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रायपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट इन दिनों दत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन यानि मंगलवार को पायलट ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार पर जमकर हमला बोला और दावा किया कि पिछले डेढ़ साल में यह सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी औद्योगीकरण और निवेश में विश्वास करती है, लेकिन भाजपा की मंशा सिर्फ चुनिंदा लोगों को खदान और खनिज देने की है।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि राज्य की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान राज्य में संचालित 17 कल्याणकारी योजनाओं को भाजपा ने बंद कर दिया, जिससे कांग्रेस को इसका श्रेय न मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने सिर्फ डेढ़ साल में 37 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। राज्य में एसपी और कलेक्टर कार्यालय जला दिए गए (बलौदाबाजार में), जबकि हत्या, बलात्कार, लूट, डकैती की घटनाएं बढ़ रही हैं। इतना ही नहीं पुलिस हिरासत में लोग मर रहे हैं, यहां महिलाएं और बच्चे सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है।
पायलट ने कहा, ''कांग्रेस हमेशा निवेश और उद्योग के पक्ष में रही है। सरकारी क्षेत्र के अलावा, निजी क्षेत्र में संसाधन होने चाहिए तथा शिक्षित युवक-युवतियों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाने चाहिए। कांग्रेस ने केंद्र रहते हुए और राज्य सरकार में ऐसी कई नीतियां बनाईं, लेकिन यह (भाजपा) सरकार छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के जल, जंगल और जमीन को कुछ चुनिंदा लोगों को दे रही है। अब वे बिना किसी हिचकिचाहट के इसे खुलेआम कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उद्योग के पक्ष में है, लेकिन प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए, पारर्दिशता होनी चाहिए, सभी को समान अवसर मिलना चाहिए।
भाजपा पर ध्रुवीकरण का सहारा लेने का आरोप लगाते हुए पायलट ने कहा, भाजपा की हमेशा से नीति रही है कि जब सब कुछ विफल हो जाता है, तो वे सांप्रदायिक राजनीति करते हैं। पायलट ने भाजपा सरकार पर किसानों की कई मांगों की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार (केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार) किसानों को खाद की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य को तीन लाख मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक की आवश््यकता है, लेकिन सरकार अब तक समितियों को 80 हजार मीट्रिक टन डीएपी पहुंचा पाई है।
सरकारी स्कूल और शिक्षकों के ‘युक्तियुक्तकरण’ के राज्य सरकार के कदम पर पायलट ने कहा, भाजपा ने (अपने घोषणापत्र में) एक लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया था, लेकिन शिक्षकों के 30 हजार रिक्त नौकरियों को भरने के बजाय वे युक्तियुक्तकरण के नाम पर विद्यालयों को बंद कर रहे हैं। युक्तिकरण एक रोजगार विरोधी, शिक्षा विरोधी कदम है। उन्होंने दावा किया कि ‘युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया’ से राज्य में 45 हजार से अधिक शिक्षकों के पद समाप्त हो जाएंगे और इसके परिणामस्वरूप 10,463 सरकारी स्कूल बंद हो गए हैं। पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी विफलता छिपाने के लिए कांग्रेस नेताओं को परेशान कर रही है, लेकिन कांग्रेस इसके खिलाफ मजबूती से लड़ेगी।
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