Download App

Latest News

MP में नगरीय निकाय चुनावों की आहट : आयोग ने महापौर, अध्यक्ष और पार्षदों के लिए आवंटित किए चुनाव चिन्हराजभवन का नाम बदला : अब कहलाएगा लोक भवन, सीएम की, राज्यपाल से मुलाकात के बाद लगी नई पट्टिका राज्यसभा में गूंजा वीआईटी यूनिवर्सिटी का मामला : कांग्रेस सांसद ने मप्र सरकार को घेरा, कहा- 4 हजार बच्चे बीमार पड़ गए और सोता रहा तंत्र चोकर का दाग नहीं मिटा पाया साउथ अफ्रीका : टीम इंडिया ने विशाखापत्तनम में 9 विकेट से दी करारी शिकस्त, सीरीज पर भी किया कब्जा, जीत के हीरों रहे यहदेवास की सहायक आबकारी आयुक्त मंदाकिनी निलंबित : अवैध वसूली के आरोप में सीएम मोहन का एक्शन, ठेकेदार ने सुसाइड से पहले जारी किया था वीडियो

बड़ी ख़बर

मप्र के 10 खूंखार नक्सलियों का सरेंडर : सीएम मोहन के सामने डाला हथियार, सभी के सिर पर था 2.72 करोड़ के ईनाम

Featured Image

बालाघाट। नक्सल उन्मूलन अभियान में मप्र सरकार को बड़ी सफलता मिली है। रविवार को बालाघाट में मुख्यमंत्री मोहन यादव के सामने 10 खूंखार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया कर दिया है। इन सभी नक्सलियों पर 2.72 करोड़ का ईनाम था। राज्य की 'रिहैबिलिटेशन थ्रू रीबर्थ' पहल के तहत किया गया यह सरेंडर एक टर्निंग पॉइंट था, क्योंकि ये कैडर लंबे समय से केबी और एमएमसी (महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश सेंट्रल) जोन में हिंसक घटनाओं से जुड़े थे।उनकी पिछली गतिविधियों में आईईडी ब्लास्ट, पुलिस पर फायरिंग, गांववालों में दहशत फैलाना, जंगल के रास्तों पर कंट्रोल करना और आॅपरेशनल टीमों पर हमला करना शामिल था। ये ऐसी गतिविधियां थीं जो सुरक्षा एजेंसियों के लिए लगातार चुनौती बनी रहती थीं। एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री यादव ने सरेंडर करने वाले हर माओवादी को भारतीय संविधान की एक कॉपी सौंपी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विजन के अनुसार प्रदेश को नक्सल प्रभाव से मुक्त करने के लिए काम कर रही है।उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी इंसान को देश के खिलाफ हथियार उठाने का हक नहीं है। माओवादियों से सरकार की रिहैबिलिटेशन पॉलिसी अपनाने की अपील करते हुए सीएम यादव ने भरोसा दिलाया कि उनकी जान बचाने, उनकी तरक्की में मदद करने और उन्हें समाज की मेनस्ट्रीम में वापस लाने में मदद करने के लिए हर मुमकिन कदम उठाया जाएगा। ग्राउंड आॅपरेशन और सरकार की रिहैबिलिटेशन पॉलिसी के लगातार दबाव में, माओवादियों ने मुख्यमंत्री के सामने एके-47, इंसास राइफल, एसएलआर और बीजीएल समेत अपने हथियार डाल दिए। इस घटना को केबी इलाके में नक्सलियों की कमजोर होती पकड़ का एक बड़ा संकेत माना जा रहा है।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों और जवानों की हिम्मत बढ़ाते हुए इस बात पर जोर दिया कि नक्सल विरोधी अभियान को लगातार मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने स्पेशल सपोर्ट स्क्वॉड के लिए 15 नए टेम्पररी कैंप और 882 पोस्ट मंजूर करने का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि लगातार मॉनिटरिंग, गहरी जांच और पक्के एक्शन से राज्य में नक्सलियों की मौजूदगी तेजी से कम हुई है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पिछले साल नक्सल प्रभावित इलाकों में 46 'वन-स्टॉप फैसिलिटी सेंटर' खोले गए, जो नौकरी के मौके, फॉरेस्ट राइट्स सर्टिफिकेट और जरूरी सर्विस देते हैं। शहीद आशीष शर्मा को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि हॉक फोर्स के सदस्यों समेत 328 पुलिस अधिकारियों को उनकी बेहतरीन सेवा के लिए आउट-आॅफ-टर्न प्रमोशन दिया गया है।डीजीपी कैलाश मकवाना ने फिर से कहा कि मुख्यमंत्री की लीडरशिप में कैंपेन को मजबूती मिली है, नए कैंप बनाए गए हैं और फोर्स बढ़ाई गई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अधिकारियों और सैनिकों को लगातार मोटिवेट किया जा रहा है और इसका नतीजा सरेंडर की बढ़ती संख्या में दिख रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस नक्सल-मुक्त भारत बनाने के लिए कमिटेड है, और प्रभावित इलाकों के युवाओं और नागरिकों को रोजगार और स्किल डेवलपमेंट के जरिए मुख्यधारा में लाने में काफी तरक्की हुई है।

लाइव टीवी

Loading live stream...

पॉडकास्ट

image

नरक चतुर्दशी विशेष

image

पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 3

image

पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 2

image

पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 1

image

Podcast E124

image

गुप्त नवरात्री पर विशेष

image

पूरी और प्रभु जगन्नाथ पर विशेष

image

आज की बुलेटिन 28 June

image

आज की बुलेटिन 26 June

image

आज की बुलेटिन 24 June

मनोरंजन

अनुपम खेर ने एक्टिंग से फैंस को किया मोहित : तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजा थिएटर, ऐसा सम्मान पाकर फूले नहीं समाए अभिनेता

Featured Image

मुंबई। चार दशकों से लगातार अपनी एक्टिंग से फैंस का दिल जीतने वाले अभिनेता अनुपम खेर आज भी हिंदी सिनेमा में सक्रिय हैं। एक्टर का जलवा सिर्फ हिंदी सिनेमा में ही नहीं, अब थिएटर में भी चल रहा है। थिएटर से ही अपनी कला को निखारने वाले अनुपम खेर को दोबारा स्टेज पर देखकर दर्शक बहुत खुश हैं और खड़े होकर तालियां बजा रहे हैं। इतना सम्मान पाकर अभिनेता खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं।अभिनेता अनुपम खेर अपने जीवन पर आधारित नाटक कुछ भी हो सकता है को अलग-अलग थिएटर में परफॉर्म कर रहे हैं। अब उन्होंने बेंगलुरु में अपना शो किया, जहां अभिनेता की एक्टिंग देखकर फैंस ने खड़े होकर तालियां बजाई। अभिनेता ने इन पलों को अपने कैमरे में कैद कर लिया है। अपने इंस्टाग्राम पर शो की झलकियां शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ष्लगातार बजती तालियां, कल रात मेरे नाटक कुछ भी हो सकता है में दर्शकों की क्या ही शानदार उपस्थिति थी। जीवंत, गर्मजोशी से भरे और उदारता से परिपूर्ण दर्शकों का दिल से धन्यवाद। मैं उन सभी अद्भुत लोगों का भी दिल से शुक्रिया कहना चाहता हूं, जिन्होंने नाटक में पूरी भागीदारी निभाई। वीडियो में साफ दिख रहा है कि अनुपम खेर को मंच पर देखकर दर्शक बहुत खुश हैं और उनकी एक्टिंग को खूब सराह रहे हैं।इससे पहले अनुपम खेर ने एक और वीडियो पोस्ट की थी, जिसमें वे इसी शो से पहले नर्वस दिखे थे। उन्होंने वीडियो में कहा था, मैं अपना शो कुछ भी हो सकता है करने जा रहा हूं। घबराहट, टेंशन और नर्वसनेस पूरी तरह से हावी है, लेकिन शो तो करना पड़ेगा क्योंकि लोगों ने टिकटें खरीद रखीं हैं। इसलिए मुझे ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद भेजिए, जिससे मैं शो को अच्छे तरीके से कर पाऊं।बता दें कि अनुपम खेर फिल्मों में सक्रिय होने के साथ अब मंच पर भी अपनी अदाकारी दिखा रहे हैं। अभिनेता खुद का एक्टिंग स्कूल एक्टर प्रिपेयर्स भी चलाते हैं, जहां वे नए कलाकारों को एक्टिंग के गुण सिखाते हैं। अभिनेत्री सेलीना जेटली ने भी अनुपम खेर के स्कूल एक्टर प्रिपेयर्स से ही एक्टिंग सीखी थी और दो महीने के कोर्स के दौरान उन्हें पहली फिल्म मिली थी।

बिज़नेस

जीएसटी कलेक्शन से भरा सरकार का खजाना : नवंबर महीने में खाते में आए 1.70 लाख करोड़

Featured Image

नई दिल्ली। गुड्स सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) कलेक्शन नवंबर में बढ़कर 1,70,276 करोड़ रुपए रहा है। इसमें सालाना आधार पर 0.7 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है। पिछले साल समान अवधि में यह 1,69,016 करोड़ रुपए था। यह जानकारी सरकार की ओर से सोमवार को दी गई। इससे पहले के महीने अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 1,95,936 करोड़ रुपए रहा था।नवंबर के जीएसटी कलेक्शन में सेंट्रल गुड्स सर्विसेज टैक्स (सीजीएसटी) का हिस्सा 34,843 करोड़ रुपए, स्टेट गुड्स सर्विसेज टैक्स (एसजीएसटी) का हिस्सा 42,522 करोड़ रुपए और इंटीग्रेटेड गुड्स सर्विसेज टैक्स (आईजीएसटी) का हिस्सा 92,910 करोड़ रुपए रहा है।वहीं, सेस से आय नवंबर में 4,006 करोड़ रुपए रही है। यह पिछले साल समान अवधि में 12,950 करोड़ रुपए थी।नवंबर में सरकार ने 18,196 करोड़ रुपए का जीएसटी रिफंड जारी किया है। पिछले साल समान अवधि में जारी हुए 18,954 करोड़ रुपए के रिफंड के मुकाबले इसमें 4 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। रिफंड के बाद नवंबर में नेट जीएसटी कलेक्शन 1,52,079 करोड़ रुपए रहा है, जबकि पिछले साल नवंबर में यह 1,50,062 करोड़ रुपए था।मासिक आधार पर जीएसटी कलेक्शन में गिरावट की वजह सरकार की ओर से 22 सितंबर से जीएसटी सुधारों को लागू करना और त्योहारी सीजन निकलने को माना जा रहा है। आमतौर पर दीपावली के बाद के महीने का जीएसटी कलेक्शन त्योहरी बिक्री न होने के कारण कम हो जाता है।सितंबर में लागू हुए जीएसटी सुधारों के तहत सरकार ने स्लैब की संख्या को चार -5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत से घटाकर दो - 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत कर दिया था। साथ ही लग्जरी गुड्स पर 40 प्रतिशत का टैक्स लगाया गया है। वहीं, ज्यादातर वस्तुओं पर सरकार ने सेस समाप्त कर दिया है, जिसके कारण नवंबर में सेस आय में पिछले साल के मुकाबले बड़ी गिरावट देखने को मिली है।

Youtube

Video thumbnail
योगी सरकार की नई पहल  #tv27newsdigital  #trending #yogiadityanath

योगी सरकार की नई पहल #tv27newsdigital #trending #yogiadityanath

‘दायरा’ में  साथ नजर आएंगे पृथ्वीराज सुकुमारन और करीना कपूर ! #tv27newsdigital #trending #viral

‘दायरा’ में साथ नजर आएंगे पृथ्वीराज सुकुमारन और करीना कपूर ! #tv27newsdigital #trending #viral

एक टॉफ़ी ने छीनी मासूम की जान  #tv27newsdigital #trending #latestnews

एक टॉफ़ी ने छीनी मासूम की जान #tv27newsdigital #trending #latestnews

सीनियर जूनियर भिड़े मेडिकल कॉलेज में हंगामा #tv27newsdigital #hindinews #latestnews #trending #viral

सीनियर जूनियर भिड़े मेडिकल कॉलेज में हंगामा #tv27newsdigital #hindinews #latestnews #trending #viral

टूट ही गयी मंधाना और पलाश मुछाल की शादी !  #tv27newsdigital #entertainment #trending

टूट ही गयी मंधाना और पलाश मुछाल की शादी ! #tv27newsdigital #entertainment #trending

वोटिंग ट्रेंड्स में बड़ा ट्विस्ट ये घरवाला बनेगा विनर ! #tv27newsdigital #biggboss #trending

वोटिंग ट्रेंड्स में बड़ा ट्विस्ट ये घरवाला बनेगा विनर ! #tv27newsdigital #biggboss #trending

खेल

वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज : कीवियों के सिर पर मंडरा रही हार को टाला केमार रोच, 233 गेंद पर 58 रन बनाकर मैच को कराया ड्रा

Featured Image

क्राइस्टचर्च। वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए पहले टेस्ट में शनिवार पांचवां दिन था। टेस्ट बचाने के लिए संघर्ष कर रही वेस्टइंडीज को शाई होप और विकेटकीपर टेविन इमलेच के रूप में पहले सेशन में ही दो झटके लगे। इन दो विकेटों के बाद वेस्टइंडीज की हार तय लग रही थी, लेकिन आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे केमार रोच के इरादे बिल्कुल अलग थे। गेंदबाजी के लिए मशहूर रोच ने अपनी यादगार बल्लेबाजी से वेस्टइंडीज के लिए मैच ड्रा कराने में बड़ी भूमिका निभाई। केमार रोच जब बल्लेबाजी के लिए उतरे, उस समय वेस्टइंडीज 277 रन पर 6 विकेट गंवा चुका था। पूरे दिन का खेल बचा हुआ था। वेस्टइंडीज के लिए हार से बचना मुश्किल था, लेकिन केमार रोच ने जस्टिन ग्रिव्स के साथ मिलकर असंभव को संभव बनाया। दोनों ने दिन के बाकी बचे ओवरों में एक भी विकेट नहीं गिरने दिया और मैच ड्रॉ करा दिया। रोच और ग्रिव्स ने 67.5 ओवर तक बल्लेबाजी की और 180 रन जोड़े।पिछले 85 टेस्ट में 1 भी अर्धशतक लगाने में असफल रहे रोच ने अपने 86वें टेस्ट की दूसरी पारी में अपने करियर का पहला अर्धशतक लगाया। ये अर्धशतक वेस्टइंडीज टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक लगाए गए सबसे मूल्यवान अर्धशतकों में से एक है। रोच के इस अर्धशतक ने मैच बचाया। रोच ने अपनी पारी में 233 गेंदों का सामना किया और 8 चैके लगाते हुए नाबाद 58 रन बनाए। 37 साल के रोच के लिए यह अर्धशतक उनके करियर के सबसे यादगार लम्हों में से एक है। रोच 86 टेस्ट में 291 विकेट ले चुके हैं। रोच के अलावा जस्टिन ग्रिव्स और शाई होप का भी इस टेस्ट को ड्रा कराने में बड़ा योगदान रहा। ग्रिव्स 388 गेंद पर 202 रन बनाकर नाबाद रहे। शाई होप 234 गेंदों में 15 चैकों और 2 छक्कों की मदद से 140 रन बनाकर आउट हुए। न्यूजीलैंड ने जीत के लिए 531 रन का लक्ष्य दिया था। वेस्टइंडीज ने 6 विकेट पर 457 रन बनाए। मैच ड्रा रहा।

लाइफस्टाइल

गुणों से भरपूर है शतावरी की जड़े : महिलाओं के लिए ही नहीं बल्कि पुरुषों के लिए भी है वरदान

Featured Image

नई दिल्ली। आयुर्वेद में कई ऐसी औषधिया हैं, जिन्हें जीवनवर्धक माना गया है। ऐसी ही एक औषधि है शतावरी। शतावरी को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है। कहीं इसे सतावर, सतावरि, सतमूली, शतावरी और सरनोई भी कहते हैं। शतावरी महिलाओं के लिए अमृत की तरह काम करती है और पुरुषों के लिए भी उतनी ही लाभकारी है।शतावरी एक पौधा है, जिसकी जड़े गुणों से भरपूर होती हैं। शतावरी का सेवन शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है, महिलाओं की प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है, और पुरुषों के लिए भी वीर्यवर्धक है। इसके अलावा, शतावरी को अन्य रोगों की रोकथाम में भी इस्तेमाल करते आए हैं। शतावरी की तासीर ठंडी और स्वाद में मधुर होती है। ठंडी तासीर होने की वजह से शतावरी शरीर के रूखेपन को कम करती है, शरीर में नमी बनाए रखती है, और हार्मोन को बैलेंस रखती है।शतावरी की जड़ का पाउडर स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लाभकारी है। जिन माओं को डिलीवरी के बाद दूध आने में परेशानी होती है, अगर उन्हें दूध के साथ रात के समय शतावरी पाउडर दिया जाए तो मां के शरीर में दूध बनना शुरू हो जाता है। ये प्राकृतिक रूप से माओं में दूध की क्षमता को बढ़ाती है। इसके साथ ही प्रसव के बाद की कमजोरी में भी राहत देती है।जिन महिलाओं या लड़कियों को पीरियड में अनियमितता या हार्मोन असंतुलन की समस्या रहती है, उनके लिए भी शतावरी अमृत है। शतावरी महिलाओं में एस्ट्रोजन के स्तर में सुधार लाती है। बता दें कि महिलाओं में एस्ट्रोजन के सही स्तर की वजह से ही गर्भावस्था ठीक से हो पाती है। अगर एस्ट्रोजन का स्तर कम है तो गर्भपात होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसके लिए सुबह खाली पेट दूध के साथ शतावरी का सेवन करना चाहिए।वहीं जिन पुरुषों को कमजोरी महसूस होती है, शुक्राणु की कमी है या शीघ्रपतन जैसी समस्या होती है, वे भी शतावरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए शतावरी के साथ अश्वगंधा और कौंच बीज को दूध में एक साथ उबालकर लेना चाहिए। इससे पुरुषों में वीर्यवर्धक होता है और शारीरिक कमजोरी दूर होती है।जिन महिलाओं और पुरुषों को बार-बार यूरिन इंफेक्शन का खतरा रहता है, यूरिन में जलन होती है, या यूरिन की बूंदें अपने आप टपक जाती हैं, उनके लिए भी शतावरी का सेवन लाभकारी है। इसके लिए दूध और शतावरी रात के समय लें।

राजनीती

अमेरिकी मीडिया में छाए मोदी-पुतिन : वॉशिंगटन पोस्ट ने मुलाकात को बताया भारत की विदेश नीति के लिए एक खास पल

Featured Image

वॉशिंगटन। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। खासकर अमेरिकी मीडिया में पुतिन और पीएम मोदी छाए हुए हैं। इसी कड़ी में अमेरिकी मीडिया हाउस ने पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात को भारत द्वारा अपनी रणनीतिक जरूरतों को साधने के एक अहम प्रदर्शन के तौर पर पेश किया। अमेरिकी मीडिया ने कहा कि अमेरिका की तरफ से किए गए भौगोलिक दबाव ने रूसी राष्ट्रपति के भारत दौरे को अंजाम तक पहुंचाया। द वॉल स्ट्रीट जर्नल का कहना है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात ऐसे समय में हुई जब अमेरिका रूसी तेल कंपनियों पर बैन लगा रहा था, जिसकी वजह से भारत कम कीमत पर कच्चा तेल खरीद रहा है।भारत-रूस की ऊर्जा साझेदारी, जिसे 2022 से द्विपक्षीय संबंधों का मुख्य आधार माना गया है, इस समय दबाव में है। अमेरिका ने रोसनेफ्ट और लुकोइल से जुड़े व्यापारियों पर कार्रवाई की, जिसके बाद भारतीय रिफाइनर्स को अपनी कच्चे तेल की खरीद रणनीति पर दोबारा विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।अमेरिकी मीडिया ने कहा कि इस दबाव के बावजूद भी दोनों नेताओं ने कच्चे तेल की खरीद-बिक्री जारी रखने का संकेत दिया। बता दें, रूसी राष्ट्रपति ने भारत दौरे पर अपने संबोधन के दौरान कहा था कि भारत के लिए रूस से बिना रुकावट के कच्चे तेल की शिपमेंट जारी रहेगी। पुतिन ने पीएम मोदी के ऊर्जा सुरक्षा को रिश्ते का ष्मजबूत और जरूरी स्तंभष् बताया।इसके अलावा, वॉशिंगटन पोस्ट ने इस समिट को भारत की विदेश नीति के लिए एक खास पल बताया। वॉशिंगटन पोस्ट के अनुसार, यह समिट रूस के साथ पुराने रिश्ते बनाए रखने की भारत की कोशिशों का एक टेस्ट था, वो भी तब जब अमेरिका यूक्रेन में शांति समझौते के लिए जोर दे रहा है।वॉशिंगटन पोस्ट ने कहा कि अमेरिका भारत पर रूस से तेल आयात कम करने के लिए लगातार दबाव डाल रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने इस साल की शुरुआत में भारतीय सामान पर टैरिफ दोगुना करके 50 फीसदी कर दिया था।वॉशिंगटन पोस्ट का हवाला देते हुए विश्लेषकों ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति की यह यात्रा दिखाती है कि भारत पश्चिमी देशों और बाकी वैश्विक खिलाड़ियों के बीच किस तरह एक रणनीतिक संतुलन साध रहा है। भारत अब अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ महत्वपूर्ण व्यापारिक बातचीत को ध्यान में रखते हुए अपनी रूस साझेदारी को संतुलित करने की कोशिश कर रहा है।न्यूयॉर्क टाइम्स ने दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत तालमेल पर जोर दिया और कहा कि पीएम मोदी ने पुतिन के साथ अपने गहरे और अटूट रिश्ते की तारीफ की और भारत-रूस रिश्तों की तुलना नॉर्थ स्टार से की।टाइम्स ने कहा कि समिट ने भारत के ष्रणनीतिक स्वायत्तताष् के दावे को दिखाया, जबकि टैरिफ और पश्चिमी देशों के प्रतिबंध की वजह से वाशिंगटन के साथ भारत के रिश्ते खराब हो गए हैं, जिससे भारत का रूस से कच्चा तेल लेना तेजी से कम हो गया।रूस तेजी से भारत को चीन पर अपनी ष्बहुत ज्यादा निर्भरताष् के खिलाफ एक बचाव के तौर पर देख रहा है। अमेरिकी मीडिया का मानना है कि भारत अपनी एनर्जी सप्लाई को बचाने, वाशिंगटन और यूरोप के दबाव को एक साथ मैनेज करने और वैश्विक अनिश्चितता के बीच रूस के साथ संबंध बनाए रखने की कोशिश कर रहा है।अमेरिकी रिपोर्ट्स ने बताया कि भारत के लिए आगे का काम रूस के साथ एक ऐतिहासिक साझेदारी बनाए रखना है, साथ ही अमेरिका के साथ गहरे आर्थिक और रणनीतिक सहयोग के दरवाजे खुले रखना है।

Advertisment

adverstisment
Placeholder