Download App

Latest News

सिंध कल्चर डे रैली को पाकिस्तानी हुक्मरान मानते आतंकी रैली : अपनों पर ही दर्ज कराया टेरर चार्ज लगा एफआईआर, 12 हैं नामजदपरिवहन विभाग का पहलः : मप्र बना देश का ऐसा पहला राज्य, 2.50 लाख वाहन मालिकों को मिलेगा फायदासैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी : बड़ौदा के विकेटकीपर-बल्लेबाज ने टी20 डेब्यू में खेली तूफानी पारी, की वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी भीमंगलवार को करें राम भक्त की पूजा : विवि-विधान से भक्ति करने पर प्राप्त होते हैं मनोवांछित फलदक्षिण-पूर्व एशियाई पड़ोसियों के बीच फिर शुरू हुई जंग : टूट गया ट्रंप का गुरूर, थाईलैंड ने कंबोडिया पर की भीषण एयरस्ट्राइकगोवा नाइट क्लब आग : 25 मौतों के जिम्मेदार क्लब मालिकों विदेश भागने की हैं फिराक में, जारी हुआ लुकआउट नोटिस

अब फांसी घर में माफिया का बेटा अली : सीसीटीवी से होगी निगरानी, बैरक में कैश मिलने के बाद एक्शन, दो जिम्मेदारों पर भी गिरी

Featured Image

Author : admin

Published : Invalid Date

प्रयागराज। यूपी के माफिया अतीक अहमद के बेटे की बैरग में कैश बरामद होने के बाद जेल प्रशासन में हडमंप मच गया है। हालांकि प्रशासन ने बडा एक्शन भी ले लिया है। एक ओर जहां प्रयागराज के नैनीताल जेल में बंद अतीक के बेटे अली अहमद को फांसी घर में शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं सिक्योरिटी में तैनात जेलर कांति देवी और जेल बार्डर संजय द्विवेदी को को तत्काल प्रभाव से संस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश भी दे दिए गए। बता दें कि अली अहमद उमेशपाल हत्याकांड का आरोप में जेल की सजा काट रहा है।

गौरतलब है कि इस हाई सिक्योरिटी सेल यानी श्फांसी घरश् में कभी फांसी देने से पहले दोषियों को एक दिन रखा जाता था। जानकारी के मुताबिक, अब तक यहां 14 लोगों को फांसी दी गई है। लेकिन अब फांसी पर रोक के बाद इस जगह को कम इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, इस बैरक में कुछ अहम बंदियों को रखा जाता है। इस हाई सिक्योरिटी बैरक में माफिया अतीक अहमद के बेटे अली को शिफ्ट किया जाएगा।

आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद का बेटा अली नैनी की सेंट्रल जेल में 30 जुलाई 2022 से बंद है। उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अली की मुलाकात अन्य लोगों से बंद हो चुकी है। बैरक में अली से केवल उसके अधिवक्ता ही मिल सकते हैं। इसी बैरक में अली के पास से 1100 रुपये नगद बरामद हुए, जिसके बाद ये एक्शन लिया गया। बताया जाता है कि यह हाई सिक्योरिटी सेल दूसरी बैरकों से काफी दूर है। इसे फांसी घर वाली बैरक भी कहा जाता है। इसकी सुरक्षा की बात करें तो इसके पूरे रास्ते में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और यहां पर चार सुरक्षाकर्मी और कुछ नंबरदारों की ड्यूटी 24 घंटे रहती है।

Powered by Tomorrow.io

Advertisement

Ad

Related Post

Placeholder