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सचिन तेंदुलकर : शुभमन गिल के मुरीद हुए क्रिकेट के भगवान, ऐसे की भूरि-भूरि सराहना
लंदन। भारत रत्न और महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल के मुरीद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि शुभमन गिल ने युवा भारतीय टेस्ट टीम के लिए ‘सामंजस्य बिठाने’ में अच्छा काम किया है और शुरूआती दिनों में नए कप्तान का कौशल और संयम इस भूमिका में बेहतरीन रहा है। बता दें कि गिल ने मौजूदा एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले दो टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ एक दोहरे शतक सहित तीन शतकों की मदद से 585 रन बनाए हैं। दोनों टीमें अभी 1-1 की बराबरी पर हैं।
तेंदुलकर ने एमसीसी संग्रहालय में अपने चित्र के अनावरण के दौरान लॉर्ड्स में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, यह विश्व क्रिकेट के लिए अच्छा है जब खुद को एक मजबूत यूनिट के रूप में संगठित करने की कोशिश कर रही एक युवा टीम एकजुट हो रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि टीम में कौन क्या भूमिका निभाए। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि शुभमन ने चीजों को व्यवस्थित करने और संयमित रहकर अच्छा काम किया है। आप उसे देखिए, वह घबराया हुआ नहीं है। वह शांत है।
युवा खिलाड़ी उनके विशाल अनुभव से सीखने उत्सुक
तेंदुलकर ने आगे कहा, मुझे याद है कि मैच के बाद के एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि वह शांत है। मैच की स्थिति चाहे जो भी हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। तेंदुलकर ने भारतीय क्रिकेट में प्रतिभा की गहराई को स्वीकार किया और कहा कि पांच टेस्ट मैचों के इस दौरे पर आए युवा खिलाड़ी उनके विशाल अनुभव से सीखने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने मैरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के अध्यक्ष मार्क निकोलस के साथ बातचीत के दौरान कहा, भारतीय क्रिकेट बेहतरीन स्थिति में है। हमारे पास कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी बेंच पर बैठे हैं और यह एक अच्छा संकेत है। यह एक अच्छा सिरदर्द है कि आप किसे बाहर रखेंगे? सभी खिलाड़ी प्रतिभाशाली हैं, उनमें कुछ कर दिखाने की भूख है।
गिल के अंदर कुछ करने की भूख
तेंदुलकर ने कहा, पिछले कुछ दिनों में मेरी उनसे मुलाकात हुई है। मैं उनके साथ फोन पर बात कर रहा हूं और यह बातचीत सामान्य है। उनके अंदर कुछ करने की भूख है, उनके अंदर इच्छा है। उन्हें पता है कि लोग उनसे उम्मीदें लगाए बैठे हैं। उन्होंने कहा, यह कुछ ऐसा है जिसका भारत बेसब्री से इंतजार कर रहा है। उन्होंने दूसरे टेस्ट मैच में शानदार वापसी की। पहला टेस्ट मैच काफी करीबी रहा था। मुझे याद है कि मेरे कोच ने मुझसे कहा था, कैच ही मैच जिताते हैं। हमने कई कैच छोड़े। तेंदुलकर ने कहा, लेकिन दूसरे मैच में हमने इस मुश्किल से पार पा लिया।
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