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न्यू ईयर प्लेलिस्ट : बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक ये गाने पार्टी का मजा कर देंगे दोगुना

बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक ये गाने पार्टी का मजा कर देंगे दोगुना

मुंबई। साल 2025 के आखिरी दिन और नए साल का खुली बांहों से स्वागत करने के लिए पूरी दुनिया तैयार है। जश्न के इस माहौल में हर कोई साल 2025 की यादों को याद कर रहा है और आने वाले साल को नई उम्मीदों, नई खुशियों और बेहतर पलों के साथ अपनाने की चाह हर चेहरे पर नजर आ रही है। जश्न का यह माहौल संगीत के बिना अधूरा है। इसलिए हम आपके लिए बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक के ऐसे गानों की खास प्लेलिस्ट लेकर आए हैं, जिन्हें सुनते ही कदम थिरकने लगेंगे और खुद को नाचने से रोक पाना मुश्किल हो जाएगा।पहले बात करते हैं बॉलीवुड सॉन्ग की। ये जवानी है दीवानी भले ही साल 2013 में रिलीज हुई थी, लेकिन इस फिल्म का गाना बदतमीज दिल आज भी पार्टी एंथम बना हुआ है, जिसे सुनने के बाद पैर खुद-ब-खुद थिरकने लगते हैं। दूसरे नंबर पर आता है राशा थडानी की फिल्म आजाद का आइटम नंबर उई अम्मा। गाने के लिरिक्स से लेकर म्यूजिक तक पार्टी में जान डालने के लिए काफी है। खास बात ये है कि इस गाने पर सोशल मीडिया पर लड़कियों से ज्यादा लड़कों ने रील बनाई है।तीसरे नंबर पर है साल 2018 में रिलीज हुई रणवीर सिंह और सारा अली खान की फिल्म सिम्बा का गाना लड़की आंख मारे, जो आज भी हर पार्टी की शान बना हुआ है। गाने का म्यूजिक शरीर में ऊर्जा भरने का काम करता है और गाने के हुक स्टेप्स भी काफी आसान हैं, जिसे कोई भी कर सकता है। चैथे नंबर पर आता है अमिताभ बच्चन की फिल्म हम का एवरग्रीन गाना जुम्मा चुम्मा दे दे। फिल्म और गाना दोनों ही पुराने हैं, लेकिन इस गाने के बिना पार्टी अधूरी है।इसके अलावा, धुरंधर फिल्म का गाना एफए9एफएल, नैना लड़ांवा, विक्की कौशल की फिल्म बेड न्यूज का तौबा-तौबा, हाउसफुल-5 का लाल परी, पंजाबी सिंगर गुरु रंधावा का कतल, माधुरी दीक्षित का गाना घाघरा, कैटरीना कैफ का काला चश्मा सोनम कपूर की फिल्म खूबसूरत का अभी तो पार्टी शुरू हुई है, और फिल्म सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी का बिजुरिया और पनवाड़ी भी पार्टी के लिए बेस्ट सॉन्ग हैं।अब बात करते हैं हॉलीवुड पार्टी एंथम सॉन्ग की। अगर आप हॉलीवुड गानों के शौकीन हैं तो अपनी प्लेलिस्ट में अमेरिकी सिंगर का अपटाउन फंक, ब्रिटिश गायिका लॉरेन बेनेट और अमेरिकी निर्माता गूनरॉक का पार्टी रॉक एंथम-एलएमएफएस, फिल्म ट्रोल का कॉन्ट स्टॉप यॉर फीलिंग, सिंगर टेलर स्विफ्ट का शेक इट ऑफ, रेहाना का वी फाउंड लव, दुआ लीपा का लेविटेटिंग और डोन्ट स्टार्ट नाऊ, और डीजे स्नेक का टर्न डाउन फॉर व्हाट जैसे सुपरहिट सॉन्ग सुन सकते हैं।

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मनोरंजन

न्यू ईयर प्लेलिस्ट : बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक ये गाने पार्टी का मजा कर देंगे दोगुना

बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक ये गाने पार्टी का मजा कर देंगे दोगुना

मुंबई। साल 2025 के आखिरी दिन और नए साल का खुली बांहों से स्वागत करने के लिए पूरी दुनिया तैयार है। जश्न के इस माहौल में हर कोई साल 2025 की यादों को याद कर रहा है और आने वाले साल को नई उम्मीदों, नई खुशियों और बेहतर पलों के साथ अपनाने की चाह हर चेहरे पर नजर आ रही है। जश्न का यह माहौल संगीत के बिना अधूरा है। इसलिए हम आपके लिए बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक के ऐसे गानों की खास प्लेलिस्ट लेकर आए हैं, जिन्हें सुनते ही कदम थिरकने लगेंगे और खुद को नाचने से रोक पाना मुश्किल हो जाएगा।पहले बात करते हैं बॉलीवुड सॉन्ग की। ये जवानी है दीवानी भले ही साल 2013 में रिलीज हुई थी, लेकिन इस फिल्म का गाना बदतमीज दिल आज भी पार्टी एंथम बना हुआ है, जिसे सुनने के बाद पैर खुद-ब-खुद थिरकने लगते हैं। दूसरे नंबर पर आता है राशा थडानी की फिल्म आजाद का आइटम नंबर उई अम्मा। गाने के लिरिक्स से लेकर म्यूजिक तक पार्टी में जान डालने के लिए काफी है। खास बात ये है कि इस गाने पर सोशल मीडिया पर लड़कियों से ज्यादा लड़कों ने रील बनाई है।तीसरे नंबर पर है साल 2018 में रिलीज हुई रणवीर सिंह और सारा अली खान की फिल्म सिम्बा का गाना लड़की आंख मारे, जो आज भी हर पार्टी की शान बना हुआ है। गाने का म्यूजिक शरीर में ऊर्जा भरने का काम करता है और गाने के हुक स्टेप्स भी काफी आसान हैं, जिसे कोई भी कर सकता है। चैथे नंबर पर आता है अमिताभ बच्चन की फिल्म हम का एवरग्रीन गाना जुम्मा चुम्मा दे दे। फिल्म और गाना दोनों ही पुराने हैं, लेकिन इस गाने के बिना पार्टी अधूरी है।इसके अलावा, धुरंधर फिल्म का गाना एफए9एफएल, नैना लड़ांवा, विक्की कौशल की फिल्म बेड न्यूज का तौबा-तौबा, हाउसफुल-5 का लाल परी, पंजाबी सिंगर गुरु रंधावा का कतल, माधुरी दीक्षित का गाना घाघरा, कैटरीना कैफ का काला चश्मा सोनम कपूर की फिल्म खूबसूरत का अभी तो पार्टी शुरू हुई है, और फिल्म सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी का बिजुरिया और पनवाड़ी भी पार्टी के लिए बेस्ट सॉन्ग हैं।अब बात करते हैं हॉलीवुड पार्टी एंथम सॉन्ग की। अगर आप हॉलीवुड गानों के शौकीन हैं तो अपनी प्लेलिस्ट में अमेरिकी सिंगर का अपटाउन फंक, ब्रिटिश गायिका लॉरेन बेनेट और अमेरिकी निर्माता गूनरॉक का पार्टी रॉक एंथम-एलएमएफएस, फिल्म ट्रोल का कॉन्ट स्टॉप यॉर फीलिंग, सिंगर टेलर स्विफ्ट का शेक इट ऑफ, रेहाना का वी फाउंड लव, दुआ लीपा का लेविटेटिंग और डोन्ट स्टार्ट नाऊ, और डीजे स्नेक का टर्न डाउन फॉर व्हाट जैसे सुपरहिट सॉन्ग सुन सकते हैं।

बिज़नेस

विकसित भारत के विजन को साकार कर रहा जीएसटी 2.0 : सरकार का दावा- टैक्स का बोझ कम होने से इकोनाॅमी को मिली मजबूती, खरीदारी भी बढ़ी

 सरकार का दावा- टैक्स का बोझ कम होने से इकोनाॅमी को मिली मजबूती, खरीदारी भी बढ़ी

नई दिल्ली। पिछले कुछ वर्षों में केन्द्र सरकार ने कई बड़े सुधार किए हैं , जिससे एक आधुनिक, कुशल और नागरिक-हितैषी व्यवस्था का निर्माण हुआ है। इसके तहत 40,000 से ज्यादा बेकार नियम हटाए गए और 1,500 से अधिक पुराने कानूनों को निरस्त किया गया, जिससे देश में काम करना आसान हुआ है। 22 सितंबर से लागू हुआ जीएसटी दरों में बदलाव भी ऐसा ही एक बड़ा सुधार है, जिसका मकसद विकसित भारत के विजन को साकार करना है।79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि दीपावली तक नए जीएसटी सुधार लाए जाएंगे। इन सुधारों से रोजमर्रा की चीजों पर टैक्स कम होगा। उन्होंने कहा कि इससे आम लोगों पर टैक्स का बोझ कम होगा और यह दीपावली का तोहफा होगा।वित्त मंत्रालय के अनुसार, जीएसटी 2.0 का असर अब दिखने लगा है। लोगों की खरीदारी बढ़ी है, खासकर गाड़ियों जैसे क्षेत्रों में बिक्री ज्यादा हुई है और लोगों का भरोसा भी बढ़ा है। इससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है।नवंबर महीने में यात्री वाहनों की बिक्री में अच्छी बढ़त देखी गई। त्योहारों के बाद की मांग, जीएसटी दरों में कटौती और शादी के सीजन की वजह से गाड़ियों की बिक्री बढ़ी। एक रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर में खुदरा बिक्री पिछले साल की तुलना में 22 प्रतिशत बढ़ी। वहीं, थोक बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 4.1 लाख यूनिट तक पहुंच गई।इसके अलावा, जीएसटी दरों में बदलाव से राज्यों की कमाई भी बढ़ी है। सितंबर से नवंबर के बीच राज्यों को मिलने वाला जीएसटी राजस्व पिछले साल की तुलना में 5 प्रतिशत ज्यादा रहा। हाल ही में समाप्त हुए शीतकालीन सत्र के दौरान वित्त राज्य मंत्री पंकज चैधरी ने राज्यसभा में कहा कि चालू वित्त वर्ष (2025-26) के सितंबर से नवंबर के दौरान जीएसटी संग्रह 2024-25 की इसी अवधि में 2,46,197 करोड़ रुपए से बढ़कर 2,59,202 करोड़ रुपए हो गया।सरकार का मानना है कि जीएसटी सुधार और व्यापार को आसान बनाने की नीतियों से लोगों की खरीदारी और बढ़ेगी। इससे आने वाले समय में जीएसटी से होने वाली कमाई भी ज्यादा होगी। जीएसटी सुधारों के बाद लोगों का भरोसा बढ़ा है और बैंक से लिए जाने वाले कर्ज में भी बढ़ोतरी हुई है। कई आंकड़े बताते हैं कि जीएसटी सुधारों के बाद देश की आर्थिक गतिविधियां तेज हुई हैं।सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर और अक्टूबर 2025 के दौरान ई-वे बिल जनरेशन में वार्षिक आधार पर 14.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। वहीं अप्रैल से अक्टूबर 2025 के बीच कुल जीएसटी संग्रह में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो बताती है कि मजबूत खपत और नियमों के बेहतर अनुपालन के चलते राजस्व का मूल स्रोत स्थिर बना हुआ है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार, अब सरकार का अगला लक्ष्य कस्टम टैक्स को आसान बनाना है।

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नोएडा में NEW YEAR को लेकर क्या तैयारी ! #tv27newsdigital #tv27news #news #live #viral

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हम बांग्लादेश के हिंदुओं के साथ हैं: नितेश राणे  #tv27newsdigital#tv27news  #hindinews #latestnews

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रेसिज़्म का शिकार हे हैं हम: किरेन रिजिजू  #tv27newsdigital#tv27news  #hindinews #latestnews #news

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समाजवादी पार्टी का परिवार सैफई जाने वाला है  #tv27newsdigital#tv27news  #hindinews #latestnews #news

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एयरपोर्ट पर पति संग स्पॉट हुई सारा खान  #tv27newsdigital#tv27news  #hindinews #latestnews #news

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पिता की आखिरी फिल्म की स्क्रीनिंग पर पहुंचे सनी देओल! #tv27newsdigital #tv27news #breakingnews#news

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खेल

टी20 रैंकिंगः गेंदबाजों की लिस्ट में शीर्ष पर बरकरार भारत की आलराउंडर : रेणुका ने टाॅप 10 में मारी एंट्री, बल्लेबाजों की सूची में है इनका जलवा

रेणुका ने टाॅप 10 में मारी एंट्री, बल्लेबाजों की सूची में है इनका जलवा

दुबई। आईसीसी ने महिला टी20 रैंकिंग जारी कर दी है। ताजा रैंकिंग में ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा गेंदबाजों की सूची में टॉप पर बरकरार हैं। वहीं रेणुका ठाकुर ने गेंदबाजी तो शेफाली वर्मा और ऋचा घोष ने बल्लेबाजों की रैंकिंग में लंबी छलांग लगाई है। महिला टी20 गेंदबाजों की रैंकिंग में पिछले सप्ताह की तरह दीप्ति शर्मा इस बार भी टॉप पर बरकरार हैं। भारतीय तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने 8 स्थान की छलांग लगाते हुए टॉप 10 में एंट्री मारी है। वह सातवें स्थान पर काबिज हैं। दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल सदरलैंड, तीसरे स्थान पर पाकिस्तान की सादिया इकबाल, चैथे स्थान पर इंग्लैंड की सोफी एक्लेस्टन, पांचवें स्थान पर इंग्लैंड की लॉरेन बेल, छठे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका की एन मल्बा हैं। आठवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की जॉर्जिया वॉरहेम हैं। उन्हें एक स्थान का नुकसान हुआ है। इंग्लैंड की चार्ली डेन नौवें और वेस्टइंडीज की एफी फ्लेचर दसवें स्थान पर हैं। दोनों को एक-एक स्थान का नुकसान हुआ है। बल्लेबाजों की रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया बेथ मूनी पहले स्थान पर महिला बल्लेबाजों की टी20 रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया की बेथ मूनी पहले स्थान पर हैं। दूसरे स्थान पर वेस्टइंडीज की हेली मैथ्यूज और तीसरे स्थान पर भारत की स्मृति मंधाना हैं। चैथे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की ताहिला मैकग्राथ हैं। दक्षिण अफ्रीका की लौरा वौल्वार्ड्ट पांचवें स्थान पर हैं। फायदे में शेफाली वर्मा भीश्रीलंका के खिलाफ जारी टी20 सीरीज में शानदार प्रदर्शन कर रही सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा को बड़ा फायदा हुआ है। चार स्थान की छलांग लगाते हुए वह छठे स्थान पर पहुंच गई हैं। श्रीलंका की कप्तान चमारी अट्टापट्टू सातवें, दक्षिण अफ्रीका की तंजिम ब्रिट्स आठवें, न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स नौवें और भारत की जेमिमा रोड्रिग्स दसवें स्थान पर हैं। सातवें स्थान से लेकर दसवें स्थान तक की खिलाड़ियों को एक-एक स्थान का नुकसान हुआ है। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर पंद्रहवें स्थान पर हैं। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा 7 स्थान की छलांग लगाते हुए इक्कीसवें स्थान पर पहुंची हैं।

लाइफस्टाइल

काली हल्दी : एक ऐसा पौधा, जिसकी जड़ों में छीपा है औषधीय गुणों का खजाना

एक ऐसा पौधा, जिसकी जड़ों में छीपा है औषधीय गुणों का खजाना

नई दिल्ली। काली हल्दी एक बहुत ही खास और दुर्लभ पौधा है, जिसे आम हल्दी की तरह रोजमर्रा के मसाले के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाता, बल्कि इसे आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में एक शक्तिशाली औषधि माना गया है। इसका वैज्ञानिक नाम कुरकुमा कैसिया है। बाहर से यह साधारण हल्दी जैसी ही दिखाई देती है, लेकिन जब इसके कंद को काटते हैं तो अंदर का रंग नीले से गहरे काले रंग का होता है, जो इसे बाकी सभी हल्दी से अलग बनाता है। इसी अनोखे रंग और तेज सुगंध के कारण इसे काली हल्दी कहा जाता है। पुराने समय में लोग इसे बहुत संभालकर रखते थे और जरूरत पड़ने पर ही इसका उपयोग करते थे।आयुर्वेद में काली हल्दी का उपयोग दर्द, सूजन, सांस से जुड़ी समस्याओं, अस्थमा और जोड़ों के दर्द में किया जाता रहा है। माना जाता है कि इसमें प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। गांवों में लोग इसे घरेलू दवा की तरह इस्तेमाल करते थे। फोड़े-फुंसी, कीड़े के काटने, चोट या घाव होने पर काली हल्दी को पीसकर लेप बनाया जाता था, जिससे जल्दी आराम मिलता था। सरसों के तेल के साथ इसे हल्का गर्म करके लगाने की परंपरा भी रही है।काली हल्दी सिर्फ दवा के रूप में ही नहीं, बल्कि पूजा-पाठ और आध्यात्मिक कार्यों में भी खास मानी जाती है। तांत्रिक विद्या और लक्ष्मी पूजा में इसका विशेष महत्व बताया गया है। पुराने लोग मानते थे कि यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और घर में सकारात्मकता लाती है। इसी कारण इसे ताबीज या पूजा की वस्तु के रूप में भी रखा जाता था। हालांकि आज के समय में इसके आध्यात्मिक उपयोग से ज्यादा इसके औषधीय गुणों पर ध्यान दिया जा रहा है।आजकल काली हल्दी कम दिखाई देती है, क्योंकि यह आसानी से उपलब्ध नहीं है और इसे उगाने में समय लगता है। आधुनिक दवाओं के आने के बाद लोग पारंपरिक जड़ी-बूटियों से भी दूर हो गए हैं। फिर भी, अब धीरे-धीरे लोग इसके महत्व को दोबारा समझने लगे हैं।

राजनीती

बांग्लादेश में जो कुछ हुआ वह हैवानियत की इंतिहा : मौलाना मदनी ने भारत में माॅब लिचिंग और धार्मिक घटनाओं पर भी किया सवाल

मौलाना मदनी ने भारत में माॅब लिचिंग और धार्मिक घटनाओं पर भी किया सवाल

नई दिल्ली। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बांग्लादेश में हुई जघन्य घटना और भारत में बढ़ती सांप्रदायिक हिंसा को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए बांग्लादेश की घटना की कड़ी निंदा की। साथ ही, देश के भीतर हो रही मॉब लिंचिंग और धार्मिक नफरत की घटनाओं पर भी चिंता जताई।मौलाना अरशद मदनी ने एक्स पोस्ट में लिखा, बांग्लादेश में जो कुछ हुआ, वह बहुत ही बुरा हुआ। यह केवल एक हत्या नहीं, बल्कि हैवानियत और दरिंदगी की इंतिहा है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है। इस्लाम इसकी कतई, कतई अनुमति नहीं देता। जिन लोगों ने ऐसा किया है, उन्होंने न केवल इस्लामी शिक्षाओं का उल्लंघन किया है, बल्कि इस्लाम को बदनाम करने का काम भी किया है। इसलिए ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।देश को तबाह कर रहे धार्मिक उग्रवाद और नफरतमौलाना मदनी ने कहा कि धार्मिक उग्रवाद और नफरत हमारे देश को भी तबाह-बर्बाद कर रही है। क्रिसमस के मौके पर ईसाई समुदाय के साथ सांप्रदायिक तत्वों ने जो कुछ किया, उसे किसी भी रूप में सही नहीं ठहराया जा सकता। यह संविधान में नागरिकों को दी गई धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। जगह-जगह चर्चों पर हमले हुए और ईसाई समुदाय को अपना त्योहार मनाने से रोकने की कोशिश की गई।नालंदा की घटना का किया जिक्रउन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले बिहार के नालंदा में कपड़ों की फेरी लगाने वाले एक मुसलमान से कुछ लोगों ने नाम और धर्म पूछकर इतनी बेरहमी से मारपीट की कि उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। केरल में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां छत्तीसगढ़ के एक दलित युवक को बांग्लादेशी बताकर मौत के घाट उतार दिया गया। इसके कुछ ही दिनों बाद ओडिशा में पश्चिम बंगाल के तीन मुस्लिम मजदूरों की मॉब लिंचिंग हुई, जिसमें से एक की मौत हो गई और दो लोग अस्पताल में इलाजरत हैं।मौलाना ने चैनलों पर भी साधा निशानामौलाना ने आगे कहा कि दुख की बात यह है कि इन घटनाओं की न तो सरकार ने निंदा की और न ही मंत्रिमंडल के किसी सदस्य ने इस पर कोई बयान दिया। और बांग्लादेश की घटना पर टीवी चैनलों में चर्चा और देश में हो रही मॉब लिंचिंग पर चुप्पी, जो बेहद अफसोसनाक है। इस दोहरे रवैये को क्या नाम दिया जाए? यकीनन यह वह भारत नहीं है, जिसका सपना महात्मा गांधी, शेखुल हिंद, मोतीलाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद और हमारे बुजुर्गों ने देखा था।

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