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सीएम ने देखी ‘चलो जीते हैं’ मूवी : पीएम मोदी के बचपन से है प्रेरित , मोहन ने मुक्त कंठ से की फिल्म की सराहना

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार की रात चलो जीते हैं फिल्म देखी। यह मूवी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बचपन से प्रेरित है। फिल्म में बड़े स्टार कलाकार नहीं हैं बल्कि ज्यादातर नए कलाकारों ने काम किया है। इस फिल्म में बालक नरेन्द्र (नन्हें मोदी) की मुख्य भूमिका में समर्थ शुकला, नरेन्द्र के मित्र के रूप में राहुल पटेल, बाल कलाकार आरोही राय और आदित्य शामिल हैं। यह फिल्म मुख्यत: बाल नरेन्द्र मोदी के विचारों और समाजसेवा की सोच पर केंद्रित है। सीएम ने फिल्म की सराहना की है।सीएम ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पीएम मोदी के बाल्यकाल की परिस्थितियों पर एक आदर्श फिल्म है, जो अतीत से वर्तमान में लाकर छोड़ती है। आधे घंटे की अवधि में फिल्म कथा सार को समेटना एक अद्भुत प्रयोग है। उन्होंने मुक्त कंठ से फिल्म की सराहना की। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, विधायक रामेश्वर शर्मा, भगवानदास सबनानी, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस तथा बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे।24 सितंबर तक पूरे प्रदेश में रिलीज होगी फिल्ममुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पीएम मोदी की जन्म दिवस के अवसर पर 18 से 24 सितंबर तक पूरे प्रदेश में फिल्म चलो जीते हैं का प्रदर्शन किया जा रहा है। पीएम के बाल्यकाल और जीवन पर केंद्रित फिल्म के सेवा पखवाड़े के अंतर्गत संगठन द्वारा प्रदेश भर में प्रदर्शन की पहल सराहनीय है। उन्होंने फिल्म देखने के बाद कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 17 सितंबर को मध्यप्रदेश के जनजाति बहुल धार जिले में अपना 75वां जन्मदिवस मनाया। राष्ट्र नायक श्री मोदी का गौरव पक्ष और शालीन पक्ष इस फिल्म में देखने को मिलता है। चलो जीते हैं फिल्म में श्री मोदी ने ध्येय वाक्य चलो जीते हैं को लेकर कठिनाइयों के बीच जीते हुए अपने जन्म और जीवन को सिद्ध किया।फिल्म निर्माण में यह नया प्रयोगसीएम ने कहा कि आज के समय में नई तकनीक और बड़े खर्चे से फिल्में बनती हैं, लेकिन इस शॉर्ट फिल्म में सीमित साधनों के उपयोग से अल्प अवधि में बिना मध्यांतर की फिल्म बनाकर फिल्म का मूल कथा पक्ष दृढ़ इच्छा शक्ति का फिल्मांकन बखूबी किया गया है। इस नाते फिल्म निर्माण में यह नया प्रयोग भी है। फिल्म अतीत का वर्तमान से तादात्म्य मिलाकर मोदी जी के पूरे जीवन पर प्रकाश डालती है। इसके लिए फिल्म निमार्ता बधाई के पात्र हैं। इस शॉर्ट फिल्म को सभी नागरिकों को देखना चाहिए।फिल्म बॉलीवुड स्टार्स वाली कमर्शियल मूवी नहींउल्लेखनीय है कि चलो जीते हैं वर्ष 2018 में बनी एक शॉर्ट फिल्म है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बचपन से प्रेरित है। यह फिल्म बॉलीवुड स्टार्स वाली कमर्शियल मूवी नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक लघु फिल्म है। फिल्म के निर्देशक श्री महावीर जैन, निमार्ता श्री भूषण कुमार, महावीर जैन हैं। फिल्म की कहानी एक छोटे बालक की है जो अपने जीवन में दूसरों की सेवा और देशभक्ति को सबसे बड़ा धर्म मानता है। फिल्म में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बचपन से जुड़े आदर्श और संस्कारों को दशार्या गया है।

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दर्शकों को झटका : कल्कि 2898 एडी के सीक्वल से दीपिका पादुकोण बाहर, मेकर्स ने किया कंफर्म

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मुंबई। ‘कल्कि 2898 एडी’ के सीक्वल का इंतजार दर्शकों को लंबे समय से है। पहले कहा जा रहा था कि अभिनेत्री दीपिका पादुकोण इसमें अपने रोल को आगे बढ़ाती दिखाई देंगी। इसी बीच, निर्माताओं ने गुरुवार को आधिकारिक तौर पर घोषणा कर दी कि अब अभिनेत्री दीपिका पादुकोण फिल्म के सीक्वल का हिस्सा नहीं हैं। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि यह सुपरहिट फिल्म प्रतिबद्धता और उससे भी अधिक की हकदार है।फिल्म की निर्माण कंपनी वैजयंती मूवीज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह घोषणा की। कंपनी ने पोस्ट में लिखा, यह आधिकारिक घोषणा की जाती है कि दीपिका पादुकोण अब ‘कल्कि 2898 एडी’ के आगामी सीक्वल का हिस्सा नहीं होंगी। गहन विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया है कि हम आगे साथ काम नहीं करेंगे। पहली फिल्म के लंबे सफर के बावजूद हमारी कोई स्थायी साझेदारी नहीं बन सकी। ‘कल्कि 2898 एडी’ जैसी फिल्में पूर्ण समर्पण और उससे भी अधिक प्रतिबद्धता की हकदार हैं। हम दीपिका को उनके भविष्य के प्रोजेक्ट्स के लिए शुभकामनाएं देते हैं।वहीं, इस फिल्म के सीक्वल की शूटिंग जारी है, कुछ समय पहले फिल्म के अभिनेता अमिताभ बच्चन ने इसकी जानकारी अपनी एक सोशल मीडिया पोस्ट में दी थी। 2024 में रिलीज हुई नाग अश्विन की फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ में अमिताभ बच्चन, कमल हासन, प्रभास, दीपिका पादुकोण और दिशा पाटनी जैसे कलाकारों ने काम किया है। बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए यह फिल्म 2024 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली और इतिहास की चैथी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तेलुगु फिल्म बनी थी।यह फिल्म हिंदू धर्मग्रंथों से प्रेरित है, इसे अश्विन के कल्कि सिनेमैटिक यूनिवर्स की पहली किस्त कहा गया था। फिल्म में दीपिका पादुकोण ने लीड रोल प्ले किया था। फिल्म में दिखाया गया था कि उनके गर्भ में ऐसा बच्चा पल रहा है, जो आने वाले समय में दुनिया को बचाएगा।दीपिका पादुकोण की बात करें तो पिछली बार वह रोहित शेट्टी की फिल्म श्सिंघम अगेनश् में पर्दे पर नजर आई थीं। इस फिल्म में अजय देवगन मुख्य भूमिका में थे, और उनके साथ करीना कपूर खान, रणवीर सिंह, अक्षय कुमार, टाइगर श्रॉफ, अर्जुन कपूर, और जैकी श्रॉफ जैसे कलाकार भी नजर आए थे। यह फिल्म शेट्टी की कॉप यूनिवर्स फ्रेंचाइजी की पांचवीं फिल्म थी।

बिज़नेस

मोदी सरकार की बड़ी तैयारी : देश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बदलें जाएंगे एआई-ड्रिवन ट्रेनिंग सेंटर में, तीन साल से चल रहा काम

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नई दिल्ली । दिल्ली में इंडियन फाउंडेशन फॉर क्वालिटी मैनेजमेंट (आईएफक्यूएम) के एनुअल इवेंट को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुड न्यूज दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश भर के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को एआई-ड्रिवन ट्रेनिंग सेंटर में बदलने की योजना बना रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार पिछले दो-तीन वर्षों से स्किलिंग और अपस्किलिंग पर ध्यान केंद्रित कर रही है और इसके लिए वार्षिक बजट में प्रावधान किए हैं।उन्होंने कहा कि क्योंकि आईटीआई तेजी से बदलते प्रोडक्शन एनवायरमेंट में योगदान नहीं दे रहे थे, इसलिए केंद्र सरकार ने उन्हें अपग्रेड करने के लिए एक हब-एंड-स्पोक मॉडल लॉन्च किया। वित्त मंत्री ने कहा, अगर ये आईटीआई राज्य के भीतर हब-एंड-स्पोक मॉडल अडॉप्ट करते हैं तो हम उन्हें एआई-ड्रिवन ट्रेनिंग सेंटर में अपग्रेड करने के लिए आवश्यक पूरी धनराशि प्रदान कर पाएंगे।चाहत रखने वाले युवाओं को सिखाई जाएगी स्किलउन्होंने आगे कहा, सरकार ने एआई से जुड़े आरएंडडी और ट्रेनिंग के लिए इंस्टीट्यूशन ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने के लिए आईआईटी या भारतीय विज्ञान संस्थान जैसे कुछ उत्कृष्ट संस्थानों की पहचान की है। वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि इस बजट का उद्देश्य सुनिश्चित करना है कि युवाओं को जमीनी स्तर पर एआई-ड्रिवन स्कील दी जाएं। चाहे वे स्कूल ड्रॉपआउट हों या पासआउट हों, चाहे वे किसी प्रकार की योग्यता प्राप्त कर चुके हों और उनके पास कोई डिग्री हो। एआई से जुड़े स्किल को सीखने की चाहत रखने वाले प्रत्येक युवा को स्किल सिखाई जाएंगी।वित्त मंत्री ने निजी क्षेत्र से की अपीलउन्होंने कहा, ऐसे सभी लोगों को आईटीआई-बेस्ड योजना में शामिल किया जाएगा। ये हब छात्रों को व्यावहारिक एआई ट्रेनिंग प्रदान करेंगे। भारत के युवाओं को शिक्षा पूरी करने के बाद क्विक और डायरेक्ट रोजगार के लिए तैयार करने के लिए उन्हें अपस्किल करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए वित्त मंत्री ने इसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी की अपील की।युवाओं को तैयार करने में निजी क्षेत्र की हो भागीदारीवित्त मंत्री ने कहा, युवाओं के पास डिग्री तो है, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति को बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों और भारतीय कंपनियों का हिस्सा बनने के लिए पर्याप्त रूप से तैयार नहीं किया जाता है। यह काम हम सभी को करना होगा। मैं चाहती हूं कि युवाओं को क्विक और डायरेक्ट रोजगार के लिए तैयार करने में सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र की भी भागीदारी हो।

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खेल

एशिया कप : भारत-पाक के बीच होगा एक और महामुकाबला, खौफ में सलमान आगा की टीम से अपील- मिडिल ओवर पर करें फोस

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दुबई। एशिया कप के 10वें मुकाबले में पाकिस्तान ने यूएई को हराकर सुपर-4 के लिए क्वालिफाई कर लिया है। इसी के साथ भारत और पाकिस्तान के बीच एक और महामुकाबले का रास्ता साफ हो गया है। दोनों टीमों के बीच अब अगला मुकाबला 21 सितंबर यानी की रविवार को दुबई में खेला जाएगा। लेकिन 14 सितंबर को टीम इंडिया के हाथों मिली करारी शिकस्त से पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा अभी खौफ में हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा रहा है कि उन्होंने अपनी टीम से मिडिल ओवर में बल्लेबाजी को और मजबूत करने की अपील की है। उनका यह बयान यूएई के खिलाफ 41 रनों की जीत के बाद आया है। मैच के बाद आगा ने कहा, हमने काम तो पूरा किया, लेकिन मिडिल ओवर में हमें बेहतर बल्लेबाजी करनी थी। गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। हम अभी अपनी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी नहीं कर पाए हैं। अगर हम अच्छा खेलते, तो 170-180 रन बना सकते थे। शाहीन एक मैच विनर हैं, उनकी बल्लेबाजी में सुधार हुआ है। अबरार शानदार रहे हैं, वह हमें खेल में वापस ला रहे हैं। हम किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं। अगर हम अच्छा क्रिकेट खेलें, तो किसी भी टीम के खिलाफ मजबूत हो सकते हैं।यूएई के खिलाफ भी नाकाम रहा टाॅप और मिडिल आर्डरपाकिस्तान ने यूएई के खिलाफ 146-9 रन बनाए, जिसमें शाहीन शाह अफरीदी ने 14 गेंदों में नाबाद 29 रनों की पारी खेलकर स्कोर को सम्मानजनक बनाया। हालांकि, टॉप और मिडिल ऑर्डर एक बार फिर नाकाम रहा। सईम अयूब तीन मैचों में खाता नहीं खोल सके, जबकि आगा भी मिडिल ओवर में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।कप्तान ने जोर देकर कहा कि 7 से 15 ओवरों के बीच बल्लेबाजी को मजबूत करना महत्वपूर्ण है, जो बार-बार उनकी टीम को कम स्कोर तक सीमित कर रहा है। उन्होंने कहा, हां, हम किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं। हम बस अच्छा क्रिकेट खेलना चाहते हैं, जैसा हम पिछले कुछ महीनों से खेल रहे हैं।भारत के खिलाफ होने वाला मैच होगा दिलचस्पभारत के खिलाफ होने वाला अगला मैच काफी दिलचस्प होने वाला है। ग्रुप स्टेज में दोनों टीमों के बीच हुए पिछले मुकाबले में भारत ने सात विकेट से जीत हासिल की थी, लेकिन मैच के बाद भारतीय टीम द्वारा हाथ न मिलाने की घटना ने सुर्खियां बटोरीं। यह विवाद इस साल पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े राजनीतिक तनावों से जोड़ा गया। नो-हैंडशेक विवाद ने पहले से ही कड़े मुकाबले को और हवा दी है। अब जब दोनों टीमें सुपर फोर में हैं, तो मुकाबला और भी रोमांचक हो गया है।

लाइफस्टाइल

Ayurveda : पैकेज्ड फूड नहीं, फल हैं असली पावरहाउस! आयुर्वेद से जानें खाने का सही तरीका

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नई दिल्ली । आयुर्वेद में आहार को ही सबसे बड़ी औषधि माना गया है। हमारा शरीर जैसा भोजन ग्रहण करता है, वैसा ही उसका स्वास्थ्य और मन बनता है। यही कारण है कि आयुर्वेद हमें ताजा और मौसमी फल-सब्जियां खाने की सलाह देता है। मौसमी फल खाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि वे पचने में आसान होते हैं। उदाहरण के लिए, गर्मियों में तरबूज, खरबूजा और आम शरीर को ठंडक और हाइड्रेशन देते हैं। वहीं, सर्दियों में संतरा, अमरूद और सीजनल जामुन इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। वर्षा ऋतु में जामुन और सीताफल शरीर को पाचन संबंधी समस्याओं से बचाते हैं यानी हर मौसम के फल प्रकृति द्वारा उसी समय की जरूरतों के अनुसार हमें दिए गए हैं। यही वजह है कि आयुर्वेद कहता है कि मौसमी भोजन ही सबसे पौष्टिक है।आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर प्रोसेस्ड फूड या पैकेज्ड नाश्ता करना पसंद करते हैं। इनसे शरीर को सिर्फ कैलोरी मिलती है, न कि जीवनदायी ऊर्जा। इसके विपरीत यदि हम नाश्ते में मौसमी फलों का सेवन करें तो हमें भरपूर विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और प्राकृतिक मिठास मिलती है। उदाहरण के तौर पर, सुबह खाली पेट पपीता या सेब खाने से पाचन तंत्र सक्रिय होता है और दिनभर हल्कापन और ताजगी बनी रहती है।फलों का सबसे बड़ा गुण है, उनमें मौजूद फाइबर। यह पाचन को सही रखता है, शरीर से विषैले तत्व बाहर करता है और भूख को संतुलित बनाए रखता है। इसके अलावा, फलों में नेचुरल मिठास होती है, जो धीरे-धीरे शरीर को ऊर्जा देती है और ब्लड शुगर को संतुलित रखती है। यही कारण है कि फल खाने के बाद हमें सुस्ती नहीं आती, बल्कि मन और मस्तिष्क दोनों सक्रिय रहते हैं।आयुर्वेद के अनुसार, फल केवल भोजन नहीं, बल्कि औषधि भी हैं। ये शरीर के दोषों (वात, पित्त और कफ) को संतुलित करने में मदद करते हैं। जैसे संतरा और अनार पित्त को संतुलित करते हैं, केला और चीकू वात को शांत करते हैं, जबकि नाशपाती और तरबूज कफ को कम करते हैं। इस प्रकार फल हमारे स्वास्थ्य को समग्र रूप से सुधारते हैं।इसी कारण हमें अपनी दिनचर्या में एक सरल बदलाव करना चाहिए, प्रोसेस्ड और पैकेज्ड नाश्ते को छोड़कर मौसमी फलों को अपनाना चाहिए। यह न केवल हमारे शरीर को हल्का और ऊर्जावान बनाता है, बल्कि मानसिक स्पष्टता और सकारात्मकता भी बढ़ाता है।

राजनीती

आनलाइन डिलीट नहीं हो सकता वोटर का नाम : राहुल ने बनाई गलत धारणा, ईसी ने आरोपों को सिरे से किया खारिज

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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चीफ इलेक्शन कमीशन ज्ञानेश कुमार पर वोट चोरों और लोकतंत्र को बर्बाद करने वाले लोगों को बचाने का गंभीर आरोप आरोप लगाया। यही नहीं राहुल ने कर्नाटक के आलंद निर्वाचन क्षेत्र का उदाहरण देते हुए यह भी आरोप लगाया कि इस क्षेत्र में 6,018 मतदाताओं को वोट डिलीट किए गए। हालांकि चुनाव आयोग ने राहुल के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। इसी ने स्पष्ट किया कि ऑनलाइन वोट डिलीशन संभव नहीं है और किसी मतदाता को सुनवाई का मौका दिए बिना वोटों को हटाया नहीं जा सकता है।कांग्रेस सांसद की ओर से मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर लगाए गए आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने कहा, किसी भी आम नागरिक की तरफ से किसी भी वोट को ऑनलाइन नहीं हटाया जा सकता, जैसा कि राहुल गांधी ने गलत धारणा बनाई है। प्रभावित व्यक्ति को सुनवाई का अवसर दिए बिना वोटों को हटाया नहीं जा सकता।आलंद निर्वाचन क्षेत्र के आरोपों पर भी दिया जवाबआलंद निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं के वोट हटाने के आरोपों पर चुनाव आयोग ने जवाब दिया, 2023 में आलंद विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं के नाम हटाने के कुछ असफल प्रयास किए गए थे और मामले की जांच के लिए स्वयं चुनाव आयोग की ओर से एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। आलंद में चुनाव निष्पक्ष परिणाम दर्शाते हैं, जिसमें 2018 में भाजपा के सुभाध गुट्टेदार और 2023 में कांग्रेस के बीआर पाटिल जीते।राहुल ने इसी पर लगाए थे यह गंभीर आरोपइससे पहले, राहुल गांधी ने आरोप लगाए कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार मतदाता सूची से नाम हटाने के मामले में शामिल लोगों को बचा रहे हैं। उन्होंने कर्नाटक के आलंद और महाराष्ट्र के राजुरा निर्वाचन क्षेत्रों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि सॉफ्टवेयर प्रोग्राम का इस्तेमाल करके पूरे देश में व्यवस्थित रूप से मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं।राहुल गांधी ने दावा किया कि कर्नाटक सीआईडी ​​ने पिछले 18 महीनों में चुनाव आयोग को 18 बार पत्र लिखकर मतदाताओं के नाम हटाने से संबंधित तकनीकी विवरण मांगा था, लेकिन चुनाव आयोग ने जानकारी साझा नहीं की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वे जल्द श्वोट चोरीश् पर सबूतों का एक श्हाइड्रोजन बमश् लेकर आएंगे।

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