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कुदरत की मार से कराह उठी देवभूमि : रुद्रप्रयाग में बादल फटने से सुनामी जैसी आपदा, चामोली-टिहरी में भी भीषण तबाही

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Author : admin

पब्लिश्ड : 29-08-2025 12:33 PM

अपडेटेड : 29-08-2025 07:48 AM

गोपेश्वर (चमोली)। देवभूमि के नाम से मशहूर उत्तराखंड इन दिनों कुदरत की मार से कराह रहा है। राज्य में एक के बाद एक लगातार प्राकृतिक आपदाएं और बादल फटने की घटनाएं देखने को मिल रही है। इसी क्रम में उत्तराखंड में एक बार फिर बादल फटा गया है। इतना ही नहीं कई जगहों पर बादल फटे हैं। इस घटना में भारी तबाही भी हुई है।

रुद्रप्रयाग जिले के टेंडवाल गांव में बादल फटने की घटना सब कुछ उजड गया है। यहां के बसुकेदार तहसील के बड़ेथ डुंगर तोक क्षेत्र में सुनामी जैसी आई आपदा में एक ओर जहां पहाडों से आए सैलाब ने पूरे गांव को बहा ले गया, तो वहीं मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई। जबकि 18 से 20 लोग यहां लापता बताए जा रहे हैं। रुद्रप्रयाग के एसपी अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि केदारनाथ हाईवे अभी तक बंद है। हाईवे रात से बांसवाड़ा में बंद होने से रेसक्यू टीम फंसी हैं. हालांकि एसडीआरएफ की टीम पैदल ही मौके के लिए रवाना हो चुकी है। अधिकारी बता रहे हैं की रास्ता खोलने का कार्य जारी है। रुद्रप्रयाग के अलग अलग क्षेत्रों में नुकसान हुआ है।

चामोली जिलें भी फटा बादल

वहीं चमोली जिले के देवाल ब्लॉक में भी बादल फटा है। जिसमें पति-पत्नी लापता हैं और दो लोग घायल हो गए, साथ ही 20 मवेशी मलबे में दबे हैं। टिहरी के भिलंगना ब्लॉक के गेंवाली गांव पर भी बादल फटा है। गनीमत यह रही कि यहां किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। इसके अलावा रुद्रप्रयाग में भी बादल फटा है। यहां जखोली ब्लॉक के छेनागाड़, बांगर सहित कई जगहों पर भारी बारिश से भयंकर नुकसान हुआ है।

देवाल में बादल फटने से भारी तबाही

इसी तरह देवाल तहसील के मोपाटा में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। कुछ घरों के मलबे में दबे होने की सूचना है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि मोपाटा में रहने वाले तारा सिंह और उनकी पत्नी लापता बताए जा रहे हैं। जबकि विक्रम सिंह और उनकी पत्नी घायल हुए हैं। इनके आवास और गोशाला के मलबे में दबने की सूचना है। इसमें 15 से 20 जानवर भी मलबे में दबने की सूचना है।

चमोली जिले के सभी ब्लॉकों के स्कूलों में आज अवकाश घोषित

डीएम ने बताया कि तहसील प्रशासन की टीम मौके लिए रवाना हो गई है। इधर, भारी बारिश को देखते हुए चमोली जनपद के सभी विकास खंडों में शुक्रवार को अवकाश घोषित कर दिया गया है। भारी बारिश के चलते देवाल में रास्ते जगह-जगह टूट गए हैं। थराली में भी रात से हो रही बारिश से लोग सहमे हैं। आदिबदरी, कर्णप्रयाग में भी तेज बारिश हो रही है।

कर्णप्रयाग में मूसलाधार बारिश के चलते कालेश्वर में पहाड़ से आया मलबा

कर्णप्रयाग में मूसलाधार बारिश के चलते कालेश्वर में ऊपर पहाड़ से मलबा आया है जो लोगों के घरों में घुस गया। जेसीबी मशीन के द्वारा मलवा हटाने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। अलकनंदा और पिंडर नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। कर्णप्रयाग के सुभाषनगर में पहाड़ी से बोल्डर और मलबा गिरने से सड़क बंद हो गई है।

टिहरी के भिलंगना ब्लॉक में भी फटा बादल

भिलंगना ब्लॉक के गेंवाली गांव के ऊपर बीती रात को बादल फटने की घटना हुई है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि बादल फटने से कोई जनहानि नहीं हुई है। कृषि भूमि, पेयजल लाइन, विद्युत लाइनों को नुकसान पहुंचा है। राजस्व विभाग की टीम गेंवाली गांव रवाना हो गई है। अलग-अलग स्थान पर पैदल पुलिया और रास्ते टूट गए हैं।

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