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पटना। बिहार विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। इतना ही नहीं एनडीए में सीट बंटवारे का फॉर्मूला भी फाइनल हो हो गया है। लेकिन, अब मौजूदा विधायकों को अपने टिकट कटने का डर सताने लगा है। ऐसे में विधायक टिकट पाने के लिए तरह-तरह के पैंतरे अपनाने लगे हैं। ऐसा ही कुछ किया है जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने। वे टिकट को लेकर सीएम हाउस के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया तो वे धरने पर बैठ गए और दो टूक कह दिया कि सीएम से मिले बिना मैं वापस नहीं जाऊंगा।
विधायक गोपाल मंडल ने बताया कि वे सीएम नीतीश कुमार से मिलने और टिकट मांगने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। लेकिन, सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद वे धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि वे पार्टी के सच्चे कार्यकर्ता हैं और वर्षों से नीतीश कुमार ही उनके नेता रहे हैं, इसलिए वे उनसे मिलने के लिए आए हैं। लेकिन, उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा है।
सीनियर नेताओं पर साजिश रचने का लगाया आरोप
मीडिया से बातचीत के दौरान जदयू विधायक ने कहा कि मैं सुबह 8ः30 बजे से यहां इंतजार कर रहा हूं। जब तक मुझे मुख्यमंत्री से मिलकर टिकट का भरोसा नहीं मिल जाता, मैं यहीं रहूंगा। उन्होंने जदयू के कुछ वरिष्ठ नेताओं पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ष्कुछ नेता मेरे टिकट को काटने की कोशिश कर रहे हैं और मेरे विरोधी दूसरे उम्मीदवार को टिकट देने की पैरवी कर रहे हैं। मैंने हमेशा नीतीश कुमार को अपना नेता माना है और मुझे विश्वास है कि वे मेरे साथ न्याय करेंगे।
सिटिंग विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरों को दिया जाएगा मौका
मंडल ने कहा कि वे यहां से नहीं उठेंगे, भले ही उन पर लाठी चार्ज हो जाए। बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए और जदयू बराबर सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। जदयू पार्टी के सूत्रों के अनुसार, इस बार कुछ सिटिंग विधायकों के टिकट काटकर नए चेहरों को मैदान में उतारा जाएगा। हालांकि, जदयू विधायक ने अभी यह खुलकर बात नहीं की है कि अगर उन्हें टिकट जदयू से नहीं मिलता है तो वह अगला कदम क्या उठाएंगे। क्या वे निर्दलीय मैदान में जाएंगे या फिर इंडिया ब्लॉक में शामिल होकर चुनाव लड़ेंगे।
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