Download App

Latest News

वियतनाम में बाढ़ से हाहाकार : 67,700 से ज्यादा घर पानी में डूबे, अब तक 43 की मौत, अनाज और पशुओं पर भी संकटनेतृत्व परिवर्तन को लेकर कर्नाटक कांग्रेस में लड़ाई हुई और गहरी : पार्टी चीफ पहुंचे बेंगलुरू, दबाव बनाने डीके समर्थकों ने दिल्ली के लिए भरी उड़ानसेहतः : शरीर के लिए आहार के साथ सूर्य स्नान भी है जरूरी, जानें तीन महत्वपूर्ण स्टेप्सएशेज सीरीजः मेहमानों को घुटनों पर लाए मिचेल : इंग्लैंड की पहली पारी महज 152 रनों पर सिमटी, बैजबाॅल स्टाइल ने अंग्रेजों की डूबोई लुटियाराम मंदिर ध्वजारोहण कार्यक्रम : समारोह को भव्य बनाने तैयारियों जोरों पर, टिकी रहेंगी दुनिया भर के भक्तों की निगाहें, मौजूद रहेंगे मोदी-भागवतकोयला माफियाओं के खिलाफ बड़ा एक्शन : ईडी ने झारखंड से लेकर बंगाल तक दी दबिश, दायरे में रहे 40 से अधिक ठिकानेइंटरएक्टिव सेशनः : सीएम आज हैदराबाद के उद्योगपतियों से वन-टू-वन करेंगे संवाद, मप्र में निवेश के अवसरों से कराएंगे रूबरू

बड़ी ख़बर

बिहार चुनाव : हार पर आत्मचिंतन करने एक दिन मौन रहे पीके, गांधी आश्रम में किया प्रायश्चित

Featured Image

पश्चिमी चंपारण। बिहार विधानसभा चुनाव में पहली बार मैदान में उतरी जन सुराज पार्टी को करारा झटका लगा है। यही नहीं जीत तो दूर, जन सुराज के ज्यादातर उम्मीदवार जमानत तक नहीं बचा पाए। करारी हार का आहत पार्टी के संयोजक प्रशांत किशोर ने एक दिन का मौन व्रत रखा और हार पर चिंतन किया।प्रशांत किशोर गुरुवार को पश्चिम चंपारण के भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिन के प्रायश्चित मौन व्रत पर बैठे। उन्होंने पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और इसके बाद निर्धारित स्थान पर बैठकर मौन व्रत की शुरुआत की थी। उनका यह मौन व्रत शुक्रवार सुबह 11 बजे तक जारी रहा।भितिहरवा आश्रम से कर रहे नई शुरुआत: बोले पार्टी के नेताइसी बीच, जन सुराज पार्टी के नेता मनीष कश्यप ने कहा, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भितिहरवा आश्रम से एक बार फिर नई शुरुआत कर रहे हैं। तीन साल पहले हमने भितिहरवा आश्रम से शुरुआत की थी। हम बिहार को बदलने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और पलायन जैसे विषयों को लेकर चले थे। ये प्रमुख मुद्दे थे, लेकिन हमें उतनी सफलता नहीं मिली जितनी मिलनी चाहिए थी। इसीलिए हम अब यहां हैं।अब बिहार के लोगों को जगाने का काम करेंगे पीकेमनीष कश्यप ने आगे कहा, प्रशांत किशोर यहां एक दिन का मौन व्रत रख रहे हैं और इसके खत्म होने के बाद हम एक बार फिर बिहार के लोगों को जगाने और राज्य को बदलने की दिशा में काम करेंगे। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी शून्य पर सिमट गई। पार्टी 238 सीटों पर मैदान में थी, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाई।हार पर यह बोले थे पीकेनतीजों के बाद प्रशांत किशोर ने हार को स्वीकार किया। इसके साथ ही उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि तीन साल में जितनी मेहनत करते हुए बिहार की जनता ने देखा है, उससे दोगुनी ताकत से मेहनत करते हुए आप मुझे अगले पांच साल देखेंगे। हार तब होती है, जब आप प्रयास छोड़ देते हैं।

लाइव टीवी

Loading live stream...

पॉडकास्ट

image

नरक चतुर्दशी विशेष

image

पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 3

image

पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 2

image

पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 1

image

Podcast E124

image

गुप्त नवरात्री पर विशेष

image

पूरी और प्रभु जगन्नाथ पर विशेष

image

आज की बुलेटिन 28 June

image

आज की बुलेटिन 26 June

image

आज की बुलेटिन 24 June

मनोरंजन

मैक्सिकन ब्यूटी के सिर सजा मिस यूनिवर्स का ताज : रेड कलर के गाउन में लग रही बेहद खूबसूरत, खुशी में सुंदरी के आखों से छलके आंसू

Featured Image

नई दिल्ली। थाईलैंड में आयोजित हुई मिस यूनिवर्स का ताज मेक्सिको की सुंदरी फातिमा बॉश के सिर पर सजा है। थाईलैंड में आयोजित हुए इस प्रतिष्ठित पेजेंट में दुनियाभर की सुंदरियों में से फातिमा बॉश ने मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम किया। उन्हें की मिस यूनिवर्स डेनमार्क की विक्टोरिया केजर थेलविग ने ताज पहनाया।प्रतियोगिता में फर्स्ट रनरअप की मॉडल प्रवीणर सिंह रहीं। वेनेजुएला की मॉडल स्टीफिन अबासली दूसरी रनरअप रहीं। तीसरे नंबर पर फिलिपिन्स की मॉडल अतीशा मनालो रहीं। चैथी रनरअप कोत दिव्वार की मॉडल रहीं। वहीं भारत टॉप 12 की रेस से भी बाहर रहा।खुशी में मैक्सिकन ब्यूटी के आंखों से छलके आंसू इमोशन और जबरदस्त एनर्जी से भरे फिनाले में मेक्सिको की फातिमा बॉश ऑफिशियली मिस यूनिवर्स 2025 बनीं। जैसे ही उनका नाम पुकारा गया पूरा एरिना गूंज उठा। यहीं नहीं मैक्सिकन ब्यूटी के आंसू छलक उठे। यह आंसू उनकी वर्षों की मेहनत, महीनों के धैर्य और अपार खुशी का मिश्रण थे। वे भावुक भी थीं और बेहद खुश भी। रेड कलर के गाउन में वे बेहद खूबसूरत लगीं। फातिमा के सिर पर जब ताज रखा गया तो वह कांपती हुई दिखीं।मिस मेक्सिको ने दिया ये जवाब और जीता ताजप्रतियोगिता के दौरान मिस मेक्सिको से पूछा गया कि आपके हिसाब से साल 2025 में एक महिला होने के क्या चैलेंज हैं और आप मिस यूनिवर्स के टाइटल का इस्तेमाल दुनिया भर की महिलाओं के लिए एक सेफ जगह बनाने के लिए कैसे करेंगी। इस पर फातिमा बॉश ने पूरे यकीन के साथ कहा, एक महिला और मिस यूनिवर्स के तौर पर मैं अपनी आवाज और ताकत दूसरों की सेवा में लगाऊंगी क्योंकि आजकल हम यहां बोलने, बदलाव लाने और सब कुछ देखने के लिए हैं क्योंकि हम महिलाएं हैं और जो बहादुर लोग खड़े होंगे...वही इतिहास बनाएंगे।मनिका ने किया भारत का प्रतिनिधित्वइस बार इस सौंदर्य प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व राजस्थान की रहने वाली मॉडल मनिका विश्वकर्मा कर रही थीं। मगर, खिताब पर वह अपना नाम नहीं दर्ज करा सकीं। मनिका टॉप 30 में सफलतापूर्वक शामिल हो गईं। लेकिन, टॉप 12 प्रतिभागियों में अपनी जगह नहीं बना सकीं।विवाद में रहीं फातिमा बॉशबता दें कि फातिमा बॉश फिनाले से पहले विवादों में रहीं। कंट्रोवर्सी के बावजूद ब्रह्मांड सुंदरी के ताज पर कब्जा जमाकर उन्होंने अपने देश को गौरवान्वित किया है। दरअसल, फातिमा को लेकर प्रतियोगिता के दौरान 04 नवंबर को कंट्रोवर्सी शुरू हुई। उन्हें मिस थाइलैंड के निदेशक नवात इत्साराग्रिसिल के तीखे शब्दों का सामना करना पड़ा। कथित तौर पर निदेशक ने थाइलैंड से संबंधित प्रोमोशनल कंटेंट ना साझा करने की वजह से सभी के सामने अपमानजनक शब्द बोलते हुए फातिमा को फटकार लगाई थी।

बिज़नेस

इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में बोले आरबीआई गवर्नर : देश की अर्थव्यवस्था के हित के लिए आरबीआई में में फाइनेंशियल स्टेबिलिटी जरूरी

Featured Image

मुंबई। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को 12वें बैंकिंग एंड इकोनॉमिक कॉन्क्लेव 2025 को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह कॉन्क्लेव ऐसे समय में हो रहा है जब पॉलिटिकल टेंशन, टेक्नोलॉजिकल बदलावों की वजह से अनिश्चितताएं बनी हुई हैं। उन्होंने इस कॉन्क्लेव को मौजूदा चुनौतियों और अवसरों पर बात करने का एक सही समय बताया। उन्होंने एक वर्ष पहले हुए इसी कॉन्क्लेव को लेकर कहा कि मैंने इस खास कॉन्क्लेव में अपनी मौजूदगी वर्चुअली दर्ज करवाई थी। आरबीआई गवर्नर ने कहा, पिछले कॉन्क्लेव में मैंने उन रिफॉर्म्स के बारे में बात की थी जो हम आज टैक्सेशन सेक्टर में कर रहे हैं। मैं आज आपके सामने पिछले कुछ महीनों में किए गए कुछ रेगुलेटरी बदलावों के बारे में बात करूंगा। उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि पहले हमने आरबीआई के लिए एक रेगुलेशन बनाने का फ्रेमवर्क जारी किया था, जिसमें हमारा एक कंसल्टेटिव प्रोसेस है। हम इसे अधिक ओपन और कंसल्टेटिव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।अर्थव्यवस्था के हित के लिए आरबीआई में फाइनेंशियल स्टेबिलिटी जरूरी आरबीआई गवर्नर ने अपने एमपीसी बयानों पर बात करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के हित के लिए भारतीय रिजर्व बैंक में फाइनेंशियल स्टेबिलिटी जरूरी है। उन्होंने कहा, ष्यह एक जरूरी सिद्धांत है। यह शॉर्ट-टर्म ग्रोथ नहीं, जो फाइनेंशियल स्टेबिलिटी की कीमत पर हासिल की जाती है, इसके लॉन्ग-टर्म ग्रोथ के लिए बड़े नतीजे हो सकते हैं।गवर्नर मल्होत्रा के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक मैग्नीट्यूड की टेक्नोलॉजिकल तरक्की पर आधारित तेजी से बदलते बैंकिंग सिस्टम में कोई भी रेगुलेटर सिस्टम को एक ही समय पर नहीं रख सकता। रेगुलेटर की भूमिका भारत में स्थिरता, निष्पक्षता और मजबूती सुनिश्चित करने वाले नियमों के तहत विकास का नेतृत्व करना है।भारत ने बदल दिया क्रेडिट कल्चर कोइनसॉल्‍वेंसी एंड बैंकरप्‍सी को लेकर संजय मल्होत्रा ने कहा कि इसने भारत के क्रेडिट कल्चर को पूरी तरह से बदल दिया है। उन्होंने एसबीआई को लेकर कहा कि देश का सबसे बड़ा पब्लिक सेक्टर बैंक पूरी तरह से बदल गया है। एसबीआई 2018 में नुकसान में चला गया था, वहीं आज 100 बिलियन डॉलर की कंपनी बन गया है, जो कि रेगुलेटरी और स्ट्रक्चरल सुधारों का परिणाम है।

Youtube

Video thumbnail
Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 News LIVE :24x7 | Live Updates | Breaking News | Hindi News | देश-दुनिया की बड़ी खबरें|

Tv27 NEWS LIVE : Latest Update | Breaking News | Hindi News | Live Updates |

Tv27 NEWS LIVE : Latest Update | Breaking News | Hindi News | Live Updates |

Tv27 NEWS LIVE : Latest Update | Breaking News | Hindi News | Live Updates |

Tv27 NEWS LIVE : Latest Update | Breaking News | Hindi News | Live Updates |

खेल

आईपीएल 2026 : 10 साल घर लौटे नितीश राणा, डीसी ने ऐसे किया वेलकम, फ्रेंचाइजी ने 4.2 करोड़ में किया ट्रेड

Featured Image

नई दिल्ली। दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2026 से पहले नितीश राणा को अपने साथ जोड़ा है। टीम में नितीश राणा की वापसी के बाद फ्रेंचाइजी ने उनके लिए एक स्वागत संदेश साझा किया। डीसी ने एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 10 साल बाद आपका लड़का आखिरकार घर आ गया, दिल्ली।आगामी सीजन के लिए फ्रेंचाइजी ने नितीश राणा को 4.2 करोड़ रुपये पर ट्रेड किया है। वहीं, साउथ अफ्रीकी ऑलराउंडर डोनोवन फरेरा दिल्ली कैपिटल्स की टीम से राजस्थान रॉयल्स के खेमे में पहुंच गए हैं। राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1 करोड़ रुपये में ट्रेड किया है। साल 2016 में नितीश राणा को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में डेब्यू का मौका मिला। अगले ही सीजन उन्होंने 333 रन बनाकर मुंबई इंडियंस को खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई।2018 में कोलकाता ने राणा पर जताया था भरोसाहालांकि, 2018 इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी से पहले मुंबई फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज कर दिया और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने उन पर भरोसा जताया। साल 2022 की मेगा नीलामी से पहले राणा को रिलीज कर दिया गया था, लेकिन 8 करोड़ रुपये में दोबारा अनुबंधित होने के बाद उन्होंने 143.82 के स्ट्राइक रेट से 361 रन बनाए। केकेआर की ओर से रिटेन किए जाने के बाद राणा को श्रेयस अय्यर की गैरमौजूदगी में आईपीएल 2023 के लिए कप्तानी सौंपी गई।बीते साल उंगली में चोट के कारण मुकाबलों से रहे बाहर2024 में अय्यर के कप्तान बनने के बाद राणा का अभियान उंगली की चोट के कारण प्रभावित हुआ, जिसके कारण वह लगातार 10 मुकाबलों से बाहर रहे। साल 2025 की नीलामी से पहले केकेआर ने उन्हें रिलीज करने का फैसला किया और राजस्थान ने 4.20 करोड़ रुपये में इस खिलाड़ी को साइन किया। नितीश राणा ने आईपीएल करियर के 118 मुकाबलों में 27.97 की औसत के साथ 2,853 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 20 अर्धशतक लगाए।

लाइफस्टाइल

प्रेग्नेंसी में महिलाओं के लिए वरदान से कम नहीं ये आसन : कई समस्याओं से दिलाता है निजात

Featured Image

नई दिल्ली। कहते हैं कि बच्चे को जन्म देने के समय माताओं को 206 हड्डियों के टूटने जैसा दर्द होता है। हालांकि, उसके पहले का भी सफर आसान नहीं होता है क्योंकि गर्भावस्था में महिलाओं को कई शारीरिक परेशानियां झेलनी पड़ती हैं, लेकिन योगासन इसमें बड़ा सहारा बन सकता है। यही नहीं, भद्रासन गर्भवती महिलाओं के लिए तो वरदान से कम नहीं है।भद्र शब्द का अर्थ दृढ़, सज्जन, या सौभाग्यशाली होता है। यह आसन शरीर को मजबूत बनाता है और मस्तिष्क को स्थिरता प्रदान करता है। खासकर गर्भवती महिलाओं और मासिक धर्म के दौरान पेट दर्द से जूझ रही महिलाओं के लिए यह वरदान से कम नहीं है।आयुष मंत्रालय के अनुसार, भद्रासन का नियमित अभ्यास गर्भावस्था के समय को आसान बनाता है, जिससे प्रसव आसान हो सकता है। यह आसन महिलाओं को मासिक धर्म के समय होने वाले असहनीय पेट दर्द, ऐंठन से भी राहत दिलाता है। साथ ही, यह शरीर को मजबूती भी देता है और मन को शांत रखता है। गर्भावस्था में होने वाली कमर दर्द, थकान और तनाव जैसी समस्याओं में भी यह प्रभावी साबित होता है।योग एक्सपर्ट भद्रासन का अभ्यास कैसे करें? इस विषय में विस्तार से जानकारी देते हैं। भद्रासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर चटाई बिछाकर बैठें। दोनों पैरों को सामने की ओर फैलाएं। अब घुटनों को मोड़कर पैरों के तलुए को आपस में जोड़ें। एड़ियां पेट के पास लाएं और हाथों से पैरों को पकड़कर रखें। इस दौरान पीठ और गर्दन को सीधा रखें और आंखें बंद कर गहरी सांस लें और छोड़ें। शुरुआत में 1-2 मिनट तक इस आसन में रहें, धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।महिलाओं के लिए भद्रासन कई तरह से फायदेमंद है। पीरियड्स के दौरान पेट में ऐंठन और दर्द को भी कम करने में सहायक है। यह रीढ़ की हड्डी को लचीला रखता है और कब्ज जैसी समस्या से छुटकारा दिलाता है। भद्रासन न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी है। यह तनाव मुक्ति में भी सहायक है। हालांकि, गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर या योग विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही अभ्यास करना चाहिए। किसी भी योगासन से पहले चिकित्सक की सलाह जरूरी है।

राजनीती

बीआर गवई : 'बौद्ध धर्म में आस्था, लेकिन सभी धर्मों में विश्वास', विदाई समारोह में बोले सीजेआई

Featured Image

नई दिल्ली। सीजेआई बीआर गवई रिटायर होने वाले हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स आॅन रिकॉर्ड की तरफ से उनके लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान चीफ जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि हालांकि वे बौद्ध धर्म को अपनी आस्था के तौर पर मानते हैं, लेकिन वे सच में एक सेक्युलर इंसान हैं, जो हिंदू धर्म, सिख धर्म, इस्लाम और अन्य सभी धर्मों में विश्वास करते हैं।सीजेआई गवई ने आगे कहा कि वह सेक्युलर हैं और इसे उन्होंने अपने पिता से सीखा है। उन्होंने बताया कि उनके पिता भी सेक्युलर थे और डॉ. भीमराव अंबेडकर के पक्के अनुयायी थे। सीजेआई ने कहा कि उनके पिता जब भी राजनीतिक कामों के लिए अलग-अलग जगहों पर जाते थे, तो उनके दोस्त पूछते थे कि सर यहां चलो, यहां की दरगाह मशहूर है, ये गुरुद्वारा मशहूर है। मुझे इसी तरह पाला गया है, सभी धर्मों का सम्मान करना है।ज्यूडिशियरी के इस संस्थान का अदा करना चाहिए शुक्रिया उन्होंने कहा कि लगभग दो दशकों तक जज रहने के बाद, आज मैं जो कुछ भी हूं, वह इस संस्थान (ज्यूडिशियरी) की वजह से हूं। मुझे देश में ज्यूडिशियरी के इस संस्थान का शुक्रिया अदा करना चाहिए। सीजेआई गवई ने कहा कि एक म्यूनिसिपल स्कूल में पढ़ने से लेकर देश के सबसे ऊंचे ज्यूडिशियल आॅफिस तक पहुंचने का उनका सफर, भारत के संविधान, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के मूल्यों की वजह से मुमकिन हुआ। इन मूल्यों ने उन्हें हर समय मार्गदर्शन किया।कभी भी किसी एक व्यक्ति के आस-पास नहीं होना चाहिए सुप्रीम कोर्टसीजेआई गवई ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट कभी भी किसी एक व्यक्ति के आस-पास नहीं होना चाहिए, जिसमें चीफ जस्टिस आॅफ इंडिया भी शामिल हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि फैसले पूरी कोर्ट के साथ मिलकर लिए जाने चाहिए और ज्यूडिशियरी का काम जजों, बार, रजिस्ट्री और स्टाफ सहित सभी स्टेकहोल्डर्स की भागीदारी पर निर्भर करता है।गवई 23 नवंबर को होंगे सेवानिवृत्तसीजेआई गवई 23 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। 22 नवंबर सुप्रीम कोर्ट में उनके कार्यकाल का आखिरी दिन होगा। 14 मई 2025 को वह चीफ जस्टिस बने थे। सीजेआई भूषण रामकृष्ण गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को हुआ था और वे 65 वर्ष के हैं। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के लिए अनिवार्य सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष है।

Advertisment

adverstisment
Placeholder