Download App

Latest News

आरएसएस चीफ ने संघ को बताया विश्व का अनोखा संगठन : बेंगलुरू में बोले- भारत समेत कई देशों में कर रहा समाजसेवी कार्यपीएफआई-एसडीपीआई की 67.03 करोड़ की संपत्तियां कुर्क : ईडी का बड़ा एक्शन, इनके नाम पर दर्ज थीं सभी प्रापर्टीराहुल के मप्र दौरे पर सीएम का जोरदार हमला : चुनावी सभा में मोहन बोले- इंडी की हार सुनिश्चित, इसलिए घूम रहे पचमढ़ी की वादियों मेंतीन युवकों ने 14 साल की युवती से किया सामूहिक दुष्कर्म : मऊगंज में गैंगरेप का शर्मनाक मामलाः स्कूल में मिली बेसुध, स्वास्थ्य विभाग ने भी नहीं दिखाई मानवीयतापहले चरण में लालू-राहुल का सूपड़ा हुआ साफ : शाह की हुंकार- बिहार में 160 से ज्यादा सीटें जीतकर एनडीए बनाएगा सरकारएसआईआर को लेकर मप्र में सियासी घमासानः : मप्र कांग्रेस के दिग्गजों ने सरकार को लिया निशाने पर, दिग्गी ने लगाए गंभीर आरोप, जीतू भी बोलेबिहार के शिक्षित युवाओं को नहीं मिल रहा रोजगार : एनडीए पर प्रियंका का हमला, पीएम और छोटे दलों पर भी किया वारप्रेग्नेंसी में महिलाओं के लिए वरदान से कम नहीं ये आसन : कई समस्याओं से दिलाता है निजात अनुपम खेर के वीडियो ने जीता फैंस का दिल : दुलारी देवी पर लगा यह गंभीर का इल्जाम, अभिनेता की मां ने दिया बेगुनाही का सबूतसंसद का शीत सत्र 1 दिसंबर से : राष्ट्रपति ने दी मंजूरी, 19 दिनों तक होंगे जतना के हित में काम, इन मुद्दों को लेकर विपक्ष फिर कर सकता है हंगामा

सवालों के घेरे में विद्युत विभाग के 5 करोड़ के टेंडर : सतना में दो बार खोली गई एक ही निविदा की बिड, अतिरिक्त संविदकार भी जोड़े

Featured Image

Author : admin

पब्लिश्ड : 08-11-2025 01:34 PM

अपडेटेड : 08-11-2025 08:04 AM

सतना। मध्यप्रदेश में विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ करने के नाम पर हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन इन्हीं कार्यों की निविदा प्रक्रिया में कथित रूप से बड़ा खेल किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मप्र पूविविकें द्वारा सतना और मैहर क्षेत्र में विद्युत लाइन निर्माण कार्य हेतु जारी की गई निविदा पर सवाल उठने लगे हैं।

दस्तावेजों और प्रक्रिया की जांच-पड़ताल में यह बात सामने आई है कि कुछ विशेष ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए न सिर्फ निविदा शर्तों को दरकिनार किया गया बल्कि बेहद रहस्यमयी तरीके से दूसरी बार प्राइज बिड खोलकर अपात्र ठेकेदारों के नाम पात्रों की सूची में जोड़ दिए गए। विद्युत विभाग में संभवतरू यह प्रथम अवसर है कि जब किसी टेंडर में इस तरह दो चरणों में प्राइज बिड खोली गई हो।

कैसे शुरू हुआ विवाद

विद्युत विभाग ने 15 अप्रैल को निविदा क्र. 2025-पीकेवीवीसी 411353-2 के तहत लगभग 5 करोड़ रुपए मूल्य के कार्यों के लिए टेंडर आमंत्रित किए। कुल 16 संविदाकारों ने आवेदन प्रस्तुत किए। दस्तावेज सत्यापन के बाद 30 सितंबर को प्राइज बिड खोली गई, जिसमें केवल 7 ठेकेदारों को पात्र माना गया, जबकि 9 ठेकेदार दस्तावेजीय कमियों के चलते अपात्र घोषित कर दिए गए।

मामले में मोड़ तब आया जब 16 अक्टूबर को एक कार्यालयीन टीप के आधार पर दो अपात्र ठेकेदारों को ‘वेटिंग’ बताते हुए उनके नाम पात्रों की सूची में जोड़ने हेतु प्रस्ताव भेजा गया। इसके बाद 6 नवंबर को दूसरी प्राइज बिड निकालकर मेसर्स रमेश प्रताप सिंह और मेसर्स पीयूष द्विवेदी के नाम पात्र ठेकेदारों में शामिल कर नौ लोगों की सूची जारी की गई। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी निविदा प्रक्रिया में प्राइज बिड केवल एक बार खोली जाती है, दूसरी बार खोलना सीधे नियमों और वित्तीय पारदर्शिता का उल्लंघन है।

इन्होने डाली थी निविदाएं

आभा इलेक्ट्रानिक्स, कालिका प्रसाद पटेल, अथर्व एनर्जी एंड प्राइवेट , नागेंद्र पांडे, पीयूश द्विवेदी, रमेश प्रताप सिंह, आरपी एसोसिएटस, सूर्यकांत त्रिपाठी, नितेश चतुर्वेदी , पवन कुमार शर्मा, शुक्ला इंटरप्राइजेज, प्रमीर एंड कंपनी , रिमार्क इलेक्टाकृाकान प्रा. लि. , साईकृपा इंटरप्राइजेज , शुक्ला इंटरप्राइजेज, व संदीप तिवारी ने टेंडर फार्म जमा किए थे।

सवाल उठे, संगठन ने की नई निविदा की मांग

मध्यभारत ठेकेदार संगठन ने पूरी प्रक्रिया को दूषित और उद्देश्यपूर्ण बताते हुए निविदा रद्द कर नई निविदा जारी करने की मांग की है। संगठन का कहना है कि पात्र ठेकेदारों को दरकिनार कर अपात्रों को लाभ पहुंचाने का प्रयास न केवल भ्रष्टाचार का प्रतीक है बल्कि यह सार्वजनिक धन और प्रणाली दोनों के साथ खिलवाड़ है। यदि यह पूरा प्रकरण जांच में सही साबित होता है, तो यह केवल एक निविदा घोटाला नहीं बल्कि व्यवस्था की विश्वसनीयता पर सीधा सवाल है।

Powered by Tomorrow.io

Advertisement

Ad

Related Post

Placeholder
सवालों के घेरे में विद्युत विभाग के 5 करोड़ के टेंडर : सतना में दो बार खोली गई एक ही निविदा की बिड, अतिरिक्त संविदकार भी जोड़े