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प्रयागराज : हिरासत में लिए रावण तो समर्थकों ने जमकर काटा बवाल, अब उपद्रवियों पर शुरु हुआ पुलिस का एक्शन, लगेगा NSA भी
प्रयागराज। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण को प्रयागराज सर्किट हाउस में रोके जाने से रविवार को करछना में जमकर बवाल कटा। बवाल कर रहे उपद्रवी तब नियंत्रण में आए जब यहां के स्थानीय ग्रामीण और बाजार के लोगों ने उनका विरोध करते हुए खुद मोर्चा संभाल लिया। इनके मोर्चा संभालते ही दूर खड़ी पुलिस भी सक्रिय हो गई। एक्शन में आई पुलिस ने बल प्रयोग कर उपद्रवियों को तितर-वितर किया। बताया जा रहा है कि यह बवाल करीब 2 घंटे तक चला। बवाल करने वाले उपद्रवियों पर अब पुलिस का एक्शन भी शुरू हो गया है।
आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव शामिल उपद्रवियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। वहीं, बवाल के बाद मौके पर करीब 42 बाइक लावारिस हालत में मिलीं, जिन्हें पुलिस ने सीज कर दिया है। माना जा रहा है कि यह बाइक उपद्रव में आए युवकों की हैं, जो पुलिस के खदेड़ने पर बाइक छोड़कर ही भाग निकले। फिलहाल, बाइकों के नंबर से पता लगाया जा रहा है कि ये गाड़ियां किन लोगों के नाम पर हैं. इन्हें नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। पुलिस के मुताबिक, 50 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। फोटोध्वीडियो के आधार पर धरपकड़ जारी है।
आजाद की गिरफ्तारी की अफवाह फैलाकर भीड़ को उकसाया
एडि. सीपी अपराध डॉ. अजयपाल शर्मा ने कहा है कि आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के साथ ही लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाएगी। इन पर गैंगस्टर और इसके बाद रासुका भी लगाया जाएगा। बवाल मामले की प्रारंभिक जांच पड़ताल के दौरान एक अहम बात सामने आई है। पता चला है कि भीम आर्मी चीफ की गिरफ्तारी की अफवाह फैलाकर भीड़ को उकसाया गया। यह अफवाह एक व्हाट्सएप ग्रुप में फैलाई गई। मौके पर जुटे तमाम युवक इस ग्रुप में शामिल थे।
आजाद बोले-उपद्रवी हमारी पार्टी के नहीं
वहीं, आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद का कहना है कि बवाल करने वाले उनकी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं थे। पार्टी कार्यकर्ता 8 घंटे तक सर्किट हाउस में ही उनके साथ शांतिपूर्ण तरीके से बैठे रहे। उन्होंने इस पूरे उपद्रव के पीछे किसी साजिश की ओर इशारा किया। गौरतलब है कि बवाल के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस की तीन गाड़ियों समेत एक दर्जन वाहनों में तोड़फोड़ की. कई मोटरसाइकिलें फूंक दीं। पथराव में चैकी प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। आम लोग भी चोटिल हुए हैं, जिनमें महिलायें-बच्चे भी शामिल हैं।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, बीते दिन प्रयागराज पुलिस ने नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद को एक दलित व्यक्ति के परिवार से मिलने के लिए इसौटा गांव जाने से रोक दिया था जिसके बाद उनके गुस्साए समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस चंद्रशेखर को हिरासत में लेकर पुलिस सर्किट हाउस लाई तो समर्थक तोड़फोड़ पर उतर आए। उन्होंने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की। ईंट-पत्थर और लाठी-डंडे चलाए. घटना के विजुअल इसकी तस्दीक कर रहे हैं। यहीं नहीं चंद्रशेखर अपने कार्यकर्ता और प्रशंसकों को पल-पल की अपडेट देते रहे। उन्हें कितने बजे पुलिस ने पकड़ा है, कहां से कहां जा रहे हैं, पुलिस उन्हें पीड़ित परिवार से क्यों नहीं मिलने देने जा रही है आदि अपडेट देते रहे। इस अपडेट के दौरान कार्यकर्ता और उनके प्रशंसक कमेंट भी करते रहे।
मामले में डीसीपी (यमुना नगर) विवेक चंद्र यादव ने कहा कि चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में करछना तहसील के इसौटा गांव में एकत्र हुए थे। जब उन्हें पता चला कि वह गांव के अंदर नहीं आ सकते हैं, तो उनके गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पथराव शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि भीड़ ने डायल 112 वाहन और एक अन्य वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। हालांकि, पुलिस बल ने स्थिति को जल्द ही नियंत्रण में कर लिया। अब बवालियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है. मौके पर फोर्स गई लगाई है। शांति व्यवस्था कायम है।
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