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सेहत : चुपचाप पैर पसारती है ये आंत से जुड़ी बीमारी, लक्षणों को न करें अनदेखाआमिर के फैंस के लिए सरप्राइज : हैप्पी पटेल का ट्रेलर रिलीज, जासूस के दिलचस्प किरदार में छा गए वीर दासआाईबीएम ने बड़े अभियान का किया ऐलान : 2030 तक 50 लाख भारतीय युवाओं को एडवांस टेक्लोलाॅजी से करेगा प्रशिक्षितबीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स : रत्चानोक इंतानोन की सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद बरकरार, लीग स्टेज में चीन की हान यू को दी शिकस्तबलूच महिलाओं पर कहर ढा रही मुनीर की सेना : गायब होने के मामलों में एचआरसीबी ने जताई चिंता, कही यह बात

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भारत अब हर चुनौती का सामना करने में सक्षम : आईएएस मीट में बोले सीएम मोहन, विवेकानंद के सपने को साकार कर रहे हैं पीएम

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि स्वामी विवेकानंद का विचार था कि 21वीं सदी भारत की होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रभावी नेतृत्व और मार्गदर्शन में आज विवेकानंद जी का यह स्वप्न साकार होता दिख रहा है। वर्तमान में विश्व का हर देश भारत से मित्रता करना चाहता है। सीएम ने यह बात प्रशासन अकादमी में आयोजित म.प्र. आईएएस एसोसिएशन सर्विस मीट-2025 के शुभारंभ अवसर को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। शुभारंभ अवसर पर मुख्य सचिव अनुराग जैन, सेवानिवृत्त अधिकारियों सहित मध्यप्रदेश कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस मौके पर सीएम को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा भारतसीएम ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत अब हर चुनौती और परिस्थिति का सामना करने में सक्षम है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की भूमिका के आधार पर ही भारत आज दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा है। हमारे प्रशासनिक अधिकारी हर चुनौती का सामना करते हुए देश को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। भारत की अनेक विविधताओं के बीच आज देश में यह सेवा क्षेत्र मजबूती और प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा है। पटेल के प्रयासों से निर्मित हो सकी प्रशासनिक व्यवस्थामुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल के प्रयासों के फलस्वरूप प्रशासनिक व्यवस्था निर्मित हो पाई। देश में राजाओं की सत्ता को प्रजातंत्र में बदलने में प्रशासनिक अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। हमारे देश की संवैधानिक व्यवस्था में संघीय प्रणाली है और इस बीच प्रदेश के अधिकारियों ने केंद्र-राज्यों के साथ समन्वय करते हुए राज्य की बेहतर छवि बनाई है। मध्यप्रदेश एक प्रयोगशाला की तरह है, जहां कई क्षेत्रों में लगातार नवाचार हुए और इनमें से कई नवाचारों का देश-दुनिया में अनुसरण किया जा रहा है। पीएम पहचानते हैं योग्यता और अनुभव के महत्व कोसीएम ने कहा कि पीएम योग्यता और अनुभव के महत्व को पहचानते हैं। इसी का परिणाम है कि सेवाकाल के बाद भी कई अधिकारियों के अनुभव का लाभ शासन व्यवस्था को मिल रहा है। प्रदेश के सभी प्रशासनिक अधिकारी सम्मान के हकदार हैं। प्रसन्नता का विषय है कि सभी अधिकारी एक परिवार की तरह हर कठिनाई से निकलने का मार्ग प्रशस्त करते हैं।ऊर्जा से भरे युवा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के आधारसीएम ने कहा कि प्रदेश में अनुभव से भरे हमारे वरिष्ठ अधिकारी और ऊर्जा से भरे हमारे युवा साथी विकसित और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के आधार हैं। उन्होंने कहा कि यह समय नीतियां बनाने और योजनाओं का क्रियान्वयन करने के साथ नवाचार को समझने, तकनीक को अपनाने और नागरिक की दृष्टि से सोचने का भी है। हमें सेवा कर पाने का अवसर सौभाग्य से मिलता है। हमारी संस्कृति में नर सेवा को माना गया नारायण सेवाभारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने यह सौभाग्य अपने कठिन परिश्रम से अर्जित किया है। हमारी संस्कृति में नर सेवा को नारायण सेवा माना गया है। आम आदमी के कष्टों का समाधान करने, उनकी समस्याओं की सुनवाई करने और सार्थक समाधान देने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। सीएम ने कहा कि हमें प्रदेश के विकास के लिए अपना शत-प्रतिशत देने का संकल्प लेना होगा।

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नरक चतुर्दशी विशेष

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पितृ पक्ष का महत्त्व - एपिसोड 3

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आज की बुलेटिन 28 June

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आमिर के फैंस के लिए सरप्राइज : हैप्पी पटेल का ट्रेलर रिलीज, जासूस के दिलचस्प किरदार में छा गए वीर दास

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मुंबई। बॉलीवुड में आमिर खान की फिल्मों का हमेशा से अलग ही क्रेज रहा है। उनके नए प्रोजेक्ट का बेसब्री से इंतजार करने वाले दर्शकों के लिए एक बड़ा सरप्राइज है। आमिर खान इस बार अपनी फिल्म में हीरो की भूमिका में नहीं, बल्कि बतौर निर्माता अपने बैनर आमिर खान प्रोडक्शंस के तहत नई जासूसी कॉमेडी फिल्म हैप्पी पटेल खतरनाक जासूस लेकर आए हैं। मेकर्स ने शुक्रवार को फिल्म का ट्रेलर रिलीज कर दिया है, जिसने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। ट्रेलर की शुरुआत ही दर्शकों को हंसाने और चैंकाने वाले अंदाज में होती है। इसमें अभिनेता वीर दास बिल्कुल नए अंदाज में नजर आ रहे हैं। वे एक ऐसे दिलचस्प जासूस के रूप में सामने आते हैं, जो मिलिट्री इंटेलिजेंस सेक्शन की परीक्षा में सात बार फेल हो चुके हैं। ट्रेलर में दिखाया गया है कि अचानक उन्हें पता चलता है कि उन्हें गोवा में एक मिशन पर भेजा जाता है।मिशन का मकसद केवल इतना है कि वह स्थानीय लोगों में घुल-मिल जाएं, लेकिन काम शुरू होते ही मजेदार परिस्थितियां देखने को मिलती हैं। उनकी हर कोशिश हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देती है। ट्रेलर में कॉमेडी और हंगामे की झलक है।ट्रेलर में मोना सिंह भी अपने किरदार खलनायिका मामा की भूमिका में नजर आईं। उनका नया हेयरकट और अनोखा अंदाज फिल्म में हटकर पहचान दिलाता है। वहीं, मिथिला पालकर फिल्म में वीर दास की गर्लफ्रेंड के रोल में हैं, जिनकी मासूमियत कहानी में हल्का-फुल्का रोमांस और मनोरंजन जोड़ती है।ट्रेलर के आखिर में इमरान खान का लुक दर्शकों को हैरान करने वाला है, जो दस साल बाद बड़े पर्दे पर वापसी कर रहे हैं। उनके साथ आमिर खान का कैमियो भी ट्रेलर में देखने को मिला, जो दर्शकों के लिए एक बड़ा सरप्राइज है। ट्रेलर में तीनों अभिनेताओं का लुक और अंदाज दर्शकों का ध्यान खींच रहे हैं।फिल्म में कॉमेडी, जासूसी, मनोरंजन, पागलपन और अप्रत्याशित घटनाओं का बेहतरीन मिश्रण है। फिल्म के निर्माण की बात करें तो इसे आमिर खान और अपर्णा पुरोहित ने प्रोड्यूस किया है, जबकि कहानी वीर दास ने अमोघ रणदिवे के साथ मिलकर तैयार की है। फिल्म 16 जनवरी, 2026 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।

बिज़नेस

इंडियन रेलवे की बड़ी उपलब्धि : हाई-टेक एलएचबी कोचों के प्रोडक्शन में 18 प्रतिशत की रिकॉर्ड बढ़ोतरी

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नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने उच्च तकनीक वाले लिंके हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोचों के उत्पादन में लगातार बेहतरी दिखाई है, जो यात्रियों के लिए बेहतर सुरक्षा, सुविधाजनक यात्रा और रेलवे के बेहतर कार्य प्रदर्शन को दर्शाते हैं। चालू वित्त वर्ष 2025-26 (नवंबर 2025 तक) के दौरान कुल 4,224 एलएचबी कोच बनाए गए हैं। यह पिछले साल की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है, जब केवल 3,590 कोच बनाए गए थे। रविवार को रेल मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, उत्पादन में यह वृद्धि रेलवे के विभिन्न कारखानों की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता और बेहतर उत्पादन योजना का परिणाम है।इस अवधि में चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) ने 1,659 एलएचबी कोच बनाए, जबकि रायबरेली स्थित मॉडर्न कोच फैक्ट्री (एमसीएफ) ने 1,234 कोच और कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) ने 1,331 कोच बनाए, जिससे कुल मिलाकर एलएचबी कोचों के उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है।दीर्घकालिक तुलना में पिछले कुछ वर्षों में काफी प्रगति हुई है। 2014 से 2025 तक भारतीय रेलवे ने 42,600 एलएचबी कोच बनाए, जो 2004 से 2014 के बीच बने 2,300 कोच से 18 गुना ज्यादा है। यह विस्तार सुरक्षा मानकों और कम रख-रखाव की विशेषताओं के कारण एलएचबी कोचों की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।एलएचबी कोच आधुनिक, सुरक्षित और आरामदायक यात्री कोच हैं, जो जर्मन डिजाइन से विकसित हैं और आधुनिक सुविधाएं जैसे स्टेनलेस स्टील बॉडी, एडवांस्ड डिस्क ब्रेक्स और 160 किमीध्घंटा तक की उच्च गति प्रदान करते हैं। इन कोचों में एंटी-क्लाइम्बिंग डिवाइस जैसे सुरक्षा फीचर्स होते हैं, जो पुराने आईसीएफ कोचों की जगह लेते हैं और राजधानी और शताबदी एक्सप्रेस जैसी लंबी दूरी की ट्रेनों में इस्तेमाल होते हैं।भारतीय रेलवे आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है, जिससे घरेलू उत्पादन में वृद्धि हो रही है और आयात पर निर्भरता कम हो रही है। भारतीय रेलवे का लक्ष्य उत्पादन क्षमता को और बढ़ाना है, ताकि देश की बढ़ती यातायात आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके और यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिल सके।

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खेल

कपिल देव ने समझाई कोच की परिभाषा, : निशाने पर रहे गौतम गंभीर, कहा- वह कोच नहीं, हो सकते हैं टीम के मैनेजर

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नई दिल्ली। भारत के पहले विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने गौतम गंभीर को कोच मानने से इनकार कर दिया है। कपिल ने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स आईसीसी शताब्दी सत्र में गौतम गंभीर को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि आधुनिक क्रिकेट में मुख्य कोच की भूमिका असल में खिलाड़ियों को कोचिंग देने से ज्यादा उन्हें मैनेज करने की होती है। गौतम गंभीर कोच नहीं टीम के मैनेजर हो सकते हैं।’’ कोच वो होते हैं जो स्कूल या कॉलेज में सिखाते हैं।उन्होंने कहा, ‘‘जब आप कोच कहते हैं तो कोच वह होता है जिससे मैं स्कूल और कॉलेज में सीखता हूं। वे लोग मेरे कोच थे। वे मुझे मैनेज कर सकते हैं।’’ बता दें कि साउथ अफ्रीका से टेस्ट सीरीज में 0-2 से हार के बाद गंभीर भारत के मुख्य कोच के तौर पर आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं और खिलाड़ियों को लगातार रोटेट करने और कामचलाऊ खिलाड़ियों पर निर्भर रहने की उनकी रणनीति की आलोचना हुई है। कपिल ने कहा कि समकालीन क्रिकेट में ‘कोच’ शब्द को अक्सर गलत समझा जाता है।उन्होंने आगे कहा, आप किसी लेग स्पिनर या विकेटकीपर को कैसे कोच कर सकते हैं, जब वे पहले से उस कला में माहिर हैं? ऐसे में सबसे जरूरी काम मैनेजमेंट का होता है। एक मैनेजर खिलाड़ियों को भरोसा देता है, हौसला बढ़ाता है और उन्हें यह एहसास दिलाता है कि वे बेहतर कर सकते हैं।कपिल देव ने समझाई कोच की परिभाषाकपिल ने कप्तान और मैनेजर की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि खिलाड़ियों को मानसिक रूप से सहज महसूस कराना बेहद जरूरी है। उन्होंने आगे कहा, श्कप्तान या मैनेजर का काम टीम को आराम और आत्मविश्वास देना है। खासकर उन खिलाड़ियों को, जो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं।श् अपने कप्तानी अनुभव को साझा करते हुए कपिल ने कहा, श्जो खिलाड़ी शतक बनाता है, उसके साथ मैं डिनर पर नहीं जाऊंगा। मैं उन लोगों के साथ वक्त बिताना पसंद करता हूं, जो संघर्ष कर रहे हों, ताकि उन्हें आत्मविश्वास मिले।गवास्कर होते टी20 के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजकपिल देव ने यह भी कहा कि अगर सुनील गावस्कर आज के दौर में खेलते, तो वे टी20 क्रिकेट के भी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज होते। उन्होंने कहा, श्जिन खिलाड़ियों का डिफेंस मजबूत होती है, उनके लिए आक्रमण करना आसान होता है। डिफेंस सबसे कठिन चीज है।

लाइफस्टाइल

सेहत : रात भर भीगे हुए सूखे मेवों के हैं दोगुने फायदे, हमेशा चुस्त-दुरूस्त रहेगा शरीर

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नई दिल्ली। शरीर को हमेशा चुस्त-दुरूस्त बनाए रखने के लिए आहार के अलावा, सूखे मेवे भी खाने चाहिए। सूखे मेवे शरीर की कोशिकाओं को पोषण देने के साथ-साथ मन और मस्तिष्क का पूरा ध्यान रखते हैं। हमेशा कहा जाता है कि सूखे मेवे को रात के समय भिगोकर रखना चाहिए और फिर खाना चाहिए। लेकिन ऐसा क्यों? आज हम आपको बताएंगे कि सूखे मेवे को भिगोकर रखने से शरीर को कौन-कौन से लाभ मिलते हैं और किन मेवों का सेवन बिना भिगोए किया जा सकता है।बादाम का सेवन हर किसी को करना चाहिए, लेकिन भिगोने के बाद। रात के समय भिगोकर रखने से बादाम में मौजूद फाइटिक एसिड कम हो जाते हैं, जो शरीर में पोषण के अवशोषण को रोकते हैं। भिगोकर रखने से पाचन भी आसान होता है और बादाम का पूरा पोषण शरीर को मिलता है।किशमिश का सेवन भी रात को भिगोने के बाद सुबह करना चाहिए। भीगी हुई किशमिश में सूखी किशमिश की तुलना में आयरन की मात्रा बढ़ जाती है, और वे पाचन और शरीर को गर्मी को दूर करने में मदद करती हैं। सूखी किशमिश में तासीर थोड़ी गर्म होती है, लेकिन भिगोने के बाद वे शरीर को ठंडक देने का काम करती हैं।अंजीर का सेवन भी भिगोकर ही करना चाहिए। सूखने की वजह से अंजीर के रेशे सख्त हो जाते हैं और पाचन में बाधा डालते हैं। ऐसे में अंजीर को भिगो देने से वो नर्म पड़ जाती है और कैल्शियम, पोटैशियम और मिनरल्स का अवशोषण अच्छे से होता है। अगर इसे दूध के साथ लिया जाए तो ये शरीर की ऊर्जा को दोगुना कर देती है।कुछ बीज भी शरीर को पोषण देने में मदद करते हैं, जिन्हें रात में भिगोकर लेना चाहिए। इसमें असली के बीज और मेथी और धनिए के बीज शामिल हैं। मेथी के बीजों को भिगोने से उसका कड़वापन कम हो जाता है और पाचन आसानी से होता है। मेथी का पानी या दानों का सेवन ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है और आंतों में मौजूद टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है।असली के बीजों को भी भिगोकर खाना चाहिए। भिगोने से असली में मौजूद फाइटिक एसिड कम हो जाते हैं और पाचन में मुश्किल नहीं होती। असली में प्रोटीन, कैल्शियम, और आयरन होते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं। इसके अलावा, अखरोट, खसखस, काजू, पिस्ता और मगज के बीजों का सेवन बिना भिगोए भी कर सकते हैं।

राजनीती

यही कसूर मैं बार-बार करता रहा... : कोडीन कफ सिरप मामले योगी ने सपा पर किया तीखा प्रहार, माफिया से बंध होने का भी लगाया आरोप

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को आगाज हो गया है। सत्र के शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कोडीन कफ सिरप मामले पर समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। योगी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि माफिया के संबंध समाजवादी पार्टी से रहे हैं। सीएम योगी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमारी जांच अभी जारी है और अभी तक जितने लोग पकडे गए है उनके तार समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं। बहुत जल्द जांच की रिपोर्ट आ जाएगी और दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिन अभियुक्तों को एसटीएफ या यूपी पुलिस की ओर से पकड़ा गया है, उनके संबंध समाजवादी पार्टी से सामने आए हैं। समाजवादी पार्टी पहले से कुख्यात है और अब इस पूरे मामले में उसकी संलिप्तता सामने आएगी। इस पूरे मामले की जांच के लिए राज्यस्तरीय एसआईटी कार्य कर रही है। इसमें यूपी पुलिस और एफएसडीए से जुड़े अधिकारी मौजूद हैं। किन-किन लोगों को इसमें धन गया है, ये सारी बातें जांच में आएंगी।जांच के बाद हो जाएगा दूध का दूध और पानी का पानीमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस विषय में पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही अंतिम रूप से कुछ कहा जा सकता है, लेकिन इतना अवश्य कहा जा सकता है कि सपा प्रमुख द्वारा जो बातें कही जा रही हैं, उनकी स्थिति वही है, जैसा कि इस पंक्ति में कहा गया है “यही कसूर मैं बार-बार करता रहा, धूल चेहरे पर थी, आईना साफ करता रहा।” यानी, जिन माफियाओं के साथ उनकी तस्वीरें सामने आ रही हैं, स्वाभाविक रूप से अवैध लेन-देन में उनकी संलिप्तता कहीं न कहीं सामने आएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जांच होने दीजिए, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।सिरप की अवैध तस्करी पर कार्रवाई जारीमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोडीन एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत आने वाली एक औषधि है। इसका उपयोग कोडीन-युक्त कफ सिरप के निर्माण में किया जाता है, जो गंभीर खांसी के उपचार में प्रयुक्त होता है। इसका कोटा और आवंटन सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो द्वारा केवल अधिकृत औषधि निर्माण के लिए ही किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह कफ सिरप कई स्थानों पर नशीले पदार्थ के रूप में दुरुपयोग किया जा रहा था। अवैध तस्करी की शिकायतें मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कार्रवाई की गई। उत्तर प्रदेश पुलिस और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) के नेतृत्व में इसे एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत मानते हुए कार्रवाई प्रारंभ की गई।

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