Download App

Latest News

खून से लथपथ चेहरा, नुकीले हथियार : सलमान की मोस्ट अवेटेड मूवी का टीजर रिलीज, दबंग खन के दमदार आवाज से होती है फिल्म की शुरुआतभाजपा शासित राज्यों में बंगाली मजदूरों पर अत्याचार : दीदी ने लगाया गंभीर आरोप, कहा- पीड़ित परिवारों के साथ खड़े होने किया दावाबीएमसी चुनाव : महायुति के बीच सीटों को लेकर बात फाइनल, कदम बोले- विकास के दम पर जीतेंगे इलेक्शनबांग्लादेश आम चुनाव : आतंरिक मतभेदों से जूझ रही एनसीपी, जमात-ए-इस्लामी के साथ सीट बंटवारा बन रहा वजहमप्र: अब यात्री बसों में कंटक्टरों को भी किराया चुकाकर करना होगा सफर : परिवहन विभाग ने मोटर व्हीकल रूल्स में किया बदलाव

मप्र के स्कूलों के हालात चिंताजनक : सिंघार का दावा- 5 हजार सरकारी स्कूल बंद होने की कगार पर, सरकार से पूछा सवाल

सिंघार का दावा- 5 हजार सरकारी स्कूल बंद होने की कगार पर, सरकार से पूछा सवाल
a

admin

Dec 27, 202512:44 PM

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने शनिवार को आरोप लगाया कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब हो गई है। उन्होंने दावा किया कि स्कूलों में बच्चों के दाखिले लगातार कम हो रहे हैं। इस वजह से प्रदेश के लगभग 5 हजार सरकारी स्कूल अब बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैं।

नेता प्रतिपक्ष सिंघार का कहना है कि मध्यप्रदेश के स्कूलों की हालत बेहद चिंताजनक और शर्मनाक है। पिछले सालों के मुकाबले सरकारी स्कूलों में 3.50 लाख कम प्रवेश हुए हैं और 5 हजार से अधिक स्कूल बंद होने की कगार पर हैं।

सिंघार ने किए यह भी बड़े सवाल

उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि बच्चे पढ़ाई क्यों छोड़ रहे हैं? इसकी वजह यह लगती है कि स्कूल दूर होते जा रहे हैं, क्योंकि शिक्षक कम हैं और शिक्षा व्यवस्था लगातार कमजोर की जा रही है। ग्रामीण और जनजातीय इलाकों की चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में एक किलोमीटर की दूरी भी बच्चों के लिए दीवार बन जाती है। गरीब परिवार न रोज का बस के किराए का भार उठा सकते हैं, न अपने बच्चों की सुरक्षा को दांव पर लगा सकते हैं।

पूछा- शिक्षा को सबसे आखिरी प्राथमिकता में क्यों चुना गया

उन्होंने सरकार से सवाल किया कि आखिर क्यों बच्चों को स्कूल से बाहर धकेला जा रहा है? शिक्षा को सबसे आखिरी प्राथमिकता क्यों बना दिया गया है? अगर आज स्कूल बंद होंगे, तो कल सपने, रोजगार और भविष्य भी बंद हो जाएंगे।

बता दें कि कांग्रेस की ओर से लगातार राज्य की विभिन्न समस्याओं के जरिए सरकार को घेरा जा रहा है। कानून-व्यवस्था से लेकर जनजातीय वर्ग की समस्याओं पर कांग्रेस हमलावर है। राज्य की स्कूली शिक्षा को लेकर भी सरकार को घेरा गया है। दूसरी ओर सरकार स्कूली शिक्षा को बेहतर करने और संसाधन मुहैया कराने का दावा करती रही है।

Powered by Tomorrow.io

Advertisement

Ad

Related Post

Placeholder
मप्र के स्कूलों के हालात चिंताजनक : सिंघार का दावा- 5 हजार सरकारी स्कूल बंद होने की कगार पर, सरकार से पूछा सवाल