NATIONAL NEWS

राष्ट्र प्रेरणा स्थल देश को समर्पित:अटलजी की जयंती पर पीएम ने दी सौगात, बोले- हमारी सरकार ने मुखर्जी के सपनों को किया साकार
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के मौके पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया। यह प्रेरणा स्थल वसंत कुंज इलाके में बनाया गया है। इस राष्ट्रीय स्मारक का निर्माण केंद्र ने आजाद भारत के महानायकों की विरासत को सम्मान देने के लिए कराया है। पीएम ने परिसर में स्थापित महापुरुषों की प्रतिमाओं का अवलोकन किया और उन्हें नमन किया। समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज लखनऊ को एक नया प्रेरणा स्थल प्राप्त हुआ है। यह हमारे लिए आत्मसम्मान, गौरव और सेवा का प्रतीक है। यह राष्ट्र प्रेरणा स्थल हमें संदेश देता है कि हमारा हर कदम हर प्रयास राष्ट्रनिर्माण के लिए समर्पित है। सबका प्रयास ही विकसित भारत का निर्माण करेगा। मैं लखनऊ, उत्तर प्रदेश और पूरे देश को राष्ट्र प्रेरणा स्थल की बधाई देता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्वतंत्र भारत के शुरुआती उद्योग मंत्रियों में से थे और उन्होंने देश को पहली औद्योगिक नीति दी। उन्होंने कहा कि भारत में औद्योगीकरण और आर्थिक आत्मनिर्भरता की नींव उसी दौर में रखी गई थी, जिसे आज नई ऊंचाई दी जा रही है। पीएम मोदी ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि देश में दो विधान दो संविधान नहीं चलेंगे। मुझे खुशी है कि भाजपा सरकार को जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने का सौभाग्य मिला और डॉ. मुखर्जी का सपना साकार हुआ। विकास की पहचान बल्कि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के चेहरे की मुस्कान पीएम ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने “दो विधान, दो निशान और दो प्रधान” की व्यवस्था को सिरे से खारिज किया था, जो आजादी के बाद भी जम्मू-कश्मीर में लागू थी और भारत की अखंडता के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई थी। पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनकी सरकार को अनुच्छेद 370 की दीवार गिराने का अवसर मिला और आज भारत का संविधान जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह लागू है। उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति का असली पैमाना विकास के आंकड़े नहीं, बल्कि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के चेहरे की मुस्कान है। उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद दर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि विकास में शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा - सबका संतुलन जरूरी है।रक्षामंत्री बोले- भारत की छवि बेहतर हुईकार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी की नीतियों की वजह से महंगाई दर कम हो रही है। इसी के साथ-साथ विकास दर आठ फीसदी हुई है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की आवाज मजबूत हुई है। अब भारत कुछ बोलता है तो पूरा विश्व ध्यान से सुनता है कि भारत कह क्या रहा है। पूरे विश्व में भारत की छवि बेहतर हुई है।राजनाथ सिंह ने कहा कि देश को गौरव दिलाने का काम पीएम मोदी कर रहे हैं। उन्होंने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी देखरेख में इतना भव्य प्रेरणा स्थल बनकर तैयार हुआ है। राज्य और केंद्र सरकारें लगातार देश की आम जनता की बेहतरी के काम कर रही हैं। इसी के साथ-साथ वह अतीत में हुए अपने राष्ट्र नायकों को सम्मान भी दे रही हैं।पीएम ने भाजपा- जनसंघ के गलियारे का किया अवलोकनप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच पर पहुंचते ही बड़ी संख्या में मौजूद लोगों का अभिवादन किया। इसके बाद वंदे मातरम गीत गाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद भारत माता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने भाजपा व जनसंघ के गलियारे का अवलोकन किया। इस गलियारे में जनसंघ और भाजपा की पूरी यात्रा को तस्वीरों के माध्यम से दिखाया गया है।मुखर्जी गैलरी का किया भ्रमणइसके बाद पीएम मोदी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी गैलरी का भ्रमण किया। इस गैलरी में डॉ. मुखर्जी के जीवन से जुड़े हुए विभिन्न चित्र और प्रतीक चिह्न रखे गए हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बन कर तैयार भव्य श्राष्ट्र प्रेरणा स्थलश् भारतीय राष्ट्रवाद की त्रयी कहे जाने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीन दयाल उपाध्याय और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों और अमूल्य योगदान को जन-जन तक पहुंचाने का अनुपम प्रयास है।राम सुतार ने किया शिखर पुरुषों की प्रतिमा का निर्माणज्ञात हो कि लखनऊ के वसंत कुंज में राष्ट्र प्रेरणा स्थल को कमल की आकृति में बनाया गया है। प्रेरणा स्थल में राष्ट्रवाद के शिखर पुरुषों डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं दीन दयाल उपाध्याय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 65 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमाओं का निर्माण किया गया है। जिनका निर्माण विश्व विख्यात मूर्तिकार राम सुतार और मंटू राम आर्ट क्रिएशंस ने किया है। प्रतिमाओं को फेसेड लाइटिंग और प्रोजेक्शन मैपिंग से सजाया गया है। साथ ही परिसर में राष्ट्र नायकों को समर्पित संग्रहालय का निर्माण भी किया गया है।

लोक कल्याण के लिए समर्पित नेता थे अटलजी: ग्वालियर में बोले अमित शाह, अभ्युदय मप्र ग्रोथ समिट में देश को दिए योगदान को भी किया याद
ग्वालियर। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर ग्वालियर में ‘अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट निवेश से रोजगार’ का आयोजन किया गया। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अटल जी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर मेला ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद रहे। इस अवसर पर उन्होंने करीब 2 लाख करोड़ रुपये की औद्योगिक परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया। इन परियोजनाओं से राज्य में लगभग 1.93 लाख रोजगार अवसर सृजित होने की संभावना जताई गई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जन्म जयंती पर याद करते हुए कहा कि वाजपेयी राजनीति के अजातशत्रु थे, जिन्होने भारत का दुनिया के सामने मान बढ़ाया। उन्होंने ग्वालियर अंचल के देश के लिए दिए गए योगदान को याद किया और अटल बिहारी से जुड़े प्रसंगों का जिक्र किया। इस दौरान शाह ने अटलजी को राजनीति का अजातशु भी बताया। ग्वालियर ने सदियों तक दी भारत को ऊर्जा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ग्वालियर क्षेत्र ने अनेक सदियों तक भारत को कई मायने में ऊर्जा और गति देने का काम किया है। जब मुगलों के सामने लड़ना था तब यहीं से लड़ाई की शुरुआत हुई। तानसेन से लेकर आज तक सांस्कृतिक विरासत को शक्ति देने का काम किया। इस क्षेत्र के किसानों ने हमेशा इस देश की कृषि को नई दिशा गति और ऊर्जा भी दी है। सबसे बड़ी बात, इसी क्षेत्र ने आजादी के कालखंड के बाद बड़ी मात्रा में पैरामिलिट्री फोर्स और मिलिट्री में जवान देने का काम किया है। अटलजी ने सुशासन की तक की यात्रा को आगे ले जाने का किया कामपूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की चर्चा करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का बड़ा कालखंड इसी क्षेत्र में बीता और अटल को अटल बिहारी बनाया। उन्होंने न केवल इस देश की सांस्कृतिक विरासत को बचाने में मदद की बल्कि पूरे जीवन स्वराज को सुशासन तक की यात्रा को आगे ले जाने का काम किया। उन्होंने उस जमाने में जब अंग्रेजी का बोलबाला था तब यूएन की परिषद में हिंदी में भाषण करके पूरे भारत का दिल जीतने का काम किया। जब वे प्रधानमंत्री बने उस समय देश के जनजाति के लिए कोई अलग विभाग नहीं था। उनके नेतृत्व में ही भारत सरकार में जनजाति विभाग बनने का काम हुआ और जनजातीय कल्याण की नई यात्रा शुरू हुई। कांग्रेस की इस दकियानूसी विचाराधारा को अटलजी ने तोड़ापूर्व प्रधानमंत्री के कार्यकाल में अधोसंरचना के क्षेत्र में हुए कार्यों की चर्चा करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि वाजपेयी जब प्रधानमंत्री बने तब देश के अधोसंरचना में निवेश को वोट पाकर चुनाव जीतने का जरिया नहीं माना जाता था। कांग्रेस की इस दकियानूसी विचारधारा को तोड़कर अटल बिहारी वाजपेयी ने चतुर्भुज मार्ग बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया। उन्होंने पूरी दुनिया के सामने परमाणु शक्ति का इस्तेमाल शांति के लिए करने का सिद्धांत प्रस्तावित किया। दुनिया के दबाव में न आकर भारत को बनाया परमाणु शक्ति देशइतना ही नहीं, दुनिया भर के दबाव के विरुद्ध जाकर भारत को परमाणु शक्ति बनाने का काम किया था। कारगिल में घुसपैठ के बाद उन्होंने सभी तरह के दबावों को दरकिनार करते हुए अपना रुख स्पष्ट किया था कि शांति का प्रयास करने पर हमारे साथ पाकिस्तान ने धोखा किया। अब तब तक चर्चा नहीं हो सकती, जब तक घुसपैठियों को खदेड़ नहीं दिया जाता। लोक कल्याण के लिए समर्पित नेता थे अटलजीउन्होंने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी लोक कल्याण के समर्पित नेता थे और सबसे बड़ी बात थी राजनीति में रहकर भी अजातशत्रु बनकर मृत्यु का वरण करना, जो बहुत मुश्किल होता है। वे पूरे जीवन अजातशत्रु रहेय उनके विरोधी भी उन पर कुछ भी नहीं बोल सकते। इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने दो लाख करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया।

विकसित भारत के विजन को साकार कर रहा जीएसटी 2.0: सरकार का दावा- टैक्स का बोझ कम होने से इकोनाॅमी को मिली मजबूती, खरीदारी भी बढ़ी
नई दिल्ली। पिछले कुछ वर्षों में केन्द्र सरकार ने कई बड़े सुधार किए हैं , जिससे एक आधुनिक, कुशल और नागरिक-हितैषी व्यवस्था का निर्माण हुआ है। इसके तहत 40,000 से ज्यादा बेकार नियम हटाए गए और 1,500 से अधिक पुराने कानूनों को निरस्त किया गया, जिससे देश में काम करना आसान हुआ है। 22 सितंबर से लागू हुआ जीएसटी दरों में बदलाव भी ऐसा ही एक बड़ा सुधार है, जिसका मकसद विकसित भारत के विजन को साकार करना है।79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि दीपावली तक नए जीएसटी सुधार लाए जाएंगे। इन सुधारों से रोजमर्रा की चीजों पर टैक्स कम होगा। उन्होंने कहा कि इससे आम लोगों पर टैक्स का बोझ कम होगा और यह दीपावली का तोहफा होगा।वित्त मंत्रालय के अनुसार, जीएसटी 2.0 का असर अब दिखने लगा है। लोगों की खरीदारी बढ़ी है, खासकर गाड़ियों जैसे क्षेत्रों में बिक्री ज्यादा हुई है और लोगों का भरोसा भी बढ़ा है। इससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है।नवंबर महीने में यात्री वाहनों की बिक्री में अच्छी बढ़त देखी गई। त्योहारों के बाद की मांग, जीएसटी दरों में कटौती और शादी के सीजन की वजह से गाड़ियों की बिक्री बढ़ी। एक रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर में खुदरा बिक्री पिछले साल की तुलना में 22 प्रतिशत बढ़ी। वहीं, थोक बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 4.1 लाख यूनिट तक पहुंच गई।इसके अलावा, जीएसटी दरों में बदलाव से राज्यों की कमाई भी बढ़ी है। सितंबर से नवंबर के बीच राज्यों को मिलने वाला जीएसटी राजस्व पिछले साल की तुलना में 5 प्रतिशत ज्यादा रहा। हाल ही में समाप्त हुए शीतकालीन सत्र के दौरान वित्त राज्य मंत्री पंकज चैधरी ने राज्यसभा में कहा कि चालू वित्त वर्ष (2025-26) के सितंबर से नवंबर के दौरान जीएसटी संग्रह 2024-25 की इसी अवधि में 2,46,197 करोड़ रुपए से बढ़कर 2,59,202 करोड़ रुपए हो गया।सरकार का मानना है कि जीएसटी सुधार और व्यापार को आसान बनाने की नीतियों से लोगों की खरीदारी और बढ़ेगी। इससे आने वाले समय में जीएसटी से होने वाली कमाई भी ज्यादा होगी। जीएसटी सुधारों के बाद लोगों का भरोसा बढ़ा है और बैंक से लिए जाने वाले कर्ज में भी बढ़ोतरी हुई है। कई आंकड़े बताते हैं कि जीएसटी सुधारों के बाद देश की आर्थिक गतिविधियां तेज हुई हैं।सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर और अक्टूबर 2025 के दौरान ई-वे बिल जनरेशन में वार्षिक आधार पर 14.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। वहीं अप्रैल से अक्टूबर 2025 के बीच कुल जीएसटी संग्रह में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो बताती है कि मजबूत खपत और नियमों के बेहतर अनुपालन के चलते राजस्व का मूल स्रोत स्थिर बना हुआ है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार, अब सरकार का अगला लक्ष्य कस्टम टैक्स को आसान बनाना है।

सदैव अटल:भारत रत्न को पीएम मोदी ने किया नमन, कहा- वे ओजस्वी कवि के रूप में सदेव रहेंगे स्मरणीय
नई दिल्ली। भारत रत्न और देश के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की 101वी जयंती है। इस मौके देश भर के दिग्गज नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अटलजी को नमन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अटलजी ने अपना संपूर्ण जीवन सुशासन और राष्ट्र निर्माण को समर्पित कर दिया। उनका व्यक्तित्व, कृतित्व और नेतृत्व देश के चहुंमुखी विकास के लिए पथ-प्रदर्शक बना रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ष्देशवासियों के हृदय में बसे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर सादर नमन। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन सुशासन और राष्ट्र निर्माण को समर्पित कर दिया। वे एक प्रखर वक्ता के साथ-साथ ओजस्वी कवि के रूप में भी सदैव स्मरणीय रहेंगे। उनका व्यक्तित्व, कृतित्व और नेतृत्व देश के चहुंमुखी विकास के लिए पथ-प्रदर्शक बना रहेगा।पीएम ने अटलजी के पुराने भाषणों को किया शेयरप्रधानमंत्री मोदी ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें उनके पुराने भाषण हैं। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर कहा था, अटलजी की वाणी सिर्फ भाजपा की आवाज नहीं बनी थी, बल्कि इस देश में एक समय ऐसा था जब अटलजी की वाणी भारत के सामान्य मानवीय आशाओं और आकांक्षाओं की वाणी बन चुकी थी। अटलजी बोल रहे हैं, मतलब देश बोल रहा है। अटलजी बोल रहे हैं, मतलब वह अपनी भावनाओं को नहीं, बल्कि देश के जन-जन की भावनाओं को समेटकर उनको अभिव्यक्ति दे रहे हैं।नहीं भुलाया जा सकता अटलजी के योगदान कोपीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा, ये देश अटलजी के योगदान को कभी नहीं भूल सकता है। उनके नेतृत्व में हमने परमाणु शक्ति में भी देश का सिर ऊंचा किया। पार्टी नेता, संसद सदस्य, मंत्री या प्रधानमंत्री, अटलजी ने प्रत्येक भूमिका में एक आदर्श को प्रतिष्ठित किया।अटलजी के जीवन से प्रेरणा लेने का अवसरएक अन्य पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा, अटलजी की जन्म-जयंती हम सबके लिए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का एक विशेष अवसर है। उनका आचरण, शालीनता, वैचारिक दृढ़ता और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने का संकल्प भारतीय राजनीति के लिए एक आदर्श मानक है। उन्होंने अपने जीवन से यह सिद्ध किया कि श्रेष्ठता पद से नहीं, आचरण से स्थापित होती है और वही समाज को दिशा देती है।

उन्नाव रेप केसः कुलदीप सेंगर की जमानत का विरोध :मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट की दहलीज, सीबीआई भी देगी हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती
नई दिल्ली। उन्नाव रेप केस में दोषी ठहराए गए पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर को दिल्ली हाईकोर्ट ने जमानत मिल गई है। हाईकोर्ट ने इस मामले में सेंगर को सुनाई गई सजा भी सस्पेंड कर दी है। सेंगर की जमानत के बाद से देश में फिर से विरोध शुरू हो गया है। यही नहीं यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। अंजले पटेल और पूजा शिल्पकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है।वकील अंजले पटेल और पूजा शिल्पकार ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि कुलदीप सेंगर को दी गई जमानत को रद्द किया जाए। हालांकि, अंजले पटेल और पूजा शिल्पकार इस मामले में कोई पक्षकार नहीं हैं। इन दोनों में से कोई न तो निचली अदालत, ना ही हाईकोर्ट में ही कभी पक्षकार रहे हैं। वहीं, इस मामले में जुड़े असली पक्षकार सीबीआई और पीड़िता का परिवार पहले ही हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कर चुके हैं। सीबीआई ने हाईकोर्ट के फैसले का किया अध्ययनसीबीआई ने हाईकोर्ट के फैसले का गहन अध्ययन कर लिया है और अब सुप्रीम कोर्ट में इसे चुनौती देने की तैयारी कर रही है। वहीं, पीड़िता का परिवार भी सेंगर की जमानत को लेकर चिंतित है। उनका कहना है कि सेंगर के बाहर आने से उनकी सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है।देशभर को झकझोर दिया था उन्नाव रेप केस ने गौरतलब है कि उन्नाव दुष्कर्म मामला साल 2017 में सामने आया था और पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। यह मामला एक नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म से जुड़ा था। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद साल 2019 में कुलदीप सेंगर को दोषी ठहराया गया और उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। वहीं, अब दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले में कुलदीप सेंगर को जमानत दे दी है। इस फैसले के बाद कई संगठनों और आम जनता ने इसे गंभीर चिंता का विषय बताया है।हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजावहीं, अब दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ वकील अंजले पटेल और पूजा शिल्पकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हालांकि, सीबीआई या पीड़िता के परिवार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल करने को लेकर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

क्रिसमसः ओडिशा के रेत कलाकार ने रचा इतिहास:सुदर्शन पटनायक ने नीलाद्री बीच पर बनाया विश्व का सबसे बड़ा सांता क्लॉज इंस्टॉलेशन
पुरी। पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर एक बार फिर इतिहास रच दिया। उन्होंने ओडिशा के पुरी स्थित नीलाद्री बीच पर सेब और रेत से बनी दुनिया की सबसे बड़ी सांता क्लॉज इंस्टॉलेशन तैयार की, जिसे वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बुक ऑफ इंडिया ने औपचारिक रूप से मान्यता दी है।यह भव्य इंस्टॉलेशन 60 फीट लंबा, 22 फीट ऊंचा और 45 फीट चैड़ा है। इसे बनाने में 1.5 टन (1500 किलोग्राम) ताजे सेबों का इस्तेमाल किया गया, जो रेत के साथ मिलाकर एक आकर्षक और पर्यावरण-अनुकूल कलाकृति का रूप लेता है। यह अनोखी कृति श्दुनिया का सबसे बड़ा सेब और रेत से बना सांता क्लॉज इंस्टॉलेशनश् के रूप में दर्ज की गई है।पर्यटकों को दूर से आकर्षित कर रही सांता क्लाॅज की मुस्कानकलाकृति में सांता क्लॉज की मुस्कान, लाल सूट और सफेद दाढ़ी को सेबों से सजाया गया है, जो दूर से ही पर्यटकों और स्थानीय लोगों को आकर्षित कर रही है। यह न केवल क्रिसमस के उत्सव की भावना को दर्शाती है, बल्कि विश्व शांति और मेरी क्रिसमस का संदेश भी फैलाती है।सुदर्शन ने 30 छात्रों के साथ पूरा किया प्रोजेक्टसुदर्शन पटनायक ने इस परियोजना को अपने सैंड आर्ट इंस्टीट्यूट के 30 छात्रों के साथ मिलकर पूरा किया। छात्रों की सक्रिय भागीदारी से यह परियोजना युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने का बेहतरीन उदाहरण बनी। पूरा काम 24 दिसंबर 2025 को पूरा हुआ और उसी दिन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बुक ऑफ इंडिया ने प्रमाण पत्र जारी कर इसे आधिकारिक रूप से मान्यता दी। यह कृति 22वें पुरी सैंड आर्ट फेस्टिवल का हिस्सा है, जो 1 जनवरी तक जारी रहेगा।सुदर्शन की उपलब्धि ओडिशा पर्यटन के लिए गौरवसुदर्शन पटनायक पिछले कई वर्षों से क्रिसमस पर रेत कला के माध्यम से विभिन्न संदेश फैला रहे हैं। पहले उन्होंने चॉकलेट, प्याज, प्लास्टिक बोतलें और फूलों से सांता क्लॉज की मूर्तियां बनाकर कई रिकॉर्ड बनाए थे। इस बार सेबों का चयन स्थिरता और प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए किया गया। यह उपलब्धि ओडिशा पर्यटन और भारतीय संस्कृति के लिए गौरव का विषय है। हजारों पर्यटक और स्थानीय लोग इस अनोखी कलाकृति को देखने के लिए नीलाद्री बीच पर पहुंच रहे हैं।

बंगाल को न बनने दें बांग्लादेश:मिथुन की अपील से भड़के कांग्रेस-लेफ्ट, कहा- खो गए हैं मानसिक संतुलन
नई दिल्ली। भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती ने पश्चिम बंगाल के मतदाताओं से टीएमसी के खिलाफ वोट करने की अपील करते हुए बयान दिया कि बंगाल को बांग्लादेश न बनने दें। उनके बयान पर राजनीति शुरू हो चुकी है। इसी क्रम में कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों ने मिथुन चक्रवर्ती के बयान पर पलटवार किया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि मिथुन चक्रवर्ती का मानसिक संतुलन खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने उनको राज्यसभा नहीं दी, लोकसभा नहीं दी, इसलिए वो मानसिक संतुलन खोए हुए व्यक्ति की तरह बात कर रहे हैं। देशद्रोह की बात कर रहे हैं, बंगला भाषियों को बांग्लादेशी कहने का काम कर रहे हैं, बंगला भाषियों में हिंदू-मुसलमान करने का काम कर रहे हैं। ऐसे व्यक्ति की जगह या तो पागलखाने में होनी चाहिए या जेल में होनी चाहिए।वहीं, मिथुन चक्रवर्ती के बयान पर सीपीआईएम के नेता हन्नान मोल्लाह ने कहा, पिछले 15 सालों से भाजपा और ममता बनर्जी के बीच बहुत करीबी रिश्ता रहा है। इसलिए वे खुलेआम एक-दूसरे से लड़ेंगे, एक-दूसरे को गाली देंगे, लेकिन उनका मुख्य टारगेट यह है कि वे मिलकर लेफ्ट को खत्म करना चाहते हैं।इससे पहले, भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती ने हुगली में बयान दिया कि वे पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश नहीं बनने देंगे। उन्होंने कहा, कुछ लोगों का मानना है कि अगर पश्चिम बंगाल बांग्लादेश बन भी जाए तो भी सत्ता में रहना ठीक रहेगा, लेकिन यह सपना पूरा नहीं होगा। हमारे जैसे लोग हैं जो खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे।मिथुन चक्रवर्ती ने लेफ्ट, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के हिंदू समर्थकों से ममता बनर्जी के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा, आप मेरे भाई-बहन हैं। मैं कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के हिंदुओं से एकजुट होने का अनुरोध कर रहा हूं। मैं तृणमूल के हिंदुओं से भी कहूंगा, आइए एकजुट हों और इस सरकार के खिलाफ वोट करें।

क्रिसमसः पीएम मोदी ने दिल्ली के चर्चा में की प्रार्थना:शांति और सद्भाव का दिया संदेश, एक्स पर शेयर कुछ खास तस्वीरें
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को क्रिसमस के अवसर पर कैथेड्रल चर्च ऑफ द रिडेम्प्शन में आयोजित क्रिसमस प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। इस सभा में दिल्ली और उत्तर भारत के अलग-अलग क्षेत्रों से आए बड़ी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग शामिल हुए। सभा में प्रार्थनाएं, क्रिसमस कैरोल्स और भजन गाए गए। दिल्ली के बिशप राइट रेवरेंड डॉ. पॉल स्वरूप ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए विशेष प्रार्थना की।इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, दिल्ली में कैथेड्रल चर्च ऑफ द रिडेम्पशन में क्रिसमस की सुबह की प्रार्थना सभा में शामिल हुआ। सभा में प्यार, शांति और दया का हमेशा रहने वाला संदेश दिखा। क्रिसमस की भावना हमारे समाज में मेलजोल और अच्छाई की भावना जगाए।प्रार्थना सभा की तस्वीरें सोशल मीडिया में की शेयरप्रधानमंत्री मोदी ने कैथेड्रल चर्च ऑफ द रिडेम्पशन में क्रिसमस की सुबह की प्रार्थना सभा की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर कीं। उन्होंने एक अन्य पोस्ट में वीडियो भी शेयर किया और लिखा, क्रिसमस नई उम्मीद, प्यार और दयालुता के लिए एक जैसा वादा लाए। कैथेड्रल चर्च ऑफ द रिडेम्पशन में क्रिसमस की सुबह की प्रार्थना सभा के कुछ खास पल यहां हैं।ईसाई समुदाय से जुड़े कार्यक्रम में लगातार शिरकत कर रहे पीएमपिछले कुछ सालों में प्रधानमंत्री मोदी ईसाई समुदाय से जुड़े कार्यक्रमों में नियमित रूप से शिरकत करते रहे हैं। ईस्टर 2023 के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल में ईस्टर कार्यक्रम में भाग लिया और वहां प्रार्थना सभा में शामिल हुए। क्रिसमस 2023 पर उन्होंने अपने आवास पर ईसाई समुदाय के प्रमुख सदस्यों के साथ एक विशेष कार्यक्रम की मेजबानी की।2024 में पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन के आवास पर क्रिसमस डिनर में हिस्सा लिया। इसके अलावा, कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भी पीएम मोदी शामिल हुए थे। गुरुवार को दुनिया भर में क्रिसमस मनाया जा रहा है, जो प्रभु यीशु मसीह के जन्म का प्रतीक है। भारत में अलग-अलग धर्मों के लोग भी इस त्योहार को मिल-जुलकर मनाते हैं।

ग्वालियर में अभ्युदय मप्र ग्रोथ समिट आज:प्रदेश को मिलेगी 2 लाख करोड़ की सौगात, निवेशक होंगे सम्मानित
भोपाल। भारत रत्न अटल बिजारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के मौके पर आज ग्वालियर में ‘अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट’ आयोजित होने जा रही है। राज्य स्तरीय समिट का शुभारंभ केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री मोहन यादव करेंगे। यह आयोजन औद्योगिक नीति, निवेश प्रोत्साहन और रोजगार आधारित विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। कार्यक्रम में निवेशकों को सिंगल क्लिक से औद्योगिक प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी। भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित ग्रोथ समिट आत्मनिर्भर, समृद्ध और रोजगार-समृद्ध मध्यप्रदेश के संकल्प को रेखांकित करेगी।‘अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट में 2 लाख करोड़ रूपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों के लिये भूमि आवंटन किया जायेगा। इसके साथ ही 10,000 करोड़ रूपये से अधिक की औद्योगिक परियोजनाओं का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया जाएगा। इससे प्रदेश में विकासात्मक गतिविधियों को और अधिक गति मिलेगी। समिट से प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों की ओर होगा अग्रसरपूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित इस ग्रोथ समिट से प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर होगा। “निवेश से रोजगार - अटल संकल्प, उज्ज्वल मध्यप्रदेश” की थीम पर आधारित इस समिट में विगत 2 वर्षों में प्रदेश में हुए औद्योगिक विस्तार, निवेश उपलब्धियों और रोजगार सृजन के वास्तविक परिणामों को सबके साथ साझा किया जायेगा। इस समिट से आने वाले वर्षों में विकास की नई दिशा भी तय की जायेगी।सीएम डॉ. यादव के नेतृत्व में स्थानीय लोगों के समग्र विकास के लिये उन्हें सीधे रोजगार और आजीविका से जोड़ने के लिये ग्रोथ समिट का आयोजन किया जा रहा है। इस समिट से नए औद्योगिक क्षेत्र, क्लस्टर और प्लग-एंड-प्ले इकाइयों की शुरुआत से स्थानीय स्तर पर उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा मिलेगा। इससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।समिट में युवाओं से भी किया जाएगा संवादसमिट में भूमि-पूजन और लोकार्पण के साथ भूमि आवंटन और आशय-पत्र भी वितरित किये जायेंगे। इस अवसर पर रोजगार उपलब्ध कराने वाली औद्योगिक इकाईयों की स्थापना एवं संचालन करने वाले निवेशकों को सम्मानित किया जाएगा। समिट में युवाओं से संवाद भी किया जाएगा। संभाग स्तर पर औद्योगिक भूमि आवंटन से जुड़ी महत्वपूर्ण घोषणाएँ भी की जाएँगी, जिससे क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी।उद्योग जगत की सहभागिताग्रोथ समिट में देश के प्रतिष्ठित उद्योगपति और औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इनमें गोदरेज इंडस्ट्रीज, गौतम सोलर, हीडलबर्ग सीमेंट, एलएनजे भीलवाड़ा समूह, जेके टायर, टोरेंट पावर, मैकेन फूड, एलिक्सर इंडस्ट्रीज, ग्रीनको, जुपिटर वैगन्स, डाबर इंडिया, वर्धमान समूह, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड जैसे प्रमुख औद्योगिक समूहों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।

दिल्ली में आज से 5 रुपए में मिलेगा पेटभर भोजन:भारत रत्न की जयंती पर सरकार ने की अटल कैंटीन की शुरूआत
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 101वीं के मौके पर पूरे राष्ट्रीय राजधानी में 100 अटल कैंटीन शुरू करेगी, जहां सिर्फ 5 रुपए में खाना मिलेगा। भाजपा ने दिल्ली चुनाव घोषणापत्र में इसका वादा भी किया था और इस पहल का मकसद पूरे शहर के निवासियों को किफायती और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है।दिल्ली के शहरी विकास मंत्री आशीष सूद ने इस योजना के उद्घाटन की घोषणा करते हुए इसे वंचितों के लिए खाद्य सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। ये कैंटीन खास तौर पर दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों और कम आय वाले परिवारों के लिए डिजाइन की गई हैं, जिन्हें नियमित भोजन का खर्च उठाने में मुश्किल होती है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि यह योजना सम्मान के साथ भोजन उपलब्ध कराने के विचार पर आधारित है।दिन में दो बार मिलेगा भोजनउन्होंने कहा, अटल कैंटीन दिल्ली की आत्मा बन जाएगी, एक ऐसी जगह जहां किसी को भी भूखा नहीं सोना पड़ेगा। उन्होंने समावेशी कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। प्रत्येक अटल कैंटीन में दिन में दो बार भोजन मिलेगा, जिसमें दाल और चावल, रोटी और सब्जियां शामिल होंगी, और उम्मीद है कि यह रोजाना लगभग 1,000 लोगों को खाना खिलाएगी।भारी-भरकम सब्सिडी देगी सरकारअधिकारियों ने बताया कि सरकार इस कार्यक्रम को भारी सब्सिडी देगी ताकि कीमत 5 रुपए प्रति भोजन तय रहे। सरकारी सूत्रों के अनुसार, एक अंतर-विभागीय समिति ने पहले चरण के लिए 100 कैंटीनों के स्थान, भोजन सूची और संचालन दिशानिर्देशों को पहले ही अंतिम रूप दे दिया है। इसका लक्ष्य शुरू से ही सभी केंद्रों पर एकरूपता और गुणवत्ता सुनिश्चित करना है।डिजिटल मिलेगा टोकनअनियमितताओं को रोकने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, भोजन का वितरण मैनुअल कूपन के बजाय डिजिटल टोकन सिस्टम के माध्यम से किया जाएगा। सभी कैंटीनों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, और दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से रियल-टाइम निगरानी की जाएगी। किचन में एलपीजी-आधारित स्टोव, इंडस्ट्रियल-ग्रेड आरओ वॉटर सिस्टम और कोल्ड स्टोरेज सुविधाएं होंगी।

अटल बिहारी वाजपेयी :भारत उदय के दृष्टा और सुशासन के प्रवर्तक थे अटलजीः डॉ. मोहन यादव
मां भारती के लिए सर्वस्व अर्पण करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न, राष्ट्रपुरुष श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की 101वीं जयंती पर उन्हें शत-शत नमन। अटलजी नवचेतन और नवसृजन के स्वप्नदृष्टा, भारतीय राजनीति के ऐसे महापुरुष थे जिनका जीवन और चिंतन देश की आत्मा से जुड़ा था। वे सबके प्रिय थे, सबके अपने थे और जन-जन के हृदय में बसने वाले अजातशत्रु राजनेता थे।श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक साधारण कार्यकर्ता से आरंभ होकर राष्ट्रधर्म के संपादक, भारतीय जनसंघ के मजबूत आधार और भारतीय जनता पार्टी के सर्वोच्च नेतृत्व तक पहुंचाने वाली एक अनुपम और प्रेरक यात्रा रही है। वे राजनीति को व्यक्ति निर्माण, समाज निर्माण और राष्ट्र निर्माण का माध्यम मानते थे। उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन से समर्पित कार्यकर्ताओं की अनेक पीढ़ियां तैयार हुईं, जिनके लिए सेवा, त्याग और राष्ट्रहित जीवन का लक्ष्य बन गए।अटल जी का व्यक्तित्व बहुआयामी था। वे श्रेष्ठ कवि, सफल पत्रकार, दूरदृष्टा विचारक तथा चिंतक थे, जिन्होंने भविष्य के भारत का स्वप्न देखा और उसे साकार करने का मार्ग प्रशस्त किया। मुझे बताते हुए खुशी है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में श्रद्धेय अटलजी के स्वप्न को आकार दिया जा रहा है। देश की बहुआयामी प्रगति, समृद्धि और विकास के परिणाम धरातल पर दिखाई दे रहे हैं।इसमें एक और गौरवशाली तथ्य की ओर संकेत करना चाहूंगा कि विश्व की चैथी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में भारत अग्रसर है। यह ऐसी उपलब्धि है कि वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए कई देशों की दृष्टि भारत की ओर रहती है।हमारे लिए गर्व की बात है कि यशस्वी प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। 25 दिसंबर को श्रद्धेय अटलजी की जन्म जयंती के अवसर पर ग्वालियर में भव्य मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें निवेश और नवाचार की नई दिशाएं तय होंगी।प्रधानमंत्री के रूप में अटल जी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए। सड़क, संचार, आधारभूत संरचना, शिक्षा, विज्ञान और तकनीककृहर क्षेत्र में उन्होंने मजबूत नींव रखी। जहां प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा, वहीं सर्वशिक्षा अभियान से शिक्षा को हर वर्ग, हर समुदाय और हर क्षेत्र तक पहुंचाया। पोखरण में भारत की सामरिक शक्ति को सुदृढ़ करने से लेकर स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना के माध्यम से देश को जोड़ने का संकल्प, निर्णय और संकल्प शक्ति का परिचय दिया।श्रद्धेय अटल जी की दूरदृष्टि का एक महत्वपूर्ण उदाहरण ‘नदी जोड़ो’ अभियान की परिकल्पना है। उन्होंने जल समस्या का स्थायी समाधान विकसित करने हेतु जलस्रोतों के समन्वित प्रबंधन पर बल दिया। उनका सपना था कि देश की नदियां आपस में जुड़ें, जल की एक-एक बूंद का उपयोग हो और धरती सुलभ-सुफलाम बने।मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां नदियों को जोड़ने के महाअभियान के तहत दो परियोजनाएं प्रारंभ हो चुकी हैं। पार्वती-कालीसिंध-चंबल और केन-बेतवा लिंक परियोजनाओं के माध्यम से हमारी नदियां जुड़ने जा रही हैं। इन परियोजनाओं से जल संकट वाले क्षेत्रों में नई आशा जगेगी और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।अटलजी विकास को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना चाहते थे। इसी दिशा में मध्यप्रदेश सरकार ने विकास के नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से उद्योगों को छोटे शहरों और अंचलों तक पहुंचाया गया है। इससे पलायन रुका है और स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल रहा है। अटलजी के शासनकाल में शुरू हुई दिल्ली मेट्रो आज विश्वस्तरीय अधोसंरचना के रूप में स्थापित हो चुकी है। यह सब बताता है कि अब हम भोपाल में भी मेट्रो का संचालन करने जा रहे हैं।सुशासन के प्रवर्तक अटलजी के लिए सुशासन का अर्थ सरल, पारदर्शी और संवेदनशील व्यवस्था से था। उन्होंने स्थिरता और सुशासन का स्वर्णिम उदाहरण प्रस्तुत किया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सुशासन की वही परंपरा आगे बढ़ रही है। सेवा, संकल्प और समर्पण की नीति, जनसरोकारों तक योजनाओं को पहुंचाना और डिजिटल माध्यमों से सेवाओं की सरलताकृयह सब उसी विचार का विस्तार है।अटल जी की 101वीं जयंती पर हम यह संकल्प लें कि उनके विचारों को अपने आचरण और नीतियों में उतारें। व्यक्ति निर्माण से लेकर राष्ट्र निर्माण तक उनकी कल्पना आज भी प्रासंगिक है। सच्चा नेतृत्व वही है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्ग प्रशस्त करे। मध्यप्रदेश, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और अटल जी की प्रेरणा के साथ, समृद्धि, विकास और खुशहाली का नया अध्याय रचने के लिए प्रतिबद्ध है।श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उनका चिंतन, विचार और सपना नए विकसित भारत निर्माण के लिए सदैव प्रेरक रहेगा। मैं प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता से आह्वान करता हूं कि आइए, हम सब मिलकर श्रद्धेय अटलजी के स्वप्न अनुरूप सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहभागी बनें।

कर्नाटक में जिंदा जल गए 9 मुसाफिर:चित्रदुर्ग में ट्रक से टक्कर के बाद बस में लगी भीषण आग, 20 लोग घायल, शवों की नहीं सकी पहचान
चित्रदुर्ग। कर्नाटक में बुधवार-गुरुवार की रात एक भीषण सड़क हादसा हो गया है। यहां के चित्रदुर्ग जिले में एक ट्रक से टक्कर के बाद निजी स्लीपर कोच बस में आग लगने के बाद जलकर नौ लोगों की मौत हो गई। मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं। जानकारी के मुताबिक बस में करीब 32 लोग सवार थे। पुलिस के अनुसार, यह घटना नेशनल हाईवे-48 पर गोरलाट्टू क्रॉस पर रात करीब 2 बजे हुई। एक अनियंत्रित ट्रक डिवाइडर तोड़ते हुए दूसरी तरफ चला गया और बस से जा टकराया। इस घटना में ट्रक ड्राइवर की भी मौत हो गई। आग लगने के बाद कई यात्री बस से भागकर जान बचाने में कामयाब रहे।अब तक मृतकों की नहीं हो सकी पहचानअधिकारियों ने बताया कि प्राइवेट स्लीपर कोच बस बेंगलुरु से तटीय शहर गोकर्ण जा रही थी, तभी ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। मरने वालों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस ने बताया कि हादसा ट्रक ड्राइवर की लापरवाही की वजह से हुआ। बस के ड्राइवर और क्लीनर को कोई चोट नहीं आई। ट्रक ड्राइवर उत्तर प्रदेश का रहने वाला था, जिसकी पहचान कुलदीप के रूप में हुई है। आईजी (नॉर्थ ईस्ट) बीआर रविकांत गौड़ा ने कहा कि नौ यात्री लापता हैं और उनके मारे जाने की आशंका है। उन्होंने कहा कि शव मिलने के बाद सही जानकारी का पता चलेगा।हादसे में कुल 21 लोग हुए घायलहादसे में कुल 21 लोग घायल हुए हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, बस में 32 यात्री सवार थे। अधिकारियों ने बताया कि शवों के मिलने के बाद ही मरने वालों की सही संख्या का पता चलेगा। अधिकारियों ने बताया कि 12 यात्रियों को मामूली चोटें आईं, जिन्हें हिरियुर तालुक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जबकि नौ यात्रियों को गंभीर चोटें आईं, जिन्हें तुमकुरु शहर के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। आग बुझा दी गई है।पीएम ने मृतकों के परिवार को 2-2 लाख देने की घोषणाइस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। पीएमओ के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपए की सहायता राशि की भी घोषणा की है। पीएमओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में हुए हादसे में लोगों की मौत से बहुत दुख हुआ। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हों। प्रधानमंत्री राहत कोष से हर मृतक के परिवार को 2 लाख रुपए की मदद दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे।

दिल्ली में सांसों का आपातकाल: एक्यूआई को लेकर केन्द्रीय मंत्री हुए चिंतित, कही यह बात
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है। हालात ऐसे हो गए हैं लोगों को सांस के लाल पड़ गए हैं। दिल्ली के प्रदूषण को लेकर अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी चिंता जाहिर की है और कहा है कि दिल्ली बेहद प्रदूषित है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मैं दो दिन दिल्ली में रहा और बीमार पड़ गया। माइ आइडिया ऑफ नेशन फर्स्ट- रीडिफाइन अनएलॉयड नेशनलिज्म नामक किताब का विमोचन करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, मैं परिवहन मंत्री हूं, 40 प्रतिशत प्रदूषण तो हमारे ही कारण होता है। इसकी वजह है कि जीवाश्म ईंधन, पेट्रोल-डीजल है। सुदर्शन जी कितनी बार कहते थे कि इस देश का किसान अन्न दाता नहीं ऊर्जा दाता बनेगा। हवाई ईंधन दाता बनेगा। अब सब बन गया है, पर कोई विश्वास रखने के लिए तैयार नहीं है। नितिन गडकरी ने बताया, आज भी हम कच्चे तेल के आयात पर 22 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। देश में प्रदूषण हो रहा है, ये कैसा राष्ट्रवाद है? आज अगर कोई असल राष्ट्रवाद है तो वो आयात घटाने और निर्यात बढ़ाने में है। क्या हम वैकल्पिक ईंधन और बायो ईंधन में आत्मनिर्भर भारत नहीं बना सकते। गडकरी ने कहा, मैं 100 फीसदी इथेनॉल पर चलने वाली गाड़ी से यहां आया हूं। 60 प्रतिशत बिजली तैयार करती है और 25 रुपये प्रतिकिलोमीटर का औसत देती है। प्रदूषण शून्य है। हम हाइड्रोजन बना रहे हैं, इलेक्ट्रिक गाड़ियां बना रहे हैं।हाइड्रोजन ऊर्जा निर्यातक बनने की राह पर देशहाल ही में नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, देश अगले दशक के भीतर हाइड्रोजन ऊर्जा का निर्यातक बनने की राह पर है। हाइड्रोजन, पोत परिवहन, विमानन, उद्योग और स्मार्ट परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा, सरकार लॉजिस्टिक लागत को कम करने के लिए कड़े कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार देश भर में 28 पहुंच-नियंत्रित एक्सप्रेसवे बनाने की प्रक्रिया में है। केन्द्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सड़क विकास परियोजनाओं में एक लाख 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।

गोल्ड ने तोड़े सभी रिकार्ड, चांदी की चमक भी बरकरार:फेड के ब्याज दर कटौती की उम्मीदों से मिला सपोर्ट
मुंबई। अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते तनाव और अमेरिका में अगले साल फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीदों के चलते हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन, बुधवार को सोने और फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 0.5 प्रतिशत से ज्यादा बढ़कर 4,500 डॉलर प्रति औंस के पार चली गई। भारतीय बाजार में एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर फरवरी कॉन्ट्रैक्ट वाले सोने का भाव बढ़कर 1,38,676 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया, जो कि अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है। वहीं, मार्च कॉन्ट्रैक्ट वाली चांदी 2 प्रतिशत से ज्यादा बढ़कर 2,24,300 प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।खबर लिखे जाने तक एमसीएक्स पर सोना 0.45 प्रतिशत यानी 625 रुपए की तेजी के साथ 1,38,510.00 रुपए प्रति 10 ग्राम पर, तो वहीं सिल्वर 4,207 रुपए यानी 1.92 प्रतिशत की शानदार तेजी के साथ 2,23,860.00 रुपए प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रहा था। पिछले कुछ समय से सोने और चांदी की कीमतों ने लगातार बढ़ोतरी दर्ज की है और एक के बाद एक नया रिकॉर्ड बनाया है।सत्र के दौरान डॉलर इंडेक्स में करीब 0.20 प्रतिशत की गिरावट आई। डॉलर कमजोर होने से सोना और चांदी विदेशी बाजारों में सस्ते हो गए, जिससे इनकी मांग और बढ़ गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्राइम रिसर्च के प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा कि दुनिया में बढ़ती अनिश्चितता और अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के चलते लोग सुरक्षित निवेश के रूप में सोने और चांदी में निवेश कर रहे हैं। इसी कारण हाजिर सोने ने 4,500 डॉलर प्रति औंस का आंकड़ा पार कर लिया। वहीं चांदी ने भी नया रिकॉर्ड बनाया और अंतरराष्ट्रीय बाजार में 72 डॉलर के पार पहुंच गई।

विजय हजारे ट्रॉफीः लिस्ट ए क्रिकेट में बिहार ने रचा इतिहास:हरियाणा के खिलाफ बनाए 574 रन, रणजी में यह अब तक सबसे बड़ा स्कोर
रांची। बिहार क्रिकेट टीम ने रांची के जेएससीए ओवल ग्राउंड में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ खेले जा रहे विजय हजारे ट्रॉफी के मैच में रिकॉर्ड बना दिया है। बिहार क्रिकेट टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 574 रन बनाए हैं। लिस्ट ए क्रिकेट का यह सबसे बड़ा स्कोर है।बिहार ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। वैभव सूर्यवंशी, कप्तान साकिबुल गनी और आयुष लोहारुका की शतकीय पारियों की बदौलत बिहार ने प्रथम श्रेणी का रिकॉर्ड स्कोर बनाया। पारी की शुरुआत करने आए वैभव सूर्यवंशी ने सिर्फ 36 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और 84 गेंदों पर 15 छक्के और 16 चैकों की मदद से 190 रन की पारी खेली। वैभव के पास दोहरा शतक लगाने का पूरा मौका था, लेकिन वह 27वें ओवर की चैथी गेंद पर आउट हो गए।कप्तान सकिबुल गनी ने 40 गेंद पर 12 छक्के और 10 चैकों की मदद से नाबाद 128 रन की पारी खेली। वहीं आयुष ने 56 गेंद पर 8 छक्के और 11 चैकों की मदद से 116 रन बनाए। इसके अलावा पीयूष सिंह ने 66 गेंद पर 77 और मंगल महरोर ने 43 गेंद पर 33 रन बनाए। इन पारियों की बदौलत बिहार ने 6 विकेट के नुकसान पर 574 रन बनाकर लिस्ट ए क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर अपने नाम कर लिया।लिस्ट ए क्रिकेट में पूर्व का सबसे बड़ा स्कोर तमिलनाडु के नाम था। तमिलनाडु ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ ही 2022 में 2 विकेट पर 506 रन बनाए थे। इसके बाद इंग्लैंड है। नीदरलैंड के खिलाफ 2022 में इंग्लैंड ने 4 विकेट पर 498 रन बनाए थे। सरे ने ग्लौक्स के खिलाफ 2007 में 4 विकेट पर 496 रन बनाए थे। लिस्ट ए में अब सरे चैथे नंबर पर चली गई है। इंग्लैंड पांचवें नंबर पर है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड ने 2018 में 6 विकेट पर 481 रन बनाए थे।

इसरो ने रचा इतिहास:एलवीएम3-एम6 की सफल लॉन्चिंग को पीएम ने बताया गौरवपूर्ण क्षण, टीम को दी बधाई
श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए एलवीएम3 रॉकेट के इतिहास में अब तक का सबसे भारी पेलोड (6,100 किलोग्राम) को लॉन्च किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे गौरवपूर्ण पूर्ण क्षण बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस उपलब्धि को एक बड़ी छलांग बताते हुए लिखा, एलवीएम3-एम6 का सफल लॉन्च, जिसने भारतीय धरती से लॉन्च किए गए अब तक के सबसे भारी सैटेलाइट, यूएसए के ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 स्पेसक्राफ्ट को उसकी तय ऑर्बिट में पहुंचाया, भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक गौरवपूर्ण मील का पत्थर है।अंतरिक्ष की दुनिया में ऊंचाइयों को छू रहा भारतउन्होंने लिखा, यह भारत की हेवी-लिफ्ट लॉन्च क्षमता को मजबूत करता है और ग्लोबल कमर्शियल लॉन्च मार्केट में हमारी बढ़ती भूमिका को और पक्का करता है। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में हमारे प्रयासों को भी दिखाता है। हमारे मेहनती अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। भारत अंतरिक्ष की दुनिया में लगातार ऊंचाइयों को छू रहा है।केन्द्रीय मंत्री ने भी इसरो को दी बधाईकेंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्स पर पोस्ट करके इसरो को बधाई दी। उन्होंने लिखा, ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 को ले जाने वाले एलवीएम3-एम6 के सफल लॉन्च के लिए टीम इसरो को बधाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी संरक्षण में, इसरो लगातार एक के बाद एक सफलता हासिल कर रहा है, जो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत की बढ़ती ताकत को फिर से साबित करता है।

बीएमसी का रण, 20 साल बाद ठाकरे परिवार का मिलन:उद्धव-राज ने किया गठबंधन का ऐलान, शिवसेना नेता ने दिल्ली सरकार को लिया निशाने पर
मुंबई। महाराष्ट्र के निकाय चुनाव में मिली करारी हार के बाद विपक्षी पार्टियां बीएमसी चुनाव को लेकर एक्शन मोड में आ गई हैं। यही नहीं बीएमसी समेत महाराष्ट्र के कुल 29 नगर निगम चुनावों में महायुति को मात देने के लिए उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने हाथ मिला लिया है। ठाकरे बंधुओं के इस फैसले ने सबको चैंका दिया है। गठबंधन के एलान से पहले उद्धव ठाकरे और एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने अपने परिवारों के साथ शिवाजी पार्क में बालासाहेब ठाकरे के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उद्धव-राज ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोनों दलों के बीच गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया। प्रेस वार्ता में उद्धव ठाकरे में कहा कि दिल्ली में बैठे लोग मुंबई को तोड़ने की कोशिश कर रहे। हम एक साथ रहने के लिए साथ आए हैं। किसी भी झगड़े से बड़ा हमारे लिए मुंबई और महाराष्ट्र है। हम अगर बंटेंगे तो बिखरेंगे। उन्होंने आगे कहा ठाकरे परिवार ने मुंबई के लिए संघर्ष किया है। मराठी अगर झुक जाएंगे तो खत्म हो जाएंगे।मराठी जनता के लिए खुशी का क्षणउन्होंने बताया कि सीटों पर जल्द फैसला होगा। उद्धव ने इसके साथ ये भी एलान किया कि गठबंधन मुंबई से बाहर भी होगा। वहीं एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने एलान किया कि मुंबई का मेयर मराठी ही होगा और हमारा होगा। गठबंधन को लेकर संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे आज चुनावी गठबंधन की घोषणा करने के लिए एकजुट होंगे। उन्होंने कहा, यह महाराष्ट्र और मराठी जनता के लिए खुशी का क्षण है। बालासाहेब ठाकरे ने यहीं के मूल निवासियों के लिए शिवसेना की स्थापना की थी।भाजपा को सबक सिखाने के लिए हुए एकजुट, बोले संजय राउतशिवसेना (यूबीटी) के नेता ने कहा, 20 वर्षों तक ठाकरे बंधुओं का साथ नहीं रहा और महाराष्ट्र को इसका बहुत नुकसान उठाना पड़ा। अब भाजपा को सबक सिखाने और मुंबई में चल रही लूट को रोकने के लिए उद्धव और राज ठाकरे एकजुट हुए हैं। हम मुंबई की 10 नगर निगमों में एक साथ चुनाव लड़ेंगे।इस पल का लंबे समय से था इंतजार, बोले एमएनएस नेतागठबंधन के एलान पर एमएनएस नेता यशवंत किल्लेदार ने कहा कि दो भाई एक साथ आ रहे हैं और हम इस पल का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज जो हो रहा है वह हमारे लिए खुशी की बात है। किल्लेदार ने कहा, दोनों भाई बालासाहेब ठाकरे के स्मृति स्थल पर आएंगे और उसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। वे वहीं गठबंधन की घोषणा करेंगे। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता बहुत उत्साहित हैं।कांग्रेस ने गठबंधन के एलान पर खड़े किए सवालबीएमसी चुनाव के लिए शिवसेना (यूबीटी) और एमएनएस के गठबंधन पर कांग्रेस नेता अतुल लोंढे ने कहा कि आज खबर आई है कि अजित पवार और शरद पवार गठबंधन करने जा रहे हैं। उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या इसका मतलब यह है कि महायुति में फूट पड़ गई है?

बर्फीली हवाओं से ठिठुरा मप्र:सूबे में सबसे ठंडा रहा हिल स्टेशन, सर्दी से कांपा शहडोल का कल्याणपुर भी, कोहरे ने रोकी ट्रेनों की रफ्तार
भोपाल। पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी का असर मप्र में दिखाई दे रहा है। बर्फीली हवाओं से सूबे में लगातार ठिठुरन बढ़ती जा रही है। हिल स्टेशन के नाम से मशहूर पचमढ़ी में इस सीजन पहली बार न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से नीचे पहुंच गया। मंगलवार रात यहां पारा गिरकर 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं प्रदेश में दूसरा सबसे ठंडा शहर शहडोल का कल्याणपुर रहा है। बीत रात यहां का तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।वहीं मंदसौर में 5.7 डिग्री, रीवा और खजुराहो-उमरिया में 6 डिग्री, शाजापुर में 6.1 डिग्री, नौगांव और राजगढ़ में 6.6 डिग्री, दतिया में 6.9 डिग्री, मलाजखंड में 7.5 डिग्री और सतना में 7.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।मौसम विभाग की मानें तो बुधवार रात से सर्दी और तीखी होने की संभावना है। अगले 24 घंटे में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक और गिरावट दर्ज की जा सकती है। प्रदेश के उत्तरी हिस्से घने कोहरे की चपेट मेंइधर, घने की कोहरे की वजह से ग्वालियर, रीवा और सतना में दृश्यता 50 से 200 मीटर तक सिमट गई है, जिससे हालात जीरो विजन जैसे हो गए हैं। दमोह, खजुराहो, नौगांव, मुरैना, सीधी, दतिया, इंदौर, भोपाल, राजगढ़, उज्जैन, शाजापुर, सीहोर और देवास में भी सुबह 6 से 8 बजे के बीच घना कोहरा छाया रहा। बुधवार सुबह भी कई जिलों में यही स्थिति देखने को मिली। कम विजिबिलिटी के कारण कई जगह सड़कों पर वाहन चलाना चुनौतीपूर्ण हो गया है। जानिए आपके शहर में मौसम की स्थिति क्या है और आने वाले तीन दिनों में ठंड-कुहासे का क्या असर रहेगा। एक दर्जन से अधिक ट्रेनें 5 से 8 घंटे तक लेटघने कोहरे के कारण दिल्ली से भोपाल, इंदौर और उज्जैन आने वाली एक दर्जन से अधिक ट्रेनें 5 से 8 घंटे तक देरी से चल रही हैं। मालवा एक्सप्रेस रोजाना 4 से 5 घंटे लेट हो रही है, जबकि शताब्दी और सचखंड एक्सप्रेस भी प्रभावित हैं।

सूर एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता:बैंकाक से आ रहे कपल से मिला 17.658 किलो हाइबिड गांजा, कीमत आंकी गई 17.5 करोड़
सूरत। गुजरात के सूरत इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। बैंकॉक से आने वाली एक यात्री के पास से हाइड्रोपोनिक वीड (हाइब्रिड गांजा) जब्त की गई है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), सूरत सिटी डिटेक्शन क्राइम ब्रांच (डीसीबी), डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) और कस्टम्स की जॉइंट टीम ने बैंकॉक से आने वाली फ्लाइट में यात्रा कर रहे एक कपल को रोका। उनके चेक-इन बैगेज से बड़ी मात्रा में हाइड्रोपोनिक वीड (हाइब्रिड गांजा) जब्त की।खुफिया सूचना पर हुआ एक्शनयह कार्रवाई खुफिया सूचना के आधार पर की गई, जिसमें टीम ने कपल के सामान की गहन जांच की। जांच के दौरान 16 वैक्यूम-पैक्ड पॉलीथीन पैकेट बरामद हुए, जिनमें कुल 17.658 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक वीड था। फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) द्वारा इसकी कीमत 6.18 करोड़ रुपए आंकी गई है, जबकि काले बाजार में इसकी अनुमानित कीमत 17.5 करोड़ रुपए तक पहुंचती है।पूछताछ के बाद कपल को सौंपा एजेंसी कोहाइड्रोपोनिक वीड एक उच्च गुणवत्ता वाला हाइब्रिड कैनबिस है, जो नियंत्रित वातावरण में उगाया जाता है। इसमें टीएचसी (टेट्राहाइड्रोकैनाबिनॉल) की मात्रा सामान्य गांजे से कहीं ज्यादा होती है, जिसके कारण यह ड्रग तस्करों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यह पदार्थ एनडीपीएस एक्ट, 1985 के तहत प्रतिबंधित है। आरोपी कपल को आगे की पूछताछ और जांच के लिए संबंधित एजेंसी को सौंप दिया गया है। जांचकर्ता अब इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी नेटवर्क की गहराई तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें बैंकॉक से आने वाले रूट और सूरत में रिसीवर शामिल हो सकते हैं।

एसआईआर:मप्र के 42.74 लाख वोटर्स के कटे नाम, आज से शुरू होगा नोटिस देने का सिलसिला
भोपाल। चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश में निर्वाचक नामावलियों का विशेष गहन पुनरीक्षण एसआईआर कार्य पूर्ण कर ली है। उक्त प्रक्रिया में मतदाता सूची से लगभग 42 लाख 74 हजार 160 वोटर्स के नाम कट चुके हैं। आज बुधवार से ऐसे मतदाताओं को नोटिस दिए जाएंगे। इसके साथ ही दावा आपत्ति और जांच की प्रक्रिया चलेगी। जो मतदाता दस्तावेज नहीं दे पाएंगे, उनके नाम अंतिम वोटर लिस्ट से हटा दिए जाएंगे। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव झा ने पत्रकारवार्ता में दी। बता दें कि मंगलवार को मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन हो चुका, वही 21 फरवरी को फाइनल वोटर लिस्ट जारी होगी। पहले तीन पर इंदौर में 1,33,696, भोपाल 1,16,925 और जबलपुर 69,394 अनुपस्थित रहे। 5.31 करोड़ वोटरों का ही हो सका सर्वेझा ने बताया कि कुल 5 करोड़ 74 लाख 06 हजार 143 वोटर से 5 करोड़ 31 लाख 31 हजार 983 ही एसआईआर हो सका। इनमें से 31 लाख 51 हजार यानी 5.49 प्रतिशत शिफ्टेड और अनुपस्थित मतदाता है। 8 लाख 46 हजार यानी 1.47 प्रतिशत वोटरों की मौत हो चुकी है। 2 लाख 77 हजार यानी 0.48 प्रतिशत मतदाता ऐसे हैं, जिनके नाम एक से ज्यादा जगह पर दर्ज है। 21 फरवरी को प्रकाशित होगी अंतिम मतदाता सूची झा ने बताया कि 24 दिसबंर से 22 जनवरी तक दावा आपत्ति मंगाई गई है। बुधवार से हम कटे मतदाताओं को नोटिस तामील करेंगे। इसके साथ ही जांच की प्रक्रिया चलेगी। 21 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होगी। प्रदेश में दिवंगत मतदाताओं की संख्या 8 लाख 46 लाख यानि 1.47, शिफ्ट और अनुपस्थित मतदाताओं की संख्या 31 लाख 51 हजार यानी 5.49 प्रतिशत है।

रणजी में दिखा सूर्यवंशी का वैभव:36 में शतक और 84 गेंदों में ठोक दिए 190 रन, दोहरे शतक से चूके
रांची। अंडर-19 के एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ फ्लॉप रहे बाएं हाथ के युवा सलामी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में धमाकेदार वापसी की है। यही नहीं उन्होंने बिहार की ओर से खेलते हुए महज 36 गेंदों पर शतक ठोक दिया है। सूर्यवंशी यही नहीं रुके। उन्होंने 84 गेंदों में 190 रन बनाए, इसमें 15 छक्के, 16 चैके शामिल रहे। उनकी इस धमाकेदार से बिहार ने 50 ओवरों के इस मैच में 435-3 (42 ओवर) का स्कोर खड़ा कर दिया है।बता दें कि विजय हजारे ट्रॉफी में वैभव सूर्यवंशी बिहार की तरफ से खेल रहे हैं। रांची के जेएससीए ओवल ग्राउंड में बिहार का अरुणाचल प्रदेश के साथ मैच चल रहा है। बिहार ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है। पारी की शुरुआत से ही वैभव अरुणाचल प्रदेश के गेंदबाजों पर भारी पड़ रहे थे। दोहरा शतक लगाने से चूकेवैभव के बल्ले से निकलने के बाद गेंद बाउंड्री लाइन के पार ही दिख रही थी। सिर्फ 36 गेंदों में शतक लगाने वाले वैभव ने 84 गेंदों पर 15 छक्के और 16 चैकों की मदद से 190 रन की पारी खेली। वैभव के पास दोहरा शतक लगाने का पूरा मौका था, लेकिन वह 27वें ओवर में आउट हो गए। साल 2025 में लगा चुके हैं कई शतकसाल 2025 में अलग-अलग फॉर्मेट में कई शतक लगा चुके वैभव सूर्यवंशी ने अंडर-19 एशिया कप में भी शतक लगाया था, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ दोनों ही मैचों में बड़ा स्कोर बनाने में वह असफल रहे थे। फाइनल में उनसे बड़ी पारी की उम्मीद थी। भारत को पाकिस्तान ने 348 का लक्ष्य दिया था। इसके लिए वैभव का क्रीज पर लंबी पारी खेलना जरूरी था। वैभव ने शुरुआत अच्छी की थी और 10 गेंद पर 26 रन बनाए थे, लेकिन वह इस पारी को बड़ी में तब्दील नहीं कर पाए थे।

महाराष्ट्रः भिंडवी के फैक्ट्री में भड़की भीषण आग: सिलेंडर के धमाकों से कांपे इलाके, एक कर्मचारी झुलसा
भिवंडी। महाराष्ट्र के भिवंडी जिले में बुधवार सुबह एक फैक्ट्री में आग लग गई। इस दौरान, दो सिलेंडर फटने के कारण हुए तेज धमाके से आसपास के इलाके में दहशत फैल गई। धमाके के कारण दमकल विभाग का एक कर्मचारी भी झुलस गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह भिवंडी के खोनी गांव के सिद्धार्थ नगर स्थित ज्योति टेक्सटाइल पावरलूम फैक्ट्री में आग लगी थी। इससे फैक्ट्री और पास की तीन यूनिट जल गईं। आग में मशीनें और कपड़ों का बड़ा स्टॉक जल गया। हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।धमाके से गिरी दीवारएक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि सुबह सवा पांच बजे भागने और चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। हमने खिड़की खोलकर देखी तो आग की लपटें आ रही थीं। फिर मैंने सभी को उठाया और हम नीचे आए। उन्होंने बताया कि आग लगने के बाद दो तेज धमाके भी हुए थे, जिसके कारण दीवार का एक हिस्सा गिर गया। हालांकि, आग बुझाने के लिए मौके पर सिर्फ एक फायर ब्रिगेड की गाड़ी आई। घटना के बाद एंबुलेंस पहुंचने में देरी पर लोगों का गुस्सा देखा गया। एक व्यक्ति ने कहा, घटना के काफी देर तक वहां कोई एंबुलेंस नहीं आई। आग लगने से अगर कोई अनहोनी होती तो कैसे जान बचाई जाती?आग पर पाया गया काबूदमकल विभाग के कर्मचारी संतोष भामरे ने बताया कि उन्हें सुबह 6ः40 बजे कॉल आया। खोनी सिद्धार्थ नगर से आग की सूचना मिली थी, जहां सिलेंडर फटने की भी घटना हुई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड तुरंत निकलीं। उन्होंने बताया कि आग बुझाने के समय सिलेंडर फटने से एक दमकल विभाग का कर्मचारी घायल हो गया, जिसे अस्पताल ले जाया गया है। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है।

इसरो का ऐतिहासिक मिशन लाॅन्च:बाहुबली एलवीएम3-एम6 ने ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 सैटेलाइट को एलईओ में किया स्थापित
श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इसरो ने सतीश धवन स्पेस सेंटर (एसडीएससी एसएचएआर), श्रीहरिकोटा से अपने सबसे शक्तिशाली रॉकेट एलवीएम3 से अमेरिकी कंपनी एएसटी स्पेसमोबाइल की ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 संचार सैटेलाइट को सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया है। यह इस रॉकेट की छठी ऑपरेशनल उड़ान (एलवीएम3-एम6) है। ये मिशन न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड और एएसटी स्पेसमोबाइल के बीच हुए समझौते के तहत किया जा रहा है। यह एलवीएम3 रॉकेट के इतिहास में अब तक का सबसे भारी पेलोड (6,100 किलोग्राम) है। लॉन्च सुबह 8ः54 बजे आईएसटी सेकंड लॉन्च पैड से हुआ। 43.5 मीटर ऊंचे और 640 टन वजन वाले इस रॉकेट ने लगभग 15 मिनट की उड़ान के बाद सैटेलाइट को 520 किलोमीटर की ऊंचाई पर 53 डिग्री इंक्लिनेशन वाली सर्कुलर ऑर्बिट में छोड़ा।एलवीएम3 सीरीज की छठी सफल उड़ान यह इसरो की 100 प्रतिशत सफलता वाली एलवीएम3 सीरीज की छठी उड़ान है, जो पहले चंद्रयान-2, चंद्रयान-3 और वनवैब के 72 सैटेलाइट्स लॉन्च कर चुकी है। यह मिशन न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के माध्यम से एक समर्पित कमर्शियल डील का हिस्सा है। एएसटी स्पेसमोबाइल दुनिया का पहला स्पेस-बेस्ड सेल्युलर ब्रॉडबैंड नेटवर्क बना रही है, जो सामान्य स्मार्टफोन पर सीधे 4जीध्5जी वॉइस, वीडियो कॉल, मैसेजिंग, स्ट्रीमिंग और इंटरनेट डेटा प्रदान करेगा।सितंबर 2024 में ब्लू बर्ड 1-5 लॉन्च कर चुकी है कंपनीयह सैटेलाइट ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 सीरीज का पहला है, जिसमें 223 वर्ग मीटर का बड़ा फेज्ड एरे है, जो एलईओ में अब तक का सबसे बड़ा कमर्शियल कम्युनिकेशन एरे है। कंपनी पहले सितंबर 2024 में ब्लू बर्ड 1-5 लॉन्च कर चुकी है, जो अमेरिका और चुनिंदा देशों में कवरेज दे रहे हैं। ब्लॉक-2 सैटेलाइट्स 10 गुना ज्यादा बैंडविड्थ देंगे और दुनिया भर में कनेक्टिविटी गैप (लगभग 6 अरब मोबाइल यूजर्स) की दिशा में काम कर रहे हैं। इससे पहाड़ों, महासागरों और रेगिस्तानों में भी यह गैप खत्म किया जा सकेगा।इसरो चीफ ने लाॅन्च से पहले तिरुमाला मंदिर में की पूजाइसरो चेयरमैन वी. नारायणन ने लॉन्च से पहले तिरुमाला मंदिर में पूजा-अर्चना की। यह मिशन भारत की कमर्शियल स्पेस लॉन्च क्षमता को वैश्विक स्तर पर मजबूत करता है। एएसटी स्पेसमोबाइल ने 50 से ज्यादा मोबाइल ऑपरेटर्स के साथ पार्टनरशिप की है।

बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर फूटा कनाडाई सांसद का गुस्सा :कहा- दक्षिण एशियाई देश में नफरत और कट्टरपंथ की ताकतें हैं बेकाबू
ओटावा। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रही हिंसा को लेकर कनाडा के कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद शुभ मजूमदार ने कड़ी आलोचना की है। हाल ही में बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की बेरहमी से मॉब लिंचिंग को लेकर उन्होंने कहा कि यह घटना दिखाती है कि दक्षिण एशियाई देश में नफरत और कट्टरपंथ की ताकतें बेकाबू हैं। सांसद शुभ मजूमदार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, बांग्लादेश में एक और काला अध्याय सामने आ रहा है, जो पीढ़ियों से चले आ रहे दर्द को सामने ला रहा है। कथित ईशनिंदा के आरोप में दीपू चंद्र दास की बेरहमी से हत्या, एक युवा हिंदू फैक्ट्री वर्कर जिसे भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला, उसके शव का भी अपमान किया और पेड़ से लटकाकर आग लगा दी। ये सब हमें याद दिलाता है कि नफरत और कट्टरपंथ की ताकतों को काबू नहीं किया गया है।बांग्लादेश में अल्पसंख्यक लक्षित हिंसा का कर रहे सामनाउन्होंने कहा, मैमनसिंह में यह भयानक काम पचास साल से भी पहले हुई अराजकता और जुल्म की याद दिलाता है। कनाडाई सांसद ने कहा कि बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यक, बंगाली हिंदू, ईसाई, बौद्ध और दूसरे अभी भी लक्षित हिंसा का सामना कर रहे हैं, जो पिछले नरसंहारों की बहुत याद दिलाती है। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश में अगस्त 2024 की राजनीतिक उथल-पुथल के बाद से हजारों घटनाओं की रिपोर्ट का जिक्र किया। इन रिपोर्ट में घरों, व्यापार, मंदिरों और पूजा की जगहों पर हमलेय हत्याएं, यौन हमले, अपहरण और जबरदस्ती बेघर होने की घटनाओं के बारे में बताया गया है।

टी20 की नंबर-1 गेंदबाद बनीं दीप्ति:ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल से छीना ताज, वनडे आईसीसी रैंकिंग में स्मृति एक पायदान फिसली
नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा टी20 फॉर्मेट की नई नंबर वन गेंदबाज बन गई हैं। दीप्ति शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल सदरलैंड को पछाड़ते हुए नंबर वन का ताज हासिल किया है। शीर्ष दस में दीप्ति एकमात्र भारतीय गेंदबाज हैं। दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल सदरलैंड, तीसरे स्थान पर पाकिस्तान की सादिया इकबाल हैं। दोनों को 1-1 स्थान का नुकसान हुआ है। चैथे स्थान पर इंग्लैंड की सोफी एक्लेस्टन और पांचवें स्थान पर लॉरेन बेल हैं। छठे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका की एन मल्बा, सातवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की जॉर्जिया वॉरहेम, आठवें पर इंग्लैंड की चॉर्ली डेन, नौवें स्थान पर वेस्टइंडीज की एफी फ्लेचर और दसवें स्थान पर पाकिस्तान की नशरा संधु हैं। वनडे रैंकिंग में लौरा वोल्वार्ड्ट पहुंची नंबर वन परमहिलाओं की नई वनडे रैंकिंग में दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट एक बार फिर से स्मृति मंधाना को पछाड़ते हुए नंबर वन स्थान पर काबिज हो गई हैं। उन्हें एक स्थान का फायदा हुआ है। मंधाना दूसरे स्थान पर हैं, उन्हें एक स्थान का नुकसान हुआ है। तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की एश्ले गार्डनर, चैथे स्थान पर नट सेवियर ब्रंट, पांचवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की बेथ मूनी, छठे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की एलीसा हिली, सातवें स्थान पर न्यूजीलैंड की सोफी डिवाइन, आठवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की एल्सी पेरी, नौवें स्थान पर हेली मैथ्यूज और दसवें स्थान पर भारत की जेमिमा रोड्रिग्ज हैं। महिलाओं की वनडे रैंकिंग में सिर्फ मंधाना और वोल्वॉर्ड्ट की रैंकिंग में ही बदलाव दिखा है। नौंवें स्थान पर हैं भारत की जेमिमामहिलाओं की टी20 बल्लेबाजों की रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया की बेथ मूनी पहले, वेस्टइंडीज की हेली मैथ्यूज दूसरे, भारत की स्मृति मंधाना तीसरे, ऑस्ट्रेलिया की ताहिला मैकग्राथ चैथे, दक्षिण अफ्रीका की लौरा वोल्वार्ड्ट पांचवें, श्रीलंका की चमारी अट्टपट्टू छठे, दक्षिण अफ्रीका की तंजिम ब्रिट्स सातवें, न्यूजीलैंड की सुजी बेट्स आठवें और भारत की जेमिमा रोड्रिग्स नौवें स्थान पर हैं। रोड्रिग्स को पांच स्थान का फायदा हुआ है। शेफाली वर्मा दसवें स्थान पर हैं। उन्हें एक स्थान का नुकसान हुआ है।

सबरीमाला GOLD चोरी मामला:एसआईटी के काम में बाधा डाल रहे दो सीनियर आईपीएस, नेता प्रतिपक्ष का बड़ा दावा
तिरुवनंतपुरम। केरल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष वी. डी. सतीशन ने सबरीमाला स्वर्ण चोरी मामले की जांच में बाधा डालने का आरोप दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर लगाया है। उनके अनुसार दोनों एसआईटी के काम में जानबूझकर हस्तक्षेप कर रहे हैं। सतीशन ने दावा किया कि एसआईटी जांच, जिससे निर्णायक प्रगति की उम्मीद थी, अब रुक गई है।उनके अनुसार, यह ठहराव सबूतों की कमी या प्रक्रियात्मक बाधाओं के कारण नहीं बल्कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के कारण है। उन्होंने आरोप लगाया, कुछ समय से एसआईटी जांच एक डेड एंड पर पहुंच गई है। दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जांच प्रक्रिया को बाधित करने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। विपक्ष के नेता ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने अब तक जनहित में संयम बरता है, लेकिन चेतावनी दी कि अब सब्र खत्म हो रहा है।सतीशन ने अधिकारियों को दी चेतावनीसतीशन ने कहा, इस समय, मैं इन अधिकारियों को चेतावनी देना चाहता हूं कि वे ऐसे कामों से बाज आएं। अगर वे अपनी आदतें नहीं सुधारते हैं, तो हमें सार्वजनिक रूप से उनके नाम बताने पड़ेंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह मुद्दा अब कोई आंतरिक प्रशासनिक मामला नहीं है, बल्कि सार्वजनिक जवाबदेही का मामला है। सतीशन ने पिनाराई विजयन सरकार पर प्रभावशाली लोगों को बचाने और सबरीमाला चढ़ावे से जुड़े कथित सोने की तस्करी और चोरी की स्वतंत्र और विश्वसनीय जांच सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया।मामले में कई स्तरों पर हुई चूकउन्होंने विपक्ष के लंबे समय से चले आ रहे आरोप को दोहराया कि इस मामले में कई स्तरों पर गंभीर चूक हुई है, और मांग की कि जांच को बिना किसी दबाव या हेरफेर के आगे बढ़ने दिया जाए। यह मामला राजनीतिक रूप से संवेदनशील रहा है, जिसमें विपक्ष ने बार-बार सिस्टम की विफलता और जांच को पटरी से उतारने की कोशिशों का आरोप लगाया है।सतीशन ने कहा कि सीनियर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोपों के बावजूद सरकार की चुप्पी ने जनता के संदेह को और गहरा कर दिया है। उन्होंने कहा, अगर सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो उसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एसआईटी स्वतंत्र रूप से और पारदर्शी तरीके से काम करे। विपक्ष के नेता ने यह साफ कर दिया कि अगर जांच में ठहराव जारी रहा तो यूडीएफ अपना अभियान तेज करेगा।

पीएम मोदी ने किसानों को प्राकृतिक खेती की दी सलाह:दलहन की खेती को बढ़ावा देने पर दिया जोर, बताएं उपाय भी
नई दिल्ली। किसान दिवस पर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया गया, इसमें पीएम मोदी ने किसान को प्राकृतिक खेती करने की सलाह दी। साथ ही दलहन की खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया। 2.41 मिनट के इस वीडियो में दालों की खेती करने वाले किसान कृष्ण कुमार पीएम मोदी से अपनी हालिया बातचीत का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार की योजनाओं की जमकर तारीफ कर रहे हैं।मोदी स्टोरी के एक्स पोस्ट में बताया गया है कि किसान दिवस किसानों को सिर्फ अन्नदाता नहीं, बल्कि राष्ट्र-निर्माता के रूप में मनाता है। धन-धान्य योजना और दालों में आत्मनिर्भरता मिशन की शुरुआत पर दाल किसानों को पीएम मोदी से बातचीत के लिए बुलाया गया था। इनमें से एक किसान कृष्ण कुमार थे। शेयर किए गए वीडियो में किसान की सादगी और पीएम की किसानों के प्रति संवेदनशीलता साफ झलक रही है।भारत को दाल उत्पादन में बनना चाहिए आत्मनिर्भरपीएम ने पूछा, आपने दालों की खेती शुरू की, यह कैसे किया? कृष्ण कुमार ने बताया कि प्राकृतिक खेती ने उनके खेतों को बदल दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत को दाल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनना चाहिए और केमिकल का इस्तेमाल कम या खत्म करना चाहिए। किसानों की पैदावार की चिंता समझते हुए पीएम ने सलाह दी, छोटे हिस्से से प्राकृतिक खेती शुरू करें, नतीजे देखें और धीरे-धीरे पूरे खेत पर लागू करें।वीडियो में इन योजनाओं का जिक्रवीडियो में पीएम फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि और अब धन-धान्य योजना का जिक्र है। पोस्ट में कहा गया कि पीएम मोदी का तरीका किसानों को सम्मान, सुरक्षा और आत्मविश्वास देता है। किसान दिवस पर कृष्ण कुमार जैसी कहानियां याद दिलाती हैं कि सशक्त किसान ही मजबूत देश की नींव हैं।वायरल हो रहा वीडियोयह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग पीएम की किसान-केंद्रित नीतियों और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की सराहना कर रहे हैं। किसान दिवस पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की जयंती पर मनाया जाता है, जो किसानों के बड़े हितैषी थे।

कार्ति चिदंबरम की बढ़ी मुश्किलें:चाइनीज वीजा घोटाले में कोर्ट ने तय किए आरोप, 16 जनवरी को होगी सुनवाई
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मंगलवार को चाइनीज वीजा स्कैम से जुड़े सीबीआई मामले में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप तय कर दिए हैं। अदालत ने इसी मामले में कार्ति चिदंबरम के चार्टर्ड अकाउंटेंट एस भास्कर रमन के खिलाफ भी आरोप तय किए हैं। अब इस मामले में अगली सुनवाई 16 जनवरी 2026 को होगी। यह मामला साल 2011 का है। उस समय देश के गृह मंत्री पी. चिदंबरम थे। सीबीआई का आरोप है कि पंजाब में एक बड़े पावर प्रोजेक्ट के लिए तय नियमों से ज्यादा चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाया गया। ये प्रोजेक्ट वेदांता समूह की कंपनी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (टीएसपीएल) का था, जहां बिजली संयंत्र का निर्माण चल रहा था।बीजा नियमों को किया गया था नजरअंदाजसीबीआई के मुताबिक, इस दौरान कुल 263 चीनी श्रमिकों के वीजा नियमों को नजरअंदाज करते हुए जारी कराए गए। इसके लिए कार्ति चिदंबरम और उनके सहयोगी एस. भास्कर रमन की मदद ली गई। जांच एजेंसी का कहना है कि टीएसपीएल कंपनी ने इस काम के बदले करीब 50 लाख रुपये की रिश्वत दी थी। यह पैसा कथित तौर पर कार्ति चिदंबरम और उनके करीबी एस. भास्कर रमन को दिया गया, ताकि तय सीमा से ज्यादा चीनी कर्मचारियों के वीजा दिए जा सकें।नियमों के खिलाफ हुआ लेन-देनसीबीआई का दावा है कि यह पूरा लेन-देन नियमों के खिलाफ था और इसमें सरकारी पद का गलत इस्तेमाल किया गया। इसी आधार पर भ्रष्टाचार से जुड़े कानूनों के तहत केस दर्ज किया गया और अब कोर्ट ने इस मामले में आरोप तय कर दिए हैं। राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीबीआई द्वारा पेश किए गए दस्तावेजों और साक्ष्यों के आधार पर प्रथम दृष्टया मामला बनता पाया और दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े आरोप तय कर दिए। अदालत के इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि मामले में नियमित सुनवाई आगे बढ़ेगी और आरोपों की न्यायिक जांच की जाएगी।

नितिन नबीनः BJP राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पहुंचे अपनी कर्मभूमि:सीनियर नेताओं ने किया भव्य स्वागत, रोड शो में बुलडोजर से फूलों की बारिश
पटना। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पटना के बांकीपुर के विधायक नितिन नबीन मंगलवार को पहली बार अपनी कर्मस्थली पटना पहुंचे। जहां स्टेट हैंगर में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उनका भव स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, सांसद संजय जायसवाल, मंत्री दिलीप जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी समेत कई बड़े नेताओं ने नितिन नवीन का स्वागत किया। इसके बाद उनका रोड शो शुरू हुआ। नितिन नबीन एक खुले वाहन पर सवार हुए और उनका रोड शो शुरू हुआ। जिस वाहन पर वे सवार थे, उस पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी भी मौजूद रहे। उन्होंने राजवंशी नगर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर में भगवान हनुमान की पूजा की। इस दौरान भाजपा नेता जय श्री राम के नारे लगाते दिखे। हाथी-घोड़ा और बुलडोजर लेकर नबीन के स्वागत में खड़े रहे भाजपा नेताइधर, बेली रोड पर भाजपा नेता हाथी-घोड़ा और बुलडोजर लेकर नितिन नबीन के स्वागत में खड़े रहे। यही नहीं बुलडोजर से भाजपा नेताओं ने अपने कार्यकारी अध्यक्ष पर फूलों पर बारिश भी की। एयरपोर्ट से लेकर मिलर हाई स्कूल ग्राउंड तक बैनर और पोस्टर दिख रहे हैं। हालांकि, इस कार्यक्रम के कारण पटना के बेली रोड, एयरपोर्ट समेत कई इलाकों में जाम की समस्या भी उत्पन्न हो चुकी है। नितिन नबीन के समर्थन में जमकर लगे नारेरोड शो में भारत माता की जय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नितिन नबीन के समर्थन में जमकर नारे लगे। प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी ने मीडिया से कहा, ष्आज का यह दिन भारतीय जनता पार्टी के लिए भी बड़ा है और देश व बिहार के नौजवानों के लिए भी प्रेरणादायक है। आज बिहार के लिए बड़ा दिन है। बिहार में कार्यकारी अध्यक्ष के आगमन को लेकर जबरदस्त उत्साह है और पार्टी इसे ऐतिहासिक रूप देने के लिए पूरी ताकत से जुटी हुई है। छोटा सा कार्यकर्ता भी बड़े-बड़े पद पर जा सकता हैभाजपा नेता ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि यह युग परिवर्तन है। संजय सिंह टाइगर ने कहा कि यह अन्य पार्टियों की तरह नहीं बल्कि अलग तरह की पार्टी है। छोटा सा कार्यकर्ता भी बड़े-बड़े पद पर जा सकता है। नितिन नवीन के नेतृत्व में पार्टी बेहतर आयाम तक पहुँचेगी। मैं उनके कुशल प्रबंधन को जानता हूं। हमारा लक्ष्य है बिहार में भाजपा को 50 फीसदी से अधिक वोट लाना और अधिक ताकतवर बनाना।

भारत के खिलाफ बोलने राहुल ने ली सुपारी:बर्लिन में दिए बयान पर भाजपा नेता का हमला, चुघ ने चीन के तारीफ पर भी घेरा
दिल्ली। जर्मनी के बर्लिन में राहुल गांधी ने पिछले दिन एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय लोकतंत्र और देश की संवैधानिक संस्थाओं को लेकर बयान दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा उस संविधान को खत्म करने की बात कर रही है, जो सभी को समान अधिकार देता है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष एक ऐसा प्रतिरोध तंत्र तैयार करेगा, जो आखिरकार भाजपा को सत्ता से हटाने में कामयाब होगा। राहुल के इस बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कड़ा प्रहार किया है।तरुण चुघ ने कहा कि भारत की संस्थाओं को बदनाम करना और भारतीय संस्कृति व सनातन के खिलाफ बोलना राहुल गांधी की आदत बन चुकी है।उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि राहुल गांधी ने विदेशी आकाओं से भारत, भारतीय संस्कृति और सम्मान के खिलाफ बोलने की सुपारी ले रखी है। उन्होंने आरोप लगाए कि देश के लोकतंत्र को बदनाम करने और विदेशी आकाओं की तालियां बंटोरने के लिए राहुल गांधी लगातार भारत-विरोधी कैंपेन चला रहे हैं। चीन के साथ आपके क्या रिश्ते, जानना चाहते हैं सबचीन का जिक्र करते हुए तरुण चुघ ने कहा, आप (राहुल गांधी) चीन की तारीफ करते हैं, लेकिन चीन के साथ आपके क्या रिश्ते हैं, ये सब जानते हैं। देश जानता है कि किन एनजीओ को चीन से फंड मिल रहा है। राहुल गांधी, अपनी पार्टी का रिकॉर्ड देखिए, अपनी सरकार का रिकॉर्ड देखिए। डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग से कोसों दूर यूपीए के समय में पॉलिसी कमजोर थीं, गवर्नेंस ठीक नहीं था और निराशा का माहौल था।पीएम ने शुरू की तरक्की नई रफ्तार भाजपा नेता ने कहा, पिछले 11 साल में प्रधानमंत्री मोदी ने मेक इन इंडिया, पीएलआई और आत्मनिर्भर भारत जैसी पहलों से इस गिरावट को पलटकर तरक्की की नई रफ्तार शुरू की है। विकास और राष्ट्रीय स्थिरता की राजनीति आगे बढ़ रही है। कांग्रेस की ओर से फैलाया जा रहा भ्रम और डर का विजन बिल्कुल काम नहीं आएगा।हजारों करोड़ रुपए हड़पने वाले आज थूक रहे चांद पर तरुण चुघ ने आगे कहा, जिनका कार्यकाल देश का खजाना लूटने के लिए काले अक्षरों में दर्ज है। उनकी सरकार के दौरान खुद कैग ने उन पर लूट का आरोप लगाया। 2जी स्कैम, कॉमनवेल्थ स्कैम, कोयला स्कैम और नेशनल हेराल्ड स्कैम के जरिए हजारों करोड़ रुपए हड़पने वाले आज चांद पर थूक रहे हैं। उनका बयान दुर्भाग्यपूर्ण है।

अंडर-19 एशिया कप फाइनल: भारतीय खिलाड़ियों के व्यवहार से आग बबूला हुए नकवी, मुद्दे को आईसीसी के सामने उठाने दी धमकी
नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने कहा है कि अंडर-19 एशिया कप फाइनल के दौरान भारतीय खिलाड़ियों का पाकिस्तानी खिलाड़ियों के प्रति गलत व्यवहार रहा था और वह इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के सामने उठाएंगे। मोहसिन नकवी ने कहा कि अंडर-19 एशिया कप फाइनल के दौरान भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तानी खिलाड़ियों को उकसाते रहे। पाकिस्तान इस घटना की जानकारी आधिकारिक तौर पर आईसीसी को देगा। राजनीति और खेल को हमेशा एक दूसरे से अलग रखना चाहिए।खेल भावना के साथ खेला जाना चाहिए क्रिकेटः सरफराजअंडर-19 एशिया कप में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मेंटर रहे सरफराज अहमद ने कहा, खेल के दौरान भारत का बर्ताव सही नहीं था, और क्रिकेट की भावना के खिलाफ था। इसके बावजूद, हमने अपनी जीत का जश्न खेल की भावना के साथ मनाया। क्रिकेट हमेशा खेल भावना के साथ खेला जाना चाहिए। भारतीय खिलाड़ियों के खेल भावना से जुड़ा मुद्दा सबसे पहले सरफराज अहमद ने ही उठाया था।नकवी से ट्रॉफी लेने से भी इनकार कर दिया था भारतीय टीम नेपहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद एशिया कप के दौरान भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच पहली बार मैदान पर दूरी दिखी थी। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा से टॉस के दौरान हाथ नहीं मिलाया था। इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने भी मैच के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया था। एशिया कप जीत के बाद भारतीय टीम ने मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से भी इनकार कर दिया था।अंडर-19 एशिया कप में भी जारी रहा सिलसिलाअंडर-19 एशिया कप में भी भारतीय टीम का स्टैंड यही रहा। भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। अंडर-19 एशिया 2025 दुबई में हाल ही में संपन्न हुई है। लीग स्टेज में भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया था, लेकिन 21 दिसंबर को हुए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। पाकिस्तान ने भारत को 348 रन का लक्ष्य दिया था। भारतीय टीम 156 पर सिमट गई और 191 रन से खिताबी मुकाबला हार गई।

नेता प्रतिपक्ष की बुद्धि देशविरोधी:यूपी के डिप्टी सीएम ने राहुल पर किया वार, अखिलेश को भी रखा निशाने पर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला। उपमुख्यमंत्री ने जर्मनी में राहुल गांधी की तरफ से दिए गए बयान की निंदा की और कहा कि नेता प्रतिपक्ष की बुद्धि देशविरोधी नेताओं की जैसी हो चुकी है। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सत्ता वियोग में विचलित होने के कारण वे भारत की संवैधानिक संस्थाओं को विदेशी धरती से निशाना बनाते हैं। इस जन्म में उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी नसीब नहीं होगी, ऐसा मानकर उन्होंने हताशा और निराशा में जर्मनी की धरती पर जो बयान दिया, उसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।मौर्य ने कांग्रेस को दी चुनौतीउपमुख्यमंत्री ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि अगर विरोधी दलों में दम है तो वह बूथ, पंचायत-निकाय या राज्य विधानसभा चुनाव में आकर लड़े। उन्होंने कहा, मेहनत भाजपा का कार्यकर्ता करेगा और चुनाव कांग्रेस, सपा या तृणमूल कांग्रेस जीते, ऐसा नहीं हो सकता है। भाजपा का कार्यकर्ता मेहनत करेगा तो कमल का ही फूल खिलेगा।संतुलन खो चुके अखिलेशसमाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बिहार चुनाव में हार के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव संतुलन खो चुके हैं। वह 2027 में उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखते हैं, लेकिन इस चुनाव में सिर्फ एक कार में बैठने लायक विधायक चुने जाने की संभावना है, क्योंकि वह जनता से बहुत दूर हो चुके हैं और माफियाओं के नजदीक हो चुके हैं।विरोधी दल खो चुके हैं आपाचैधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर किसानों के मुद्दे को लेकर सपा विधायकों के प्रदर्शन पर उपमुख्यमंत्री ने कहा, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस समेत सभी भाजपा विरोधी दल अपना आपा खो चुके हैं। उन दलों को क्या करना चाहिए, यह भी उन्हें समझ नहीं आ रहा है। इसलिए वे प्रदर्शन करते रहे हैं, लेकिन जनता इसका जवाब चुनाव में कमल खिलाकर देती है।


