Latest News
भाषा विवाद से चिंतित हुईं बसपा सुप्रीमो : बोलीं- यह देश के लिए घातक- हर भारतीय को भारतीयता पर करना चाहिए गर्व
लखनऊ। सियासी जमीन खो चुकी बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को लखनऊ में सात राज्यों में संगठन के कामकाज की समीक्षा की। ये सात राज्य महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल हैं। इस दौरान उन्होंने अन्य सियासी मुद्दों पर चिंतन किया। इसमें भी अहम मुद्दा रहा भाषा विवाद। मायावती ने भाषा पर हो रहे विवाद पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस पर संज्ञान लेकर लोगों के जानमाल की सुरक्षा करनी चाहिए।
मायावती ने कहा कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु जैसे राज्यों में भाषा संबंधी विवाद घातक है। ऐसा तब होता है जब धर्म, क्षेत्र, जाति और भाषा आदि की संकीर्ण राजनीति लोगों की देशभक्ति व उनके देश प्रेम पर हावी होने लगती है। उन्होंने कहा कि यह सब तब होता है जब धर्म, क्षेत्र, जाति व भाषा आदि की संकीर्ण राजनीति लोगों की देशभक्ति व उनके देश प्रेम पर हावी होने का प्रयास करती है। हर भारतीय को भारतीयता पर गर्व करके कार्य करना चाहिए। खासकर मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है जहां से देश के सभी राज्यों के लोगों का सीधा वास्ता है तथा उन्हें उनके जान, माल व मजहब के सुरक्षा की गारंटी सरकार को जरूर सुनिश्चित करनी चाहिए। केन्द्र सरकार को भी इसमें जरूर रूचि लेनी चाहिए।
पुल व एक्सप्रेस-वे में बढ़ रही दुर्घटनाओं पर भी जताई चिंता
उन्होंने आगे कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में पुल व एक्सप्रेस-वे में बढ़ रही दुर्घटनाओं व उनमें जान-माल की भारी हानि से देश के किस के प्रति जनता का विश्वास डगमगाता है और सरकारी लापरवाही व भ्रष्टाचार आदि के मामले में उम्मीद को भारी धक्का लगता है। बचाव के हर उपाय जरूर किए जाने चाहिए।
कर्नाटक कांग्रेस में गुटबाजी से कानून का राज हो रहा प्रभावित
इसके अलावा मायावती ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी और सरकार के राजनीतिक गुटबाजी से वहां कानून का राज प्रभावित हो रहा है। खासकर गरीब लोगों पर इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यहां भी धार्मिक उन्माद और जातिवाद लोगों के जीवन को त्रस्त कर रहा है। मायावती के दक्षिण के अन्य राज्यों- तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल की स्थिति पर भी चिंता जताई।
Advertisement
Related Post