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स्वास्थ्य चुनौतियां लेकर आता है बारिश का मौसम : जीवनशैली और खान-पान में बदलाव है बेहद जरूरी

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Author : Ganesh Sir

पब्लिश्ड : 09-07-2025 02:00 PM

अपडेटेड : 09-07-2025 08:30 AM

बारिश का मौसम कई स्वास्थ्य चुनौतियां भी लेकर आता है, जिनसे निपटने के लिए हमारी जीवनशैली, खान-पान और रहन-सहन में कुछ बदलाव करना बेहद जरूरी है ताकि हम बीमारियों से बच सकें और मौसम का पूरा आनंद ले सकें। चलिए बताते हैं, क्या खाएं, कैसी रखें जीवन शैली...

क्या खाएं, क्या नहीं?

  • बारिश में पाचन शक्ति अक्सर कमजोर हो जाती है, इसलिए खाने में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए

  • गर्म और ताजा खानाः हमेशा गर्म और ताजा पका हुआ भोजन ही खाएं। बासी खाना या पहले से कटा हुआ फल खाने से बचें, क्योंकि उनमें बैक्टीरिया तेजी से पनप सकते हैं।

  • हल्का और सुपाच्य भोजनः दाल, खिचड़ी, सूप, हरी सब्जियां (जो अच्छी तरह पकी हों) और हल्के अनाज जैसे जौ या दलिया को प्राथमिकता दें।

  • मसालों का उपयोगर: अदरक, लहसुन, हल्दी, काली मिर्च, लौंग और दालचीनी जैसे गर्म मसालों का प्रयोग करें। ये पाचन में मदद करते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।

  • खूब पानी पीएंः भले ही प्यास कम लगे, लेकिन पर्याप्त मात्रा में उबला हुआ या फिल्टर्ड पानी पिएं। पानी की कमी से डीहाइड्रेशन हो सकता है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

  • सूप और हर्बल चायरू गर्म सूप और हर्बल चाय (अदरक, तुलसी, लेमनग्रास) का सेवन करें। ये गले को आराम देते हैं और सर्दी-जुकाम से बचाते हैं।

  • कड़वी सब्जियां: करेला और नीम जैसी कड़वी सब्जियां इस मौसम में फायदेमंद होती हैं, क्योंकि ये शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती हैं।

क्या न खाएं

  • पत्तेदार सब्जियां। पालक, पत्तागोभी, फूलगोभी जैसी पत्तेदार सब्जियों में नमी के कारण कीड़े और गंदगी हो सकती है। इन्हें बहुत अच्छी तरह धोकर और पकाकर ही खाएं, या कुछ समय के लिए इनसे बचें।

  • कच्चा सलाद और अंकुरित अनाजः इन्हें भी कच्चा खाने से बचें, क्योंकि इनमें सूक्ष्मजीव पनप सकते हैं।

  • तली-भुनी चीजें और स्ट्रीट फूडः पकौड़े, समोसे, और बाहर का स्ट्रीट फूड खाने से बचें, क्योंकि ये पेट खराब कर सकते हैं और संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

  • सी-फूडः बारिश के मौसम में सी-फूड (मछली, झींगा आदि) खाने से बचें, क्योंकि यह इनके प्रजनन का समय होता है और इनमें बैक्टीरिया पनपने का खतरा ज्यादा होता है।

  • दही और छाछः कुछ लोग इस मौसम में दही और छाछ से बचने की सलाह देते हैं क्योंकि ये सर्दी-जुकाम बढ़ा सकते हैं।

  • रहन-सहनः कैसे रहें एक्टिव और सुरक्षित?

  • साफ-सफाई का ध्यान। घर और आसपास साफ-सफाई बनाए रखें। पानी जमा न होने दें, क्योंकि यह मच्छरों के पनपने का स्थान बन सकता है।

  • कपड़े और जूतेः सूखे और हल्के कपड़े पहनें। नमी वाले कपड़े पहनने से बचें, क्योंकि इनसे फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। बारिश में बाहर जाते समय ऐसे जूते पहनें जो पानी में आसानी से सूख जाएं या वॉटरप्रूफ हों।

  • मच्छरों से बचावः मच्छरदानी का प्रयोग करें और मच्छर भगाने वाले स्प्रे या क्रीम लगाएं।

  • नमी से बचेंः घर में हवा का उचित वेंटिलेशन सुनिश्चित करें ताकि नमी कम हो। नमी से दीवारों पर फंगस और मोल्ड पनप सकते हैं, जो एलर्जी और सांस की समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

  • व्यायामः बारिश के कारण बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, तो घर के अंदर ही योग, स्ट्रेचिंग या हल्के व्यायाम करें। शारीरिक गतिविधि बनाए रखना जरूरी है।

  • हाइजीनः बाहर से आने के बाद हाथ-पैर अच्छी तरह धोएं। बार-बार हाथ धोते रहें।

  • पालतू जानवरों का ध्यानः अगर पालतू जानवर हैं, तो उनकी साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखें, क्योंकि वे संक्रमण फैला सकते हैं।

सावधानियां और जरूरी बातें

  • बीमारी के लक्षणः यदि बुखार, सर्दी, खांसी, या पेट संबंधी कोई भी परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

  • पानी में चलने से बचेंः अनावश्यक रूप से गंदे पानी या कीचड़ में चलने से बचें, क्योंकि इससे पैरों में फंगल इन्फेक्शन या त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

  • विद्युत सुरक्षाः बिजली के उपकरणों और तारों के प्रति सावधानी बरतें। खुली वायरिंग या नमी वाले स्विच को न छूएं।

  • खुले घावः यदि कोई घाव या कट लगा हो तो उसे सूखा और साफ रखें, क्योंकि बारिश में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

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