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आखिर कब टूटेगी सूर्या के बल्ले की खामोशी : 19 पारियों में तीन बार बिना खाता खोले लौटे पवेलियन, फैंस का भी टूट रहा धैर्यराहुल की आगामी जर्मनी यात्रा पर भाजपा का वार : बचाव में उतरीं प्रियंका ने मोदी को लिया निशाने परअब एनसीएस प्लेटफॉर्म से जुड़ेंगी 15000 से ज्यादा कंपनियां : युवाओं को मिलेंगे नौकरी के अवसर, केन्द्र और माइक्रोसॉफ्ट के बीच एमओयू साइनवन टू चा चा चा में कॉमेडी रोल निभाकर खुश हैं आशुतोष राणा, : बताया कैसा रहा चा के किरदार का अनुभवराष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आगाज 31 दिसंबर को : पुरुषों के साथ महिलाएं भी ठोकेंगी ताल, भारत में पहली बार होगा ऐसा

बड़ी ख़बर

मुनीर की क्रूरता : कड़कड़ाती ठंड में आधी रात इमराम की बहनों पर करवाई पानी बौछार, अदियाला जेल के बाहर कर रही थी प्रदर्शन

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सियासत गरमाई हुई है। इन दिनों पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का गतिरोध देखने को मिल रहा है। पीटीआई के चीफ इमरान खान को लेकर बीते कुछ दिनों से अलग-अलग खबरें सामने आ रही हैं। दरअसल, पाकिस्तान सरकार ने इमरान खान से मुलाकात पर बैन जारी रखने का ऐलान किया। इस पर पीटीआई चीफ की बहन आलीमा खान भारी संख्या में समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन करने पहुंच गईं। जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहीं आलीमा खान और अन्य प्रदर्शनकारियों पर ठंड की रात में पानी की बौछार कर दी गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।पाकिस्तानी मीडिया डॉन ने पीटीआई की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्सश् पर साझा बयान के हवाले से बताया कि पार्टी ने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने इमरान खान की बहन और पीटीआई कार्यकर्ताओं की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए अदियाला जेल के बाहर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया, जबकि कोर्ट ने इमरान खान से मिलने की इजाजत दी थी।इसमें कहा गया, शांतिपूर्ण धरने पर यह बेरहमी से की गई कार्रवाई बुनियादी मानवाधिकारों और ठंड के मौसम में इकट्ठा होने की आजादी का उल्लंघन है। इसके अलावा, पार्टी ने एक्स पर एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें लोगों को मौके से भागते और वॉटर कैनन का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया।पीटीआई ने कहा, पंजाब पुलिस की फासीवादी हरकतें एक बार फिर शुरू हो गई हैं। बहुत ज्यादा ठंड में अदियाला जेल के बाहर शांतिपूर्वक धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं पर वॉटर कैनन से हमला किया गया। ये कायरतापूर्ण हरकतें न तो हमारी आवाज दबा पाएंगी और न ही हमारा हौसला कम कर पाएंगी।एक और पोस्ट में, इमरान खान की पार्टी ने कहा, उनके परिवार को उनसे मिलने की इजाजत नहीं मिलने की वजह से धरना दिया गया। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों के खिलाफ वॉटर कैनन का इस्तेमाल करना न सिर्फ इमरान खान के कैदी अधिकारों का बेशर्मी से उल्लंघन है, बल्कि सरकार के अत्याचारों का विरोध करने के लिए इकट्ठा हुए लोगों के संवैधानिक अधिकारों पर भी सीधा हमला है।पीटीआई ने अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान की बहन अलीमा खान और पीटीआई के सदस्यों ने मंगलवार को रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर धरना देना शुरू कर दिया। अलीमा खान ने बताया कि इमरान खान को पिछले 14 महीनों से अपने पर्सनल डॉक्टर से मिलने की इजाजत नहीं दी गई है।

पॉडकास्ट

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नरक चतुर्दशी विशेष

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पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 3

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पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 2

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पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 1

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Podcast E124

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गुप्त नवरात्री पर विशेष

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पूरी और प्रभु जगन्नाथ पर विशेष

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आज की बुलेटिन 28 June

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आज की बुलेटिन 26 June

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आज की बुलेटिन 24 June

मनोरंजन

वन टू चा चा चा में कॉमेडी रोल निभाकर खुश हैं आशुतोष राणा, : बताया कैसा रहा चा के किरदार का अनुभव

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मुंबई। हिंदी सिनेमा में अपने गंभीर और नेगेटिव किरदारों के लिए फेमस आशुतोष राणा अब चाचा बनकर अपने कॉमेडी अंदाज से फैंस को हंसाने के लिए तैयार हैं। उनकी अपकमिंग फिल्म वन टू चा चा चा का मजेदार टीजर रिलीज हो चुका है। टीजर के रिलीज पर अभिनेता आशुतोष राणा ने अपने किरदार को लेकर खुलकर बात की है और बताया कि कैसे उनके इस किरदार ने उन्हें सीमाओं को तोड़ने का मौका दिया।अपने कॉमेडी से भरे किरदार पर बात करते हुए आशुतोष राणा ने कहा कि उनके चाचा का किरदार बाकी सभी किरदारों से अलग है। ऐसा किरदार मैंने पहले कभी नहीं निभाया। उन्होंने कहा कि इस भूमिका ने मुझे सीमाओं को तोड़ने, खुलकर प्रयोग करने और हास्य को उसके सबसे बेबाक रूप में अपनाने का मौका दिया। मैंने कई सालों तक गंभीर किरदार निभाए हैं, लेकिन इस फिल्म ने मुझे बेबाक, सहज और आनंददायक रूप से काम करने का मौका दिया। इसने मुझे याद दिलाया कि कॉमेडी, जब ईमानदारी और पागलपन के साथ की जाती है, तो ये आपको अंदर से आजाद महसूस कराती है।बता दें कि कॉमेडी फिल्म वन टू चा चा चा का टीजर 8 दिसंबर को रिलीज हुआ था। फिल्म के टीजर रिलीज के साथ फैंस अब ट्रेलर का इंतजार कर रहे हैं। फिल्म में आशुतोष राणा के अलावा, अभिमन्यु सिंह, मुकेश तिवारी, हर्ष मायर, ललित प्रभाकर, अनंत वी जोशी, अशोक पाठक और नायरा बनर्जी भी हैं। फिल्म को अभिषेक राज और रजनीश ठाकुर ने डायरेक्ट किया है और फिल्म पेलुसिडर प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनी है।फिल्म की कहानी ललित प्रभाकर और अनंत वी जोशी के इर्द-गिर्द घूमती है, जिन्हें एक बैग किसी को देना है, जिसमें करोड़ों का माल है। बैग देने के लिए एक खुफिया पासवर्ड भी लिखा है, लेकिन बैग गायब है। तभी एंट्री होती है सनकी और पागल चाचा की (आशुतोष राणा), जो बैग और कार दोनों लेकर फरार हैं। टीजर में चाचा और बैग ढूंढने की कवायद को दिखाया गया है, जिसमें एक्शन के साथ-साथ भरपूर कॉमेडी देखने को मिल रही है। कॉमेडी फिल्म वन टू चा चा चा सिनेमाघरों में 16 जनवरी 2026 को रिलीज होगी। अभी फिल्म का टीजर देखकर ही फैंस गुदगुदा रहे हैं, लेकिन अभी पूरा ट्रेलर आना बाकी है।

बिज़नेस

भारत को स्वयं तय करना होगा विकास का रास्ता : इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स के शताब्दी समारोह में बोले अडाणी, बाहरी दबावों का विरोध करे पर भी दिया जोर

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नई दिल्ली। अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा है कि भारत को अपने विकास का रास्ता स्वयं निर्धारित करना होगा और बाहरी दबावों का विरोध करना होगा। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स), धनबाद में शताब्दी समारोह में बोलते हुए, अदाणी ने कहा कि 21वीं सदी में संप्रभुता किसी राष्ट्र की अपने प्राकृतिक संसाधनों और ऊर्जा प्रणालियों पर नियंत्रण पर निर्भर करेगी।गौतम अदाणी ने कहा, हमें उन संसाधनों और उस ईंधन पर नियंत्रण रखना चाहिए, जो हमारी ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं। साथ ही, उन्होंने इसे भारत की आर्थिक स्वतंत्रता की दोहरी नींव बताया। गौतम अदाणी ने बाहरी दबावों का विरोध करने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि केवल वही करना चाहिए जो भारत के लिए सर्वोत्तम हो।अदाणी ने कहा, यदि हम अपनी कहानी पर नियंत्रण नहीं रखेंगे तो हमारी आकांक्षाएं अवैध हो जाएंगी और हमारे जीवन स्तर को बेहतर बनाने के अधिकार को वैश्विक अपराध के रूप में चित्रित किया जाएगा। वैश्विक आंकड़ों का हवाला देते हुए, गौतम अदाणी ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे कम प्रति व्यक्ति उत्सर्जक देशों में से एक बना हुआ है, जबकि देश ने निर्धारित समय से पहले ही 50 प्रतिशत से अधिक गैर-जीवाश्म स्थापित क्षमता हासिल कर ली है।उद्योगपति ने कहा कि प्रति व्यक्ति मीट्रिक या ऐतिहासिक जिम्मेदारी को ध्यान में रखे बिना भारत के स्थिरता प्रदर्शन को कम आंकने के प्रयास वैश्विक ईएसजी ढांचों में निहित पूर्वाग्रहों को दर्शाते हैं। गौतम अदाणी ने कहा कि आईआईटी धनबाद का जन्म राष्ट्रीय दूरदर्शिता के कारण हुआ था। ब्रिटिश शासन के दौरानएक सदी से भी पहलेभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने खनन और भूविज्ञान में भारत की महत्वपूर्ण क्षमताओं के निर्माण हेतु एक संस्थान की स्थापना की सिफारिश की थी।अदाणी समूह के अध्यक्ष ने कहा कि यह दृष्टिकोण एक गहरी सभ्यतागत समझ को दर्शाता है कि कोई भी राष्ट्र अपनी धरती की शक्ति को आत्मसात किए बिना उन्नति नहीं कर सकता। उन्होंने आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के लिए दो पहलों की घोषणा की, जिसमें पहला -एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसमें प्री-प्लेसमेंट अवसरों के साथ 50 सशुल्क इंटर्नशिप की पेशकश की जाएगी और दूसरे में टीईएक्सएमआईएन के साथ साझेदारी में अदाणी 3एस माइनिंग एक्सीलेंस सेंटर, जिसमें मेटावर्स लैब, ड्रोन बेड़े, भूकंपीय संवेदन प्रणालियां और सटीक खनन प्रौद्योगिकियां शामिल होंगी।

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बेख़याली गाने पर फिर बड़ा हंगामा  #tv27newsdigital #kabirsingh #entertainment

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डिप्टी CM वृजेश पाठक का सोनिया गाँधी पर हमला #tv27newsdigital #latestnews #VIRAL #political

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जनता क्या संदेश दे रही उससे राहुल गाँधी का वास्ता नहीं  #tv27newsdigital #rahulgandhi #political

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SIR को लेकर तेज बढ़ रहा अभियान #tv27newsdigital #latestnews #upnews

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वंदे मातरम पूजा नहीं ऊर्जा का स्रोत है #tv27newsdigital #latestnews #trending

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चलती ट्रेन पर पथराव! LTT–वाराणसी एक्सप्रेस में दहशत, टूटा शीशा #tv27newsdigital #trending #video

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खेल

आखिर कब टूटेगी सूर्या के बल्ले की खामोशी : 19 पारियों में तीन बार बिना खाता खोले लौटे पवेलियन, फैंस का भी टूट रहा धैर्य

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम का टी20 में प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टीम ने एक भी टी20 सीरीज नहीं गंवाई है। ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराने के बाद भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी टी20 सीरीज की शुरुआत जीत के साथ की है। टी20 फॉर्मेट में अगर भारत की सबसे बड़ी परेशानी कुछ है, तो वो कप्तान सूर्यकुमार यादव की खराब फॉर्म है।सूर्यकुमार यादव को कभी टी20 का राजा कहा जाता था। अपनी विस्फोटक और निरंतर रन बनाने की प्रवृत्ति की वजह से वह लंबे समय तक इस फॉर्मेट में आईसीसी के नंबर एक बल्लेबाज रहे, लेकिन कप्तानी मिलने के बाद उनकी फॉर्म में बड़ी गिरावट आई है। आईसीसी की रैंकिंग में वह दसवें नंबर पर पहुंच गए हैं, और यही स्थिति रही, तो वह जल्द ही शीर्ष 10 से बाहर हो जाएंगे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कटक में खेली 12 रनों की पारीसूर्यकुमार यादव ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कटक में खेले गए पहले टी20 में 11 गेंदों पर 12 रन बनाए। यह उनकी लगातार 19वीं पारी थी, जिसमें उनके बल्ले से अर्धशतक नहीं आया। पिछली 19 पारियों में उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 47 रन है, जो उन्होंने एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में बनाया था। इसके अलावा पिछली 19 पारियों में वह तीन बार बिना खाता खोले आउट हुए हैं, तो 7 बार दो अंकों में नहीं पहुंच सके हैं। कुल मिलाकर पिछली 19 पारियों में सूर्या के बल्ले से 222 रन निकले हैं। सूर्या ने 12 अक्टूबर 2024 को लगाया था आखिरी अर्धशतकटी20 विश्व कप 2026 का आयोजन भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में होना है। विश्व कप से पहले अगर भारतीय कप्तान फॉर्म में नहीं लौटे तो टीम को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। सूर्यकुमार ने टी20 का अपना आखिरी अर्धशतक 12 अक्टूबर 2024 को बांग्लादेश के खिलाफ लगाया था। उस मैच में उन्होंने 35 गेंद पर 5 छक्के और 8 चैकों की मदद से 75 रन की पारी खेली थी। 2021 में अपने टी20 करियर का आगाज करने वाले सूर्यकुमार यादव ने 96 टी20 मैचों की 90 पारियों में 36.39 की औसत और 164.06 की स्ट्राइक रेट से 2,766 रन बनाए हैं। सूर्यकुमार यादव ने 21 अर्धशतक और 4 शतक लगाए हैं।

लाइफस्टाइल

बालों को पोषण देगा प्याज का रस : झड़ने समेत कई समस्याओं से मिलेगी राहत

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नई दिल्ली। आज के समय में बालों का झड़ना, सफेद होना और डैंड्रफ जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। तेज धूल, प्रदूषण, केमिकल वाले हेयर प्रोडक्ट और तनाव के कारण बालों का प्राकृतिक सौंदर्य तेजी से खत्म होने लगता है। ऐसे में लोग फिर से घरेलू नुस्खों की ओर लौट रहे हैं, क्योंकि ये सुरक्षित, सस्ते और लंबे समय तक असर करने वाले होते हैं। इन्हीं नुस्खों में से एक है प्याज का रस, जिसे सदियों से बालों की मजबूती और वृद्धि के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। आयुर्वेद में प्याज के रस को केश्य यानी बालों को पोषण देने वाला बताया गया है, वहीं आधुनिक वैज्ञानिक शोधों में भी इसमें मौजूद पोषक तत्वों को बालों के विकास में प्रभावशाली पाया गया है।प्याज में सल्फर की मात्रा पर्याप्त होती है, जिसे केराटिन बिल्डिंग ब्लॉक माना जाता है। केराटिन वही प्रोटीन है, जिससे बाल बने होते हैं। शरीर में सल्फर की कमी होने पर बाल कमजोर होने लगते हैं, जड़ें ढीली पड़ने लगती हैं और हेयर फॉल बढ़ जाता है। प्याज का रस लगाने से यह सल्फर सीधे स्कैल्प तक पहुंचता है, जिससे बालों को प्राकृतिक मजबूती मिलती है। इसके अलावा, प्याज में विटामिन सी, बी6, मैंगनीज, फ्लेवोनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट तत्व भी पाए जाते हैं, जो सिर की त्वचा में रक्त संचार बढ़ाकर नई कोशिकाओं के बनने की प्रक्रिया को तेज करते हैं।आयुर्वेद में प्याज को गर्म तासीर वाला माना गया है, जो स्कैल्प में जमा गंदगी, अतिरिक्त तेल और बंद हुए रोमछिद्रों को साफ करने में मदद करता है। वहीं वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि प्याज के रस में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-फंगल गुण मौजूद होते हैं, जो डैंड्रफ, फंगल इंफेक्शन और स्कैल्प इंफ्लेमेशन जैसी समस्याओं को कम करते हैं। इससे सिर की त्वचा स्वस्थ रहती है और बाल प्राकृतिक रूप से बढ़ने लगते हैं।बालों के लिए प्याज का रस कई तरह से लाभ पहुंचाता है। जब इसे सीधे स्कैल्प पर लगाया जाता है तो यह जड़ों को पोषण देता है और बालों को टूटने से रोकता है। सल्फर के कारण बालों की जड़ें मजबूत होती हैं, जिससे हेयर थिकनेस और घनापन बढ़ने लगता है।प्याज के रस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैटालेज एंजाइम को भी सक्रिय करते हैं, जो सफेद बालों का कारण बनने वाले हानिकारक तत्वों को कम करता है। इसके लगातार इस्तेमाल से बाल मुलायम और चमकदार लगते हैं।प्याज का रस बालों में नमी बनाए रखने में भी मदद करता है। कई लोग हेयर ड्रायर, स्ट्रेटनर और केमिकल वाले कलर का इस्तेमाल करते हैं, जिससे बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं। प्याज के रस में मौजूद मिनरल्स और विटामिन ऐसे बालों को फिर से हाइड्रेट करते हैं और दोमुंहे बाल कम होते हैं। इसके अलावा, यह स्कैल्प में गर्माहट पैदा करता है, जिससे खून का बहाव बढ़ता है और बाल तेजी से बढ़ने लगते हैं।

राजनीती

जीते तो ठीक, हारे तो सिस्टम में गलती : मोदी के मंत्रियों ने राहुल पर ऐसे बोला जोरदार हमला

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नई दिल्ली। इन दिनों संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। इस दौरान मंगलवार को पक्ष और विपक्ष के बीच चुनाव सुधारों पर तीखी बहस देखने को मिली। वहीं आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे। इसी बीच केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को कहा, मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं, जब कांग्रेस ने कर्नाटक में जीत दर्ज की और भाजपा हारी, तब राहुल गांधी का बयान क्या था? और जब वे झारखंड में जीते तो उन्होंने क्या कहा? जब वे तेलंगाना में जीते तो उन्होंने क्या कहा? जब वे हारते हैं, तो वे ईवीएम, चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हैं, या दावा करते हैं कि आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) सब कुछ कंट्रोल कर रहा है।जब हारते हैं तो होती है सिस्टम की गलतीउन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, जब वे जीतते हैं, तो सब कुछ बिल्कुल ठीक होता है। वे अपने पार्टी सहयोगियों और समर्थकों से कहना चाहते हैं कि जब वे जीतते हैं, तो यह राहुल गांधी की वजह से होता है, लेकिन जब वे हारते हैं, तो यह सिस्टम की गलती होती है।राहुल के विदेश दौरे पर केन्द्रीय मंत्री ने साधा निशानाराहुल गांधी के विदेश दौरे पर केंद्रीय मंत्री ने निशाना साधते हुए कहा, उन्हें जाने दीजिए। जब ​​भी संसद का सेशन होता है, वह ज्यादातर विदेश में ही रहते हैं। बाद में, वह दावा करते हैं कि उन्हें बोलने का मौका नहीं मिलता, लेकिन सच तो यह है कि वह यहां होते ही नहीं हैं। वह एक पार्ट-टाइम, गैर-गंभीर राजनीतिक नेता हैं।पारदर्शिता के साथ लागू किया जाता है संवैधानिक प्रावधानों कोकेंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, इसमें किसी तरह का कोई दबाव नहीं है। सभी संवैधानिक प्रावधानों को वैसे ही लागू किया जाता है, जैसे उन्हें होना चाहिए, पूरी पारदर्शिता के साथ। ऐसा नहीं है कि संस्थानों को मनमाने ढंग से बनाया या खत्म किया जाता है, या मनमर्जी से उनका मैनेजमेंट किया जाता है। यहां सब कुछ संवैधानिक प्रावधानों और पारदर्शिता के अनुसार होता है।उन्होंने कहा, यह एक ओपन सिस्टम हैय ऐसा कांग्रेस शासन के दौरान शायद ही कभी देखा गया था। पहली बार, हर डिटेल लोगों तक सही तरीके से पहुंचाई जा रही है, पहले से जानकारी दी जा रही है।

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