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एक गांव-एक गणेश : देश के लिए मिसाल बना कर्नाटक का यह गांव, 8 दशकों से कायम है परंपरा

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Author : admin

पब्लिश्ड : 23-08-2025 01:08 PM

अपडेटेड : 23-08-2025 07:38 AM

बेलगावी। 27 अगस्त से गणेशोत्सव की शुरुआत होने जा रही है। ऐसे में गणेश उत्सव को लेकर देशभर में तैयारियां जोरों पर चल रही है। मूर्ति कलाकार से लेकर भक्त तक सभी अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा की सीमा से जुड़ा बेलगावी जिला गणेश उत्सव को बेहद धूमधाम से मनाने के लिए जाना जाता है। यहां पर पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र की तरह ही हर साल गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। पर यहां पर उत्सव को खास बनाती है वो परंपरा जो वर्षों से निभाई जा रही है। यहां एक गांव, एक गणेश के सिद्धांत पर बप्पा को पूजा जाता है।

दरअसल बेलगावी जिले के खानापुर तालुका में नंदगढ़ गांव है, जहां सिर्फ एक ही गणेश प्रतिमा स्थापित की जाती है। यही नहीं साल 1944 से हर वर्ष एक ही सार्वजनिक गणेश प्रतिमा स्थापित की जाती है। इस गांव ने यह साबित कर दिया है कि हिंदू और मुस्लिम एकता में ही शक्ति है, और पूरे गांव के लिए एक ही गणेश प्रतिमा स्थापित कर एकता की अनूठी मिसाल पेश की है। 11 दिनों तक, गांव के सभी लोग एक साथ मिलकर पूजा और श्गणेश पूजाश् करते हैं। हर दिन एक सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है।

खास बात यह है कि सभी जातियों और समुदायों के लोग मिलकर गणेश उत्सव मनाते हैं और 11वें दिन विसर्जन करते हैं। गणेश समिति के एक सदस्य ने कहा, हम कई साल से श्एक गांव, एक गणेशश् का संदेश दे रहे हैं ताकि सबको यह महसूस हो कि हम एक हैं। इससे गांव की एकता भी मजबूत होती है और फिजूलखर्ची से भी बचा जा सकता है। पूरे गांव के लिए एक ही गणेश प्रतिमा की स्थापना एक बेहतरीन परंपरा है।

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