CHHATTISGARH NEWS

मै टाॅस हारने के लिए कोस रहा हूं खुद को:साउथ अफ्रीका से मात खाकर बोले भारतीय कप्तान, भारी ओस के चलते गेंदबाजी हो गई थी मुश्किल
रायपुर। भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ रायपुर वनडे मैच में 4 विकेट से रोरी शिकस्त झेलनी पड़ी है। बुधवार की रात हुए इस हाइवोल्टेज मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 359 रनों का पहाड़ जैसा टारगेट दिया था, जिसे उसने चार गेंद बाकी रहते मैच को अपने नाम कर लिया। साउथ अफ्रीका के हाथों मैच 4 विकेट से गंवाने के बाद भारतीय कप्तान केएल राहुल ने कहा कि हार को पचाना मुश्किल नहीं है, क्योंकि दूसरी पारी में भारी ओस की वजह से गेंदबाजी करना मुश्किल हो गया था। अंपायर इतने अच्छे थे कि उन्होंने बॉल बदल दी। टॉस बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। केएल राहुल ने हंसते हुए कहा, मैं टॉस हारने के लिए खुद को कोस रहा हूं।गेंदबाजी और फील्डिग पर भी बोले कप्तानहालांकि, केएल राहुल का यह भी मानना है कि गेंदबाज और फील्डर और अधिक बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। उन्होंने कहा, हमेशा कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जो हम बेहतर कर सकते थे। बल्लेबाजी में, मुझे पता है कि 350 का स्कोर अच्छा था, लेकिन पिछले मैच के बाद भी ड्रेसिंग रूम में यही बात चल रही थी कि हम गीली गेंद से गेंदबाजों को राहत देने के लिए अतिरिक्त 20-25 रन कैसे बना सकते हैं।राहुल ने की गायकवाड़ और कोहली की तारीफगायकवाड़ और कोहली के बीच 195 रन की साझेदारी पर चर्चा करते हुए केएल राहुल ने कहा, ऋतु ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उसे देखकर बहुत अच्छा लगा। विराट कोहली को हमने 53 बार शतक लगाते देखा है। वह बस अपना काम करते रहते हैं। ऋतु को बैटिंग करते देखना बहुत अच्छा लगा, जिस तरह से उन्होंने अर्धशतक लगाने के बाद रफ्तार पकड़ी। जिस रफ्तार से उन्होंने बल्लेबाजी की, उसी से हमें अतिरिक्त 20 रन मिले। लोअर ऑर्डर के बल्लेबाज अधिक योगदान दे सकते थे।

रांची के बाद रायपुर में भी गरजा किंग कोहली का बल्ला:102 रन बनाकर लौटे पवेलियन, ऋतुराज ने भी ठोका करियर का पहला शतक
रायपुर। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला बुधवार को रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम में खेला जा रहा है। लगातार 20वीं बार टाॅस गंवाकर बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने रांची के बाद रायपुर में भी क्रिकेट प्रसंशकों का दिल खुश कर दिया है। ऋतुराज गायकवाड़ के 105 रन बनाकर आउट होने के बाद रन मशीन विराट कोहली ने भी इस वनडे सीरीज में दूसरा शतक ठोक दिया है। वह 102 रन बनाकर आउट हुए। ऐसे चल रही है भारत की पारीमैच की बात करें तो पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारत की शुरुआत अच्छी रही। रोहित और यशस्वी दोनों ही लय मे दिखे। लेकिन 5वें ओवर में रोहित शर्मा का विकेट गिरा। रोहित लगातार तीन चैके लगाकर बैटिंग कर रहे थे। रोहित ने 14 रन बनाए। 10वें ओवर में टीम इंडिया को दूसरा झटका लगा जब यशस्वी जायसवाल के रूप लगा। वह 22 रन बनाकर पवेलियन लौटे। यशस्वी के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए कोहली ने छक्के के साथ अपना खाता खोला। 10 ओवर के बाद भारत का स्कोर 66-2 था. 16वें ओवर में भारत ने 100 रनों का आंकड़ा पार कर लिया। टीम इंडिया ने अपने प्लेइंग इलेवन में नहीं किया कोई बदलावइस मैच के लिए टीम इंडिया ने अपने प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया है। रांची वाली टीम ही रायपुर में खेलती दिखेगी। वहीं, साउथ अफ्रीकी टीम में टेम्बा बावुमा की वापसी हुई है। पिछले मैच में वो नहीं खेले थे। भारत को एक बार फिर टॉस में हार का सामना करना पड़ा है. ये लगातार 20वां मौका है जब भारत के कप्तान टॉस नहीं जीत सके हैं।रायपुर वनडे के लिए भारत की प्लेइंग 11: यशस्वी जायसवाल, रोहित शर्मा, विराट कोहली, ऋतुराज गायकवाड़, वाशिंगटन सुंदर, केएल राहुल (कप्तान, विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, प्रसिद्ध कृष्णा।दक्षिण अफ्रीका (प्लेइंग इलेवन): क्विंटन डी कॉक, एडेन मार्करम, टेम्बा बावुमा (कप्तान), मैथ्यू ब्रीट्जके, टोनी डी जोर्जी, डेवाल्ड ब्रेविस, मार्को जानसेन, कॉर्बिन बॉश, केशव महाराज, नांद्रे बर्गर, लुंगी एनगिडी।

मुख्यधारा में लौटे 41 माओवादी कैडर:इन पर 1.19 करोड़ का था ईनाम, छग के नक्सल प्रभाविज जिले में लाल आतंक को लगा करारा झटका
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में बुधवार को माओवादियों को करारा झटका लगा। कुल 41 माओवादी कैडरों ने हथियार डाल दिए और समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। इन पर कुल 1 करोड़ 19 लाख रुपये का इनाम था। इनमें 12 महिलाएं और 29 पुरुष हैं। सरेंडर करने वालों में कई बड़े नामआत्मसमर्पण करने वालों में कई बड़े नाम शामिल हैं। इनमें पीएलजीए बटालियन-1 के 5 सदस्य, 3 एरिया कमेटी मेंबर, कई प्लाटून कमांडर, मिलिशिया कमांडर और जनताना सरकार के पदाधिकारी हैं। ज्यादातर (39) दक्षिण सब-जोनल ब्यूरो के हैं, जबकि कुछ तेलंगाना स्टेट कमेटी और धमतरी-गरियाबंद-नुआपाड़ डिवीजन से भी हैं। सबसे बड़े इनामी कैडरों में पति-पत्नी पंडरू हपका उर्फ मोहन और बंडी हपका शामिल हैं, दोनों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था। इसी तरह लक्खू कोरसा, बदरू पुनेम, सुखराम हेमला और मंजूला हेमला जैसे नामी कैडर भी सरेंडर करने वालों में हैं।आत्मसमर्पण करने वालों ने संविधान के प्रति जताया विश्वासपुलिस के मुताबिक, यह सफलता छत्तीसगढ़ सरकार की “पूना मारगेम रू पुनर्वास से पुनर्जीवन” नीति और “नियद नेल्ला नार” योजना का नतीजा है। सुरक्षा बलों के लगातार दबाव, स्थानीय लोगों का सहयोग और परिवार वालों की अपील ने इन कैडरों को हथियार छोड़ने के लिए मजबूर किया। आत्मसमर्पण करने वालों ने भारतीय संविधान में पूरा विश्वास जताया और लोकतांत्रिक व्यवस्था में सम्मानजनक जीवन जीने का संकल्प लिया। सरकार की नीति के तहत हर सरेंडर करने वाले को तुरंत 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके बाद पुनर्वास के लिए पूरी कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी।अब तक 560 माओवादी लौट चुके हैं मुख्यधारा मेंबीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि इस साल (1 जनवरी 2025 से अब तक) जिले में 560 माओवादी मुख्यधारा में लौट चुके हैं, 528 गिरफ्तार हुए और 144 अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए। साल 2024 से अब तक के आंकड़े और भी चैंकाने वाले हैं, 790 सरेंडर, 1031 गिरफ्तारियां और 202 माओवादी मारे गए।आत्मसमर्पण करने वालों ने डीआईजी के सामने डाले हथियारआत्मसमर्पण करने वालों ने डीआईजी केरिपु सेक्टर बी.एस. नेगी, एसपी डॉ. जितेंद्र यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के सामने हथियार डाले। डीआरजी, बस्तर फाइटर्स, एसटीएफ और कोबरा की कई बटालियनों ने इस अभियान में अहम भूमिका निभाई।एसपी ने बाकी माओवादियों से की अपीलएसपी डॉ. यादव ने बाकी माओवादियों से अपील की, “आपके परिजन और गांव वाले चाहते हैं कि आप सामान्य जीवन जियें। हिंसा का रास्ता छोड़ दें। सरकार की पुनर्वास नीति आपके और आपके परिवार के भविष्य को सुरक्षित बनाएगी।” बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. ने इसे शांति और विकास की दिशा में बड़ा कदम बताया। उनका कहना है कि दक्षिण बस्तर में अब हिंसा की जगह संवाद और विकास की नई कहानी लिखी जा रही है।

छत्तीसगढ़: जांजगीर चांपा में स्काॅर्पियों-ट्रक के बीच जोरदार भिड़ंत:5 बरातियों की मौत, तीन गंभीर घायल, लोगों को निकालने करी पड़ी मशक्कत
जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के सुकली गांव के पास मंगलवार देर रात एनएच-49 पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। यहां पर ट्रक और स्कॉर्पियो के बीच हुई भीषण टक्कर में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन लोग बेहद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। हादसा इतना भयानक था कि स्कॉर्पियो का आगे का हिस्सा पूरी तरह पिचक गया और अंदर बैठे लोगों को निकालने में भी भारी मशक्कत करनी पड़ी।जानकारी के मुताबिक, स्कॉर्पियो में सवार सभी लोग नवागढ़ के शांति नगर के रहने वाले बताए जा रहे हैं। सभी एक बारात से वापस नवागढ़ लौट रहे थे। जैसे ही गाड़ी सुकली के पास पहुंची, सामने से आ रहे ट्रक से जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि स्कॉर्पियो कुछ मीटर तक घसीटती चली गई। आसपास के लोगों ने घटना की आवाज सुनते ही मौके पर पहुंचकर पुलिस को सूचना दी और घायलों को बाहर निकालने की कोशिश की।तीनों घायलों की हालत नाजुकस्थानीय पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को नजदीकी अस्पताल भेजा। डॉक्टरों के मुताबिक, तीनों घायलों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि प्राथमिक अनुमान यही है कि तेज रफ्तार और रात का समय हादसे की बड़ी वजह हो सकते हैं। पुलिस ट्रक ड्राइवर की भूमिका और घटना के सटीक कारणों की जांच कर रही है।सभी मृतकों की हुई पहचानहादसे में जान गंवाने वाले लोगों की पहचान कर ली गई है। मृतकों के नाम विश्वनाथ देवागन, पिता सुखरु देवागन (43 वर्ष), राजेंद्र कश्यप, पिता कोमल कश्यप (27 वर्ष, पोमेश्वर जलतारे, पिता पुरुषोत्तम जलतारे (33 वर्ष), भूपेंद्र साहू, पिता रेशम साहू (40 वर्ष) और कमलनयन साहू, पिता रामचरण साहू (22 वर्ष) शामिल हैं। वहीं, अन्य तीन लोग गंभीर बताए जा रहे हैं, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है।

MP के बाघों की दहाड़ से गूंजेंगे CG के टाइगर रिजर्व:छह बाघों का ट्रांसलोकेशन अंतिम चरण में
रायपुर। छत्तीसगढ़ के दो प्रमुख टाइगर रिजर्व उदंती सीतानदी और गुरु घासीदास तमोर पिंगला के घने जंगल मध्यप्रदेश के बाघों की दहाड़ से गूंजेंगे। इसके लिए मध्यप्रदेश से छह बाघों को लाने की प्रशासनिक तैयारी पूरी हो चुकी है। वन अधिकारियों ने बताया कि कान्हा और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कई महीनों से चल रहा सर्वे अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। विशेषज्ञों की टीम ने एक नर और पांच मादा बाघों को छत्तीसगढ़ के अनुकूल पाया है। सभी कागजी मंजूरियाँ मिल चुकी हैं और स्थानांतरण की तारीख तय होते ही बाघों को लाने के लिए टीमें रवाना होंगी।दो रिजर्व होंगे आबाद, तीसरा भी तैयारी मेंकान्हा से एक नर और दो मादा बाघों को उदंती-सीतानदी (यूएसटीआर) में बसाया जाएगा। वहीं बांधवगढ़ से तीन बाघिनों को गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व में छोड़ा जाएगा। इसके साथ ही बारनवापारा अभ्यारण्य को भविष्य में बाघ बसाने के लिए विकसित किया जा रहा है।कॉलर आईडी और 24 घंटे निगरानीसभी बाघों को ट्रांसलोकेशन से पहले रेडियो कॉलर पहनाए जाएंगे। इससे उनकी मूवमेंट, व्यवहार और क्षेत्र चयन की 24*7 मॉनिटरिंग संभव होगी। वन विभाग ने इसके लिए कंट्रोल रूम को आधुनिक तकनीक से अपग्रेड किया है।शिकार बेस और जल स्रोतों को मजबूत किया गयावन विभाग ने दोनों रिजर्व में शिकार प्रजातियों की उपलब्धता बढ़ाने, घासभूमि विकसित करने और जल स्रोतों को स्थायी बनाने के काम पहले ही पूरे कर लिए हैं। शिकारी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए रिजर्व के संवेदनशील इलाकों में स्पेशल प्रोटेक्शन यूनिट (एसपीयू) तैनात की जाएगी। ड्रोन सर्विलांस, नाइट पेट्रोलिंग और फॉरेस्ट गाड्र्स की संख्या बढ़ाई गई है।छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या पर एक नजरअचानकमार टाइगर रिजर्व- 18इंद्रावती टाइगर रिजर्व- 06भोरमदेव अभ्यारण्य- 03गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व- 07उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व का बाघ फिलहाल बारनवापारा में है- 01कुल- 35

लाल आतंक पर बड़ी सफलता:मुठभेड़ में मारा गया कुख्यात नक्सली हिडमा, 50 लाख का था ईनामी, सुरक्षा बलों ने पत्नी सहित 6 और को किया ढेर
विशाखापत्तनम। लाल आतंक के खिलाफ सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सुरक्षा बलों ने मुठभेड में कुख्यात नक्सली कमांडर माडवी हिडमा का खात्मा कर दिया है। छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश बॉर्डर के जंगलों हुए इस एनकाउंटर में हिड़मा और उसकी पत्नी राजे सहित 6 नक्सली मारे गए हैं। मुठभेड़ में एक नक्सली शंकर के भी मारे जाने की खबर है, जो डीकेएसजीसी मेंबर है। 43 साल का हिडमा 2013 के दरभा घाटी नरसंहार और 2017 का सुकमा हमला सहित कम से कम 26 सशस्त्र हमलों का जिम्मेदार था। यह मुठभेड़ मारेडुमिली वन क्षेत्र में उस समय हुई जब छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और ओडिशा की पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान में लगे हुए थे। सुरक्षाबलों ने मारे गए नक्सलियों से दो एके47, 1 रिवॉल्वर, 1 पिस्टल बरामद की है। माओवादी विरोधी अभियानों में उनकी हत्या को सुरक्षा बलों की एक बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है। सुरक्षाबलों ने आत्मसमर्पण के लिए कहा तो शुरू कर दी फायरिंगपुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गोलीबारी उस समय हुई जब सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के एक समूह को घेर लिया और उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा। इसके बाद, माओवादियों ने कथित तौर पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे सुरक्षाकर्मियों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। सुरक्षा बल कुछ माओवादियों की तलाश में अभियान जारी रखे हुए थे, जिनके जंगलों में भाग जाने का संदेह था।वांछित नक्सली कमांडर माना जाता था हिडमाहिडमा को भारत में सबसे वांछित माओवादी कमांडर माना जाता था। 43 वर्षीय हिडमा पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन की बटालियन संख्या एक का प्रमुख है, जिसे सबसे घातक माओवादी हमला इकाई कहा जाता है। 50 लाख रुपए का इनामी हिडमा, भाकपा (माओवादी) केंद्रीय समिति में छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र का एकमात्र आदिवासी था। कौन था हिडमा? जन्मः 1981, पूवर्ति, सुकमा (छत्तीसगढ़)पदः पीएलजीए बटालियन नंबर 1 का प्रमुख, नक्सलियों की सबसे घातक हमलावर यूनिट.वह सीपीआई (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी का सबसे युवा सदस्य था.वह बस्तर क्षेत्र से सेंट्रल कमेटी में शामिल होने वाला एकमात्र आदिवासी था.उसके सिर पर 50 लाख रुपए का इनाम घोषित था.हिडमा के साथ उसकी दूसरी पत्नी राजे (राजक्का) भी मारी गई.असली नामरू संतोषकुख्यात हिडमा समेत पत्नी राजे का खात्मा.मुख्य हमले जिनमें वह शामिल थाः2010 दंतेवाड़ा हमलाः 76 सीआरपीएफ जवान शहीद2013 झीरम घाटी नरसंहारः 27 लोग मारे गए, जिनमें शीर्ष कांग्रेसी नेता शामिल2021 सुकमा-बीजापुर मुठभेड़ः 22 सुरक्षा कर्मी शहीद.अमित शाह ने दी सुरक्षाबलों को बधाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन के तहत सुरक्षा बलों को 30 नवंबर 2025 तक हिडमा को मार गिराए जाने की डेडलाइन दी थी, जिसके बाद आज यह बड़ा ऑपरेशन हुआ है। नक्सली हिडमा के मारे जाने के बाद गृह मंत्री ने इस ऑपरेशन में शामिल सुरक्षाबलों को बधाई दी है।

बिहार के बाद अब बंगाल की बारी, :छग सीएम ने दीदी को किया आगाह, साय बोले- वहां की जनता जंगलराज से चाहती है मुक्ति
रायपुर। बिहार में एनडीए की ऐतिहासिक जीत पर बधाई देने वालों की लाइल लगी हुई है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी है। उन्होंने कि बिहार में जिस प्रकार एनडीए ने विकास के दम पर जीत हासिल की है, अब हमारा अगला लक्ष्य पश्चिम बंगाल है, जहां महाजगंलराज है, जिसे भाजपा की सरकार ही खत्म कर सकती है। वहां भी भाजपा भारी बहुमत के साथ आगामी विधानसभा चुनाव जीतेगी। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि एक समय था जब बिहार का नाम लेते ही कुशासन और जंगलराज की छवि सामने आ जाती थी। लेकिन लगातार एनडीए की सरकार और नीतीश कुमार के नेतृत्व ने उस बिहार को सुशासन की दिशा में आगे बढ़ाया है। आज बिहार विकास, स्थिरता और बेहतर प्रशासन का उदाहरण बनकर देश के सामने खड़ा है। वहीं दूसरी ओर, यदि आज जंगलराज की बात की जाए तो वह पश्चिम बंगाल में दिखाई देता है। वहां की जनता अव्यवस्था और राजनीतिक हिंसा से मुक्ति चाहती है। निश्चित तौर पर आने वाले चुनावों में पश्चिम बंगाल में एनडीए को ऐतिहासिक सफलता मिलेगी।भाजपा शासित राज्यों ने तोड़ा इस मिथक कोएक्स पोस्ट में सीएम ने लिखा कि दुनिया को लोकतंत्र की शिक्षा देने वाले बिहार का जनादेश, लोकतंत्र और सुशासन की जीत है। बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस बार अन्य तमाम चुनावों से बड़ी जीत देकर चुना है। ऐसा देखा जाता है कि कई बार सत्ता में रहने में बाद सत्ताधारी दल को ‘एंटी इंकम्बेंसी’ झेलना पड़ता है। भाजपा शासित राज्यों ने इस मिथक को भी तोड़ दिया है। भाजपा नीत गठबंधन ने यह साबित किया है कि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरकर आप बार-बार आशीर्वाद पा सकते हैं। बिहार की जनता को धन्यवाद। बिहार में भी डबल इंजन की सरकार आगे और तेजी से प्रदेश का विकास करे, यही शुभकामना है।साय ने नितिन नबीन को दी बधाईएक अन्य पोस्ट में सीएम ने छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के प्रभारी नितिन नबीन को बिहार के बांकीपुर विधानसभा सीट से पुनः ऐतिहासिक जीत दर्ज करने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह जनादेश आपके जनसेवा, विकास और जनता के विश्वास का परिणाम है। आपके संगठन कौशल और लोकप्रियता का यह उदाहरण है कि एक ही विधानसभा क्षेत्र से लगातार पांच बार आप विधायक चुने गए हैं। आपको हार्दिक बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला:पूर्व सीएम भूपेश के बेटे की 61.20 करोड़ की संपत्ति कुर्क, ईडी का एक्शन, मामले में जेल में बंद हैं चैतन्य
रायपुर। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय का एक्शन जारी है। इसी क्रम में ईडी ने बडी कार्रवाई करते हुए छग के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की 61.20 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क कर ली है। ईडी ने चैतन्य बघेल के खिलाफ यह एक्शन सोमवार को लिया था। केन्द्रीय एजेंसी ने यह खुलासा गुरुवार को किया है। बता दें कि शराब घोटाले में मामले में चैतन्य बघेल जेल में हैं। ईडी ने 364 आवासीय भूखंडों और कृषि भूमि के रूप में अचल संपत्तियों को कुर्क किया है, जिसकी कीमत लगभग 59.96 करोड़ रुपए है। इसके अलावा, बैंक खाते और फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में जमा 1.24 करोड़ रुपए की राशि को भी जब्त किया है। छत्तीसगढ़ में हुए कथित शराब घोटाले के केस में एसीबी ने कई धाराओं में चैतन्य बघेल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी आधार पर ईडी ने मामले की जांच शुरू की।सरकार के खजाने को पहुंचा था 2500 करोड़ का नुकसानईडी के अनुसार, जांच से पता चला कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के परिणामस्वरूप राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और अवैध तरीके से अर्जित 2500 करोड़ रुपए से अधिक की आपराधिक आय (पीओसी) लाभार्थियों की जेबों में गई।शराब सिंडिकेट के मास्टरमाइंड थे चैतन्यएजेंसी ने बताया कि पीएमएलए के तहत की गई जांच से पता चला है कि भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की शराब सिंडिकेट में सबसे प्रमुख भूमिका थी। मुख्यमंत्री के बेटे होने के नाते, उन्हें शराब सिंडिकेट का नियंत्रक और सर्वोच्च अधिकारी बनाया गया था। सिंडिकेट की ओर से जुटाए गए अवैध धन का श्हिसाबश् रखने की जिम्मेदारी भी चैतन्य की थी। ऐसे कलेक्शन, चैनलाइजेशन और डिस्ट्रीब्यूशन (पीओसी) से जुड़े सभी बड़े फैसले उनके निर्देशों पर लिए जाते थे।जांच में यह भी हुआ खुलासाजांच में यह भी पता चला कि उन्हें पीओसी मिलती थी, जिसे चैतन्य ने अपने रियल एस्टेट कारोबार में शामिल किया और बेदाग संपत्ति के रूप में दर्शाया। चैतन्य बघेल ने शराब घोटाले से मिली पीओसी का इस्तेमाल अपनी स्वामित्व वाली कंपनी बघेल डेवलपर्स के तहत अपनी रियल एस्टेट परियोजना श्विट्ठल ग्रीनश् के विकास के लिए किया।ईडी ने चैतन्य को 18 जुलाई को किया था अरेस्टचैतन्य बघेल को ईडी ने 18 जुलाई को गिरफ्तार किया था और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। इससे पहले, ईडी ने अनिल टुटेजा (पूर्व आईएएस), अरविंद सिंह, त्रिलोक सिंह ढिल्लों, अनवर ढेबर, अरुण पति त्रिपाठी (आईटीएस) और कवासी लखमा (विधायक व छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री) को इस मामले में गिरफ्तार किया था।

बीजापुर मुठभेड़:जवानों ने मार गिराया था 27 लाख के 6 कुख्यात नक्सलियों को, सभी को हुई पहचान
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने नेशनल पार्क क्षेत्र के घने जंगलों में बड़ी कार्रवाई की है। खुफिया सूचना के आधार पर डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने 11 नवंबर को 6 कुख्यात माओवादियों को ढेर कर दिया है। मारे गए नक्सलियों पर 27 लाख रुपए का ईनाम था। इसका खुलासा गुरुवार को है। मुठभेड़ कांदुलनार-कचलारम जंगलों में हुई, जो पश्चिम और दक्षिण बस्तर डिवीजन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। मारे गए माओवादियों में एक की पहचान डीवीसीएम कन्ना उर्फ बुचन्ना (8 लाख इनामी), मद्देड़ एरिया कमेटी इंचार्ज के रूप में हुई है। 35 साल का यह माओवादी 42 अपराधों में वांछित था।ग्रामीणों को डराकर भर्ती कराती थी पामेड़ यह कैंप अटैक, ग्रामीण हत्याएं, आईईडी ब्लास्ट, बस जलाना, डकैती और शिक्षकों की हत्या में शामिल था दूसरे की पहचान डीवीसीएम उर्मिला (8 लाख इनामी), पापाराव की पत्नी, पामेड़ एरिया कमेटी सचिव के रूप में हुई है। पीएलजीए बटालियन की सप्लाई चेन संभालती थी, जो ग्रामीणों को डराकर भर्ती करती थी। तीसरा एसीएम जगत तामो उर्फ मोटू (5 लाख इनामी), मद्देड़ एरिया कमेटी सदस्य था। इनके अलावा देवे (2 लाख इनामी), पामेड़ एरिया कमेटी पार्टी सदस्यय भगत (2 लाख इनामी), मद्देड़ एरिया कमेटी सदस्यय मंगली ओयाम (2 लाख इनामी), महिला पार्टी सदस्य के रूप में हुई है।नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में बरामद हुए थे हथियारमाओवादियों के पास से हथियार सामग्री बरामद हुए, जिनमें 2 इंसास राइफल (5 मैगजीन, 68 कारतूस),1 कार्बाइन (3 मैगजीन, 22 कारतूस), .303 राइफल (13 कारतूस), 1 सिंगल शॉट राइफल, 1 12 बोर बंदूक, ग्रेनेड, विस्फोटक शामिल हैं। इसके अलावा रेडियो, माओवादी साहित्य, वर्दी, दवाएं जैसी चीजें मिली हैं। पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव ने बताया कि 2025 में जिले में 144 माओवादी मारे गए, 499 गिरफ्तार और 560 ने सरेंडर किया। जनवरी 2024 से अब तक 202 मारे गए, 1002 गिरफ्तार हुए और 749 ने सरेंडर किया।

बिलासपुर में भीषण रेल हादसा:हावड़ा रूट पर पैसेंजर-मालगाड़ी की आमने-सामने टक्कर, 4 यात्रियों की मौत, कई घायल, बढ़ सकता है मृतकों का आंकड़ा
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में बड़ा रेल हादसा हुआ है। यहां लालखदान के पास हावड़ा रूट पर पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी आमने-सामने से टकरा गई। इस दौरान यात्री ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। इस भीषण में जहां 4 यात्रियों के मौत की खबर है, तो वहीं एक दर्जन से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ऐसे में मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन ने रेस्क्यू टीम और मेडिकल यूनिट को तुरंत मौके के लिए रवाना किया। इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन भी मदद के लिए मौके पर मौजूद है। वहीं, दुर्घटना की वजह से इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया है। इसी क्रम में रेलवे ने कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया है।फिलहाल मौके पर रेस्क्यू आॅपरेशन जारी है। हालांकि, अभी हादसे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया गया है। हादसा इतना जबरदस्त था कि यात्री ट्रेन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गई।यात्रियों और परिजनों के हेल्पलाइन नंबर जारीवहीं, रेलवे ने बिलासपुर ट्रेन हादसे के बाद यात्रियों और उनके परिजनों की सहायता के लिए कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। इस हादसे से जुड़ी सही जानकारी और घायलों की स्थिति जानने के लिए लोग हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। चंपा जंक्शन के लिए 808595652, रायगढ़ के लिए 975248560, और पेंड्रा रोड के लिए 8294730162 नंबर जारी किए गए हैं।घटना स्थल पर भी दो हेल्पलाइन नंबर उपलब्धइसके अलावा, सीधे दुर्घटना स्थल पर भी दो हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराए गए हैं, जिन पर संपर्क करके तुरंत जानकारी ली जा सकती है: 9752485499 और 8602007202। वहीं, रेलवे ने बताया कि सभी हेल्पलाइन नंबर 24 घंटे सक्रिय रहेंगे ताकि यात्रियों के परिजन तुरंत जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकें और किसी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।

छत्तीसगढ़ में खतरनाक नक्सली साजिश ध्वस्त: पुलिस ने गरियाबंद के जंगलों से बरामद किए आईईडी सामग्री, कुकर और राशन
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के घने जंगलों में पुलिस की सतर्कता ने नक्सलियों की खतरनाक साजिश को ध्वस्त कर दिया। जिला मुख्यालय से लगभग 90 किलोमीटर दूर थाना शोभा एवं थाना पायलीखंड (जुगाड़) क्षेत्र के ग्राम साईबीनकछार, कोदोमाली तथा भूतबेड़ा के जंगली इलाकों में तीन अलग-अलग स्थानों पर छिपाए गए विशाल डंप से भारी मात्रा में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने का सामान, चार कुकर, इलेक्ट्रिक वायर, फटाके और अन्य राशन सामग्री बरामद की गई। जिला पुलिस की आॅपरेशन टीम ई-30 की इस सफल कार्रवाई से नक्सलियों के विनाशकारी इरादों को करारा झटका लगा है। यह अभियान रविवार सुबह शुरू हुआ, जब स्थानीय सूचना तंत्र से आसूचना मिली कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन की उदंती एरिया कमेटी के नक्सली पुलिस दलों या ग्रामीणों को निशाना बनाने और दहशत फैलाने के लिए जंगलों में विस्फोटक डंप छिपा रखे हैं।सर्चिंग के दौरान संदिग्ध वस्तुओं का चला पतागरियाबंद एसपी कमल शंकर सिंह के निर्देश पर ई-30 टीम, जिसमें बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वायड (बीडीएस) की विशेषज्ञता शामिल थी, जिला मुख्यालय से रवाना हुई। जंगली और पहाड़ी इलाकों में सघन सर्चिंग के दौरान तीन संदिग्ध स्थानों पर जमीन के नीचे दबी सामग्री का पता चला। सावधानीपूर्वक खुदाई के बाद बरामद सामग्री में आईईडी निर्माण के लिए पर्याप्त विस्फोटक पदार्थ, कुकर बम के लिए चार स्टील कुकर, लंबे-लंबे इलेक्ट्रिक वायर रोल, फायरिंग के लिए फटाके और नक्सलियों के लंबे समय तक छिपने के लिए राशन जैसे चावल, दालें तथा अन्य खाद्य पदार्थ शामिल थे।बरामद सामग्री से दर्जनों आईईडी हो सकते थे तैयार एसपी कमल शंकर सिंह ने बताया, यह डंप उदंती एरिया कमेटी के सक्रिय नक्सलियों द्वारा तैयार किया गया था, जो सुरक्षा बलों पर हमले की योजना बना रहे थे। बरामद सामग्री से दर्जनों आईईडी तैयार हो सकते थे, जो ग्रामीणों और पुलिस के लिए घातक साबित होते। हमारी टीम ने बिना किसी हादसे के इसे निष्क्रिय कर दिया।गरियाबंद छत्तीसगढ़ का संवेदनशील नक्सल प्रभावित जिलाउन्होंने कहा कि यह कार्रवाई न केवल नक्सल हिंसा को रोकने में सफल रही, बल्कि क्षेत्र के आदिवासी समुदायों को भी सुरक्षित बनाएगी। गरियाबंद छत्तीसगढ़ का संवेदनशील नक्सल प्रभावित जिला है, जहां उदंती-मैनपट क्षेत्र नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। हाल के वर्षों में राज्य में नक्सल गतिविधियां कम हुई हैं, लेकिन आईईडी हमले अभी भी प्रमुख खतरा बने हुए हैं।

CG को मिली नई विधानसभा की सौगातः:पीएम मोदी बोले- राज्य की विकास यात्रा की यह स्वर्णिम शुरुआत, अटलजी को भी किया याद
रायपुर। छत्तीसगढ़ का आज 25वां स्थापना दिवस है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य को बड़ी सौगात दी। उन्होंने प्रदेश की नई विधानसभा का उद्घाटन किया। इस मौके पर बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की परिकल्पना, इसके निर्माण का संकल्प और फिर उस संकल्प की सिद्धि, हर एक क्षण पर मैं छत्तीसगढ़ के परिवर्तन का साक्षी रहा हूं।उन्होंने यह भी कहा कि आज जब छत्तीसगढ़ 25 वर्षों की यात्रा के अहम पड़ाव पर पहुंचा है, तो मुझे राज्य के लोगों के लिए इस नई विधानसभा का लोकार्पण करने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा के लिए आज का दिन एक स्वर्णिम शुरुआत का दिन है। यहां मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलामेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर ये बहुत ही सुखद और अहम दिन है। मेरा बीते कई दशकों से इस भूमि से बहुत आत्मीय नाता रहा है। एक कार्यकर्ता के रूप में मैंने छत्तीसगढ़ में बहुत समय बिताया, यहां से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। मेरे जीवन को गढ़ने में यहां के लोगों का, यहां की भूमि का बहुत बड़ा आशीर्वाद रहा है।अपने स्वप्न के नए शिखर पर खड़ा छगकार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, आज जब हम इस भव्य और आधुनिक विधानसभा भवन का लोकार्पण कर रहे हैं, तो ये केवल एक इमारत का समारोह नहीं, बल्कि 25 वर्षों की जन आकांक्षा, जन संघर्ष और जन गौरव का उत्सव बन गया है। आज छत्तीसगढ़ अपने स्वप्न के नए शिखर पर खड़ा है। इस गौरवशाली क्षण में, मैं उन महापुरुष को नमन करता हूं जिनकी दूरदृष्टि और करुणा ने इस राज्य की स्थापना की। वे महापुरुष भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी हैं।अटलजी देखिए, आपका सपना हो रहा साकारप्रधानमंत्री मोदी ने कहा, साल 2000 में जब अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया, तो वो निर्णय केवल प्रशासनिक नहीं था। वो निर्णय विकास की नई राह खोलने का था। वो निर्णय छत्तीसगढ़ की आत्मा को पहचान दिलाने का था। इसलिए आज जब इस भव्य विधानसभा के साथ-साथ अटल जी की प्रतिमा का भी अनावरण हुआ है, तो मन कह उठता है, अटल जी जहां भी हों, अटल जी देखिए, आपका सपना साकार हो रहा है।

छग दौरे पर पीएम: दिल की बात कार्यक्रम में बच्चों से रूबर हुए मोदी, मासूमों के साथ देखने को मिला एक अलग तरह का स्नेह
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने नवा रायपुर अटल नगर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में आयोजित समारोह में हिस्सा लिया। उन्होंने भगवान श्री सत्य साईं बाबा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद, पीएम ने हृदय रोग से स्वस्थ हुए बच्चों को प्रमाण पत्र प्रदान किया और दिल की बात कार्यक्रम के दौरान उनसे संवाद किया। अब तक अस्पताल में 2500 बच्चों का सफल इलाज हो चुका है।प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान बच्चों में खासा उत्साह दिखाई दिया। पीएम मोदी भी प्रसन्न थे और बच्चों के साथ उनका एक अलग स्नेह नजर आया। इसके कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवा रायपुर में ब्रह्माकुमारी के शांति शिखर का उद्घाटन किया, जो आध्यात्मिक शिक्षा, शांति और ध्यान का एक आधुनिक केंद्र है।पीएम ने छग-राजस्थान और झारखंड को दी स्थापना दिवस की बधाईउन्होंने कहा कि आज का दिन बहुत विशेष है। आज हमारा छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना के 25 साल पूरे कर रहा है। छत्तीसगढ़ के साथ ही झारखंड और उत्तराखंड के भी 25 वर्ष पूरे हुए हैं। आज देश के और भी कई राज्य अपना स्थापना दिवस मना रहे हैं। मैं इन सभी राज्यों के निवासियों को स्थापना दिवस की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।विकसित भारत की यात्रा में ऐसी संस्थाओं की अहम भूमिकाप्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास से देश का विकास के मंत्र पर चलते हुए हम भारत को विकसित बनाने के अभियान में जुटे हैं। विकसित भारत की इस अहम यात्रा में ब्रह्माकुमारी जैसी संस्था की बहुत बड़ी भूमिका है। मैं बीते कई दशकों से आप सबके साथ जुड़ा हुआ हूं। मैंने इस आध्यात्मिक आंदोलन के विस्तार को देखा है।इस आध्यात्मिक आंदोलन को वटवृक्ष की आकार लेते देखा मैंनेपीएम मोदी ने कहा, मैंने इस आध्यात्मिक आंदोलन को वटवृक्ष की तरह विस्तार लेते हुए देखा है। 2011 में अहमदाबाद में फ्यूचर ऑफ पावर कार्यक्रम, 2012 में संस्था की स्थापना के 75 वर्ष, 2013 में प्रयागराज का कार्यक्रम, आबू जाना हो या गुजरात के कार्यक्रमों में जाना मेरे लिए रूटीन-सा हो गया था। उन्होंने कहा कि चाहे आजादी का अमृत महोत्सव हो या स्वच्छ भारत अभियान, जब भी मैं आया हूं, मैंने यहां के प्रयासों को बड़ी ईमानदारी से देखा है।

मप्र-छग और हरियाणा का स्थापना दिवस:राष्ट्रपति मुर्मू ने राज्यों को दी बधाई, पीएम ने मप्र के गौरवशाली इतिहास का किया जिक्र, मोहन ने भी दी शुभकामनाएं
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हरियाणा का आज स्थापना दिवस है। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव, जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा समेत तमाम दिग्गजों ने राज्यों को स्थापना दिवस पर बधाई दी है। राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में लिखा कि आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पंजाब और पुडुचेरी के स्थापना दिवस पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई! इन सभी क्षेत्रों ने भारत की प्रगति में उल्लेखनीय योगदान दिया है। ईश्वर करे कि ये राज्य और केंद्र शासित प्रदेश अपनी विकास यात्रा में निरंतर नए आयाम स्थापित करते रहें। मैं इन सभी प्रदेशवासियों की निरंतर समृद्धि और कल्याण के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं।प्रगति की नई रफ्तार भर रहा मप्रः मोदीमध्य प्रदेश के स्थापना दिवस का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने वाले मध्य प्रदेश के अपने सभी परिवारजनों को राज्य के स्थापना दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। देश के हृदय में बसा हमारा यह प्रदेश जन-जन की आकांक्षाओं को आगे रखकर आज हर क्षेत्र में प्रगति की नई रफ्तार भर रहा है। मुझे विश्वास है कि विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में यहां के प्रतिभाशाली और परिश्रमी लोगों की अमूल्य भूमिका होने वाली है।पीएम मोदी ने की छत्तीसगढ़ की सराहनाछत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, छत्तीसगढ़ के अपने सभी भाई-बहनों को राज्य के स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ की अनेकानेक शुभकामनाएं। प्रकृति और संस्कृति को समर्पित यह प्रदेश आज प्रगति के नित-नए मानदंड गढ़ने में जुटा है। कभी नक्सलवाद से प्रभावित रहे यहां के कई इलाके आज विकास की प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। मुझे भरोसा है कि यहां के मेहनती और हुनरमंद लोगों की लगन और उद्यम से हमारा यह राज्य विकसित भारत के विजन को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगा।हरियाणा की ऐतिहासिक धरती रही मिसालः पीएमहरियाणा दिवस के स्थापना दिवस का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, हरियाणा दिवस के अवसर पर राज्य के सभी निवासियों को बहुत-बहुत बधाई। यह ऐतिहासिक धरती हमारे किसान भाई-बहनों के अथक परिश्रम, जवानों के अतुलनीय पराक्रम और युवाओं के अद्भुत प्रदर्शन से देशभर के लिए एक मिसाल रही है। प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहे इस प्रदेश के विशेष अवसर पर मैं हर किसी की खुशहाली और उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।मप्र के सीएम ने की खुशहाली की कामनामध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स पोस्ट में लिखा कि छत्तीसगढ़, हरियाणा, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु एवं पंजाब के स्थापना दिवस पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। विकसित भारत के संकल्प के साथ सभी प्रदेश विकास, समृद्धि और खुशहाली के नित नए कीर्तिमान रचें, ईश्वर से यही कामना है।जम्मू-कश्मीर के एलजी ने राज्यों को दी बधाईजम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक्स पोस्ट में लिखा कि आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, दिल्ली, तमिलनाडु, पंजाब, चंडीगढ़, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, पुडुचेरी, केरल और मध्य प्रदेश के लोगों को स्थापना दिवस पर बधाई।

छग में नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता:सुरक्षा बलों ने अबुझमाड़ के घने जंगल से बरामद किए हथियारों का जखीरा और नक्सली साहित्य
रायपुर। नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। अबुझमाड़ के घने कोडलियार मिचिंगपारा जंगल से सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में विस्फोटक, नक्सली साहित्य और अन्य युद्ध सामग्री बरामद किए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। कोहकामेता पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में किया गया यह ऑपरेशन नारायणपुर जिले को नक्सल मुक्त बनाने के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।माइनिंग और सर्च ऑपरेशन जिला बल, आईटीबीपी की 53वीं बटालियन की श्बीश् कंपनी और कुटल में तैनात जिला बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) द्वारा किया गया। 27 सितंबर को खुफिया जानकारी के आधार पर और नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबर्टसन गुरिया, अतिरिक्त एसपी अक्षय साबद्रा और अतिरिक्त एसपी (नक्सल विरोधी अभियान) अजय कुमार की रणनीति के तहत, अधिकारियों ने जंगल के इलाके की तलाशी ली, क्योंकि उन्हें वहां आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) होने का संदेह था।तलाशी के दौरान युद्ध सामग्री भी बरामदतलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, लिथियम बैटरी, तार, ट्रैप स्विच, बायोकेन्ग वॉकी चार्जर एडॉप्टर, नक्सली वर्दी और बेल्ट, साथ ही स्लिंग, पाउच और बैग जैसे युद्ध सामग्री भी बरामद हुई। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान नक्सली प्रचार सामग्री भी जब्त की गई, जिससे कुटल एरिया कमेटी के विचारधारा वाले होने का पता चलता है, जिसका इस क्षेत्र में सक्रिय रूप से मौजूद होने का संदेह है।25 सितंबर को 5-5 किलो के पांच आईईडी हुए थे बरामद अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह कार्रवाई सुरक्षा प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करते हुए की गई। बरामद सामान से पता चलता है कि नक्सली विस्फोटक लगाकर सुरक्षाकर्मियों और आम नागरिकों को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे। इससे पहले, 25 सितंबर को 5-5 किलो के पांच आईईडी बरामद कर नष्ट किए गए थे। यह ऑपरेशन माओवादियों के ठिकानों को तोड़ने और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों की बढ़ती कोशिशों को दर्शाता है।नक्सली प्रभाव वाले इलाकों में जारी है तलाशी अभियाननक्सली प्रभाव वाले इलाकों में लगातार तलाशी और बम निष्क्रिय करने के अभियान चल रहे हैं, ताकि खतरों को खत्म कर शांति बहाल की जा सके। अधिकारियों ने नारायणपुर जिले से माओवादी प्रभाव को पूरी तरह खत्म करने की प्रतिबद्धता दोहराई और विभिन्न सुरक्षा इकाइयों के बीच बेहतर तालमेल की सराहना की। इस सफलता से न केवल माओवादियों की योजनाओं को झटका लगा है, बल्कि नक्सल विरोधी अभियानों में लगे जवानों का हौसला भी बढ़ा है।

छत्तीसगढ़:रायपुर स्टील प्लांट में दर्दनाक हादसाः प्लांट की छत गिरने से 6 मजदूरों की मौत, इतने ही घायल, धमाके से मची अफरातफरी
रायपुर। रायपुर के सिलतारा चैकी स्थित निर्माणाधीन गोदावरी स्टील प्लांट में एक बड़ा हादसा हुआ है। प्लांट की छत गिरने से छह मजदूरों की मौत हो गई और छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हादसे पर दुख जताया है। यह हादसा काम के दौरान हुआ, जब कारखाने की संरचना का एक हिस्सा अचानक ढह गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए मजदूरों के दौड़ते ही एक जोरदार धमाके के बाद अफरा-तफरी मच गई।आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत कार्रवाई की और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बचाव कार्यों में समन्वय स्थापित करने और बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। दस घायलों को पास के एक अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल अधिकारियों के अनुसार, छह को मृत घोषित कर दिया गया। बाकी लोगों का इलाज चल रहा है, जिनमें से कई गंभीर चोटों के कारण आईसीयू में भर्ती हैं। फैक्ट्री के बाहर, मजदूरों के परिवारों के इकट्ठा होने और खबर जानने के लिए बेचैनी के बीच, शोक का माहौल था। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हादसे का संज्ञान लिया और गहरा दुख व्यक्त किया है।जिस दौरान दीवार गिरी, उस समय चल रहा था कामलखन पटले, एडिशनल एसपी रायपुर ने बताया, गोदावरी स्टील पावरप्लांट में दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। प्लांट में कुछ काम चल रहा था, जिस दौरान एक दिवार गिरी। इस हादसे में छह लोगों की मौत हुई है, जबकि अन्य छह लोग गंभीर रूप से घायल हैं। बताया जा रहा है कि हादसे में एजीएम की भी मौत हुई है, जबकि जीएम घायल हैं। पूरे हादसे की जांच की जा रही है। एक स्थानीय ने बताया कि हादसे की वजह से इलाके के लोग परेशान हैं। हर क्षेत्र के लोग यहां पर हुए हैं। हादसे के बाद कोई जवाबदेही तय करने वाला नहीं है।कारणों का पता लगाने जांच शुरूसिलतारा चैकी पुलिस ने इमारत ढहने के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। हालांकि शुरुआती जांच में संरचनात्मक अस्थिरता की ओर इशारा किया गया है, लेकिन अधिकारियों ने लापरवाही की आशंका से इनकार नहीं किया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ष्हम सबूत इकट्ठा कर रहे हैं और गवाहों से बात कर रहे हैं। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

न्याय भले ही देर से मिले, पर अंधेर नहीं:ऐसा ही देखने को मिला छग हाईकोर्ट में, जानें क्या है पूरा मामला
रायपुर। 1986 में रुके हुए बिल भुगतान के लिए कर्मचारी से 100 रुपए रिश्वत लेने के आरोपी को छत्तीसगढ हाईकोर्ट ने 39 साल बाद बरी कर दिया है। कोर्ट ने निचली अदालत से सुनाई गई सजा को निरस्त मध्य प्रदेश राज्य परिवहन निगम में बिल असिस्टेंट रहे जगेश्वर प्रसाद अवस्थी को बाइज्जत बरी किया। बता दें कि 100 रुपए की रिश्वत लेने के मामले में निचली अदालत ने अवस्थी को दोषी ठहराया था, जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया, जहां उन्हें आखिरकार राहत मिल गई। हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि रिश्वत मांगने पक्के सबूत नहीं मिले हैं, ऐसे में आरोपी को बरी किया जाता है। कोर्ट के इस फैसले से यह भी सिद्ध हो गया न्याय भले ही देर से मिले लेकिन अंधेर नहीं। वित्त विभाग में बिल सहायक के पद पर कार्यरत थे अवस्थाीउल्लेखनीय है कि अपीलकर्ता रायपुर निवासी रामेश्वर प्रसाद अवस्थी एमपीएसआरटीसी रायपुर के वित्त विभाग में बिल सहायक के पद में कार्यरत थे। शिकायतकर्ता अशोक कुमार वर्मा ने वर्ष 1981 से 1985 के दौरान सेवाकाल के बकाया बिल भुगतान के लिए अपीलकर्ता रामेश्वर प्रसाद से संपर्क किया. उसने सेवाकाल के बकाया बिल भुगतान के लिए 100 रुपए की मांग की। जिसके बाद अशोक कुमार ने इसकी शिकायत कर दी. जिसके बाद तब के लोकायुक्त ने ट्रैप बिछाया और फिनॉल्फ्थेलीन पाउडर लगे नोटों के साथ उन्हें पकड़ लिया गया. साल 2004 में निचली अदालत ने उन्हें एक साल की जेल की सजा सुना दी थी।साक्ष्य पेश करने में विफल रहा अभियोजन पक्षइस सजा के खिलाफ जगेश्वर प्रसाद अवस्थी हाईकोर्ट चले गए। इस मामले में चली लंबी सुनवाई के बाद अब जस्टिस बिभु दत्ता गुरु ने निचली अदालत के फैसले को पूरी तरह से खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि, अभियोजन पक्ष अपने साक्ष्य भार का निर्वहन करने में विफल रहा है। साक्ष्य, चाहे मौखिक हों, दस्तावेजी हों, या परिस्थितिजन्य हों, रिश्वतखोरी के कथित अपराध के आवश्यक तत्वों को स्थापित करने में विफल रहता है. इसलिए, निचली अदालत द्वारा दर्ज दोषसिद्धी अस्थाई है, इसके साथ ही कोर्ट ने अपील को स्वीकार करते हुए दोषसिद्धी और सजा को रद्द किया है।अवस्थी का यह पक्ष भी रहा मजबूतअवस्थी का पक्ष यह भी था कि तब उनके पास तो बिल पास करने का अधिकार ही नहीं था। वह अधिकार उन्हें रिश्वत मांगने की कथित तारीख के एक महीने बाद मिला था। हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों का जिक्र करते हुए कहा कि केवल जेब से रंगे हुए नोट मिल जाना ही सजा के लिए काफी नहीं है। रिश्वत मांगने का इरादा और उसका पक्का सबूत होना बहुत जरूरी है। बहरहाल 39 साल की लंबी कानूनी माथापच्ची के बाद अवस्थी अब हर आरोप से आजाद हैं।

लाल आतंक पर प्रहार:बीजापुर की मुठभेड़ सुरक्षा बलों ने मार गिराया दो नक्सलियों को, थे 8-8 के ईनामी, हथियारों का जखीराम बरामद
बीजापुर। लाल आतंक पर सुरक्षा बलों का करारा प्रहार जारी है। आए दिन जवान नक्सलियों की कमर पर प्रहार कर रहे हैं। इसी क्रम में सुरक्षा बलों को नक्सल अभियान में एक और बड़ी सफलता मिल गई है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार सुबह हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 2 नक्सलियों को मार गिराया है। इन दोनों नक्सली 8-8 लाख रुपए के ईनामी थे। मौके से पुलिस ने हथियार, विस्फोटक और प्रतिबंधित नक्सली साहित्य भी बरामद किया है। मारे गए नक्सलियों की पहचान हिड़मा पोड़ियाम और मुन्ना मड़कम के रूप में हुई। बीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि जिले के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में माओवादी कैडर की सक्रियता की विश्वसनीय सूचना मिलने पर डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप) की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। अभियान के दौरान सुबह से ही पुलिस बल और माओवादियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ होती रही। इस ऑपरेशन के दौरान दो इनामी नक्सली मारे गए।इन्द्रावती क्षेत्र का रहने वाला हिड़मा उन्होंने बताया कि माओवादी की पहचान हिड़मा पोड़ियाम (34) के रूप में हुई, जो बेडसेट, इन्द्रावती क्षेत्र का रहने वाला था। वह पीपीसीएम कंपनी नंबर 2, प्लाटून नंबर 1 का सदस्य था और उस पर 8 लाख रुपए का इनाम था। वहीं, दूसरे माओवादी की पहचान मुन्ना मड़कम (25) के रूप में हुई, जो कटेकल्याण, जिला दंतेवाड़ा का निवासी था। वह भी कंपनी नंबर 02, प्लाटून नंबर 01 का सदस्य था और उस पर भी 8 लाख रुपए का इनाम घोषित था।कल भी ढेर हुए थे दो नक्सलीबता दें कि इससे पहले, बीजापुर के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो नक्सलियों मारे गए थे। इस दौरान घटनास्थल से एक राइफल सहित अन्य हथियार और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की गई थी। माओवादियों के शव के पास से एक .303 राइफल, एक एसएलआर, कुछ देसी हथियार और भारी मात्रा में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किए गए थे।नक्सल प्रभावित जिलों में प्रमुख है बीजापुरबता दें कि बीजापुर, छत्तीसगढ़ का एक ऐसा जिला है, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में प्रमुख है। यहां के घने जंगल माओवादियों के लिए छिपने का सुरक्षित स्थान हैं। इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में कई मुठभेड़ें हुई हैं, जिनमें कई नक्सली मारे जा चुके हैं।

छग में हिट एंड रन:बेकाबू बोलेरो ने बप्पा के भक्तों को कुचला, 3 की मौत, 30 से अधिक घायल, इलाके में मची चीख-पुकार
जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर में हिट एंड रन का मामला सामने आया है। गणेश विसर्जन करने जा रहे श्रद्धालुओं को बोलेरो वाहन ने रौंद दिया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में दो पुरुष और एक महिला शामिल हैं। यह दर्दनाक हादसा रात करीब 11 बजे बगीचा थाना क्षेत्र में तब हुआ, जब श्रद्धालु गणेश विजर्सन कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। इसी दौरान हाईवे से गुजर रही एक बेकाबू बोलेरो भीड़ में घुस गई। इस घटना के बाद इलाके में चीख-पुकार मच गई।आनन-फानन में पुलिस को घटना की सूचना दी गई। इसके बाद एंबुलेंस भी घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें इलाज के लिए अंबिकापुर रेफर किया गया है। घटना के बाद जशपुर विधायक रायमुनी भगत, कलेक्टर, एसपी और एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। यह हादसा बगीचा थाना अंतर्गत जुरूडांड क्षेत्र में हुआ है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।चार साल पहले की घटना की यादें हुई ताजाफिलहाल, इस दुर्घटना ने 4 साल पहले की हिट एंड रन केस की यादों को ताजा कर दिया है। अक्टूबर 2021 में जशपुर में ही दुर्गा विसर्जन के दौरान निकाले जा रहे जुलूस में लोगों को रौंद दिया गया था। तस्वीरों में देखा गया था कि लोग शांतिपूर्ण तरीके से भजन गाते जा रहे थे। उसी बीच भीड़ को रौंदते हुए एक कार तेजी से निकली। लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही कार ने दर्जनों लोगों को कुचल दिया। इस घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।

छग डीएमएफ फंड घोटाले में एक्शन:इडी ने एक साथ डेढ दर्जन ठिकानों पर की रेड, राडार में रहे एग्रिकल्चर कारोबारी, मप्र में भी एक्शन
रायपुर। छत्तीसगढ़ में जिला खनिज निधि (डीएमएफ) ट्रस्ट के फंड में कथित घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बडी कार्रवाई की है। ईडी ने बुधवार सुबह करीब 8 बजे रायपुर, दुर्ग, भिलाई समेत 18 स्थानों पर छापेमारी की है। ईडी का यह एक्शन राज्य के विभिन्न वेंडरों, ठेकेदारों और बिचैलियों के परिसरों पर की जा रही है। साथ ही, ईडी ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में पूर्व जिला आबकारी अधिकारी बीएल. डांगी के यश नगर स्थित निजी आवास पर छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा-व्यवस्था को कड़ी किया गया है।ईडी की यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ और मंदसौर में वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ चल रही व्यापक जांच का हिस्सा है। जांच के परिणामस्वरूप और खुलासे होने की उम्मीद है। बता दें कि डांगी के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं की जांच चल रही है और ईडी की यह कार्रवाई उसी सिलसिले में मानी जा रही है। आरोप है कि जिला खनिज निधि फंड की बड़ी राशि का छत्तीसगढ़ बीज निगम के माध्यम से हेराफेरी और दुरुपयोग किया गया।विनय गर्ग के घर पर भी दबिशजानकारी के अनुसार, जिला खनिज निधि (डीएमएफ) एक गैर-लाभकारी ट्रस्ट है, जो छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में खनन प्रभावित क्षेत्रों और लोगों के हितों में काम करता है। इसके अलावा, ईडी ने दुर्ग जिले के भिलाई-3 में भी कार्रवाई की। ईडी ने रायपुर में शंकर नगर स्थित विनय गर्ग नामक कारोबारी के घर पर भी दीबिश दी है। बताया जा रहा है कि ईडी ने अन्ना भूमि ग्रीनटेक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक शिवकुमार मोदी के घर छापा मारा है। इस कार्रवाई में छह से अधिक ईडी अधिकारी शामिल हैं और सीआरपीएफ ने सुरक्षा का मोर्चा संभाला है।बता दें कि अन्ना भूमि ग्रीनटेक प्राइवेट लिमिटेड कृषि और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में काम करती है, जिसमें ड्रिप सिंचाई प्रणाली, कांटेदार तार, चेन लिंक, आरसीसी बाड़ के खंभे, सौर जल पंप और कृषि उपकरण शामिल हैं।

आजादी के महोत्सव का आगाज: भाजपा शासित राज्यों में जोश चरम पर, मप्र से लेकर दिल्ली तक दिख रहा उत्साह
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील के बाद हर घर तिरंगा अभियान पूरे देश में एक जन-आंदोलन बन गया है। देशभक्ति में डूबे लोग घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों पर तिरंगा फहरा रहे हैं। नेताओं से लेकर आम नागरिकों तक, हर कोई इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है। खासकर भाजपा शासित राज्यों में हर घर तिरंगा अभियान को लेकर कुछ ज्यादा ही उत्साह देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तराखंड और राजस्थान समेत लगभग सभी भाजपा शासित राज्यों में पार्टी के दिग्गज नेताओं ने बुधवार को अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर अभियान में हिस्सा लिया है। भोपाल में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चैहान ने अपने घर पर तिरंगा फहराया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, हमारा राष्ट्रध्वज हमारे देश का गौरव, सम्मान और असंख्य बलिदानों की पहचान है। आज मैंने परिवार के साथ गर्व से तिरंगा फहराया। आप भी अपने घर पर तिरंगा लहराएं और पूरे जोश, उत्साह और देशभक्ति के साथ हमारे राष्ट्रीय पर्व का उत्सव मनाएं। वहीं शिवराज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारा राष्ट्र ध्वज देश का सम्मान और गौरव है। तिरंगे को हाथ में लेकर ही आजादी की लड़ाई में लाखों लोगों ने अपनी कुर्बानी दी। फिर हमारा राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस आ रहा है। सभी से अनुरोध है कि सभी लोग राष्ट्रीय पर्व को धूमधाम से मनाएं और तिरंगा फहराएं।यूपी- गुजरात सीएम ने भी आवास पर फहराया तिरंगाउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और एक सेल्फी ली। सीएम योगी ने लिखा, ष्हमारी एकता का उद्घोष, हमारी अखंडता का संकल्प, हमारी संप्रभुता और गौरव का अमर प्रतीक श्हमारा तिरंगाश्, आइए हर घर तिरंगा अभियान में सहभागी बनें। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी अपने आवास पर तिरंगा फहराकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, गुजरात समेत पूरे देश में हर घर तिरंगा अभियान बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से इस अभियान के तहत अपने घरों, कार्यालयों व अन्य स्थानों पर तिरंगा फहराकर देशभक्ति की भावना प्रदर्शित करने का आह्वान किया है। इसी के तहत मैंने अपने आवास पर तिरंगा फहराया और भारत माता की जय-जयकार की। आप सभी तिरंगा फहराकर देशभक्ति के इस अभियान में अवश्य भाग लेंगे।देशभक्ति के रंग में रगे उत्तराखंड के सीएमहर घर तिरंगा अभियान के तहत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में तिरंगा फहराया। उन्होंने लिखा, शासकीय आवास पर श्हर घर तिरंगाश् अभियान का हिस्सा बनकर राष्ट्रध्वज तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से प्रारंभ हुआ यह जनांदोलन करोड़ों देशवासियों के भीतर राष्ट्रगौरव और देशभक्ति का भाव जागृत कर रहा है। प्रदेश के सभी नागरिकों से आग्रह है कि इस स्वतंत्रता दिवस पर अपने घर, प्रतिष्ठान, कार्यस्थल और संस्थानों पर तिरंगा पूर्ण सम्मान एवं गौरव के साथ फहराएं। स्वाधीनता के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले अमर सेनानियों को स्मरण कर नमन करें और तिरंगे के संग अपनी तस्वीर लेकर श्हर घर तिरंगा वेबसाइट पर साझा कर इस महाअभियान का हिस्सा बनें।दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने घर पर फहराया राष्ट्रीय ध्वज दिल्ली के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने लिखा, ष्प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर श्हर घर तिरंगाश् अभियान से जुड़ते हुए अपने आवास पर तिरंगा लगाकर आजादी के अमृत महोत्सव में भाग लिया। समस्त प्रदेशवासियों से आग्रह है कि श्हर घर तिरंगाश् लगाने के इस अभियान से जुड़ें। अपना तिरंगे के साथ फोटो साझा करें और श्हर घर तिरंगाश् अभियान का हिस्सा बनें।ष्रांची में भाजयुमों ने निकाली तिरंगा यात्राइसी क्रम में, झारखंड की राजधानी रांची में भाजपा युवा मोर्चा ने तिरंगा यात्रा निकाली। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू और संगठन महासचिव करमवीर सिंह के साथ काफी संख्या में एनसीसी कैडेट्स और सामाजिक संगठनों ने यात्रा में हिस्सा लिया। इसी तरह, महाराष्ट्र के नालासोपारा में वसई विरार महानगरपालिका की ओर से प्रगति नगर क्षेत्र में एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा ठाकुर विद्या मंदिर हाईस्कूल जूनियर कॉलेज से प्रारंभ होकर 90 फीट तक निकाली गई। ढोल-नगाड़ों की गूंज और देशभक्ति के नारों के बीच निकली इस यात्रा में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

छग शराब घोटाला:भूपेश-चैतन्य की याचिका पर SC का सुनवाई से इनकार, कड़ी फटकार लगा HC का गेट खटखटाने दिया आदेश
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ बहुचर्चित शराब घोटाले मामले में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिली है। दरअसल शीर्ष अदालत ने बाप-बेटों की याचिकाओंपर सुनवाई से साफ इनकार करते हुए हाईकोर्ट का रुख करने का आदेश दे दिया है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट को मामले में जल्द सुनवाई का आदेश जरूर दिया है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने पीएमएलए के सेक्शन 50 और 63 को चुनौती देने के लिए अलग से रिट पेटिशन दाखिल करने के लिए कहा है।भूपेश बघेल और उनके बेटे की याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ ने कई सख्त टिप्पणियां कीं। कोर्ट ने कहा कि दोनों ने एक ही याचिका में पीएमएलए (पीएमएलए) के विभिन्न प्रावधानों को चुनौती देने के साथ-साथ जमानत जैसी व्यक्तिगत राहत की मांग भी की है, जो उचित नहीं है। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने पिता-पुत्र के सीधे सुप्रीम कोर्ट आने पर भी सवाल उठाया। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा कि जब किसी मामले में कोई प्रभावशाली व्यक्ति शामिल होता है, तो वो सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंच जाता है। अगर हम ही हर मामले की सुनवाई करेंगे, तो अन्य अदालतों का क्या उपयोग रह जाएगा? अगर ऐसा होता रहा तो फिर गरीब लोग कहां जाएंगे? एक आम आदमी और साधारण वकील के पास सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने की कोई जगह ही नहीं बचेगी।यह भी बोला सुप्रीम कोर्टसुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि प्रावधानों की वैधता को चुनौती देने के नाम पर याचिकाकर्ता सीधे अंतिम राहत नहीं मांग सकते। कोर्ट ने कहा कि एक ही याचिका में आप सब कुछ नहीं मांग सकते। इसके लिए तय प्रक्रिया और मंच हैं। कोर्ट ने चैतन्य बघेल को जमानत याचिका के लिए हाईकोर्ट जाने को कहा और यह भी निर्देश दिया कि हाईकोर्ट इस पर जल्द सुनवाई करे। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने पीएमएलए की धारा 50 और 63 को चुनौती देने के लिए अलग से याचिका दाखिल करने की सलाह दी।

CGके मेडिकल सप्लाई घोटाले में एक्शन: ED की डेढ दर्जन ठिकानों पर रेड, बड़े खुलासे की उम्मीद, राज्य को 500 करोड़ का लगा थ चूना
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मेडिकल सप्लाई घोटाले केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बडा एक्शन लिया है। ईडी ने बुधवार को एक साथ 18 ठिकानों पर दबिश दी है। जद में मेसर्स मोक्षित कॉर्पोरेशन के शशांक चोपड़ा, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी), और स्वास्थ्य सेवा निदेशालय (डीएचएस) के अधिकारियों से जुड़े ठिकाने रहे। ईडी की टीम दुर्ग में स्थित मोक्षित कॉर्पोरेशन के कार्यालय और तीन आवासों पर छापेमारी की।ईडी ने यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) से जुड़े 500 करोड़ से अधिक के घोटाले के मामले में की है। जानकारी के अनुसार, शशांक चोपड़ा ने छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर मेडिकल उपकरण और रिएजेंट्स की आपूर्ति के लिए अवैध रूप से रेट कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया। इसके बाद, उन्होंने डीएचएस और सीजीएमएससी के अधिकारियों को प्रलोभन देकर लगभग 500 करोड़ रुपए के खरीद आदेश (पर्चेज ऑर्डर) प्राप्त किए। ईडी की यह जांच मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत चल रही है। छापेमारी दुर्ग और आसपास के क्षेत्रों में की गई, जिसमें मेडिकल सप्लायर्स और कुछ मध्यस्थों के परिसर भी शामिल हैं। जांच में सामने आया है कि 2023 में हुई खरीद में गड़बड़ियों के कारण राज्य के खजाने को 550 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।बडा खुलासा होने की उम्मीदसूत्रों के मुताबिक, ईडी इस मामले में शामिल अन्य लोगों और लेनदेन की गहन जांच कर रही है। इस घोटाले से जुड़े और भी खुलासे होने की संभावना है। इस मामले में पहले ही एंटी-करप्शन ब्यूरो और इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (एसीबीध्ईओडब्ल्यू) ने शशांक चोपड़ा सहित कई अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। जांच एजेंसियां इस घोटाले के पूरे नेटवर्क को उजागर करने में जुटी हैं।घोटाले में मोक्षित कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर को किया गया था अरेस्टउल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी) के घोटाला मामले में मोक्षित कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर शशांक चोपड़ा को इसी साल जनवरी में गिरफ्तार किया गया था। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की टीम ने यह कार्रवाई की थी।

छग शराब घोटाला: चैतन्य भेजे गए 14 न्यायिक हिरासत में: ईडी के खिलाफ कांग्रेस का फूटा गुस्सा, एनएच किए जाम, भाजपा ने प्रदर्शन को बताया फ्लॉप शो
रायपुर। शराब घोटाला मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। चैतन्य को ईडी ने कथित शराब घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में 18 जुलाई को गिरफ्तार किया था। चैतन्य के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर छग कांग्रेस का गुस्सा फूट पड़ा है। यही नहीं मंगलवार को राज्य में प्रदर्शन कर कई जगहों पर नेशनल हाइवे पर ‘चक्का जाम’ भी किया।भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस के नेताओं और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने राजधानी रायपुर के बाहरी इलाके में रायपुर से कोलकाता जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-53 के वीआईपी चौक पर दोपहर 12 बजे से अपरान्ह दो बजे तक सड़क जाम की। बघेल ने भाजपा पर विपक्ष के खिलाफ साजिश रचकर उसे दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।बघेल ने कहा, छग में भाजपा का शासन विष्णु देव साय की सरकार नहीं, बल्कि (उद्योगपति) अडानी द्वारा चलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार अहमदाबाद (गुजरात) से संचालित हो रही है। उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री साय के शपथग्रहण (दिसंबर 2023 में) से पहले, हसदेव में जंगल काटे गए और अब तमनार में जंगल काटे जा रहे हैं (कोयला खदान परियोजना के लिए)। जब यह मुद्दा (तमनार में पेड़ों की कटाई का) विधानसभा में (पिछले हफ्ते) उठाया गया, तो मेरे बेटे को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया।पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, इससे पहले भी, विधायक कवासी लखमा और देवेंद्र यादव सहित हमारे नेताओं और अनुसूचित जाति के लोगों को निशाना बनाया गया था। बघेल ने कहा, वे (भाजपा) षड्यंत्र रचकर विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन जनता उनके खेल से वाकिफ हो गई है। कांग्रेस पार्टी सड़कों पर है। अडानी भगाओ, छत्तीसगढ़ बचाओ। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज जगदलपुर (बस्तर) में, विपक्ष के नेता चरण दास महंत बिलासपुर और जांजगीर-चांपा जिलों में चक्का जाम में शामिल हुए। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव और अन्य वरिष्ठ नेता अलग-अलग जगहों पर दो घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग को लेकर भाजपा के खिलाफ नारे लगाए। इस बीच, सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को ‘फ्लॉप शो’ करार दिया है और कहा है कि वह विपक्ष के विरोध प्रदर्शन को खारिज करने के लिए जनता, व्यापार और श्रमिक संघों का आभार व्यक्त करती है। राज्य के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने संवाददाताओं से कहा, कांग्रेस का चक्का जाम एक ‘फ्लॉप शो’ साबित हुआ। राज्य की जनता, व्यापार और श्रमिक संगठनों ने इसे खारिज कर दिया है। छत्तीसगढ़ की जनता ने दिखा दिया है कि वह कभी भी भ्रष्टाचार और भ्रष्ट लोगों का समर्थन नहीं करती। साव ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन न तो राज्य के हित में था और न ही देश के हित में।उन्होंने कहा कि यह एक ऐसे व्यक्ति (चैतन्य बघेल) के समर्थन में आयोजित किया गया, जिस पर एक हजार करोड़ रुपये (कथित शराब घोटाले से उत्पन्न) को संभालने और अपने रियल एस्टेट व्यवसाय में 16.70 करोड़ रुपये का इस्तेमाल करने का आरोप है। साव ने कहा कि पूरे राज्य में यह देखा गया है कि लोगों ने कांग्रेस की विरोध की अपील को खारिज कर दिया है।

पीएम मोदी आज सीजी के 22 नेताओं के साथ करेंगे हाई लेवल मीटिंग:फोकस रहेगा इन मुदृदों पर, बैठक में शिकरत करेंगे राज्य के दिग्गज
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार को छत्तीसगढ़ के 22 सीनियर भाजपा नेताओं के साथ एक अहम बैठक करेंगे। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के राजनीतिक और विकासात्मक खाके की समीक्षा करना है, विशेष रूप से हालिया चुनावी प्रदर्शन और राज्य की बदलती राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए। यह बैठक राज्य में पार्टी के नेतृत्व और समन्वय को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।प्रधानमंत्री मोदी नेताओं से फीडबैक लेंगे और पार्टी की आगामी रणनीतियों के लिए मार्गदर्शन भी देंगे, ताकि आगामी राजनीतिक चुनौतियों के लिए भाजपा अपनी स्थिति और मजबूत कर सके। सूत्रों की मानें तो यह बैठक क्षेत्रीय नेतृत्व को सक्रिय करने, जनता से सीधा जुड़ाव बढ़ाने और अनुभवी नेतृत्व के जरिए सुशासन सुनिश्चित करने पर केंद्रित होगी।सीएम यास और रमन सिंह भी बैठक में होंगे शामिलबैठक में छत्तीसगढ़ के कई प्रमुख नेता शामिल होंगे, जिनमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रमुख हैं। वे पूर्व में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी बैठक में शामिल होंगे, जो तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पार्टी की रणनीति गढ़ने में अहम भूमिका निभा चुके हैं। वहीं अन्य प्रमुख नेताओं में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व मंत्री राजेश मूणत और अमर अग्रवाल शामिल हैं।बैठक में यह भी रहेंगे मौजूदइसके अलावा, पूर्व सांसद अशोक शर्मा, पूर्व सांसद चंद्रशेखर साहू, वरिष्ठ भाजपा नेता सच्चिदानंद उपासने और पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल भी इस संवाद का हिस्सा होंगे। साथ ही, बैठक में संगठनात्मक मजबूती, जनकल्याणकारी योजनाओं और राज्य व केंद्र सरकार के विजन को एक दिशा में समन्वित करने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होने की संभावना है।

छग के पूर्व सीएम बघेल के बेटे को ईडी ने घर से उठाया:शराब घोटाले मामले में एक्शन, अल सुबह एजेंसी ने की थी छापेमारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बडा एक्शन ले लिया है। ईडी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को अरेस्ट कर लिया है। उन्हें भिलाई स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि ईडी शुक्रवार सुबह करीब 6.30 बजे चैतन्य के भिलाई वाले घर पर छापेमारी की थी। ईडी ने ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कथित शराब घोटाले से जुड़े एक मामले में की थी। चैतन्य से करीब तीन घंटे तक पूछताछ करने के ईडी ने उन्हें अरेस्ट कर लिया।यहां पर यह भी बता दें कि चैतन्य बघेल को उनके जन्मदिन के दिन गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ विधानसभा में थे। बताया जा रहा है कि इस मामले में नए साक्ष्य मिलने के बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत चैतन्य को गिरफ्तार किया है। ईडी की कार्रवाई के विरोध में विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया। सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए विपक्ष के सदस्यों ने सदन में नारेबाजी की।ईडी की छापेमारी पर कांग्रेस ने उठाए सवालकथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी की छापेमारी पर कांग्रेस ने भी सवाल उठाए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस की तरफ से पोस्ट में लिखा गया, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर ईडी भेज दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग को अपने पालतू की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। विपक्ष का जो भी नेता उनके भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलता है, उस पर छापे डलवा दिए जाते हैं। कांग्रेस ने इस पोस्ट में आगे लिखा, भूपेश बघेल शुक्रवार को विधानसभा में पेड़ काटने का मुद्दा उठाने वाले थे, उससे पहले ईडी भेज दी गई। लेकिन पीएम मोदी याद रखें, इन गीदड़ भभकियों से कांग्रेस और उसके नेता डरने वाले नहीं। हम और मजबूती से आपके भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे।छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में 22 अफसर निलंबितबता दें कि बीती 11 जुलाई को छत्तीसगढ़ सरकार ने आबकारी विभाग से जुड़े एक बहुचर्चित मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की। कुल 22 अधिकारियों को निलंबित किया। यह कार्रवाई पूर्ववर्ती भूपेश सरकार के दौरान हुए 3200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के आधार पर की गई है। वर्ष 2019 से 2023 के बीच हुए इस घोटाले में आबकारी विभाग के इन अधिकारियों की संलिप्तता पाई गई थी, जिन्होंने अवैध रूप से अर्जित धन से संपत्तियां बनाई थी।

ED के राडार पर CG के पूर्व CM:शराब घोटाले से जुड़े मामले में बेटे घर एजेंसी की दबिश, भड़के बघेल बोले- साहेब ने भेज दी ईडी
रायपुर। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। भ्रष्टाचारी चाहे छोटा हो या फिर बडा किसी को नहीं बख्शा जा रहा है। इस लिस्ट में राज्य के पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी शामिल हैं। मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कथित शराब घोटाले से जुड़े एक मामले में ईडी का एक्शन जारी है। ईडी ने शुक्रवार को एक बार फिर भूपेश बघेल के ठिकानों पर दबिश दी है। एजेंसी की टीम ने सुबह करीब 6.30 बजे बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के भिलाई स्थित आवास पर छापेमारी की है। ईडी ने सीआरपीएफ के सुरक्षा घेरे में चैतन्य की घर की तलाशी शुरू की।सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई शराब घोटाले और उससे जुड़ी आर्थिक गड़बड़ियों की जांच के तहत की गई है। फिलहाल जांच जारी है और अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विधानसभा के लिए रवाना हो गए हैं। ईडी की कार्रवाई के बीच पूर्व मुख्यमंत्री रायपुर के लिए अपने निजी निवास से रवाना हुए हैं। गौरतलब है कि भूपेश आमतौर पर विधानसभा सत्र के दौरान वह रायपुर में रहते हैं, लेकिन इस बार वह भिलाई में ही मौजूद थे- जहां ईडी की टीम पहुंची।ईडी के एक्शन पर यह बोले बघेलभूपेश बघेल ने एक्स पर पोस्ट साझा कर जानकारी देते हुए लिखा कि ईडी आ गई है। आज विधानसभा सत्र का अंतिम दिन है। अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठना था। भिलाई निवास में साहेब ने ईडी भेज दी है। वहीं भूपेश बघेल के समर्थक ईडी के एक्शन से भडक गए हैं। समर्थकों ने बैरिकेडिंग को हटाने की मांग की। साथ ही समर्थकों ने बैरिकेडिंग को गिराया।शराब घोटाले में अब तक क्या-क्या हुआ?7 जुलाई को आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शराब घोटाले में चैथी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की, जिसमें घोटाले की अनुमानित राशि को 2,161 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 3,200 करोड़ रुपये बताया गया. यह चार्जशीट 30 जून को दाखिल की गई थी. इस मामले में बीती 11 जुलाई को छत्तीसगढ़ सरकार ने आबकारी विभाग से जुड़े एक बहुचर्चित मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की। कुल 22 अधिकारियों को निलंबित किया। यह कार्रवाई पूर्ववर्ती भूपेश सरकार के दौरान हुए 3200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के आधार पर की गई है।वर्ष 2019 से 2023 के बीच हुए इस घोटाले में आबकारी विभाग के इन अधिकारियों की संलिप्तता पाई गई थी, जिन्होंने अवैध रूप से अर्जित धन से संपत्तियां बनाई थी। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की गहन जांच से यह स्पष्ट हुआ कि यह एक संगठित सिंडिकेट के रूप में संचालित घोटाला था। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर सरकार ने तत्क्षण कार्रवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर दिया।

मोदी सरकार में लूटा जा रहा गरीबों को, खरगे का आरोप: एजेंसियों को सहारे डराया जा रहा कांग्रेस नेताओं को
रायपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर देश में हर किसी को डराने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। साथ ही मोदी सरकार में गरीबों को लूटने का भी आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने जनता से से अपने 'जल-जंगल-जमीन' की रक्षा के लिए लड़ाई में एकजुट रहने को कहा।छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ‘जय जवान-जय किसान-जय संविधान’ नामक जनसभा को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा, भाजपा ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और आईटी (आयकर) जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर हमारे नेताओं को डराने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम इससे कभी नहीं डरते। अब भी छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री (भूपेश बघेल) सहित हमारी पार्टी के नेताओं को (केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके) परेशान किया जा रहा है।खरगे ने दावा किया, उन्होंने (भाजपा ने) नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल जी को फंसाने की भी कोशिश की। वे हमेशा कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश करते हैं। सबको डराना उनकी आदत है। आप तभी जिंदा रहेंगे, जब आप डरेंगे नहीं। अगर हमें अपने जल जंगल जमीन की रक्षा करनी है तो आप सभी को उनके खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना होगा। उन्होंने दावा किया, आज अदाणी और अंबानी जैसे लोग यहां आकर जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। वे खदानों के लिए जंगल में लाखों पेड़ काट रहे हैं। मोदी जी हमारे आदिवासी भाइयों और छत्तीसगढ़ के सभी लोगों का जीवन बर्बाद कर रहे हैं।कांग्रेस नेता ने पूछा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बार-बार छत्तीसगढ़ क्यों आ रहे हैं? क्या यहां आपका ससुराल है? उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री उनके (प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के) निर्देशों का पालन करते हैं। अगर वे कहते हैं उठो, तो वह उठ जाते हैं। अगर वे कहते हैं बैठो, तो वह बैठ जाते हैं। यह छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। यह बहुत बड़ा अपमान है। खरगे ने आरोप लगाया कि उद्योगपति कोयला और अन्य खनिजों को लूटने के लिए यहां आ रहे हैं। यहां लोगों का हालचाल जानने कोई नहीं आता है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह पर उद्योगपतियों का समर्थन करने का आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि शाह खनिजों की जांच करने के लिए यहां आते हैं। कांग्रेस की इस सभा में भारी बारिश के बावजूद पार्टी कार्यकर्ता और नेता बड़ी संख्या में मौजूद थे।

नक्सल अभियान में बडी सफलता:मुठभेड़ में ढेर हुआ मिलिट्री कंपनी स्नाइपर कन्ना, 10 लाख का था ईनामी
बीजापुर। लाल आतंक को खत्म करने के अभियान में सुरक्षाबलों को बडी सफलता मिली है। शनिवार को बीजापुर के नेशनल पार्क क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के के बीच चली मुठभेड़ में मिलिट्री कंपनी का स्नाइपर सोढी कन्ना ढेर हो गया है। उस पर 10 का ईनाम घोषित था। मुठभेड़ स्थल से हथियार और अन्य माओवादी सामग्री भी बरामद की गई है। बता दें कि शनिवार को बीजापुर के नेशनल पार्क में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड हुई थी। इस मुठभेड में कई नक्सलियों के मारे जाने की खबर थी, लेकिन पहचान नहीं हो सकी थी। सूत्रों के मुताबिक, मारा गया नक्सली सोढ़ी कन्ना था, जो जगरगुंडा थाना क्षेत्र के किस्टारम का रहने वाला था। उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इस मुठभेड़ को सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। क्योंकि सोढ़ी कन्ना लंबे समय से कई नक्सली वारदातों में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। सुरक्षाबलों की हिट लिस्ट में शामिल था। वहीं पुलिस सूत्रों के अनुसार, मारा गया माओवादी माओवादियों की मिलिट्री कंपनी से जुड़ा हुआ स्नाइपर था, जिसकी पहचान सोढ़ी कन्ना के रूप में हुई है। सुरक्षा बलों के लिए यह बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि मारा गया माओवादी लंबे समय से क्षेत्र में हिंसक वारदातों में सक्रिय था और सुरक्षा बलों पर हमलों में शामिल रहा है। मुठभेड़ के बाद क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है।

मप्र समेत कई राज्यों में CBI का एक्शन: मान्यता दिलाने के लिए घूस मांग रही डॉक्टरों की गैंग पकडी, मामला श्री रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज से जुड़ा
भोपाल। सीबीआई ने मेडिकल कॉलेज को मान्यता दिलाने के लिए 55 लाख रुपए घूस लेने के मामले में तीन डॉक्टर समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस सिलसिले में सीबीआई ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 40 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। मामला रायपुर में नवा रायपुर स्थित श्री रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज से जुड़ा है। रंगे हाथ गिरफ्तार आरोपियों में डॉ. मंजप्पा सीएन, डॉ. अशोक शेलके, डॉ. सतीश ए, डॉ. चैत्रा एमएस और उनके पति रविचंद्रन समेत अतुल कुमार तिवारी शामिल बताए जाते हैं। सीबीआई का कहना है कि रिश्वत के 55 लाख रुपए हवाला के जरिए दिए गए।दरअसल, मान्यता के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग में आवेदन किया था। 30 जून को मेडिकल काउंसिल के 4 सदस्य डॉक्टर्स की टीम निरीक्षण के लिए आई थी। टीम में डॉ. मंजप्पा सीएन, डॉ. सतीश, डॉ. अशोक शेलके और डॉ. चैत्रा एमएस शामिल थे। चारों डॉक्टर्स ने मैनेजमेंट के अतुल कुमार तिवारी से पॉजीटिव रिपोर्ट देने के लिए लेन-देन की बातचीत की।डॉ. सीएन ने डॉ. सतीश को हवाला के जरिए 55 लाख रुपए इकट्ठा करने का काम सौंपा। उनकी टीम के बाकी सदस्यों से बात की और भरोसा दिया कि उनका हिस्सा डॉ. सतीश उनके पास पहुंचा देंगे। लेकिन इसी बीच इस गोरखधंधे की जानकारी सीबीआई को लग गई। जांच एजेंसी ने बेंगलुरु में ट्रेप लगाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया

छग में लाल आतंक पर प्रहारः :सुरक्षा बलों ने दो महिला नक्सलवादियों को किया ढेर, अबूझमाड़ के जंगल में हुई मुठभेड़
रायपुर। छत्तीसगढ़ में लाल आतंक पर सुरक्षा बलों का करारा प्रहार जारी है। इसी कडी में सुरक्षा बलों ने गुरुवार को मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों को ढेर कर दिया है। सुरक्षा बलों और नक्सलवादियों के बीच यह मुठभेड़ अबूझमाड़ के जंगल में हुई। सूत्रों की मानें तो मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ सकती है। मारी गई महिला नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं। सुरक्षा बलों का सर्चिंग अभियान अभी जारी है। पुलिस के अनुसार जवान माओवादी कैडरों की मौजूदगी की सूचना पर बुधवार शम नक्सल विरोधी अभियान पर निकले थे। जिसके बाद डीआरजी नारायणपुर, कोंडागांव एवं एसटीएफ की संयुक्त टीम ने सर्चिंग अभियान शुरू किया। गुरुवार सुबह तक चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो महिला नक्सलियों को मार गिराया है। मारी गई महिला नक्सलियों के पास से एक इंसास राइफल, एक 315 बोर का देशी हथियार, भारी मात्रा में मेडिकल सामग्री और नक्सली दस्तावेज बरामद किए गए हैं।अन्य ठिकानों की हो रही जांचमुठभेड़ को लेकर पुलिस विभाग ने बताया कि मारे गए माओवादियों की पहचान की प्रक्रिया अभी जारी है। माओवादियों की ओर से भारी गोलीबारी की गई, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता से अभियान सफल रहा सर्चिंग अभियान अब भी जारी है, और अन्य संभावित ठिकानों की तलाश की जा रही है।

छग सरकार पर बरसे कांग्रेस के पायलट, बोले-:सभी मोर्चो पर विफल रही साय सरकार, भाजपा सिर्फ चुनिंदा लोगों को दे रही खदानें
रायपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट इन दिनों दत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन यानि मंगलवार को पायलट ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार पर जमकर हमला बोला और दावा किया कि पिछले डेढ़ साल में यह सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी औद्योगीकरण और निवेश में विश्वास करती है, लेकिन भाजपा की मंशा सिर्फ चुनिंदा लोगों को खदान और खनिज देने की है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि राज्य की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान राज्य में संचालित 17 कल्याणकारी योजनाओं को भाजपा ने बंद कर दिया, जिससे कांग्रेस को इसका श्रेय न मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने सिर्फ डेढ़ साल में 37 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। राज्य में एसपी और कलेक्टर कार्यालय जला दिए गए (बलौदाबाजार में), जबकि हत्या, बलात्कार, लूट, डकैती की घटनाएं बढ़ रही हैं। इतना ही नहीं पुलिस हिरासत में लोग मर रहे हैं, यहां महिलाएं और बच्चे सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है।पायलट ने कहा, ''कांग्रेस हमेशा निवेश और उद्योग के पक्ष में रही है। सरकारी क्षेत्र के अलावा, निजी क्षेत्र में संसाधन होने चाहिए तथा शिक्षित युवक-युवतियों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाने चाहिए। कांग्रेस ने केंद्र रहते हुए और राज्य सरकार में ऐसी कई नीतियां बनाईं, लेकिन यह (भाजपा) सरकार छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के जल, जंगल और जमीन को कुछ चुनिंदा लोगों को दे रही है। अब वे बिना किसी हिचकिचाहट के इसे खुलेआम कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उद्योग के पक्ष में है, लेकिन प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए, पारर्दिशता होनी चाहिए, सभी को समान अवसर मिलना चाहिए।भाजपा पर ध्रुवीकरण का सहारा लेने का आरोप लगाते हुए पायलट ने कहा, भाजपा की हमेशा से नीति रही है कि जब सब कुछ विफल हो जाता है, तो वे सांप्रदायिक राजनीति करते हैं। पायलट ने भाजपा सरकार पर किसानों की कई मांगों की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार (केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार) किसानों को खाद की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य को तीन लाख मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक की आवश््यकता है, लेकिन सरकार अब तक समितियों को 80 हजार मीट्रिक टन डीएपी पहुंचा पाई है।सरकारी स्कूल और शिक्षकों के ‘युक्तियुक्तकरण’ के राज्य सरकार के कदम पर पायलट ने कहा, भाजपा ने (अपने घोषणापत्र में) एक लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया था, लेकिन शिक्षकों के 30 हजार रिक्त नौकरियों को भरने के बजाय वे युक्तियुक्तकरण के नाम पर विद्यालयों को बंद कर रहे हैं। युक्तिकरण एक रोजगार विरोधी, शिक्षा विरोधी कदम है। उन्होंने दावा किया कि ‘युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया’ से राज्य में 45 हजार से अधिक शिक्षकों के पद समाप्त हो जाएंगे और इसके परिणामस्वरूप 10,463 सरकारी स्कूल बंद हो गए हैं। पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी विफलता छिपाने के लिए कांग्रेस नेताओं को परेशान कर रही है, लेकिन कांग्रेस इसके खिलाफ मजबूती से लड़ेगी।


