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ई-अटेंडेंस में अतिथि शिक्षकों की आनाकानी : 80 फीसदी ने नहीं लगाई हाजिरी आदेश पर अमल नहीं होने पर विफरे आयुक्त

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Author : admin

पब्लिश्ड : 22-07-2025 11:42 AM

अपडेटेड : 22-07-2025 06:12 AM

भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के सरकारी स्कूलों में ई-अटेंडेंस व्यवस्था लागू की गई है। लेकिन विभाग का यह फार्मूला जुलाई के पहले पखवाड़े में बुरी तरह फेल होता नजर आ रहा है। जिसके चलते अब विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी फरमान में साफ कहा है कि अगर 18 जुलाई से ई-अटेंडेंस व्यवस्था के अनुरूप उपस्थितति दर्ज नहीं कराने वाले अतिथि शिक्षकों को अनुपस्थित माना जाएगा। विभाग ने सभी जिलों अतिथि शिक्षकों की ई अटेंडेंस की सूची भी जारी की है और कहा है कि इस पर सख्ती से अमल कराएं। गौरतलब है कि विभाग ने एजुकेशन पोर्टल 3.0 में शिक्षकों के साथ अतिथि शिक्षकों के लिए हमारे शिक्षक एप के माध्यम से ई अटेंडेंस लगाने की व्यवस्था एक जुलाई से शुरू की है जिसकी 15 दिन की समीक्षा में 80 फीसदी अतिथि शिक्षकों को ई अटेंडेंस नहीं लगाना पाया गया है।

उपस्थिति एप के माध्यम से ही स्वीकार होगी

स्कूल शिक्षा विभाग ने चालू शैक्षणिक सत्र में पढ़ाने के लिए बुलाए गए अतिथि शिक्षकों की हमारे शिक्षक एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराने का फैसला किया है। इसके निर्देश जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी करते हुए कहा गया है कि शिक्षकों की उपस्थिति एप के माध्यम से ही स्वीकार होगी। इस निर्देश को अतिथि शिक्षक नहीं मान रहे हैं, इसलिए लोक शिक्षण आयुक्त ने इस पर नाराजगी जताई है। विभाग द्वारा जारी निर्देश में इसे अत्यंत खेदजनक बताते हुए कहा गया है कि अस्सी फीसदी अतिथि शिक्षक एप के माध्यम से अटेंडेंस दर्ज नहीं कर रहे हैं जो ठीक नहीं है।

विभाग ने कहा है कि सभी अतिथि शिक्षकों को जानकारी भेजें कि अगर ई अटेंडेंस से अटेंडेंस नहीं लगी तो उनका मानदेय का भुगतान नहीं किया जा सकेगा। इसलिए सभी अतिथि शिक्षक 18 जुलाई से अपनी अटेंडेंस लगाएंगे अन्यथा मानदेय से वंचित रहेंगे।

15 दिन में सिर्फ डिंडोरी में 50 प्रतिशत ई-अटेंडेंस

विभाग ने सभी 55 जिलों की अतिथि शिक्षकों की जो ई अटेंडेंस रिपोर्ट जारी की है, उसमें सिर्फ डिंडोरी ही ऐसा जिला है जहां 50 प्रतिशत से अधिक अतिथि शिक्षकों ने ई अटेंडेंस लगाई है। यहां ई अटेंडेंस का प्रतिशत 57 है। इसके बाद झाबुआ में 48 प्रतिशत, खरगोन में 45 प्रतिशत, नरसिंहपुर और शहडोल में 44-44 प्रतिशत अतिथि शिक्षकों ने ई अटेंडेंस लगाई है। सबसे कम ई अटेंडेंस वाले जिलों में अनूपपुर का नाम है जहां 17 अतिथि शिक्षकों में से किसी ने भी एक भी दिन ई अटेंडेंस नहीं लगाई है। इसके अलावा निवाड़ी और अलीराजपुर में 7-7 प्रतिशत, मऊगंज और हरदा में 8-8 प्रतिशत अतिथि शिक्षकों द्वारा ई अटेंडेंस लगाने की रिपोर्ट सामने आई है।

सबसे अधिक गेस्ट टीचर छतरपुर, सबसे कम अलीराजपुर

स्कूल शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक 2678 गेस्ट टीचर छतरपुर जिले में हैं जहां ई अटेंडेंस का प्रतिशत 38 है। इसके बाद सिंगरौली में 2551, शिवपुरी में 2456, सागर में 2464, विदिशा में 2190, कटनी में 2139 अतिथि शिक्षक काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सबसे कम 15 अतिथि शिक्षक अलीराजपुर में, 17 अनूपपुर में, 18 बड़वानी में, 27 झाबुआ में, 30 डिंडोरी में काम कर रहे हैं।

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