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नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में शनिवार को नई दिल्ली स्थित इंदिरा भवन में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) हेडक्वार्टर में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई। इस हाई-लेवल मीटिंग में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और पार्टी के कई सीनियर नेता मौजूद हैं।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में दिए अपने संबोधन को खड़गे ने सोशल मीडिया एक्स पर साझा किया, जिसमें उन्होंने मोदी सरकार पर लोकतंत्र, संविधान और नागरिक अधिकारों को कमजोर करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि देश इस समय ऐसे दौर से गुजर रहा है, जब चारों तरफ लोकतांत्रिक मूल्यों पर संकट छाया हुआ है और कांग्रेस को भविष्य की रणनीति इसी चुनौती के बीच तय करनी है।
सरकार ने कमजोर तबकों को बना दिया बेसहारा
खड़गे ने आरोप लगाया कि हाल ही में संसद के शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार ने मनरेगा (मनरेगा) को खत्म कर करोड़ों गरीब और कमजोर तबकों को बेसहारा बना दिया। उन्होंने कहा कि यह कदम गरीबों के पेट पर लात मारने और उनकी पीठ में छूरा घोंपने जैसा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने इसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान करार देते हुए सोनिया गांधी के उस लेख का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने मनरेगा को सर्वोदय की भावना को साकार करने वाला कदम बताया था।
मनरेगा के लिए करना होगा देशव्यापी आंदोलन
खड़गे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने बिना किसी अध्ययन, मूल्यांकन या राज्यों और राजनीतिक दलों से सलाह-मशविरा किए मनरेगा को खत्म कर नया कानून थोप दिया, ठीक उसी तरह जैसे तीन काले कृषि कानूनों के मामले में किया गया था। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन की जरूरत है और कांग्रेस को इस मुद्दे पर हर कोने में संघर्ष करना होगा। 2015 में भूमि अधिग्रहण कानून और 2020 में तीन कृषि कानूनों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के संघर्ष और किसानों के बलिदान के बाद ही सरकार को कानून वापस लेने पड़े। खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी पहले ही भविष्यवाणी कर चुके हैं कि मोदी सरकार को मनरेगा दोबारा बहाल करना होगा।
खड़गे ने एसआईआर को बताया लोकतांत्रिक साजिश
खड़गे ने एसआईआर को लोकतांत्रिक अधिकारों को सीमित करने की साजिश बताते हुए मतदाता सूची से गरीब, दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों के नाम काटे जाने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत के आरोप जगजाहिर हैं और कांग्रेस को यह सुनिश्चित करना होगा कि वोटरों के नाम न कटें। इसके लिए बीएलए को घर-घर जाकर मतदाता सूची की जांच करनी होगी।
खड़गे ने इनका का भी जिक्र
अपने संबोधन में खड़गे ने ईडी, आईटी और सीबीआई के कथित दुरुपयोग, नेशनल हेराल्ड मामले, बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों और हाल में क्रिसमस के दौरान कुछ इलाकों में भाईचारा बिगाड़ने की घटनाओं पर भी चिंता जताई। खड़गे ने पार्टी नेताओं से मनरेगा और अन्य अहम मुद्दों पर ठोस एक्शन प्लान और सुझाव देने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई कांग्रेस जीतेगी, क्योंकि देश के कमजोर और जरूरतमंद लोग इस कठिन समय में कांग्रेस की ओर उम्मीद से देख रहे हैं।
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