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स्पेस में इतिहास रच वतन लौटे शुभांशु मिले पीएम से : मोदी ने गले लगाकर गर्मजोशी से किया स्वागत, एस्ट्रोनॉट ने अनुभवों को किया साझा
नई दिल्ली । अंतरिक्ष में भारत का परचम लहराकर वतन लौटे एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। पीएम ने शुभांशु का गले लगाकर गर्मजोशी से स्वागत किया और पीठ थपथपाकर इतिहास रचने की शाबाशी। मोदी के साथ शुभांशु की ये मुलाकात करीब 20 मिनट चली। इस दौरान शुभांशु ने पीएम को अपनी अंतरिक्ष यात्रा की जानकारी दी। और उन्हें अंतरिक्ष के सफर की तस्वीरें दिखाईं। बता दें कि एस्ट्रोनॉट शुभांशु अमेरिका से रविवार सुबह भारत लौटे।
इस दौरान शुभांशु ने पीएम मोदी को वह तिरंगा भेंट किया, जिसे वह अपनी ऐतिहासिक एक्सिओम-4 मिशन के दौरान इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर ले गए थे। यह तिरंगा भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान के नए युग का प्रतीक है। शुभांशु ने प्रधानमंत्री को अपनी अंतरिक्ष यात्रा से जुड़ी तस्वीरें दिखाई।पीएम मोदी संग मुलाकात में शुभांशु शुक्ला ने अपने मिशन की चुनौतियों और रोमांच को साझा किया, जिसमें उन्होंने इंटरनेशनल क्रू के साथ करर पर लंबे समय तक अलग-अलग आॅपरेशन में हिस्सा लिया और कई एक्सपेरिमेंट्स किए।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर शुभांशु शुक्ला से मुलाकात की तस्वीरें भी शेयर की हैं। उन्होंने पोस्ट में लिखा, "शुभांशु शुक्ला के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई। हमने अंतरिक्ष में उनके अनुभवों, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति और भारत के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन सहित कई विषयों पर चर्चा की। भारत को उनकी इस उपलब्धि पर गर्व है।"
इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरिक्ष में गए भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से बात की थी। पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला से कहा था कि आप भारतभूमि से दूर हैं, लेकिन भारतवासियों के दिलों के सबसे करीब हैं। आपके नाम में भी शुभ है और आपकी यात्रा नए युग का शुभ आरंभ भी है। जब हम दोनों बात कर रहे हैं, तो मेरे साथ 140 करोड़ भारतवासियों की भावनाएं भी हैं। मेरी आवाज में सभी भारतीयों का उत्साह और उमंग शामिल है।"
उन्होंने आगे कहा था कि अंतरिक्ष में भारत का परचम लहराने के लिए मैं आपको हार्दिक बधाई और शुभकामना देता हूं। प्रधानमंत्री ने अपनी बातचीत में कहा कि हर भारतीय देख रहा है कि शुभांशु शुक्ला कितने 'डाउन टू अर्थ' हैं। उन्होंने शुभांशु से पूछा था कि अंतरिक्ष की विशालता देखकर पहला ख्याल क्या आया? इसके जवाब में भारतीय अंतरिक्ष यात्री ने कहा था कि अंतरिक्ष से कोई सीमा दिखाई नहीं देती, हम भारत को मैप पर देखते हैं और भारत सच में बहुत भव्य दिखता है।
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