Download App

Latest News

एसआईआर: सीएमओ की दो टूक : लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त, सुबह 9 बजे से फील्ड पर तैनात हो जाएं जिम्मेदार-बीएलओविंध्य वाले भी कहेंगे अब दिल्ली दूर नहीं : सीएम ने विमान सेवा का किया शुभारंभ, १५ घंटे का सफर अब दो घंटे में होगा पूरादिल्ली के दिल पर शक्तिशाली धमाका : कार के उड़े परखच्चे, अब तक 10 जिंदगियां खामोश, 50 से अधिक घायल, मुंबई-यूपी को किया गया अलर्टलाइफ सपोर्ट पर बाॅलीवुड के चमकते सितारे धर्मेन्द्र : डाॅक्टरों की सलाह पर कराए गए भर्ती, हालत नाजुकएससी-एसटी गरीब छात्रों के हकों पर डाका डाल रहे माफिया : नाथ ने सरकार पर लगाया गंभीर आरोप, मीडिया रिपोर्ट का दिया हवालामहिला जूनियर हॉकी विश्व कप : हाॅकी इंडिया ने 20 सदस्यीय टीम का किया ऐलान, ज्योति सिंह के हाथों में होगी कमानअब पलायन रुकेगा, अंधेरा छटेगा : नतीजों से पहले से ही खड़गे ने बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने किया दावासेहत के लिए रामबाण है केला और काली मिर्च : हड्डियां और इम्यून सिस्टम भी होंगे मजबूततेजस्वी बोले : बदलाव के मूड में बिहार की जनता, पटना में भाजपा-ईसी पर किया जोरदार प्रहार, पीएम मोदी पर भी साधा निशानालाड़ली बहनों के लिए खुशखबरी : अब हर महीने खाते में आएंगे 1500 रुपए, कैबिनेट ने दी मंजूरी, खंडवा में खुलेगा जिला न्यायालय

बड़ी ख़बर

एसआईआर: सीएमओ की दो टूक : लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त, सुबह 9 बजे से फील्ड पर तैनात हो जाएं जिम्मेदार-बीएलओ

Featured Image

भोपाल। मप्र में एसआईआर को जोरों पर चल रहा है। इतना ही नहीं, एसआईआर की प्रगति को लेकर मप्र के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव कुमार झा हर दिन हाईलेवल मीटिंग कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने सोमवार को संजीव कुमार झा ने उप जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान झा ने जिम्मेदारों से दो टूक शब्दों में कहा कि लापरवालही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एसआईआर का कार्य गंभीरता और प्राथमिकता के साथ करें। बैठक में प्रदेश के सभी जिलों के उप जिला निर्वाचन अधिकारी शामिल हुए।सीएमओ ने कहा कि समस्त सुपरवाईजरर्स, राजस्व निरीक्षक एवं पटवारीगण अपने बीएलओ से बात करें और मैपिंग तथा एन्यूमरेशन फार्म का वितरण कार्य सम्पन्न कराएं। इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही ना की जाए। प्रतिदिन सुबह 9 बजे से स्वयं और समस्त बीएलओ फील्ड पर मौजूद रहे। प्रत्येक बीएलओ के कार्य की दिन में 3 बार समीक्षा करें और प्रगति से अवगत कराएं। स्वयं भी फील्ड में रहें और जहां कार्य की प्रगति कम हो, वहां स्वयं जाकर बीएलओ से कार्य कराएं। झा ने एन्यूमरेशन फार्म वितरण की जानकारी प्राप्त कर कहा कि शत प्रतिशत मतदाताओं तक समय पर फार्म पहुंचाना सुनिश्चित करें। काम की गति बढ़ाएं। निर्वाचन आयोग द्वारा चाही गई जानकारी तत्परता से बीएलओ एप में अपडेट करें। सभी अधिकारी एसआईआर के कार्य को पूरी गंभीरता और पारदर्शिता के साथ करें। बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री रामप्रताप सिंह जादौन, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री संजय श्रीवास्तव, श्री राजेश यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

वायरल न्यूज़

Advertisment

adverstisment

पॉडकास्ट

image

नरक चतुर्दशी विशेष

image

पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 3

image

पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 2

image

पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 1

image

Podcast E124

image

गुप्त नवरात्री पर विशेष

image

पूरी और प्रभु जगन्नाथ पर विशेष

image

आज की बुलेटिन 28 June

image

आज की बुलेटिन 26 June

image

आज की बुलेटिन 24 June

मनोरंजन

लाइफ सपोर्ट पर बाॅलीवुड के चमकते सितारे धर्मेन्द्र : डाॅक्टरों की सलाह पर कराए गए भर्ती, हालत नाजुक

Featured Image

मुंबई। बॉलीवुड के चमकते सितारे धर्मेंद्र इन दिनों अपनी सेहत को लेकर चर्चा में हैं। वह मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती हैं। सूत्रों की मानें तो उनकी हालत गंभीर है और वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। यह खबर सुनकर उनके प्रशंसक और फिल्म जगत के लोग चिंतित हैं। सूत्रों की जानकारी के अनुसार, धर्मेंद्र रुटीन चेकअप के लिए अस्पताल गए थे, लेकिन कुछ जांचों और चिकित्सकों की सलाह के बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। डॉक्टर लगातार उनकी हालत पर नजर बनाए हुए हैं और उनके इलाज के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।धर्मेंद्र की बारे में बात करें तो उनका नाम भारतीय सिनेमा में हमेशा एक चमकते सितारे के रूप में लिया जाता रहा है। छह दशक लंबे अपने फिल्मी करियर में उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्हें 2012 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।धर्मेंद्र ने 1960 में दिल भी तेरा हम भी तेरे से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्में दीं, जिनमें फूल और पत्थर, सीता और गीता, शोले, धर्मवीर, आंखें, राजा जानी, गुलामी, प्रतिज्ञा, नया जमाना, द बर्निंग ट्रेन, और यादों की बारातश् जैसी फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों ने उन्हें न केवल एक हीरो के रूप में स्थापित किया, बल्कि दर्शकों के दिल में भी अमिट छाप छोड़ी।1990 के बाद उन्होंने लीड रोल के बजाय साइड रोल निभाए, जैसे प्यार किया तो डरना क्या, अपने, यमला पगला दीवाना, और 2024 में रिलीज हुई फिल्म श्तेरी बातों में ऐसा उलझा जियाश् इसके परफेक्ट उदाहरण हैं।वह अब मैडॉक फिल्म्स की फिल्म श्इक्कीसश् के जरिए एक बार फिर बड़े पर्दे पर नजर आने वाले हैं। धर्मेंद्र न केवल फिल्मों बल्कि अपने सादगी भरे व्यक्तित्व और हंसमुख स्वभाव के लिए भी जाने जाते हैं। अस्पताल में भर्ती होने की खबर के बाद फैंस उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।

बिज़नेस

सेबी का अहम कदम : म्यूचुअल फंड्स में बड़े बदलाव करने का दिया प्रस्ताव, ब्रोकरेज की लागत कम करना

Featured Image

मुंबई। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने देश से मैनेज किए जाने वाले म्यूचुअल फंड्स में बड़े बदलाव करने का प्रस्ताव दिया है। इनका उद्देश्य ब्रोकरेज की लागत कम करना, फीस डिस्क्लोजर को स्पष्ट करना और निवेशकों से शुल्क लेने के तरीके को सरल बनाना है। 1996 के म्यूचुअल फंड रेगुलेशंस की समीक्षा करने वाले एक नए कंसल्टेशन पेपर में, सेबी ने एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (एएमसी) के लिए लागत संरचनाओं को कड़ा करने का सुझाव दिया है जिससे अधिक लाभ सीधे निवेशकों तक पहुंच सके। सबसे बड़े प्रस्तावों में से एक ब्रोकरेज और लेनदेन लागत में भारी कटौती है जिससे म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करना सस्ता हो जाएगा।सेबी ने यह भी दिया सुझावसेबी ने कैश मार्केट में होने वाले कारोबार के लिए ब्रोकरेज की सीमा को मौजूदा 12 आधार अंकों से घटाकर केवल 2 आधार अंकों (बीपीएस) पर रखने का सुझाव दिया है। डेरिवेटिव्स के लिए, यह सीमा 5 आधार अंकों से घटाकर केवल 1 आधार अंक कर दी जाएगी। सेबी का एक अन्य बड़ा कदम अतिरिक्त 5 आधार अंक के खर्चे को हटाना है जिसे एएमसी को 2018 से अपने कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) पर वसूलने की अनुमति दी गई थी।टीईआर स्लैल में 5 बीपीएस की वृद्धि का दिया प्रस्तावइस बदलाव को संतुलित करने के लिए, सेबी ने ओपन-एंडेड सक्रिय स्कीमों के लिए बेस टोटल एक्सपेंस रेश्यो (टीईआर) स्लैब में 5 बीपीएस की वृद्धि का प्रस्ताव दिया है। एक्सपेंस डिस्क्लोजर को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए, सेबी ने सुझाव दिया है कि टैक्स और सरकारी शुल्कों, जैसे सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (एसटीटी), गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) और स्टांप शुल्क, को म्यूचुअल फंड एक्सपेंस रेश्यो में शामिल नहीं किया जाना चाहिए।सेबी ने टीईआर फ्रेमवर्क शुरू करने का भी दिया प्रस्तावइसके बजाय, इन्हें अलग से दिखाया जाएगा और सीधे निवेशकों से वसूला जाना चाहिए। इसका मतलब है कि अब टीईआर केवल वही दर्शाएगा जो फंड मैनेजर निवेशकों के एसेट मैनेजमेंट के लिए लेते हैं, जबकि टैक्स को एक अलग लागत के रूप में दिखाया जाएगा। सेबी ने एक वैकल्पिक प्रदर्शन-आधारित टीईआर फ्रेमवर्क शुरू करने का भी प्रस्ताव दिया है। इससे एएमसी अपने फंड के प्रदर्शन के आधार पर अधिक या कम शुल्क ले सकेंगे।

Youtube

Video thumbnail
Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 NEWS LIVE : Latest Update | Breaking News | Hindi News | Live Updates |

Tv27 NEWS LIVE : Latest Update | Breaking News | Hindi News | Live Updates |

Tv27 NEWS LIVE : Latest Update | Breaking News | Hindi News | Live Updates |

Tv27 NEWS LIVE : Latest Update | Breaking News | Hindi News | Live Updates |

खेल

गुजारा भत्ता बढाने का मामला : हसीन जहां की याचिका पर शीर्ष अदालत ने शमी को थमाया नोटिस, जवाब देने 4 हफ्ते का मिला समय

Featured Image

नई दिल्ली। क्रिकेटर मोहम्मद शमी से अलग रह रहीं पत्नी हसीन जहां की गुजारा भत्ता बढाने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार और क्रिकेटर मोहम्मद शमी को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने इस मामले पर चार हफ्तों में जवाब मांगा है। अगली सुनवाई चार हफ्तों के बाद होगी। कलकत्ता हाईकोर्ट ने प्रति महीने हसीन जहां को डेढ़ लाख रुपए और बेटी के लिए ढाई लाख रुपए गुजारा भत्ता दिए जाने का आदेश दिया था, जिसके बाद हसीन जहां ने क्रिकेटर शमी से मिल रहे गुजारा भत्ते को बढ़ाने की मांग करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्टमें चुनौती दी।हसीन ने शमी पर दर्ज कराया था घरेलू हिंसा का कामलासुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान टिप्पणी करते हुए कहा कि हाईकोर्ट ने जो गुजारा भत्ता तय किया है वो उचित ही लगता है। मोहम्मद शमी ने साल 2014 में हसीन जहां के साथ निकाह किया था। करीब 4 साल बाद साल 2018 में हसीन जहां ने शमी पर घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया, जिसके बाद से दोनों अलग हो गए। इसके बाद इंस्टाग्राम पोस्ट में हसीन जहां ने शमी को चरित्रहीन, लालची और मतलबी कहा था।निजी जिंदगी को लेकर शो में यह बोले थे शमीएक शो के दौरान मोहम्मद शमी ने अपनी निजी जिंदगी को लेकर कहा था कि कोई भी अपने घर में झगड़ा नहीं चाहता, खासकर तब, जब अपने देश की सेवा कर रहा हो। शमी ने स्पष्ट तौर पर कहाथा कि बीते वर्षों में उन पर जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं, वह कुछ अपराधियों पर लगने वाले आरोपों से कहीं ज्यादा हैं।

लाइफस्टाइल

सेहत के लिए रामबाण है केला और काली मिर्च : हड्डियां और इम्यून सिस्टम भी होंगे मजबूत

Featured Image

नई दिल्ली। बात जब भी सेहत की आती है, तो फलों में केले और मसालों में काली मिर्च का जिक्र जरूर होता है। दोनों का मेल शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है और दिमाग को तेज करता है। सुबह खाली पेट या खाने के बाद केले के साथ चुटकी भर काली मिर्च पाउडर लेने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, केला फाइबर, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है, जबकि काली मिर्च में पाइपेरिन नामक तत्व मौजूद होता है, जो शरीर में पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से सोखने में मदद करता है। जब दोनों साथ खाए जाते हैं, तो यह पाचन को सक्रिय करता है और कब्ज या पेट फूलने जैसी आम समस्याओं से राहत दिलाता है। केले और काली मिर्च का मिश्रण स्वाद के साथ-साथ सेहत भी देता है।केले में प्राकृतिक शुगर जैसे ग्लूकोज और फ्रुक्टोज की भरपूर मात्रा होती है, जिससे शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है। काली मिर्च इस ऊर्जा का तेजी से शरीर में संचार करने में मदद करती है। यही कारण है कि कई फिटनेस लवर्स इसे वर्कआउट से पहले एक हल्के एनर्जी बूस्टर के रूप में लेते हैं। यह लंबे समय तक थकान को दूर रखता है और शरीर को एक्टिव बनाए रखता है।वजन नियंत्रित रखने में भी केले और काली मिर्च की जोड़ी मददगार होती है। केला पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे ज्यादा खाने की इच्छा कम होती है। वहीं, काली मिर्च शरीर में थर्मोजेनेसिस यानी गर्मी पैदा करने की प्रक्रिया को बढ़ाती है, जिससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है और कैलोरी तेजी से बर्न होती हैं। यह बिना किसी साइड इफेक्ट के वजन घटाने में मदद कर सकता है।हड्डियों की मजबूती की बात करें तो केला मैग्नीशियम और पोटैशियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। काली मिर्च में मौजूद मैंगनीज बोन डेंसिटी को बढ़ाने में सहायक होता है। दोनों का मेल शरीर को जरूरी मिनरल्स देता है, जिससे उम्र बढ़ने के साथ भी हड्डियों की ताकत बरकरार रहती है।मानसिक स्वास्थ्य पर भी इस कॉम्बिनेशन का अच्छा असर होता है। केले में मौजूद श्ट्रिप्टोफैनश् नामक अमीनो एसिड शरीर में जाकर श्सेरोटोनिनश् में बदल जाता है, जो दिमाग को शांत करता है। दूसरी ओर, काली मिर्च इन पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित होने में मदद करती है, जिससे तनाव और चिड़चिड़ापन कम होता है।इसके अलावा, इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में भी केला और काली मिर्च असरदार हैं। केला विटामिन सी और बी6 से भरपूर होता है, जबकि काली मिर्च में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। यह मिश्रण सर्दी-जुकाम जैसी मौसमी बीमारियों से रक्षा करता है और शरीर की अंदरूनी शक्ति को बढ़ाता है।

राजनीती

एससी-एसटी गरीब छात्रों के हकों पर डाका डाल रहे माफिया : नाथ ने सरकार पर लगाया गंभीर आरोप, मीडिया रिपोर्ट का दिया हवाला

Featured Image

भोपाल। कांग्रेस के सीनियर नेता और मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कमलनाथ ने अनुसूचित जाति और जनजाति के बच्चों का हक दलाल और माफियाओं की जेब में जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में अनुसूचित जाति और जनजाति (एससी-एसटी) के गरीब छात्रों को मिलने वाला स्कॉलरशिप का पैसा शिक्षा माफिया, प्राइवेट कॉलेज प्रबंधन और दलालों के एक संगठित रैकेट की जेब में जा रहा है। यह एक ऐसा महाघोटाला है, जिसमें छात्रों को मुफ्त डिग्री का सपना दिखाकर उनके भविष्य और सरकारी खजाने, दोनों पर एक साथ डाका डाला जा रहा है। पूर्व सीएम ने मीडिया रिपोर्ट का भी दिया हवालापूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि ये निजी कॉलेज अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों के बैंक अकाउंट , एटीएम आदि अपने पास रखते हैं और जैसे ही स्कॉलरशिप का पैसा उनके खाते में आता है, उसे ये प्राइवेट कॉलेज निकाल लेते हैं। अजा-जजा पर अत्याचार का भी लगाया आरोपराज्य में अनुसूचित जाति और जनजाति पर हो रहे अत्याचार का आरोप लगाते हुए कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश पहले एससी और एसटी समुदाय पर अत्याचार के मामले में बदनाम है और अब यह खुलासा होना कि एससी और एसटी के छात्रों की स्कॉलरशिप भी हड़प ली जा रही है, यह बताता है कि भाजपा के राज में दलितों और आदिवासियों का जीना मुहाल हो गया है। नाथ ने सरकार से की पूरे मामले की जांच कराने की मांगपूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य सरकार से मांग की है कि तत्काल इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कराए और दलित और आदिवासी छात्रों की छात्रवृत्ति लूटने वाले गैंग का पर्दाफाश कर कानूनी कार्रवाई करे। राज्य में कांग्रेस लगातार सरकार पर अनुसूचित जाति व जनजाति के अलावा महिलाओं के साथ हो रही ज्यादती की वारदातों को लेकर लगातार हमलावर है। उसी क्रम में अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार को घेरा है। उन्होंने इस वर्ग के छात्रों को सरकार की ओर से दिया जाने वाला लाभ न मिलने का आरोप लगाया, साथ ही दलाल व माफियाओं के सक्रिय होने का भी आरोप लगाया गया है।

Advertisment

adverstisment
Placeholder