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पीडीए के पहले सम्मेलन में ही सपा नेताओं ने रंग में डाला भंग : विवाद की जड़ थी कुर्सी, बीच-बचाव करना पड़ा सीनियरों को
अयोध्या। समाजवादी पार्टी ने शनिवार से पीडीए महासम्मेलन की शुरुआत की है। पहला सम्मेलन अयोध्या में आयोजित किया गया। लेकिन सपा के इस पहले सम्मेलन में ही पार्टी की कलह खुलकर सामने आ गई। मंच पर बैठने को लेकर लेकर सपा नेताओं के बीच जमकर विवाद हुआ। मिली जानकारी के अनुसार सम्मेलन का आयोजन सहादतगंज पॉलिटेक्निक के सामने फॉरएवर लॉन में किया गया था। इसमें सपा सांसद अवधेश प्रसाद मुख्य अतिथि थे, लेकिन उनके कार्यक्रम में पहुंचने से पहले ही मंच पर बैठने के लिए नेता आपस में झगड़ गए।
बताया जा रहा है कि विवाद की जड़ कुर्सी थी। मंच पर कौन-कहां बैठेगा, इसी को लेकर कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। विवाद इतना बढ गया कि स्थिति को संभालने के लिए कई वरिष्ठ नेताओं को बीच-बचाव करना पड़ा। कार्यकर्ताओं के व्यवहार से पार्टी के सीनियर नेताओं में नाराजगी भी देखने को मिली। कुछ दिन पहले अखिलेश यादव ने राज्यभर के सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को संविधान और आरक्षण के विषय पर पीडीए महापंचायत या पीडीए सम्मेलन आयोजित करने का निर्देश दिया था। अयोध्या में शनिवार को अखिलेश यादव के उसी निर्देश पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम को लेकर अखिलेश ने सुबह दी थी बधाई
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को अयोध्या के इस कार्यक्रम को लेकर बधाई और शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म श्एक्सश् पर एक पोस्ट में लिखा, समस्त पीडीए समाज को श्आरक्षण दिवसश् एवं श्संविधान-मान स्तंभ स्थापना दिवसश् के साथ ही अयोध्या में आयोजित प्रथम श्पीडीए महासम्मेलनश् की अपार सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।
यह भी लिखा अखिलेश ने
अखिलेश यादव ने आगे लिखा, भारत के संविधान की प्रति के सानिध्य में श्संविधान-मान स्तंभ स्थापना दिवस आयोजित करके हम सामाजिक न्याय व श्समता-समानता और आरक्षण को बचाए-बनाए रखने का अपना संकल्प दोहरा रहे हैं। इसके पीछे यही मूल भावना है कि संविधान-मानस्तंभ वस्तुतः पीडीए-प्रकाश स्तंभ के रूप में हमारे श्सामाजिक न्याय के राज की स्थापना के संकल्प का मार्ग सदैव प्रकाशित और प्रशस्त करता रहे। जब संविधान बचेगा तभी आरक्षण बचेगा। संविधान ही ढाल है, संविधान ही कवच है।
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