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आरएसएस चीफ ने संघ को बताया विश्व का अनोखा संगठन : बेंगलुरू में बोले- भारत समेत कई देशों में कर रहा समाजसेवी कार्यपीएफआई-एसडीपीआई की 67.03 करोड़ की संपत्तियां कुर्क : ईडी का बड़ा एक्शन, इनके नाम पर दर्ज थीं सभी प्रापर्टीराहुल के मप्र दौरे पर सीएम का जोरदार हमला : चुनावी सभा में मोहन बोले- इंडी की हार सुनिश्चित, इसलिए घूम रहे पचमढ़ी की वादियों मेंतीन युवकों ने 14 साल की युवती से किया सामूहिक दुष्कर्म : मऊगंज में गैंगरेप का शर्मनाक मामलाः स्कूल में मिली बेसुध, स्वास्थ्य विभाग ने भी नहीं दिखाई मानवीयतापहले चरण में लालू-राहुल का सूपड़ा हुआ साफ : शाह की हुंकार- बिहार में 160 से ज्यादा सीटें जीतकर एनडीए बनाएगा सरकारएसआईआर को लेकर मप्र में सियासी घमासानः : मप्र कांग्रेस के दिग्गजों ने सरकार को लिया निशाने पर, दिग्गी ने लगाए गंभीर आरोप, जीतू भी बोलेबिहार के शिक्षित युवाओं को नहीं मिल रहा रोजगार : एनडीए पर प्रियंका का हमला, पीएम और छोटे दलों पर भी किया वारप्रेग्नेंसी में महिलाओं के लिए वरदान से कम नहीं ये आसन : कई समस्याओं से दिलाता है निजात अनुपम खेर के वीडियो ने जीता फैंस का दिल : दुलारी देवी पर लगा यह गंभीर का इल्जाम, अभिनेता की मां ने दिया बेगुनाही का सबूतसंसद का शीत सत्र 1 दिसंबर से : राष्ट्रपति ने दी मंजूरी, 19 दिनों तक होंगे जतना के हित में काम, इन मुद्दों को लेकर विपक्ष फिर कर सकता है हंगामा

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आरएसएस चीफ ने संघ को बताया विश्व का अनोखा संगठन : बेंगलुरू में बोले- भारत समेत कई देशों में कर रहा समाजसेवी कार्य

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बेंगलुरु। आरएसएस चीफ डॉ. मोहन भागवत ने संघ को विश्व का सबसे अनोखा संगठन बताया है। साथ ही दावा किया आज संघ भारत समेत कई देशों में समाजसेवी कार्य कर रहा है। संघ प्रमुख ने यह बड़ी बात बेंगलुरु में आरएसएस के100 वर्ष पूरे होने आयोजित दो दिवसीय व्याख्यानमाला को संबोधित करते कही। विश्व संवाद केंद्र कर्नाटक द्वारा आयोजित इस सत्र में संघ के विकास और अपनी शताब्दी वर्ष की ओर बढ़ते भविष्य की दिशा के बारे में जानकारी दी गई।डॉ. भागवत ने कहा कि आरएसएस के समर्थन या विरोध में आपकी जो भी राय हो, वह तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए, धारणा पर नहीं, इसलिए जब हमने अपने सौ वर्ष पूरे किए तो सोचा गया कि देश में चार जगहों (दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई, कलकत्ता) पर ऐसी व्याख्यान श्रृंखला आयोजित की जाए। इसी जरूरत को देखते हुए संघ की कल्पना की गई और संघ को लागू किया गया। हमारे पास आक्रमणों का एक लंबा इतिहास रहा है और युद्ध के माध्यम से स्वतंत्रता प्राप्त करने का अंतिम प्रयास 1857 में हुआ था। यह एक अखिल भारतीय प्रयास था।डॉ. मोहन भागवत ने कहा, कुछ लोगों ने कहा कि यह समय की बात है, इस लड़ाई में हम असफल रहे, हमें फिर से लड़ना होगा। हमें युद्ध जारी रखना होगा। हम इस लड़ाई में असफल रहे, हमें तैयारी करनी होगी और फिर से लड़ना होगा। यह सिलसिला 1945 तक चलता रहा और सुभाष बाबू कथित तौर पर विमान में लगी आग की दुर्घटना में मारे गए। दो साल में हमें आजादी मिल गई।उन्होंने कहा, सबसे पहले हमें संघ के बारे में जानना चाहिए। संघ के कई शुभचिंतक भी संघ को किसी विशेष परिस्थिति की प्रतिक्रिया बताते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। संघ का जन्म प्रतिक्रिया या विरोध से नहीं हुआ है। संघ हर समाज की एक अनिवार्य आवश्यकता को पूरा करने के लिए है। डॉ. मोहन भागवत ने कहा, भारत तभी विश्व गुरु बनेगा जब वह दुनिया को यही अपनेपन का सिद्धांत सिखाएगा। हमारी परंपरा ब्रह्म या ईश्वर कहती है, उसे आज विज्ञान यूनिवर्सल कॉन्शसनेस कहता है।

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अनुपम खेर के वीडियो ने जीता फैंस का दिल : दुलारी देवी पर लगा यह गंभीर का इल्जाम, अभिनेता की मां ने दिया बेगुनाही का सबूत

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नई दिल्ली। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर और उनकी मां दुलारी देवी के बीच नोकझोंक वाले वीडियो उनके फैंस को बहुत पसंद आते हैं। दुलारी देवी की सोशल मीडिया पर अपनी फैन फॉलोइंग है और यूजर्स उनकी बातों को सुनना बहुत पसंद करते हैं। अब अनुपम खेर ने दिवाली के समय का वीडियो पोस्ट कर फैंस का दिल जीत लिया। अनुपम खेर ने एक्स पर अपनी मां दुलारी देवी के साथ एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें दोनों मां-बेटे दिवाली पर दिए जाने वाले गिफ्ट्स का आदान-प्रदान कर रहे हैं। वीडियो में दुलारी देवी एक पैकेट लेकर आती हैं, जिसमें अनुपम के लिए कपड़े हैं। एक्टर भी अपनी मां को सूट और कुछ पैसे गिफ्ट करते हैं। वे अपने भाई राजू और उनकी पत्नी को भी पैसे गिफ्ट के तौर पर देते हैं, लेकिन दुलारी देवी वीडियो में पैसे दिखाने से मना करती हैं।उनका कहना है कि ऐसा करने से नजर लग जाएगी, लेकिन फिर राजू की वजह से वे नाराज हो जाती हैं क्योंकि उन पर एक डिब्बा पूरा पतीसा खाने का इल्जाम लगता है। वीडियो में दुलारी देवी पूरा मिठाई का डिब्बा लेकर आती हैं और बताती हैं कि राजू आते-जाते वक्त मिठाई खा लेता है और उन्होंने पूरा डिब्बा साफ नहीं किया है।अनुपम ने प्यारी सी वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा, ष्मां, दिवाली गिफ्ट्स और मां की डांट। वीडियो दिवाली वाले दिन का है, मां ने टीशर्ट्स दी, मैंने कपड़े और कुछ कैश दिया जिसे मां ने दिखाने से साफ मना कर दिया। उनका मानना है कि कहीं नजर न लग जाए। उन्होंने आगे लिखा, पतीसा सिर्फ मां ने नहीं, घर के बाकी सदस्यों ने भी खाया था, इसका सबूत मां ने जल्दी से डिब्बा दिखा के दिया। वैसे आजकल निक्कर वाले भाई साहब फुल पैंट पहनने लगे हैं।इससे पहले अनुपम खेर ने अपनी फिल्म तन्वी द ग्रेट को लेकर फैंस के साथ खुशखबरी शेयर की थी। उन्होंने बताया कि 56वें ​​भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में फिल्म तन्वी द ग्रेट भारतीय पैनोरमा श्रेणी के लिए चुनी गई है। बता दें कि ये फिल्म एक्टर के दिल के बहुत करीब है, क्योंकि फिल्म में रोल करने के अलावा उन्होंने फिल्म को डायरेक्ट भी किया है।

बिज़नेस

अनिल अंबानी पर बड़ा एक्शन : ED ने 3,000 करोड़ से अधिक की सपंत्ति की अटैच, इसमें आफिस-घर सब कुछ शामिल, जानें क्या है मामला

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मुंबई। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अनिल अंबानी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के राडार पर है। यही नहीं ईडी लगातार उनकी मुश्किलें भी बढ़ाती जा रही है। इसी क्रम में ईडी ने पब्लिक फंड की कथित हेराफेरी और मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर रिलायंस अनिल अंबानी समूह की कंपनियों से जुड़ी लगभग 3,084 करोड़ रुपए की संपत्तियों को जब्त कर लिया है। इन संपत्तियों में मुंबई के पाली हिल में मौजूद घर, नई दिल्ली में रिलायंस सेंटर और दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, मुंबई, पुणे, ठाणे, हैदराबाद, चेन्नई (कांचीपुरम सहित) और पूर्वी गोदावरी में कई संपत्तियां शामिल हैं। केंद्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के बैंक फंड की कथित हेराफेरी के मामले में की है।30 अक्टूबर को जारी किया गया था संपत्तियों को जब्त करने का आदेशसूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि दिल्ली के होटल रणजीत में स्थित रिलायंस सेंटर (जो अंबानी का ऑफिस है) उन कई संपत्तियों में से एक है जिसे ईडी ने जब्त किया है। यह महाराजा रणजीत सिंह मार्ग पर है और रामलीला मैदान व रणजीत सिंह फ्लाईओवर के बीच तीन एकड़ से ज्यादा में फैला है। इन संपत्तियों को जब्त करने का आदेश धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 5(1) के तहत 31 अक्टूबर, 2025 को जारी किया गया था। इससे संबंधित है मामलायह मामला रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (आरएचएफएल) और रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (आरसीएफएल) द्वारा जुटाए गए बैंकिंग लोन के हेरफेर और लॉन्ड्रिंग से संबंधित है। 2017-19 के दौरान, यस बैंक ने आरएचएफएल इंस्ट्रूमेंट्स में 2,965 करोड़ रुपए और आरसीएफएल इंस्ट्रूमेंट्स में 2,045 करोड़ रुपए का निवेश किया। दिसंबर 2019 तक ये इन्वेस्टमेंट नॉन-परफॉर्मिंग (एनपीए) बन गए थे, जिसमें आरएचएफएल पर 1,353.50 करोड़ रुपए और आरसीएफएल पर 1,984 करोड़ रुपए बकाया थे।ईडी की जांच में हुई यह खुलासेईडी की जांच में पता चला कि सेबी के म्यूचुअल फंड कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट फ्रेमवर्क के कारण पहले के रिलायंस निप्पॉन म्यूचुअल फंड द्वारा अनिल अंबानी ग्रुप की फाइनेंशियल कंपनियों में सीधा इन्वेस्टमेंट कानूनी तौर पर संभव नहीं था। इन गाइडलाइंस का उल्लंघन करते हुए, आम जनता द्वारा म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट किया गया पैसा यस बैंक के एक्सपोजर के जरिए इनडायरेक्टली रूट किया गया, जो आखिरकार अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनियों के पास पहुंचा।ईडी ने इन कंपनियों के खिलाफ भी जांच की तेजजांच में यह भी पता चला कि फंड यस बैंक के आरएचएफएल और आरसीएफएल के एक्सपोजर के जरिए इनडायरेक्टली रूट किए गए थे, जबकि आरएचएफएल औरआरसीएफएल ने रिलायंस अनिल अंबानी ग्रुप से जुड़ी संस्थाओं को लोन दिए थे। इस बीच, ईडी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड (आरकॉम) और संबंधित कंपनियों के लोन फ्रॉड स्कैम में भी जांच तेज कर दी है।इन्वेस्टिगेटिव न्यूज ने भी लगाया बड़ा आरोपपिछले हफ्ते, इन्वेस्टिगेटिव न्यूज वेबसाइट कोबरापोस्ट ने आरोप लगाया था कि रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप ने एक बड़ा बैंकिंग फ्रॉड किया है और इसमें 2006 से अब कर 28,874 करोड़ रुपए से अधिक की राशि का हेरफेर किया गया है। रिलायंस ग्रुप ने कोबरापोस्ट की रिपोर्ट को ष्एक दुर्भावनापूर्ण, आधारहीन और मकसद से चलाया गया अभियान बताकर खारिज कर दिया था।

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खेल

दो दिग्गज क्रिकेटरों पर बड़ी कार्रवाई : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने अटैच की 11.14 करोड़ की प्रॉपर्टी, जानें क्या है पूरा मामला

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नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन पर बड़ा एक्शन लिया है। ईडी ने सट्टेबाजी से जुड़े केस दोनों दिग्गज क्रिकेटरों की 11.14 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क कर ली है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने आॅनलाइन सट्टेबाजी साइट वनएक्सबेट के खिलाफ मामले में धवन की 4.5 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और रैना के 6.64 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड को कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया है। ईडी की जांच में पता चला कि दोनों पूर्व क्रिकेटर्स ने जानबूझकर विदेशी संस्थाओं के साथ वनएक्सबेट और उसके सरोगेट्स के प्रचार के लिए विज्ञापन समझौते किए थे।एजेंसी ने किया एक और बड़ा खुलासाइसके साथ ही एजेंसी ने 1 हजार करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले का खुलासा किया है। इसमें 6,000 से ज्यादा म्यूचुअल खाते और कई असत्यापित भुगतान गेटवे शामिल हैं। ईडी ने अब तक 4 करोड़ रुपए से ज्यादा की धनराशि और 60 बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं। फिलहाल आगे की जांच जारी है।ईडी के अनुसार, दोनों खिलाड़ियों ने वनएक्सबेट और उससे जुड़े सरोगेट ब्रांड्स का जानबूझकर प्रचार किया। इससे भारत में अवैध सट्टेबाजी को बढ़ावा मिला है। इसके साथ ही खिलाड़ियों ने विदेशी कंपनियों के साथ प्रचार अनुबंध किए और उनका भुगतान विदेशी माध्यमों की मदद से लेयर ट्रांजैक्शन के जरिए कराया। अवैध फंड्स की असल पहचान भी छिपाई गई।मामले में कई राज्यों की पुलिस ने दर्ज की थी एफआईआरउल्लेखनीय है कि इस पूरी जांच में कई राज्यों की पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर में कंपनियों पर धोखाधड़ी, आॅनलाइन सट्टेबाजी, अवैध वित्तीय लेनदेन के आरोप लगे थे। इन्हीं आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करते हुए जांच शुरू की थी, जिसमें विदेशी अकाउंट से जुड़ी फाइलें और हवाला नेटवर्क के दस्तावेज भी मिले थे।वनएक्सबेट ने स्पोर्ट्स प्रमोशन कॉन्ट्रैक्ट्स के जरिए भारत में खेल प्रेमियों तक अपनी पहुंच बनाई। अपनी ऐप के प्रमोशन के लिए इसने सेलिब्रिटीज और इन्फ्लुएंसर्स को पैसा देकर प्रचार करवाया।

लाइफस्टाइल

सौ समस्याओं का समाधान : आयुर्वेद के इन पांच सिद्धांतों को अपनाकर जीवनशैली को करें संतुलित

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नई दिल्ली। आज की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में तनाव, अनिद्रा समेत कई बीमारियों का बिन बुलाए मेहमान की तरह आना बेहद आम सी बात बन चुकी है। हालांकि, कुछ बातों का ध्यान रखकर इन समस्याओं को छूमंतर किया जा सकता है। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने बेहतरीन स्वास्थ्य का संपूर्ण और सरल तरीका बताया है। मंत्रालय के अनुसार, आयुर्वेद संतुलित जीवनशैली और समग्र कल्याण को बढ़ावा देता है। दिनचर्या, ऋतुचर्या, आहार, सद्वृत्त और योग जैसे प्रमुख सिद्धांतों को जीवन में शामिल करके कोई भी व्यक्ति स्वस्थ, ऊर्जावान और रोग मुक्त रह सकता है। यह प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर जोर देती है, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आता है।मंत्रालय का कहना है कि ये सिद्धांत अपनाने से एक नहीं अनेक फायदे मिलते हैं। आयुर्वेद न केवल रोग निवारण करता है, बल्कि जीवन को खुशहाल बनाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, शहरों में बढ़ते तनाव और प्रदूषण के बीच ये तरीके विशेष रूप से उपयोगी हैं।आयुष मंत्रालय के दिशानिर्देशों में इन सिद्धांतों को आसानी से अपनाने की सलाह दी गई है। इसमें पहले नंबर पर आता है दिनचर्या, यह दैनिक रूटीन का सिद्धांत है। सुबह जल्दी उठना, व्यायाम करना, स्नान और समय पर भोजन-सोना शामिल है। इससे शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक संतुलित रहती है और ऊर्जा बनी रहती है।मंत्रालय ऋतुचर्या यानी मौसम के अनुसार जीवनशैली बदलने की सलाह देता है। गर्मियों में ठंडी चीजें, सर्दियों में गर्म और पौष्टिक आहार लेना। इससे मौसमी बीमारियां दूर रहती हैं और शरीर अनुकूलित होता है। मंत्रालय उचित आहार ग्रहण करने पर जोर देता है। इसके लिए संतुलित और सात्विक भोजन, ताजा फल, सब्जियां, अनाज इस्तेमाल करने चाहिए। पाचन के अनुसार भोजन चुनें, जैसे वात दोष वाले हल्का गर्म भोजन। इससे पोषण मिलता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।मंत्रालय सद्वृत्त के बारे में जानकारी देता है। इसके अंतर्गत नैतिक और मानसिक व्यवहार का पालन, सत्य बोलना, क्रोध नियंत्रित करना, दया और संयम रखना शामिल है। यह मन को शांत रखता है और तनाव से मुक्ति देता है।मंत्रालय सौ समस्याओं का समाधान योग को बताता है। आसन, प्राणायाम और ध्यान। रोजाना अभ्यास से लचीलापन, श्वास पर नियंत्रण और मानसिक स्पष्टता आती है। यह शरीर को मजबूत बनाता है और ऊर्जा का प्रवाह सुचारू करता है।

राजनीती

संसद का शीत सत्र 1 दिसंबर से : राष्ट्रपति ने दी मंजूरी, 19 दिनों तक होंगे जतना के हित में काम, इन मुद्दों को लेकर विपक्ष फिर कर सकता है हंगामा

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नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र की डेट फाइनल हो गई है। सत्र इस बार 1 दिसंबर से शुरू होगा और 19 दिसंबर तक चलेगा। इसकी जानकारी खुद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए दी। जानकारों की मानें तो संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहने वाला है। विशेष पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) के दूसरे चरण, वोट चोरी, समेत कई मुद्दों को लेकर विपक्षी दल हंगामा कर सकता है।संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू ने कहा कि शीतकालीन सत्र रचनात्मक और सार्थक होने की आशा है, जो हमारे लोकतंत्र को मजबूत करेगा और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा। उन्होंने एक्स पर लिखा- भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 1 दिसंबर 2025 से 19 दिसंबर 2025 तक संसद का शीतकालीन सत्र बुलाने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है (संसदीय कार्य की अनिवार्यताओं के अधीन)। एक रचनात्मक और सार्थक सत्र की आशा है जो हमारे लोकतंत्र को मजबूत करे और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करे।विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया था मानसून सत्रज्ञात हो कि संसद का मॉनसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया था। मानसून सत्र में लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही काफी बाधित रही थी। इंडी गठबंधन के नेताओं ने एसआईआर के मुद्दों को लेकर हंगामा किया था। मानसून सत्र में चर्चा के लिए कुल 120 घंटे का समय निर्धारित था, लेकिन हंगामे की वजह से लोकसभा में महज 37 घंटे ही चर्चा हुई थी। ऐसे में एक बार फिर विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे को लेकर केंद्र को घेर सकती हैं।वहीं, राज्यसभा में केवल 38.88 फीसदी कामकाज हो सका था। मानसून सत्र में अधिक समय नारेबाजी और हंगामे की भेंट चढ़ गया था। राज्यसभा में मानसून सत्र की कुल कार्यवाही 41 घंटे 15 मिनट चली थी। इस अवधि की उत्पादकता केवल 38.88 प्रतिशत रही थी।

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