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जनसंघ-भाजपा के सुशासन माडल का अहम केन्द्र रहा उडुपी, बोले पीएम मोदी : लक्ष कंठ गीता परायण कार्यक्रम में पहलगाम हमले और सुदर्शन चक्र का भी किया जिक्र

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Author : admin

Published : 28-Nov-2025 02:00 PM

उडुपी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कर्नाटक के उडुपी पहुंचे। मोदी का पीएम बनने के बाद यह पहला उडुपी दौरा है। वे श्री कृष्ण मठ और लक्ष कंठ गीता पारायण प्रोग्राम में शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि उनके लिए उडुपी की धरती पर पहुंचना हमेशा ही एक अद्भुत अनुभव रहा है और इस बार यह अवसर कई कारणों से और भी खास बन गया है।

पीएम ने भारतीय संस्कृति में उडुपी के योगदान की भी जमकर सराहना की। पीएम ने भगवदगीता के महत्व को लेकर चर्चा की। इस दौरान पीएम ने पहलगाम हमले और सुदर्शन चक्र (राष्ट्रीय सुरक्षा कवच) का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दुश्मन दुस्साहस दिखाएगा तो हमारा सुदर्शन चक्र तबाह कर देगा।

पीएम ने गुजरात-उडुपी के बीच रिश्ते का भी किया जिक्र

पीएम मोदी ने कहा, मेरा जन्म गुजरात में हुआ है। गुजरात और उडुपी के बीच गहरा और विशेष संबंध रहा है। इस प्रतिमा के दर्शन ने मुझे आत्मीय और आध्यात्मिक आनंद दिया है। उडुपी की राजनीतिक और सामाजिक परंपराओं को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह क्षेत्र जनसंघ और भाजपा के सुशासन मॉडल का महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। 1968 में उडुपी के लोगों ने जनसंघ के वीएस आचार्य को नगरपालिका परिषद में विजयी बनाकर एक नए गवर्नेंस मॉडल की नींव रखी थी।

श्लोकों का जाप करने से पैदा होती है अनोखी ताकत

पीएम मोदी ने कहा, गीता के पवित्र श्लोकों का पाठ सदियों से होता आ रहा है, लेकिन जब लाखों लोग एक साथ इन श्लोकों का जाप करते हैं तो एक अनोखी ताकत पैदा होती है। यह मन को मजबूत करती है और अंदर की शांति को स्थिर करती है। यही वह एनर्जी है जो आध्यात्मिकता को बढ़ाती है और यही वह ऊर्जा है जो सामाजिक एकता को गहरा करती है।

पीएम ने अयोध्या यात्रा का भी किया जिक्र

कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने अयोध्या यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि कुछ ही दिन पहले 25 नवंबर को राम जन्मभूमि मंदिर में धर्म ध्वज स्थापित किया गया और इस ऐतिहासिक क्षण को पूरे देश ने देखा। अयोध्या से उडुपी तक श्री राम के अनगिनत भक्तों ने इस पावन पल का साक्षात्कार किया। पूरा राष्ट्र जानता है कि राम मंदिर आंदोलन में उडुपी की क्या महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

उडुपी पहुंचना मेरे लिए अत्यंत संतोष का अवसर

प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष वे समुद्र के भीतर स्थित श्री द्वारका जी के दर्शन करने गए थे और वहां से भी उन्हें आशीर्वाद प्राप्त हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि तीन दिन पहले ही वे गीता की भूमि कुरुक्षेत्र में थे और अब भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से उडुपी पहुंचना उनके लिए अत्यंत संतोष का अवसर है।

1 लाख लोगों ने किया भगवद्गीता का पाठ

कार्यक्रम में लगभग 1 लाख लोगों ने एक साथ भगवद्गीता के श्लोकों का पाठ किया, जिसे पीएम मोदी ने भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक शक्ति का अद्वितीय उदाहरण बताया। प्रधानमंत्री ने कहा, आज पूरे विश्व ने भारत की हजारों वर्षों की दिव्यता का साक्षी भाव से दर्शन किया है।

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