Latest News
दिल्ली में यमुना का रौद्र रूप धीरे-धीरे हो रहा कम : अभी भी बह रही खतरे के निशान से ऊपर, बोध घाट में अंतिम संस्कार पर ब्रेक
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश से यमुना नदी का रौद्र रूप कम नहीं हो रहा रहा है। यमुना अभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 207.31 मीटर दर्ज किया गया है। जबकि गुरुवार को यहां पर नदी का जलस्तर 207.48 मीटर था। यानि अब नदी के जल स्तर में धीरे-धीरे कमी आ रही है।
दिल्ली सरकार के बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार, शुक्रवार सुबह 8 बजे तक पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 207.31 मीटर दर्ज किया गया। यह चेतावनी स्तर (204.50 मीटर) और खतरे के निशान से काफी ऊपर है। बुलेटिन में कहा गया है कि 5 सितंबर 2025 को रात 8 बजे तक जलस्तर 207.15 मीटर तक पहुंचने और इसके बाद कम होने की संभावना है। बता दें कि हथिनीकुंड बैराज से 1,08,232 क्यूसेक जल की निकासी हुई है, जबकि वजीराबाद बैराज से 1,74,150 क्यूसेक जल की निकासी है। वहीं, ओखला बैराज से 2,44,478 क्यूसेक जल की निकासी हुई है। पुराने रेलवे ब्रिज पर जलस्तर शुक्रवार रात 8 बजे 207.15 मीटर तक पहुंचने की संभावना है, जिसके बाद इसमें कमी आने की उम्मीद है।
बोध घाट पर जल भराव
इस बीच, यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण निगम बोध घाट पर जलजमाव हो गया है, जिसके चलते दाह-संस्कार की प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) पानी निकालने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है। यमुना बाजार के रास्तों पर भारी जलजमाव के कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। निगम बोध घाट पर काम करने वाले प्रमोद कुमार पाल ने बताया कि घाट में पानी आने के कारण अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को बंद कर दिया गया है। एमसीडी ने भी बाढ़ को लेकर आदेश जारी किया है और इसके चलते फिलहाल निगम बोध घाट को बंद कर दिया गया है।
दिल्ली में करीब 14000 लोगों को पहुंचाया गया सुरक्षित जगह
दिल्ली के बाढ़ प्रभावित इलाकों यमुना बाजार, मजनू का टीला, गीता कॉलोनी, मयूर विहार, और सिविल लाइंस से अब तक 12,000 से 14,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। यमुना खादर, मयूर विहार, और गीता कॉलोनी में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
Advertisement
Related Post