Download App

Latest News

लाइफ सपोर्ट पर बाॅलीवुड के चमकते सितारे धर्मेन्द्र : डाॅक्टरों की सलाह पर कराए गए भर्ती, हालत नाजुकएससी-एसटी गरीब छात्रों के हकों पर डाका डाल रहे माफिया : नाथ ने सरकार पर लगाया गंभीर आरोप, मीडिया रिपोर्ट का दिया हवालामहिला जूनियर हॉकी विश्व कप : हाॅकी इंडिया ने 20 सदस्यीय टीम का किया ऐलान, ज्योति सिंह के हाथों में होगी कमानअब पलायन रुकेगा, अंधेरा छटेगा : नतीजों से पहले से ही खड़गे ने बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने किया दावासेहत के लिए रामबाण है केला और काली मिर्च : हड्डियां और इम्यून सिस्टम भी होंगे मजबूततेजस्वी बोले : बदलाव के मूड में बिहार की जनता, पटना में भाजपा-ईसी पर किया जोरदार प्रहार, पीएम मोदी पर भी साधा निशानालाड़ली बहनों के लिए खुशखबरी : अब हर महीने खाते में आएंगे 1500 रुपए, कैबिनेट ने दी मंजूरी, खंडवा में खुलेगा जिला न्यायालयथम गया 'अभिनय' : तमिल सिनेमा के दिग्गज अभिनेता का निधन, लिवर की बीमारी से पीड़ित थे किंगर, 44 साल की उम्र में ली अंतिम सांस बाबा महाकाल की शरण में पहुंची मशहूर अभिनेत्री : भस्मारती में हुईं शामिल, भोलेनाथ की साधना में भी लीन दिखी दिव्या दत्ताअहम बदलाव : भू-अभिलेखों और नागरिक सशक्तिकरण के लिए नई पहल नक्शा, केन्द्रीय मंत्री शिवराज ने बताई खूबियां

उपलब्धिः अक्टूबर में खुले 30 लाख से ज्यादा डीमैट खाते : देश के पूंजीबाजार में फंडिंग जुटाने का अब तक का यह सबसे बड़ा आंकड़ा

Featured Image

Author : admin

पब्लिश्ड : 10-11-2025 01:30 PM

अपडेटेड : 10-11-2025 08:00 AM

मुंबई। अक्टूबर में 30 लाख से ज्यादा नए डीमैट खाते खुले हैं, जो कि बीते 10 महीनों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह जानकारी डिपॉजिटरीज की ओर से जारी किए गए डेटा में दी गई। इससे पहले सिंतबर में 24.6 लाख डीमैट खाते खुले थे। जानकारों का मानना है कि नए डीमैट खातों की संख्या में बढ़ोतरी होने की वजह इक्विटी बाजारों में रिकवरी, विदेशी निवेशकों के इनफ्लो की वापसी और बाजार में बड़े इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) का आना है।

अक्टूबर के डेटा को मिलाकर देश में कुल डीमैट खातों की संख्या बढ़कर 21 करोड़ हो गई है, जो कि पिछले महीने 20.7 करोड़ थी। भारत के प्राइमरी मार्केट में अक्टूबर में रिकॉर्ड 10 आईपीओ देखने को मिले थे और इन पब्लिक इश्यू ने मिलकर करीब 44,930 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जुटाई, जो कि देश के पूंजीबाजार में फंडिंग जुटाने का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।

बड़ी संख्या में नए डीमैट खातों के खुलने की वजह बाजार के अच्छे प्रदर्शन को भी माना जा रहा है। अक्टूबर में सेंसेक्स और निफ्टी ने क्रमशरू 3 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स ने क्रमशरू 4 प्रतिशत और 3 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। वहीं, विदेशी संस्थागत निवेशक, जो कई महीनों से शुद्ध विक्रेता थे, अब खरीदार बन गए हैं और घरेलू इक्विटी में लगभग 1.6 अरब डॉलर का निवेश किया है।

वैश्विक निवेश बैंक गोल्डमैन सैश भारतीय शेयर बाजार पर बुलिश बना हुआ है और रेटिंग को अपग्रेड कर ओवरवेट कर दिया है। साथ ही, निफ्टी के लिए 2026 के अंत तक 29,000 का टारगेट दिया है, जो कि मौजूदा स्तरों से 14 प्रतिशत ऊपर है। गोल्डमैन सैश ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में भारत के विकास की रफ्तार और तेज होने का अनुमान लगाया है, जिससे मौद्रिक और राजकोषीय नीतियों, विदेशी निवेशकों की रुचि और कंपनियों की आय में सुधार का फायदा मिलेगा।

Powered by Tomorrow.io

Advertisement

Ad

Related Post

Placeholder