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राज्यसभा : खड़गे ने पीएम मोदी को सदन में बुलाने की मांग, शाह बोले- मैं हूं ना, उनके आने पर ज्यादा होगी तकलीफ
नई दिल्ली। राज्यसभा में बुधवार को आपरेशन सिंदूर पर बहस हुई। सत्ता पक्ष की ओर से बोलते हुए केन्द्रीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 'आपरेशन सिंदूर' के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस आपरेशन के माध्यम से आतंकवादियों और पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया गया। साथ ही शाह ने विपक्ष द्वारा दागे गए सवालों का भी चुन-चुकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद का खात्मा नहीं, बल्कि वोट बैंक और तुष्टिकरण है। हालांकि इस दौरान विपक्ष ने हंगामा करते हुए पीएम मोदी को सदन में बुलाने की मांग की।
इस बीच, कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन में कहा कि 16 घंटे इस मुद्दे पर चर्चा होने के बाद हमको लगा था कि प्रधानमंत्री इस सदन में आकर अपनी बातें रखेंगे और हमारी ओर से जो सवाल उठाए गए हैं, वे उनसे संबंधित थे। अगर सदन में नहीं आ रहे हैं तो यह सदन का अपमान है। सदन और सदस्यों का अपमान करना यह ठीक नहीं है। खड़गे की मांग पर शाह ने सभापति को संबोधित करते हुए कहा कि कहा कि 'विपक्ष पूछ रहा है कि पीएम कहा हैं? प्रधानमंत्री साहब को सुनने का ज्यादा शौक है क्या? मैं जवाब दे रहा हूं। पीएम को क्यों बुला रहे हो और तकलीफ होगी? यह समझते नहीं हैं। इसके साथ ही विपक्षी सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
पीएम मोदी ने 140 देशवासियों की इच्छा पूरी की
पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए अमित शाह ने राज्यसभा में कहा, जो इस घटना में मारे गए, उन परिवारों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। 'आपरेशन सिंदूर' के बाद जब पाकिस्तान ने गोलीबारी की तो उसमें कुछ नागरिक हताहत हुए। उन नागरिकों के परिवार के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं 'आॅपरेशन सिंदूर' और 'आॅपरेशन महादेव' के लिए भारत का सम्मान बढ़ाने वाले सुरक्षा बलों को साधुवाद देता हूं। मैं पीएम मोदी का आभार जताना चाहता हूं, क्योंकि उन्होंने देश के 140 करोड़ की जनता की इच्छा को पूरा किया।
चिदंबरम को भी सुनाई खरी-खरी
वहीं अमित शाह ने राज्यसभा में कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के बयान पर सवाल उठाए। शाह ने कहा, आॅपरेशन महादेव' के तहत तीनों आतंकी ढेर हो गए। दो दिन पहले पी. चिदंबरम ने मुझसे इस्तीफे की मांग करते हुए एक सवाल उठाया और कहा कि सरकार ने 'आॅपरेशन सिंदूर' किया, क्योंकि पहलगाम में शामिल आतंकी पाकिस्तानी थे। साथ ही उन्होंने पूछा कि वह पाकिस्तानी आतंकी थे और इसका आपके (सरकार) पास सबूत क्या है? मैं सदन के माध्यम से चिदंबरम से पूछना चाहता हूं कि आप किसको बचाना चाहते थे। पाकिस्तान को, लश्कर-ए-तैयबा को या आतंकवादियों को। आपको शर्म नहीं आती। जिस दिन उन्होंने (चिदंबरम) सवाल पूछा, उसी दिन आतंकियों का 'हर हर महादेव' हो गया। उसी दिन तीनों आतंकवादी ढेर हो गए। चिदंबरम ने कांग्रेस पार्टी की ये मानसिकता पूरी दुनिया के सामने उजागर कर दी।
आपरेशन महादेव को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना
अमित शाह ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, कांग्रेसी कह रहे हैं कि 'आॅपरेशन 'महादेव' का नाम धार्मिक है। क्या वे भूल गए हैं कि 'हर हर महादेव' तो शिवाजी महाराज की सेना का युद्ध घोष था? 'हर हर महादेव' बोलकर ही छत्रपति शिवाजी महाराज ने मुगलों के खिलाफ स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी थी। कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, कल आप पूछ रहे थे कि पहलगाम के आतंकवादी आज ही क्यों मारे गए? उन्हें कल क्यों नहीं मारा जाना चाहिए था? क्योंकि राहुल गांधी को अपना भाषण देना था? ऐसा नहीं चलता।
शाह ने कांग्रेस की मानसिकता पर उठाए सवाल
शाह ने कांग्रेस की मानसिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश की जनता देख रही है कि उनकी प्राथमिकता राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद का खात्मा नहीं, बल्कि वोट बैंक और तुष्टिकरण है। उन्होंने सदन में कहा, मैं आज इस सदन में खड़े होकर वादा करता हूं कि जम्मू-कश्मीर आतंकवाद से मुक्त होगा। यह नरेंद्र मोदी सरकार का संकल्प है।
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