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भोपाल। प्रदेश सरकार ने हाल ही में नगर पालिका एवं नगर पंचायत परिषद अध्यक्षों के निर्वाचन के लिए प्रत्यक्ष प्रणाली को मंजूरी दे दी है। इसी के साथ प्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों की आहट शुरू हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर निगमों के महापौर, नगर पालिका एवं पंचायतों के परिषद अध्यक्ष और पार्षदों के लिए प्रतीक चिन्हों का आवंटन कर दिया है। जिसमें महापौर एवं अध्यक्षों के लिए 37 एवं पार्षदों के लिए 31 चुनाव चिन्हों का आवंटन किया है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार प्रतीक चिन्ह मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आवंटित प्रतीक चिन्हों के अतिरिक्त हैं। अधिसूचना के साथ ही प्रतीक चिन्हों की सूची जारी की है।
डेढ़ साल बाद होंगे चुनाव
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों की अधिसूचना मई 2022 में जारी गई थी। जिसके बाद जुलाई के पहले हफ्ते में मतगणना एवं चुनाव परिणाम घोषित किए गए थे। निकायों के 5 साल का कार्यकाल पूरा होने में अभी करीब डेढ़ साल का समय शेष है। इससे पहले ही राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है।
महापौर, अध्यक्ष के चुनाव-चिह्न
नल, टेबल पंखा, गुब्बारा, स्लेट, बिजली का स्विच, कांच का गिलास, रेडियो, खम्भे पर ट्यूब लाईट, स्टूल, गैस बत्ती, रोड रोलर, बस, सीट, प्रेशर कुकर, बल्लेबाज, मटका, गाड़ी, बैटरी-टॉर्च, सूरजमुखी, गेहूं की बाली, सब्जियों की टोकरी, हार, अंगूठी, बैंच, गैस सिलेंडर, पीपल का पत्ता, हारमोनियम, हाथ चक्की, डबल रोटी, मेज, ब्रीफ केस, गैस स्टोव, दरवाजा, बुश, बल्ला, वायलिन, बेलन।
पार्षदों के चुनाव-चिह्न
केक, कैमरा, गाजर, कोट, टेंट, चारपाई, सिलाई की मशीन, नाव, स्कूटर, जीप, ब्लैक बोर्ड, टेलीफोन, टेलीविजन, कप और प्लेट, बरगद का पेड़, लेटर बॉक्स (पत्र पेटी), अलमारी , हाकी और गेंद, डीज़ल पम्प, दो तलवार और एक ढाल, डोली, फलों सहित नारियल का पेड़, कैंची, बाल्टी, कमीज, फ्राक, केतली, लेडी पर्स, भोंपू, सेव, प्रेस।
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