लिए 13 मैच खेलकर 255 रन बनाए। इसके अलावा, कुल 29 मैचों में ग्रीन ने 16 विकेट लिए हैं।

इथियोपिया के सर्वोच्च सम्मान से नवाजे गए पीएम मोदी:बोले- अवार्ड मेरे लिए गौरव की बात, अबी अहमद का अदा किया शुक्रिया
नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों के विदेश दौरे के अंतिम चरण में हैं। आखिरी चरण में वह ओमान पहुंच रहे हैं। ओमान के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी को मंगलवार को इथियोपिया के सबसे बड़े सम्मान ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया से नवाजा गया। वे ‘द ग्रेट ऑनर निशां ऑफ इथियोपिया’ पाने वाले पहले ग्लोबल लीडर बन गए हैं। इस मौके पर पीएम ने कहा कि ये सम्मान मेरे लिए गौरव की बात है। पीएम मोदी ने इस सम्मान के लिए बुधवार को इथियोपिया की सरकार और वहां की जनता का आभार जताया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी ने लिखा, इथियोपिया के लोगों और सरकार के साथ-साथ प्रधानमंत्री अबी अहमद अली का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने कल शाम मुझे ‘इथियोपिया का महान सम्मान निशान’ दिया। दुनिया की सबसे पुरानी और समृद्ध सभ्यताओं में से एक से सम्मानित होना बहुत गर्व की बात है। यह सम्मान उन अनगिनत भारतीयों का है जिन्होंने इतने सालों में हमारी साझेदारी को आकार दिया है और मजबूत किया है।इथियोपिया के साथ सहयोग को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध भारतउन्होंने कहा, “भारत बदलती वैश्विक चुनौतियों से निपटने और नए मौके बनाने के लिए इथियोपिया के साथ सहयोग को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।” पीएम मोदी ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का एक और पोस्ट भी एक्स पर रीशेयर किया। इस पोस्ट में पीएम मोदी के द्विपक्षीय दौरे का अनुभव और खास नतीजों पर रोशनी डाली गई।पीएम ने कही यह भी बातपीएम ने कहा, “ये हमारी लंबे समय से चली आ रही और भरोसेमंद साझेदारी में अहम कदम है। शासन और शांति स्थापना से लेकर डिजिटल क्षमता और शिक्षा तक, फोकस हमारे लोगों को मजबूत बनाने पर है। ज्ञान, कौशल और नवाचार पर जोर युवाओं में हमारे साझा विश्वास को दिखाता है कि वे आने वाले भविष्य हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं में सहयोग इंसानी गरिमा और सबसे कमजोर लोगों की देखभाल के लिए एक गहरी प्रतिबद्धता को दिखाता है। ये नतीजे ग्रोथ और लोगों पर केंद्रित विकास पर फोकस करने वाली भारत-इथियोपिया साझेदारी को दिखाते हैं।”

आईपीएल 2026 नीलामी:आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने ग्रीन, केकेआर ने की पैसों की बारिश
अबू धाबी। इंडियन प्रीमियर लीग (2026) के लिए मंगलवार को अबू धाबी में आयोजित मिनी नीलामी में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बन गए हैं। उन्हें आगामी सीजन के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने 25 करोड़ 20 लाख रुपए में खरीदा। ग्रीन ने अपने हमवतन मिचेल स्टार्क का रिकॉर्ड तोड़ दिया. बाएं हाथ के तेज गेंदबाज स्टार्क को आईपीएल 2024 की नीलामी में केकेआर ने 24.75 करोड़ रुपये में खरीदा थामंगलवार को अबू धाबी के एतिहाद एरिना में आयोजित इस मिनी ऑक्शन में कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम 64 करोड़ 30 लाख रुपए के पर्स के साथ उतरी है। नीलामी से पहले इस टीम के पास 13 खिलाड़ियों का स्लॉट शेष था। केकेआर के पास नीलामी से पहले 2 विदेशी खिलाड़ी थे। शेष स्लॉट में 6 विदेशियों को शामिल किया जा सकता है।ग्रीन को 13.40 करोड़ में खरीदना चाहती थी आरआरइस मिनी ऑक्शन में ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन का बेस प्राइज 2 करोड़ रुपये था। दाएं हाथ के खिलाड़ी कैमरून ग्रीन को खरीदने में सबसे पहले मुंबई इंडियंस (एमआई) ने दिलचस्पी दिखाई। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स (आरआर) इस बिड वॉर में कूद गया। इस बीच केकेआर ने 2.80 करोड़ रुपये की बोली लगाई। राजस्थान रॉयल्स ने 13.40 करोड़ रुपए तक कैमरून ग्रीन को खरीदने की चाहत रखी।सीएसके ने 13.80 करोड़ की बोलीइसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने 13.80 करोड़ रुपये की बोली लगाकर इस बिड वॉर में एंट्री मार ली। यहां से केकेआर और सीएसके के बीच अंत तक कैमरून ग्रीन को खरीदने की होड़ मची रही। आखिरकार, केकेआर ने 25.20 करोड़ रुपये की बोली लगाकर इस खिलाड़ी को अपने साथ जोड़ने में कामयाबी हासिल की।2023 में एमआई ने खरीदा था 17.50 करोड़ मेंकैमरून ग्रीन को आईपीएल 2023 के ऑक्शन में मुंबई इंडियंस (एमआई) ने 17.50 करोड़ रुपये में खरीदा था। अगले साल वह इतनी ही रकम पर आरसीबी की ओर से खेले, लेकिन लगातार तीसरे सीजन में फैंस उन्हें एक नई टीम की तरफ से खेलते देखेंगे।कैमरून ग्रीन ने आईपीएल इतिहास में अब तक कुल 29 मैच खेले हैं, जिसमें 41.58 की औसत के साथ 707 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 2 अर्धशतक लगाए। गेंदबाजी की बात करें, तो कैमरून ग्रीन ने पिछले 2 सीजन में 41.50 की औसत के साथ 16 विकेट हासिल किए हैं।

पीएम मोदी जॉर्डन से इथियोपिया के लिए रवाना:प्रिंस क्राउन ने दी खास विदाई, पहले कार से म्यूजियम फिर एयरपोर्ट तक छोड़ने भी गए
अम्मान। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिडिल ईस्ट के देश जॉर्डन से अफ्रीकी देश इथियोपिया के लिए रवाना हो गए। यहां भी उनको क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय छोड़ने पहुंचे। इससे पहले कार ड्राइव कर उन्हें लेकर जॉर्डन म्यूजियम भी पहुंचे थे। पीएम मोदी जब गेस्ट बुक पर अपने विचार रख रहे थे तो उस वक्त क्राउन प्रिंस हुसैन भी मौजूद थे। द जॉर्डन म्यूजियम देश की पुरानी और समृद्ध संस्कृति को बचाकर रखता है। यह संग्रहालय जॉर्डन आने वाले सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहा है, जहां जॉर्डन के 15 लाख साल पुराने इतिहास की झलक मिलती है।विदेश मंत्रालय ने अहम पलों की तस्वीरों को किया शेयरबाद में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस दौरे के अहम पलों की तस्वीरों को साझा करते हुए लिखा, भारत और जॉर्डन के बीच पुराने संबंधों की खोज! विकास भी विरासत भी! पीएम नरेंद्र मोदी और एचआरएच (महामहिम) क्राउन प्रिंस अल-हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय ने जॉर्डन म्यूजियम का दौरा किया, जहां उन्होंने भारत और जॉर्डन के बीच साझा सभ्यतागत संबंधों और सदियों पुराने कनेक्शन पर विचार किया। उन्हें जॉर्डन म्यूजियम की वाइस-चेयर एचआरएच प्रिंसेस सुमाया बिंत अल हसन ने म्यूजियम का एक स्पेशल टूर कराया।उन्होंने आगे कहा, एक खास अंदाज में, एचआरएच क्राउन प्रिंस खुद पीएम नरेंद्र मोदी को जॉर्डन म्यूजियम तक गाड़ी चलाकर ले गए। इससे पहले इंडिया-जॉर्डन बिजनेस फोरम में पीएम मोदी और किंग अब्दुल्ला ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की इच्छा जताई। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा समय में भारत में जॉर्डन के निवेशकों के लिए अवसर के नए दरवाजे खुले रहे हैं और यहां के निवेशक भारत में निवेश कर अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं।पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने किया जबरदस्त विकासवहीं, किंग अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को भारत के विकास के लिए अहम बताया। किंग अब्दुल्ला ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने जबरदस्त विकास किया है। उन्होंने आगे कहा कि हम अपनी आर्थिक साझेदारी को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए आप सभी के साथ काम करने के लिए तत्पर हैं।किंग बोले- भारत-अम्मान के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगा मंचकिंग बोले, यह मंच भारत और अम्मान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा। इन वार्ताओं से दोनों देशों के बीच आर्थिक और निवेश सहयोग में वृद्धि होने की उम्मीद है। जॉर्डन की सफल यात्रा पूरी कर पीएम मोदी इथियोपिया रवाना हो गए, एक अफ्रीकी देश जिस पर कभी किसी यूरोपीय शक्ति ने कब्जा नहीं किया।


