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भीषण बाढ़ की चपेट में पंजाब : पीड़ितों के आंसून पोछने कल जाएंगे शिवराज, नुकसान का भी करेंगे आंकलन
नई दिल्ली। पंजाब में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। भीषण बाढ़ से जहां अब तक कई आशियाने उजड चुके हैं, तो वहीं कई लोगों की जान चुकी है। इसके अलावा सैकडो हैक्ैटर में खडी फसल पूरी तरह से तबाह हो गई है। पंजाब में बाढ़ से हुए बडे पैमाने के नुकसान का आकलन करने के लिए केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवाराज सिंह चौहान कल यानि गुरुवार को राज्य का दौरा करेंगे। इससे पहले उन्होंने बुधवार को पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से बाढ़ की स्थिति को लेकर चर्चा की।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मैंने पंजाब में भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ की स्थिति पर पंजाब के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से चर्चा की और विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मैं गुरुवार सुबह पंजाब पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपने भाई-बहनों से मिलूंगा। संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पूरी मजबूती के साथ पंजाब के भाई-बहनों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
बाढ़ ने 12 जिलों में तबाही मचाई
लगातार भारी बारिश और भाखड़ा समेत प्रमुख बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण नदियां उफान पर हैं, जिससे पंजाब भीषण बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ ने कम से कम 12 जिलों में तबाही मचाई है, जिसमें करीब 30 लोग मारे गए हैं और लाखों निवासी प्रभावित हुए हैं। पटियाला, जालंधर, कपूरथला, नवांशहर, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, बरनाला और संगरूर जैसे जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान के अनुसार, 1,300 से ज्यादा गांव जलमग्न हैं और लगभग तीन लाख एकड़ कृषि भूमि, खासकर धान की फसल कटाई के मौसम से कुछ हफ्ते पहले ही बर्बाद हो गई है।
मौसम विभाग ने किया अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने कई क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और चेतावनी दी है कि आगे भारी बारिश से स्थिति और बिगड़ सकती है। बचाव और राहत अभियान जारी है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय अधिकारी फंसे हुए लोगों को निकालने और राहत सामग्री पहुंचाने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं। हालांकि, बढ़ता जलस्तर अभी भी चुनौतियां पेश कर रहा है।
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