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पीएम मोदी ने किसानों को दी सौगात, : शिवराज बोले- अन्नदाताओं की आय बढ़ाने प्रतिबद्ध सरकार, कांग्रेस-आरजेडी पर भी किया वार
पटना। देश के अन्नदाताओं के लिए शनिवार का दिन खुशखबरी देने वाला रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बाबा विश्वनाथ धाम से 9.7 करोड़ किसानों के खाते में 20,000 करोड़ रुपए से ज्यादा डीवीटी के माध्यम से ट्रांसफर किए। किसानों के खातों में 20 किस्त अंतरित किए जाने पर केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चैहान ने पीएम मोदी को बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा, केंद्र सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए अनेकों योजनाएं चला रही है।
पटना स्थित बापू सभागार में आयोजित किसान उत्सव दिवस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे शिवराज ने कहा ऐसी अनेकों योजनाएं हैं, जो किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार चला रही है, और बिहार सरकार योगदान दे रही है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में किसानों के लिए पेंशन का भी प्रावधान है। कृषि मंत्री ने कहा, इसके अलावा, लगभग 2 लाख करोड़ की फर्टिलाइजर सब्सिडी भी भारत सरकार किसानों को प्रदान कर रही है। केसीसी और अन्य संस्थाओं की ओर से भी किसानों को करीब 25 लाख करोड़ रुपए मिल रहे हैं। कृषि क्षेत्र में यह वृद्धि हो रही है।
कांग्रेस-आरजेडी ने किसानों के बारे में कभी नहीं सोचा
शिवराज सिंह चैहान ने कहा कि कांग्रेस और राजद के काल में कोई भी सहायता राशि नहीं दी जाती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए की सरकार हमेशा किसानों के हित में सोचती है। भारत सरकार किसानों के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, और बिहार सरकार भी किसानों के कल्याण में लगी हुई है। यह डबल इंजन की सरकार है, जो किसानों के हित में कार्य कर रही है। उन्होंने आगे कहा, जब भी मैं बिहार आता हूं, तो मैं ऊर्जा और उत्साह से भर जाता हूं। बिहार की भूमि अद्भुत है। यहां की बुद्धि और परिश्रम आज विकसित भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं और दुनिया को दिशा दे रहे हैं।
पवित्र है बिहार की धरती
शिवराज सिंह चैहान ने कहा, यह वही पवित्र धरती है, जहां भगवान बुद्ध और महावीर ने तपस्या की। यह आचार्य कौटिल्य की बुद्धिमत्ता का उदाहरण है और चंद्रगुप्त मौर्य का शौर्य है। यह वही धरती है, जहां किसानों के साथ हुए अन्याय के खिलाफ बापू ने चंपारण में पहला आंदोलन शुरू किया, जहां महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और गलत शिक्षा के खिलाफ यहां के नौजवानों ने आंदोलन का शंखनाद किया, और लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने इसका नेतृत्व किया। इस पवित्र धारा को मैं बार-बार प्रणाम करता हूं।
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