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अमित शाह का सिर कलम कर रख देना चाहिए टेबल पर : गृह मंत्री को लेकर शब्दों की सारी सीमाएं लांघ गईं दीदी की सांसद, भाजपा पहुंची थाने
कोलकाता। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मंच से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर की गई अमर्यादित टिप्पणी को गरमाई सियासत के बीच अब टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर विवादित बयान दे दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने पर शाह पर जुबानी हमला बोलते समय शब्दों की सारी सीमाएं भी लांघ गईं। दरअसल मोइत्रा ने कहा है कि अमित शाह का सिर काटकर टेबल पर रख देना चाहिए। उन्होंने शाह पर यह विवादित टिप्पणी सार्वजनिक जगह पर की है।
बताया जा रहा है कि महुआ मोइत्रा पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में मीडिया के सामने अपनी बात रख रही थीं। इस दौरान पत्रकारों ने उनसे अवैध घुसपैठियों को लेकर सवाल किया तो वह भडक गई और कहा कि सबसे पहले अमित शाह का सिर काटकर टेबल पर रख देना चाहिए। मोइत्रा ने शाह के सिर कमल करने की बात कहकर सियासी गलियारों में सनसनी मचा दी है। वहीं मामले को लेकर भाजपा ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ नदिया जिले के कृष्णानगर में कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। यह शिकायत स्थानीय निवासी संदीप मजूमदार ने दर्ज कराई है। महुआ मोइत्रा ने अभी तक इस शिकायत पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
शाह को लेकर यह बोलीं महुआ मोइत्रा
टीएमसी सांसद पत्रकारों से कहा, मेरा उनसे (अमित शाह) साफ सवाल है वह सिर्फ कहे जा रहे हैं घुसपैठिया... घुसपैठिया... घुसपैठिया। हमारा जो बॉर्डर है, उसकी रखवाली जो एजेंसी कर रही है, वह केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आती है। प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को लाल किले से कहा की घुसपैठ हो रही है और उसकी वजह से डेमोग्राफी चेंज हो रही है। जब प्रधानमंत्री यह बात कह रहे थे तो पहली पंक्ति में बैठे गृहमंत्री उनकी बात सुन खीसें निपोर रहे थे और ताली बजा रहे थे।
तृणमूल सांसद ने कहा, अगर भारत की सीमाओं की रक्षा करने वाला कोई नहीं है। अगर दूसरे देश के लोग रोजाना सौ, हजार और लाखों की संख्या में घुसपैठ कर रहे हैं और हमारी मां-बहनों पर नजर डाल रहे हैं, हमारी जमीनें छीन रहे हैं, तो पहले आपको अमित शाह का सिर काट कर टेबल पर रख देना चाहिए। अगर गृह मंत्री और गृह मंत्रालय भारत की सीमाओं की रक्षा नहीं कर सकते और प्रधानमंत्री खुद बोल रहे हैं बाहर से आकर लोग हमारी मां-बहनों पर नजर डाल रहे हैं और हमारी जमीनें छीन रहे हैं तो फिर ये गलती किसकी है? हमारी और आपकी गलती है? यहां तो ठै है। हम भी उनसे डरकर रहते हैं। बांग्लादेश हमारा दोस्त देश रहा है, लेकिन आपकी वजह से पिछले कई सालों में ये स्थिति बदल चुकी है।
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