Download App

Latest News

मप्र के पहले सीएम की जयंती पर मोहन का नवाचार : विधानसभा में अर्पित की पुष्पांजलि, मप्र के विकास में शुक्ल के योगदान का किया स्मरणपूर्व पीएम का पोते रेवन्ना जिंदगी भर रहेगा सलाखों के पीछे : रेप केस कोर्ट का फैसला, कल ठहराया गया था दोषी, 18 का जुर्माना लगासीहोर में बही विकास की गंगा : सीएम मोहन ने दी सौगात, बोले- मप्र के बदलते दौर का साक्षी बन रहा जिलामकाउ ओपन में भारत का सफर खत्म : सेमीफाइनल में हारे में शटलर लक्ष्य- मन्नेपल्ली ऐसे अत्याचार हुए की शब्द पड़ जाएंगे कम : जेल में बिताए दिनों का ऐसे दर्द बयां किया साध्वी नेबिहार वोटर वेरिफिकेशन : मतदाता सूची से गायब हुए 65 लाख फर्जी वोटर, ईसी पर बरसे तेजस्वी, कहा- नहीं बरती गई पारदर्शिताईसी अब स्वतंत्र संस्था नहीं : राहुल ने फिर बोला जुबानी हमला, कहा- साबित करने के लिए हमारे पास हैं पक्के सबूतबरसात का मौसत : बारिश में सेहतमंद रहना तो खाएं लिंगुड़ा की सब्जी, स्वाद में भी है लाजवाबफिटनेस को लेकर फिक्रमंद जान्हवी की छोटी बहन : 290 केजी वजन उठाकर हिप थ्रस्ट करती आई नजर नजर योगी की हुंकार : नया भारत दुश्मन के घर में घुसकर मिट्टी में मिलाने का रखता है माद्दा, मंच पर मौजूद थे पीएम मोदी भी

ऐसे अत्याचार हुए की शब्द पड़ जाएंगे कम : जेल में बिताए दिनों का ऐसे दर्द बयां किया साध्वी ने

Featured Image

Author : admin

पब्लिश्ड : 02-08-2025 03:37 PM

अपडेटेड : 02-08-2025 10:07 AM

भोपाल। 2008 के मालेगांव ब्‍लास्‍ट मामले की आरोपी रहीं पूर्व भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर बेगुनाह साबित हो गई हैं। मुंबई एनआईए की एक विशेष अदालत ने मंगवालार को उन्हें बरी कर दिया है। गंभीर आरोप में 17 साल बाद बरी होने के बाद साध्वी प्रज्ञा का दर्द बाहर आने लगा है। उन्होंने जेल में बिताए अपने दिनों और इस दौरान हुए अत्याचार को याद करते हुए अपना दर्द किया है। उन्होंने कहा कि मुझ पर इतना अत्‍याचार किया गया कि इसे शब्‍दों में बयां नहीं किया जा सकता है।

पूर्व भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि एटीएस अधिकारियों ने मुझे 13 दिनों तक अवैध रूप से रखा। इस हिरासत के दौरान मुझे जितनी यातनाएं दी गईं, ऐसे अत्याचार किए गए जिसके लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। शब्‍दों की भी अपनी मर्यादा होती है। उन्होंने कहा, मुझे नरेंद्र मोदी, योगी आदित्‍यनाथ, मोहन भागवत, सुदर्शन, इंद्रेश, रामजी माधव जैसे लोगों के नाम लेने के लिए मजबूर किया जाता था। वे कहते रहे कि इन लोगों के नाम लो तो हम तुम्हें नहीं मारेंगे।

उनका मुख्य उद्देश्य मुझे प्रताड़ित करना था

उन्होंने आरोप लगाया कि उनका मुख्य उद्देश्य मुझे प्रताड़ित करना था। मुझसे सब कुछ असत्‍य बोलने के लिए कहा जा रहा था। इसलिए मैंने किसी का नाम नहीं लिया। इन लोगों ने प्रताड़ित करके बहुत कुछ कहलवाना चाहा, लेकिन हम असत्‍य बोलेंगे नहीं। राष्ट्र को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। देशभक्‍त अपने देश के लिए जीता और मरता है। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि कई एटीएस अधिकारियों ने कानून के नाम पर गैर कानूनी काम किए हैं। जेल में मुझे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया।

कोर्ट का फैसला भगवा की जीत

प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कोर्ट के फैसले पर कहा कि यह भगवा की जीत है, धर्म की जीत है और सनातन धर्म की जीत है। हालांकि इन लोगों में इतना दम नहीं कि पराजित कर सकें। इन लोगों ने प्रताड़ित कर भगवा और हिंदू धर्म को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास किया है। ऐसे लोगों को दंड दिलवाने का हम प्रयास करेंगे। यह पूरा केस गढ़ा गया था, इसका कोई आधार नहीं था। सत्‍य प्रकट और सिद्ध होता है, इस केस में भी ऐसा हुआ।

Powered by Tomorrow.io

Advertisement

Ad

Related Post

Placeholder