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भाजपा में नियुक्तियों के लिये पर्यवेक्षक बनाए जाएंगे : जिलाध्यक्षों की मीटिंग का सख्त संदेश- गलतफहमी छोड़ दें आप लोग...
भोपाल। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने पार्टी के जिला अध्यक्षों के साथ संवाद में अपना विजन और अपेक्षा साफ कर दी हैं। उन्होंने कहा कि आप लोग यह गलतफहमी बिल्कुल छोड़ दें कि आपको किसी नेता ने अध्यक्ष बनवाया है। आपको ओहदा पार्टी ने दिया है इसलिए कार्यकर्ता को साथ लेकर काम करना होगा। दरअसल बुधवार की देर रात पहली बार ऐसा हुआ कि सभी जिलाध्यक्ष की सीएम हाउस में मीटिंग बुलाई गई। बैठक में तालमेल से काम करने और विभागीय योजनाओं की नियमित समीक्षा और संगठन के सुझावों पर बिना देर अमल करने का कहा गया है।
इस बैठक के बाद सीएम हाउस में ही जिलों के प्रभारी मंत्रियों की उनके प्रभार के जिले के अध्यक्ष, जिला प्रभारी के साथ बैठक कराई गई। खंडेलवाल ने यह भी कहा कि जिस स्तर पर संगठन में जो नियुक्तियां होंगी, उन नियुक्तियों में समन्वय के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। ताकी काम कर रहे निष्ठावान कार्यकर्ताओं को यथायोग्य जिम्मेदारी मिल सके। पार्टी की बैठकों में समय का पालन करें। विधायकों, सांसदों और पदाधिकारियों से समन्वय बनाकर काम करें।
कार्यकर्ताओं की मेहनत से मिली ऐतिहासिक जीत
बैठक में मौजूद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि विधानसभा चुनाव 2023 लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को मध्यप्रदेश में जो ऐतिहासिक विजय प्राप्त हुई है। वह आप सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारियों की मेहनत और संगठन क्षमता से प्राप्त हो सकी है। भाजपा संगठन को और अधिक मजबूत करने और मध्यप्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए भाजपा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जन-जन पहुंचाने में जुटें।
अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे सरकार की योजनाओं का लाभ
भाजपा कार्यकर्ता अपने-अपने जिलों में चलाई जा रही योजनाओं की विभागवार सूची लेकर जनता के बीच जाएं और जिस व्यक्ति को जिस योजना का पात्र पाएं, उसे उसका लाभ दिलाने का प्रयास करें। पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकार की योजनाओं को जिलों में और ग्रामीण अंचल तक बेहतर क्रियान्वयन में भी अपनी भूमिका निभानी चाहिए, ताकि सरकार अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचा सके।
यह बोले थे खंडेलवाल
इससे पहले खंडेलवाल ने साफ कहा था कि नेता पुत्रों के विवादों पर रोक लगना चाहिये। उन्होंने जिलाध्यक्षों को संदेश देते हुए कहा- आप अपने परिवार को आगे बढ़ाने के बजाय पार्टी को आगे बढ़ाने पर ध्यान दें। कहीं ऐसा न हो कि पार्टी की बैठक में आपका बेटा भाषण देकर आ जाए। अपने स्थान पर आपके परिवार का कोई भी सदस्य पार्टी की बैठक में न जाए। हर कार्यक्रम में अपने जिले में निवासरत प्रदेश, जिला और अन्य पदाधिकारियों को सम्मान के साथ आमंत्रित करें। आपके किसी पदाधिकारी से प्रतिस्पर्धा, प्रतिद्वंद्व और मतभेद हो सकते हैं लेकिन, अपने निजी ईगो को पार्टी में हावी न होने दें।
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