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उज्बेकिस्तान के सिंडारोव बने चेस वर्ल्ड कप चैंपियन : 19 साल की उम्र में रचा इतिहास, नर्व-रैकिंग टाईब्रेक फिनाले में चीन के वेई यी को शिकस्त देकर जीता खिताब

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Author : admin

Published : 27-Nov-2025 01:19 PM

पणजी। उज्बेकिस्तान के जावोखिर सिंडारोव चेस वर्ल्ड कप जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने बुधवार को गोवा में एक नर्व-रैकिंग टाईब्रेक फिनाले में चीन के वेई यी को शिकस्त देकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया। एक ऐसे इवेंट में, जहां नॉकआउट स्टेज से पहले एक के बाद एक फेवरेट टीमें बाहर हो रही थीं, सिंडारोव ने टूर्नामेंट की शुरुआत 16वीं सीड के तौर पर की।

8 दिसंबर 2005 को जन्मे जावोखिर के लिए यह टाइटल जीतना बिल्कुल भी आसान नहीं था। वेई यी और सिंडारोव ने चैंपियनशिप राउंड में पहुंचकर 2026 कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया था। जावोखिर ने दूसरे 15+ 10 रैपिड टाईब्रेक में जीत हासिल करने के बाद चीनी खिलाड़ी को रोमांचक मुकाबले में शिकस्त देकर टाइटल जीता।

28 अक्टूबर को हुई फिडे विश्व की शुरुआत

फिडे विश्व कप 2025 के 11वें संस्करण की शुरुआत 28 अक्टूबर को 206 खिलाड़ियों के साथ हुई थी। सिंडारोव ने सेमीफाइनल में अपने हमवतन नोडिर्बेक याकुब्बोएव को मात देकर फाइनल में जगह बनाई, जबकि वेई यी ने आंद्रेई एसिपेंको को शिकस्त दी थी।

मैच में वेई यी ने पेट्रोव डिफेंस का किया इस्तेमाल

मंगलवार के शुरुआती मैच में वेई यी ने पेट्रोव डिफेंस का इस्तेमाल किया, जिससे सिंडारोव एक बार फिर मुश्किल में पड़ गए। वह सफेद मोहरों के साथ जीतने के मौके ढूंढ रहे थे। वेई की योजना लगभग काम कर गई थी। नतीजा निकालने की कोशिश में, चीनी ग्रैंडमास्टर बिशप-पॉन एंडगेम में चले गए जो थोड़ा फायदेमंद था। हालांकि, सिंडारोव सतर्क रहे। उन्होंने हर छोटी चाल का गहरी कैलकुलेशन के साथ सही बचाव किया। 50 चालों के बाद, जब अंतर बहुत कम था, दोनों ड्रॉ पर सहमत हो गए, जिससे टाईब्रेक शोडाउन का माहौल बन गया।

निर्णायक साबित हुआ सिंदारोव का धैर्य

बुधवार को जब तेजतर्रार खेल शुरू हुए, तो सिंदारोव का धैर्य निर्णायक साबित हुआ। उन्होंने दूसरे 15’+ 10” रैपिड टाईब्रेक में वेई यी को मजबूती और स्पष्ट रणनीति के साथ मात देते हुए अपने करियर का सबसे बड़ा खिताब जीता। इस टाइटल को जीतने पर उन्हें 1,20,000 डॉलर की राशि मिली।

शतरंज की दुनिया में एक एक बड़े बदलाव का संकेत

इस युवा खिलाड़ी की जीत शतरंज की दुनिया में एक बड़े बदलाव का संकेत है। डी. गुकेश की वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत और दिव्या देशमुख की जीत के बाद, सिंडारोव एक साल से भी कम समय में कोई बड़ा वर्ल्ड टाइटल जीतने वाले तीसरे टीनएजर बन गए हैं।

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