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नई दिल्ली। इंडियन एयर फोर्स के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। दरअसल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को को हरियाणा के अंबाला स्थित वायुसेना स्टेशन पहुंची थीं। इतना ही नहीं उन्होंने एयरबेस से वायुसेना के लड़ाकू विमान ‘राफेल’ में भी उड़ान भरी। इसके साथ ही उन्होंने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
‘राफेल’ में उड़ान भरने के दौरान राष्ट्रपति ने फाइटर पायलट सूट व अन्य सभी आवश्यक उपकरण भी पहने। फ्लाइट सूट में सजीं राष्ट्रपति ने कॉकपिट में बैठकर टेकऑफ से पहले हाथ हिलाकर जवानों का अभिवादन किया। राष्ट्रपति सुबह 9ः15 बजे विशेष विमान से अंबाला पहुंचीं। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। स्टेशन पर भव्य गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसके बाद राष्ट्रपति ने परेड का निरीक्षण किया और जवानों से मुलाकात की। उन्होंने वायुसेना स्टेशन की विभिन्न यूनिट्स का भी दौरा किया।

यह अवसर भारतीय वायुसेना के लिए गौरव का क्षण रहा। अंबाला भारतीय वायुसेना का एक प्रमुख एयरबेस है। यह एयरफोर्स स्टेशन राफेल लड़ाकू विमानों के स्क्वाड्रन की तैनाती का एक प्रमुख केंद्र भी है। यही कारण है कि इसे भारत की हवाई सुरक्षा का महत्वपूर्ण आधार माना जाता है।
इससे पहले सुखोई में उड़ान भर चुकी है मुर्मू
यह पहला अवसर नहीं है जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारतीय वायुसेना के किसी फाइटर जेट में सवार हुई हों। राष्ट्रपति सचिवालय ने बताया कि इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 8 अप्रैल 2023 को असम के तेजपुर वायुसेना स्टेशन पर सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी। उस समय उन्होंने भारतीय वायुसेना के पायलटों के साथ अनुभव साझा करते हुए वायुसेना की दक्षता, अनुशासन और समर्पण की सराहना की थी।
तीनों सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर हैं राष्ट्रपति
रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान ‘राफेल’ में राष्ट्रपति की यह उड़ान भारतीय वायुसेना की आधुनिकता, क्षमता और आत्मनिर्भर भारत के रक्षा प्रयासों का प्रतीक है। गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन भारत की राष्ट्रपति, भारत की तीनों सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर भी है।
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