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भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। दअरसल पूर्व मंत्री और मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को भेजा है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि मैं यह फैसला पूरी तरह से स्वेच्छा से ले रहा हूं। इसके पीछे मेरा मकसद है नए लोगों को मौका देना। हालांकि संगठन ने नायक के त्यागपत्र को अस्वीकार कर दिया है। संगठन महामंत्री संजय कामले द्वारा जारी आदेश में साफ कहा गया है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देश पर मुकेश नायक का त्यागपत्र स्वीकार नहीं किया जा रहा है।
मुकेश नायक का कहना है कि उन्होंने मीडिया विभाग के अध्यक्ष के रूप में अपना दो साल का कार्यकाल पूरी ईमानदारी, निष्ठा और मेहनत के साथ निभाया है। इस दौरान पार्टी की नीतियों और विचारधारा को जनता तक पहुंचाने के लिए उन्होंने पूरी टीम के साथ मिलकर काम किया। उनका मानना है कि संगठन को मजबूत बनाए रखने के लिए समय-समय पर बदलाव जरूरी होते हैं, ताकि नए चेहरे और नई ऊर्जा सामने आ सकें।
पुराने लोगों को खुद आगे बढ़कर नए के लिए बनानी चाहिए जगह
उन्होंने बताया कि हाल ही में हुई प्रबंधन समिति की बैठक में भी उन्होंने इस मुद्दे को उठाया था। बैठक के दौरान उन्होंने कहा था कि पुराने लोगों को खुद आगे बढ़कर नए साथियों के लिए जगह बनानी चाहिए। उसी सोच के तहत उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। अपने इस्तीफे में मुकेश नायक ने लिखा, कल प्रबंध समीति की बैठक में मैंने यह आह्वान किया था कि पुराने लोगों को नए लोगों के लिए स्थान खाली करना चाहिए। मैं स्वेच्छा से अपने पद से इस्तीफा देता हूं। दो वर्ष एक बेहद मेहनती, ईमानदार और सक्षम अध्यक्ष के साथ काम करने का अनुभव अच्छा रहा। मेरी अनन्य शुभकामनाएं।
मीडिया विभाग में मची है उथल-पुथल
पिछले 24 घंटों में मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग में उथल-पुथल मची हुई है। मामला पार्टी प्रवक्ताओं के टैलेंट हंट कार्यक्रम से जुड़ा है। एक ही काम के लिए अलग-अलग पदाधिकारियों द्वारा अलग-अलग कमेटियां और आदेश जारी किए गए, जिससे आपसी तालमेल की कमी साफ दिखी।
पहले संगठन प्रभारी महासचिव संजय कामले ने टैलेंट हंट को लेकर कमेटी बनाई। इसके बाद मीडिया अध्यक्ष मुकेश नायक ने 13 सदस्यीय कमेटी गठित कर प्रदेश को छह क्लस्टर में बांट दिया, लेकिन मीडिया और कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी महासचिव अभय तिवारी ने इस कमेटी को निरस्त कर दिया। इस लेटर वार ने पार्टी के भीतर असमंजस और विवाद को और बढ़ा दिया है।
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