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विशाखापत्तनम। विशाखापत्तनम के पास टाटानगर-एर्नाकुलम सुपर-फास्ट एक्सप्रेस के दो एसी डिब्बों में आग लग गई है। घटना रविवार देर रात करीब 1.30 बजे की है। इस हादसे में एक यात्री की मौत हो गई है, जबकि 150 से ज्यादा मुसाफिर बाल-बाल बच गए। बताया जा रहा है कि ट्रेन के पैंट्री कार से सटे बी-1 और एम-2 एसी कोच में अचानक आग की लपटें उठने लगीं। यही नहीं दोनों डिब्बे आग में पूरी तरह जल गए। वहीं यात्रियों का सारा सामान जल गया।
पुलिस ने बताया कि यह आग विशाखापत्तनम से लगभग 66 किमी दूर अनाकापल्ली जिले के येलामंचिली में ट्रेन में लगी थी। उन्होंने आगे कहा कि चलती ट्रेन में आग देखकर एक यात्री ने चेन खींचकर उसे येलामंचिली रेलवे स्टेशन पर रोका और रेलवे स्टाफ को अलर्ट किया। इसके बाद चार फायर इंजन मौके पर पहुंचे और दो घंटे तक आग बुझाने का काम किया। एसपी ने बताया कि बी1 कोच में एक शव मिला है। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान विजयवाड़ा के रहने वाले चंद्रशेखर सुंदरम (70) के रूप में हुई है और उनके परिवार वालों को सूचित कर दिया गया है।
आग लगने का कारण पता लगाने में जुटी फारेंसिक टीम
जब ट्रेन में आग लगी, तब बी1 कोच में 82 और एम2 कोच में 75 यात्री थे। क्षतिग्रस्त दोनों कोचों को ट्रेन से अलग कर दिया गया, जिसके बाद ट्रेन एर्नाकुलम के लिए रवाना हुई, जहां दो और एसी कोच जोड़े गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए दो फोरेंसिक टीमें काम कर रही हैं। दक्षिण मध्य रेलवे के सुरक्षा आयुक्त ने भी मौके का दौरा किया। उन्होंने एसपी के साथ मिलकर जले हुए डिब्बों का निरीक्षण किया।
आग से ट्रेनों का आवागमन हुआ प्रभावित
आग लगने की घटना से इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। विशाखापत्तनम की ओर जाने वाली गोदावरी और तिरुपति-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेनें लेट हो गईं। येलामंचिली में रुकने वाली ट्रेनों को विशाखापत्तनम में रोका जा रहा है। आग लगने की घटना के कारण पुरी-तिरुपति, शालीमार-चेरलापल्ली, विशाखापत्तनम-लिंगमपल्ली और विशाखापत्तनम-गुंटूर सहित कई ट्रेनें लेट हैं, हालांकि जो ट्रेनें येलामंचिली में रुकने वाली नहीं हैं, वे समय पर चल रही हैं।
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