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उज्जैन में एसबीआई ब्रांच में चोरों धावा : दो करोड़ के आभूषण पर साफ किया हाथ, ले उड़े 8 लाख नकद भी, यह है हैरानी की बातएशिया कप से पहले पाकिस्तान के लिए बुरी खबर : दिग्गज बल्लेबाज आसिफ अली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कहा goodbye, जाने जाते थे पावर-हिटर के रूप मेंमप्र के शहरी क्षेत्रों की सड़कों के बहुरेंगे दिन : मंत्री विजयवर्गीय ने जिम्मेदारों को दिए सख्त निर्देश, गुणवत्ता को लेकर भी दी हिदायतमोहन का फोकस निवेश-डेवलपमेंड पर : जीरो बेस्ड बजटिंग वाला पहला राज्य बनेगा मप्र, ठोस रणनीति तैयारMPCA अध्यक्ष पद पर सिंधिया के बेटे की ताजपोशी : महाआर्यमन ने ऐतिहासिक रिकार्ड भी किया अपने नाम, पिता के साथ पहुंचे गणपति की शरण मेंसियासत : यह न सोचें कि राहुल बेवकूफ हैं, केन्द्रीय मंत्री रिजिजू ने ऐसे किया आगाहमूवी द बंगाल फाइल्स को लेकर सीयासी पारा हाई : दीदी पर जमकर बरसे निर्माता, बोले- क्या हिंदुओं के दर्द की बात करना गुनाह है?खड़गे के कूड़े वाले बयान पर भाजपा का पलटवार : केन्द्रीय मंत्री बोले- ऐसे शब्द नहीं देते शोभा, उन्हें आनी चाहिए शर्म, राहुल को भी घेराशोध : मीठी नीम के पत्तों में छिपे हैं कई गुण, दिया गया है नेचुरल इंसुलिन बूस्टर का नाममोहन कैबिनेट : जल जीवन मिशन के लिए बड़ा फैसला, उज्जैन के फोनलेन ब्रिज को मिली हरी झंडी, इंदौर को भी सौगात

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उज्जैन में एसबीआई ब्रांच में चोरों धावा : दो करोड़ के आभूषण पर साफ किया हाथ, ले उड़े 8 लाख नकद भी, यह है हैरानी की बात

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उज्जैन। उज्जैन के महानंदा नगर स्थित एसबीआई शाखा में सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात को चोरों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। बदमाशों ने जहां करीब दो करोड़ रुपये के आभूषण पर हाथ साफ किया। वहीं 8 लाख रुपये नकद भी चुराकर भाग गए। चोरी की सबसे बड़ी अजीब बात यह है कि बैक लॉकर का ताला तोड़ा नहीं गया था बल्कि खुलवाए गए। इससे पुलिस शंका हो रही है कि वारदात को अंजाम देने में किसी बैंक के ही कर्मचारी की मिलीभगत है। ब्रांच में हुई चोरी का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। फुटेज में दो बदमाश जाते हुए कैद हुए हैं। फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश में पुलिस जुट गई है।सूत्रों के अनुसार, दो लोग देर रात बैंक पहुंचे और मेन गेट और लॉकर के ताले खोलकर 1-2 करोड़ रुपये का सोना और लगभग आठ लाख रुपये नकद लेकर चले गए। चोरी की जानकारी बैंक मैनेजर और सफाईकर्मी को सुबह हुई। चोरी हुआ सोना उन ग्राहकों का है, जिन्होंने बैंक से गोल्ड लोन लिया था। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि सुबह जब सफाईकर्मी और मैनेजर पहुंचे तो उन्होंने मुख्य द्वार और लॉकर के ताले खुले पाए, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।सभी ताले सिक्वेंस से खोले गएएसपी ने बताया कि सभी ताले सिक्वेंस में खोले गए थे, जो बिना चाबी संभव नहीं है. इसलिए संभावना है कि कोई अंदरूनी व्यक्ति इसमें शामिल है। उन्होंने कहा कि पुलिस फुटेज और अन्य सबूतों का एनालिसिस कर रही है। पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया। एफएसएल, फिंगरप्रिंट, साइबर और क्राइम टीम ने बैंक में स्पॉट विजिट कर सुराग जुटाए। बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे जांच में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कीचोरी हुए सोने का संबंध बैंक के गोल्ड लोन से है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि चोरी किए गए सोने और नकद का असली हुलिया और इस्तेमाल किसने किया। घटना में शामिल लोगों की पहचान और पकड़ के लिए पुलिस सक्रिय है। पुलिस अधिकारी ने आश्वस्त किया कि जल्द ही पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया जाएगा और जिम्मेदारों को कानून के तहत सजा दिलाई जाएगी।

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मूवी द बंगाल फाइल्स को लेकर सीयासी पारा हाई : दीदी पर जमकर बरसे निर्माता, बोले- क्या हिंदुओं के दर्द की बात करना गुनाह है?

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मुंबई। बॉलीवुड के चर्चित फिल्म निर्माता और निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री अपनी नई फिल्म द बंगाल फाइल्स को लेकर सुर्खियों में हैं। इस फिल्म को लेकर राजनीति गर्मा गई है। 1946 के डायरेक्ट एक्शन डे और उसके बाद हुए नोआखाली नरसंहार की सच्ची घटनाओं पर आधारित यह फिल्म 5 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है, लेकिन इससे पहले ही फिल्म का विरोध हो रहा है और बैन की मांग उठने लगी है। इस बीच फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से एक वीडियो मैसेज के जरिए खास अपील की है। उन्होंने आग्रह किया है कि राज्य सरकार फिल्म पर बैन न लगाए और इसके शांतिपूर्ण स्क्रीनिंग की अनुमति दे।अपने वीडियो संदेश में विवेक अग्निहोत्री ने कहा, माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जी, ये वीडियो आपके लिए है। हमारी फिल्म द बंगाल फाइल्स विश्व भर में रिलीज हो रही है, लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में इसे बैन कर दिया जाएगा। थिएटर मालिक मुझसे कह रहे हैं कि उन पर इतना राजनीतिक दबाव है कि वे फिल्म दिखाने से डर रहे हैं। इसी दबाव के कारण 16 अगस्त को फिल्म का ट्रेलर भी सिनेमाघरों में नहीं दिखाया गया। हमने एक होटल में ट्रेलर दिखाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे रोक दिया।फिल्म को शांतिपूर्वक रिलीज करने की जिम्मेदारी लें ममताअग्निहोत्री ने ममता बनर्जी से आग्रह करते हुए कहा, आपने भारत के संविधान की शपथ ली है और हर नागरिक के विचारों को व्यक्त करने के अधिकार की रक्षा करने की भी शपथ ली है। इस फिल्म को भारतीय सेंसर बोर्ड (सीबीएफसी) की मंजूरी मिल चुकी है, जो कि एक सरकारी तंत्र का हिस्सा है। इसलिए ये आपका संवैधानिक दायित्व है कि इस फिल्म को शांतिपूर्वक रिलीज करने की जिम्मेदारी लें।नोआखाली नरसंहार भारतीय इतिहास का दर्दनाक अध्यायफिल्म के विषय को लेकर अग्निहोत्री ने कहा कि यह 1946 के डायरेक्ट एक्शन डे और नोआखाली नरसंहार पर आधारित है, जो भारतीय इतिहास का एक बेहद दर्दनाक अध्याय है। उन्होंने कहा कि अगर नोआखाली जैसी घटना नहीं हुई होती तो शायद भारत का विभाजन भी नहीं होता। उन्होंने सवाल उठाया कि, क्या कोई यहूदी बच्चा है, जो होलोकॉस्ट के बारे में नहीं जानता? क्या कोई अश्वेत बच्चा है, जो गुलामी के इतिहास से अनजान है? क्या कोई जापानी बच्चा है, जिसे हिरोशिमा और नागासाकी के परमाणु हमलों की जानकारी नहीं? तो, फिर हमारी पीढ़ी को नोआखाली और डायरेक्ट एक्शन डे के बारे में क्यों नहीं पता?बंगाल सिर्फ दर्द का नाम नहींविवेक ने बंगाल की सांस्कृतिक और क्रांतिकारी विरासत को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा, बंगाल सिर्फ दर्द का नाम नहीं है। यहीं से भारत का पुनर्जागरण शुरू हुआ। स्वामी विवेकानंद, टैगोर, रामकृष्ण परमहंस, सुभाष चंद्र बोस़... सब यहीं से निकले। लेकिन, ये भी सच है कि बंगाल ही एकमात्र राज्य है, जिसका दो बार विभाजन हुआ, 1905 और 1947 में। फिल्म के संभावित विरोध पर उन्होंने कहा कि द बंगाल फाइल्स किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा, यह फिल्म उनके खिलाफ है, जो इंसानियत के खिलाफ खड़े हुए और आज भी झूठ को जिंदा रखना चाहते हैं। अगर आप एक सच्ची भारतीय और बंगाली की तरह सोचेंगी, तो इस फिल्म को बैन नहीं बल्कि सैल्यूट करेंगी।अग्निहोत्री ने ममता से की यह अपीलअग्निहोत्री ने ममता बनर्जी से अपील करते हुए कहा कि, अगर आज हम डायरेक्ट एक्शन डे और नोआखाली की कहानी नहीं सुनाएंगे, तो कब सुनाएंगे? अगर सत्य से डर लगता है, तो आईना नहीं तोड़ा जाता। आईना तोड़ने से चेहरा नहीं बदलता। उन्होंने आखिर में कहा, अगर हिंदू इतिहास और नरसंहार का सच बोलना भारत में गुनाह है तो हां, मैं गुनाहगार हूं। आप सरकार हैं और मैं वी द पीपल का सिर्फ एक नंबर... आप जो चाहें सजा दे सकती हैं। वंदे मातरम।

बिज़नेस

गुड न्यूज : एशिया में काम करने के लिए सबसे महफूज जगह भारत, लेटेस्ट रिपोर्ट बडा खुलासा

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नई दिल्ली। एशिया में काम करने के लिए बेहतरीन जगहों में भारत शीर्ष स्थान पर है। सोमवार को आई एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष 100 संगठनों में से 48 भारत में संचालित होते हैं। वर्कप्लेस कल्चर के वैश्विक सर्वेक्षणकर्ता, ग्रेट प्लेस टू वर्क की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में मौजूद ये 48 कंपनियां बड़ी कंपनियों की कैटेगरी में आती हैं, जबकि मिड-साइज कैटेगरी में भारत में 12 कंपनियां संचालित होती हैं।रिपोर्ट में कहा गया है कि यह वर्कप्लेस कल्चर और कर्मचारी अनुभव में देश के बढ़ते नेतृत्व को दर्शाता है। रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल कंपनियों में एशिया के सामान्य वर्कप्लेस की तुलना में वर्कप्लेस पर सकारात्मक अनुभव बताने वाले कर्मचारियों की संख्या भी अधिक है। जब कंपनियां कर्मचारियों के साथ उच्च स्तर का विश्वास बनाती हैं तो उनके जनरेटिव एआई के उदय सहित, व्यवधानों के लिए तैयार रहने की संभावना अधिक होती है।ग्रेट प्लेस टू वर्क के सीईओ माइकल सी. बुश ने कहा, ये अग्रणी कंपनियां रास्ता दिखा रही हैं, ऐसे वर्कप्लेस बना रही हैं जो समुदायों को मजबूत, राष्ट्रों को अधिक समृद्ध और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाते हैं। बुश ने आगे कहा, ष्एशिया में 2025 के बेस्ट वर्कप्लेस के विजेताओं को जो चीज अलग बनाती है, वह है उन सभी कारकों में कर्मचारियों का निरंतर सकारात्मक अनुभव, जो वास्तव में एक बेहतरीन वर्कप्लेस कल्चर को परिभाषित करते हैं।इस वर्ष की सूची में भारत में कार्यरत जिन कंपनियों को शामिल किया गया है, उनमें नोवार्टिस, श्नाइडर इलेक्ट्रिक, एरिक्सन, वीजा और एनवीडिया जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं। 32 लाख से अधिक व्यक्तिगत प्रतिक्रियाओं वाले गोपनीय सर्वेक्षण आंकड़ों पर आधारित यह रिपोर्ट पूरे क्षेत्र के लगभग 75 लाख कर्मचारियों के अनुभवों को दर्शाती है।इसमें कहा गया है कि 91 प्रतिशत कर्मचारी उनके काम को प्रभावित करने वाले निर्णयों में खुद को शामिल महसूस करते हैं और 86 प्रतिशत कर्मचारी अपने रिपोर्टिंग प्रबंधकों से निष्पक्ष व्यवहार की जानकारी देते हैं। इसके अलावा, 93 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों को लगता है कि उनकी उम्र, लिंग, पद, नस्ल या यौन रुझान की परवाह किए बिना उनके साथ उचित व्यवहार किया जाता है।ग्रेट प्लेस टू वर्क इंडिया के सीईओ बलबीर सिंह ने कहा, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि इन विजेता संगठनों के कर्मचारी नेतृत्व टीम के दृष्टिकोण और क्षमता पर बेहद गर्व, जुड़ाव और विश्वास महसूस करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह इन वर्कप्लेस द्वारा विकसित निष्पक्षता और उत्कृष्टता की संस्कृति का एक सशक्त प्रमाण है। इस सूची में कई भारतीय संगठनों का प्रतिनिधित्व वास्तव में सराहनीय है।

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खेल

एशिया कप से पहले पाकिस्तान के लिए बुरी खबर : दिग्गज बल्लेबाज आसिफ अली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कहा goodbye, जाने जाते थे पावर-हिटर के रूप में

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नई दिल्ली। आगामी 9 सितंबर से एशिया कप का आगाज होने जा रहा है, लेकिन इससे एक हफ्ते पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए बुरी खबर आ गई है। दरअसल पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज आसिफ अली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। आसिफ को पावर-हिटर के रूप में भी जाना जाता है। आसिफ अली ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करता हूं। पाकिस्तान की जर्सी पहनना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है। क्रिकेट के मैदान पर अपने मुल्क की सेवा करना मेरे लिए सबसे गर्व की बात है। आसिफ अली ने समर्थकों का आभार जताते हुए कहा, अपने फैंस, साथियों और कोच का शुक्रिया, जिन्होंने हर उतार-चढ़ाव में मुझे प्यार, भरोसा और समर्थन दिया। अपने परिवार और दोस्तों का भी धन्यवाद, जो मेरे साथ खुशियों में और मुश्किल घड़ियों में खड़े रहे, खासकर विश्व कप के दौरान मेरी प्यारी बेटी के निधन जैसी त्रासदी में, उनकी मजबूती ने मुझे आगे बढ़ने की ताकत दी।अप्रैल 2018 में की थीअंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत उन्होंने लिखा, मैं अपार कृतज्ञता के साथ संन्यास लेता हूं। मैं आगे भी घरेलू और दुनियाभर की लीग क्रिकेट खेलकर अपने खेल के प्रति जुनून को साझा करता रहूंगा। आसिफ अली ने अप्रैल 2018 में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत की थी। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से 21 वनडे मुकाबलों में 25.46 की औसत के साथ 382 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से तीन अर्धशतक देखने को मिले। वहीं, 58 टी20 मुकाबलों में दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 15.18 की औसत के साथ 577 रन अपने खाते में जुटाए। उनका इस्तेमाल मुख्य रूप से एक फिनिशर और पावर-हिटर के रूप में किया गया।टी20 विश्व कप 2021 आसिफ ने खेली थी यादगार पारीआसिफ अली ने आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2021 में अफगानिस्तान के खिलाफ यादगार पारी खेली थी। पाकिस्तान को जीत के लिए 12 गेंदों में 24 रनों की दरकार थी। ऐसे में आसिफ ने करीम जनत के ओवर में चार छक्के जड़ते हुए 7 गेंदों पर 25 रन बनाकर एक ओवर शेष रहते टीम को जीत दिलाई। एशिया कप-2022 में भारत के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए उन्होंने 8 गेंदों में 16 रनों की पारी खेलते हुए पाकिस्तान को अंतिम ओवर में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

लाइफस्टाइल

अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड : पुरुष गलती से भी न करें का सेवन, नहीं तो चुकानी पड़ेगी बड़ी कीमत

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नई दिल्ली। एक स्टडी में पाया गया है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड की थोड़ी सी मात्रा भी पुरुषों में वजन बढ़ने, हार्मोन में गड़बड़ी और स्पर्म की गुणवत्ता खराब होने का कारण बन सकती है। वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने अब यह पता लगाया है कि कम से कम प्रोसेस्ड फूड की तुलना में अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड लेने पर लोगों का वजन अधिक बढ़ता है, भले ही उनकी कैलोरी की मात्रा एक समान हो।सेल मेटाबॉलिज्म पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन में, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड से भरपूर आहार में प्रदूषकों का स्तर अधिक होता है, जो मनुष्यों में स्पर्म की गुणवत्ता को प्रभावित करने के लिए जाने जाते हैं। कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के एनएनएफ सेंटर फॉर बेसिक मेटाबोलिक रिसर्च (सीबीएमआर) की प्रमुख लेखिका जेसिका प्रेस्टन ने कहा, ष्हमारे परिणाम साबित करते हैं कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स हमारे रिप्रोडक्टिव और मेटाबॉलिक हेल्थ को नुकसान पहुंचाते हैं, भले ही उन्हें अधिक मात्रा में न खाया जाए। इससे पता चलता है कि इन खाद्य पदार्थों की प्रोसेस्ड प्रकृति ही उन्हें हानिकारक बनाती है।सर्वोत्तम आंकड़े प्राप्त करने के लिए, टीम ने एक ही व्यक्ति पर अनप्रोसेस्ड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड आहार के स्वास्थ्य प्रभाव की तुलना की। उन्होंने 20 से 35 वर्ष की आयु के 43 पुरुषों को शामिल किया, जिन्होंने दोनों आहारों में से प्रत्येक पर तीन सप्ताह बिताए और बीच में तीन महीने का वॉशआउट रहा। आधे पुरुषों ने अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड और आधे ने अनप्रोसेस्ड फूड लेना शुरू किया। आधे पुरुषों को अतिरिक्त 500 डेली कैलोरी वाला हाई-कैलोरी आहार भी दिया गया, जबकि आधे पुरुषों को उनके आकार, उम्र और शारीरिक गतिविधि के स्तर के अनुसार सामान्य मात्रा में कैलोरी दी गई। साथ ही उन्हें यह नहीं बताया गया कि वे किस आहार पर हैं।अनप्रोसेस्ड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड दोनों फूड में कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा की मात्रा समान थी। अल्ट्रा प्रोसेस्ड आहार लेने के दौरान अनप्रोसेस्ड फूड की तुलना में पुरुषों में एक किलोग्राम अधिक वसा का बढ़ना पाया गया। दिल के स्वास्थ्य से जुड़े कई अन्य संकेतक भी प्रभावित हुए। वैज्ञानिकों ने अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड लेने वाले पुरुषों में हार्मोन को बिगाड़ने वाले थैलेट (एक ऐसा पदार्थ जिसका उपयोग प्लास्टिक में होता है) का स्तर खतरनाक तरीके से बढ़ गया था। इस डाइट पर रहने वाले पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन और फॉलिकल स्टिमुलेटिंग हार्मोन के स्तर में भी कमी देखी गई, जो स्पर्म प्रोडक्शन के लिए महत्वपूर्ण हैं।कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रोमेन बैरेस ने कहा, हम यह देखकर हैरान थे कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड पदार्थों से शरीर के कितने कार्य बाधित होते हैं, यहां तक कि स्वस्थ युवा पुरुषों में भी। इसके लंबे समय के परिणाम चिंताजनक हैं और लंबे समय तक रहने वाली बीमारियों से बेहतर सुरक्षा के लिए पोषण संबंधी दिशानिर्देशों में संशोधन की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं।

राजनीती

किरेन रिजिजू : थरूर के मुरीद हुए मोदी के मंत्री, तारीफ में जमकर पढे कसीदे, बरसे राहुल-तेजस्वी पर

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नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर के मुरीद हो गए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने थरूर की जमकर सराहना भी की है। किरेन रिजिजू ने एक बातचीत के दौरान कहा कि वे देश के लिए सोचते हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि थरूर जैसे विपक्ष में कई ऐसे नेता हैं जो देश की परवाह करते हैं। खास बात यह है कि किरेन रिजिजू ने थरूर की ऐसे समय में तारीफ की है, जब वह पार्टी की रेड लाइन हटकर कई मौकों पर केन्द्र सरकार की सराहना कर चुके हैं। खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की। केन्द्रीय मंत्री द्वारा तारीफ किए जाने के बाद सियासी गलियारों में यह भी चर्चा शुरू हो गई है कि क्या थरूर कांग्रेस छोड़ने का मन बना रहे हैं। रिजिजू ने कहा, मेरे अनुभव से, कांग्रेस और अन्य दलों में ऐसे कई सांसद हैं जिनके पास देश के लिए अच्छे विचार हैं, लेकिन वे अपने नेताओं के सामने बोलने से डरते हैं। शशि थरूर कभी-कभी बोलते हैं, लेकिन फिर उन्हें कांग्रेस के भीतर से ही गाली का सामना करना पड़ता है, जो सही नहीं है।राहुल-तेजस्वी पर बरसे केन्द्रीय मंत्रीकांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी सोने की चम्मच लेकर पैदा हुए और तेजस्वी यादव अपने लिए लालू प्रसाद के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन दोनों मिलकर बिहार और देश का भविष्य ठीक नहीं कर सकते। वहीं चीन में एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी को दुनियाभर के नेता पहचानते हैं। दुनियाभर के सबसे वरिष्ठ राजनेताओं में प्रधानमंत्री मोदी को भी मान्यता प्राप्त है।मदरसों से जुड़े सवाल पर यह बोले केन्द्रीय मंत्रीमदरसों में आधुनिक शिक्षा व्यवस्था से जुड़े सवाल पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, अगर मदरसे आधुनिक शिक्षा प्रदान करते हैं तो यह अच्छी बात है। धार्मिक शिक्षा ठीक है, लेकिन इसके साथ ही आधुनिक शिक्षा भी जरूरी है। आज छात्र नौकरी कैसे पाएंगे या वैज्ञानिक ज्ञान और जानकारी कैसे प्राप्त करेंगे, यह सिर्फ आधुनिक शिक्षा से ही संभव है।

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