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MP Board: : रीटोटलिंग के 35 हजार आवेदन, मात्र 390 के बढ़े नंबर, कुछ फेल से पास!
भोपाल। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं परीक्षा के परिणाम जारी हो चुके। इसके साथ ही परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं होने वाले, कम नंबर आने पर रीटोटलिंग की प्रक्रिया सहित द्वितीय परीक्षा को लेकर भी प्रक्रिया जारी है। इस बार दोनो कक्षाओं के लगभग 35 हजार विद्यार्थियों ने रीटोटलिंग के लिए आवेदन भरे हैं। विद्यार्थियों ने जिस क्रम में आवेदन किए हैं, उसी क्रम में उत्तरपुस्तिकाओं की जांच की गई है। रिटोटलिंग के आवेदन के बाद लगभग सभी छात्रों के अंक सामने आ गए है। हालांकि इस बार बारहवीं में सिर्फ 140 व दसवीं में करीब 250 विद्यार्थियों के अंक बढ़े है। इसमें ऐसे छात्र भी शामिल है, जो फेल से पास हो गए है।
वहीं दूसरी ओर प्रदेशभर के करीब 3.40 लाख विद्यार्थियों ने द्वितीय परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किए हैं। यह संख्या अभी और बढ़ने का अनुमान है। यह परीक्षा 17 जून से शुरू होगी। जिन विद्यार्थियों के रिटोटलिंग के दौरान अंक नहीं बढ़े, उनके पास अब द्वितीय परीक्षा मेंशामिल होने का अवसर है। इधर 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा के दौरान कुछ शिक्षक लापरवाही से उत्तरपुस्तिका की जांच करते है, इससे विद्यार्थियों के नंबर कम या ज्यादा हो जाते है। रीटोटलिंग में विद्यार्थियों के नंबर बढ़ते हैं, तो शिक्षकों पर प्रति नंबर बढ़ने पर 100 रुपए का दंड लगाया जाता है।
6 मई को घोषित किया गया था परिणामरू
मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं का परिणाम 6 मई को घोषित किया गया था। दोनों कक्षाओं में 17 लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इसमें करीब पांच लाख विद्यार्थी फेल हुए है। दसवीं-बारहवीं में इस बार विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री के स्थान पर सेकंड एक्जाम का अवसर दिया गया है। माशिमं की पहली परीक्षा में कम अंक मिलने से नाराज विद्यार्थी परिणाम घोषित होने के 10 दिन के अंदर रीटोटलिंग व उत्तरपुस्तिका देखने के लिए आवेदन कर सकते थे। उक्त समय-सीमा के अंदर करीब 35 हजार परीक्षार्थियों ने रीटोटलिंग के लिए आवेदन किए। इसमें दसवीं में सबसे ज्यादा आवेदन किए गए। इनमें से ज्यादातर की शिकायत है कि उन्होंने परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया है। बावजूद इसके कुछ विषयों में अपेक्षा से कम अंक मिले हैं।
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