Download App

Latest News

मप्र के पहले सीएम की जयंती पर मोहन का नवाचार : विधानसभा में अर्पित की पुष्पांजलि, मप्र के विकास में शुक्ल के योगदान का किया स्मरणपूर्व पीएम का पोते रेवन्ना जिंदगी भर रहेगा सलाखों के पीछे : रेप केस कोर्ट का फैसला, कल ठहराया गया था दोषी, 18 का जुर्माना लगासीहोर में बही विकास की गंगा : सीएम मोहन ने दी सौगात, बोले- मप्र के बदलते दौर का साक्षी बन रहा जिलामकाउ ओपन में भारत का सफर खत्म : सेमीफाइनल में हारे में शटलर लक्ष्य- मन्नेपल्ली ऐसे अत्याचार हुए की शब्द पड़ जाएंगे कम : जेल में बिताए दिनों का ऐसे दर्द बयां किया साध्वी नेबिहार वोटर वेरिफिकेशन : मतदाता सूची से गायब हुए 65 लाख फर्जी वोटर, ईसी पर बरसे तेजस्वी, कहा- नहीं बरती गई पारदर्शिताईसी अब स्वतंत्र संस्था नहीं : राहुल ने फिर बोला जुबानी हमला, कहा- साबित करने के लिए हमारे पास हैं पक्के सबूतबरसात का मौसत : बारिश में सेहतमंद रहना तो खाएं लिंगुड़ा की सब्जी, स्वाद में भी है लाजवाबफिटनेस को लेकर फिक्रमंद जान्हवी की छोटी बहन : 290 केजी वजन उठाकर हिप थ्रस्ट करती आई नजर नजर योगी की हुंकार : नया भारत दुश्मन के घर में घुसकर मिट्टी में मिलाने का रखता है माद्दा, मंच पर मौजूद थे पीएम मोदी भी

मप्र समेत कई राज्यों में CBI का एक्शन : मान्यता दिलाने के लिए घूस मांग रही डॉक्टरों की गैंग पकडी, मामला श्री रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज से जुड़ा

Featured Image

Author : Ganesh Sir

पब्लिश्ड : 03-07-2025 12:13 PM

अपडेटेड : 03-07-2025 06:43 AM

भोपाल। सीबीआई ने मेडिकल कॉलेज को मान्यता दिलाने के लिए 55 लाख रुपए घूस लेने के मामले में तीन डॉक्टर समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस सिलसिले में सीबीआई ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 40 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की।

मामला रायपुर में नवा रायपुर स्थित श्री रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज से जुड़ा है। रंगे हाथ गिरफ्तार आरोपियों में डॉ. मंजप्पा सीएन, डॉ. अशोक शेलके, डॉ. सतीश ए, डॉ. चैत्रा एमएस और उनके पति रविचंद्रन समेत अतुल कुमार तिवारी शामिल बताए जाते हैं। सीबीआई का कहना है कि रिश्वत के 55 लाख रुपए हवाला के जरिए दिए गए।

दरअसल, मान्यता के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग में आवेदन किया था। 30 जून को मेडिकल काउंसिल के 4 सदस्य डॉक्टर्स की टीम निरीक्षण के लिए आई थी। टीम में डॉ. मंजप्पा सीएन, डॉ. सतीश, डॉ. अशोक शेलके और डॉ. चैत्रा एमएस शामिल थे। चारों डॉक्टर्स ने मैनेजमेंट के अतुल कुमार तिवारी से पॉजीटिव रिपोर्ट देने के लिए लेन-देन की बातचीत की।

डॉ. सीएन ने डॉ. सतीश को हवाला के जरिए 55 लाख रुपए इकट्‌ठा करने का काम सौंपा। उनकी टीम के बाकी सदस्यों से बात की और भरोसा दिया कि उनका हिस्सा डॉ. सतीश उनके पास पहुंचा देंगे। लेकिन इसी बीच इस गोरखधंधे की जानकारी सीबीआई को लग गई। जांच एजेंसी ने बेंगलुरु में ट्रेप लगाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया

Powered by Tomorrow.io

Advertisement

Ad

Related Post

Placeholder