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भोपाल। समृद्ध मप्र का रास्ता पंचायतों से होकर जाता है। यह कहना है उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का। वह पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के तीन दिन दिवसीय कार्यक्रम के समापन समारोह में बोल रहे थे। आत्मनिर्भर पंचायत-समृद्ध मध्यप्रदेश 2025 विषय पर यह कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित की गई थी। इस अवसर पर पंचायत एवं गामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल व राज्यमंत्री राधा सिंह भी मौजूद रही।
देवड़ा ने बतौर मुख्यअतिथि कहा कि ग्राम पंचायतें सशक्त होंगी, तभी मध्यप्रदेश समृद्ध होगा। आत्मनिर्भर पंचायत की यह पहल सराहनीय है और जनभागीदारी से निश्चित ही इसका व्यापक प्रभाव दिखाई देगा। इसलिये इसमें संशय नहीं है कि समृद्ध मध्यप्रदेश का रास्ता ग्राम पंचायतों से होकर जाता है। कार्यक्रम के दौरान नई चेतना 4.0कृजेंडर कैंपेन का शुभारंभ किया तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लोक अधिकार केन्द्रों को प्रशस्ति पत्र भी वितरित किये गये।
नवीन सोच के साथ जनप्रतिनिधि निभाएं भूमिकाः पटेल
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा की जनप्रतिनिधियों को अधिकारों और कर्तव्यों पर गंभीरता से विचार कर सार्वजनिक जीवन में बनी नकारात्मक धारणा को समाप्त करते हुए पारदर्शिता और ईमानदारी से कार्य करना चाहिए। श्री पटेल ने कहा कि जहां पंचायत भवन नहीं थे, वहां बिना मांग के नए भवन स्वीकृत किए गए। अब पंचायत भवन तीन मंजिला बनाए जाएंगे, जिससे भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार उनका उपयोग हो सकेगा। इसी तरह ग्राम पंचायत, जनपद पंचायतों में सामुदायिक भवन भी बनवाए जा रहे हैं।
कार्यशाला में यह भी रहे मौजूद
पंचायतों को ग्राम सुरक्षा, स्वच्छता और सामाजिक उत्तरदायित्व के विषयों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनप्रतिनिधि को स्वयं से तीन प्रश्न जरूर पूछने चाहिए। पहला- मेरे कर्तव्य क्या हैं? दूसरा- मेरा वित्तीय प्रबंधन कितना पारदर्शी है? और तीसरा- समाज के लिए मेरा योगदान क्या है। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी कर्तव्य और ईमानदारी पर अडिग रहना ही जनसेवा का मूल सिद्धांत है। इस बार कार्यशाला में सरपंच संगठन, सचिव संगठन और जीआरएस संगठन के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
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